हरियाणा सरकार ने सभी विभागों, बोर्डों, निगमों से आउटसोर्सिंग पॉलिसी पार्ट-2 के तहत लगे ग्रुप सी और ग्रुप डी के कर्मचारियों की सही जानकारी मांगी है। मुख्य सचिव ने अफसरों से पूछा है कि कितने कर्मचारी हटाए गए हैं और कितने जॉब सिक्योरिटी एक्ट के तहत कवर होते हैं? उधर, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने ग्रुप सी और ग्रुप डी के तहत जिन उम्मीदवारों का चयन किया था, उनकी नियुक्ति के बाद अस्थायी तौर पर लगे कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है। इन सबके बीच मुख्य सचिव विवेक जोशी ने सभी विभागों को पत्र जारी कर जॉब सिक्योरिटी के तहत कवर नहीं होने वाले अस्थायी कर्मचारियों में से उन्हें नियमित कर्मचारी की नियुक्ति के बाद हटाया जाए। पद के अनुसार भेजनी होगी सूचना मुख्य सचिव ने सभी प्रबंध निदेशकों, मुख्य प्रशासकों, मंडल आयुक्तों, रजिस्ट्रार हाईकोर्ट और जिला उपयुक्तों की पत्र लिखकर कहा कि, उनके विभागों से ग्रुप सी और ग्रुप डी के आउटसोर्सिंग पॉलिसी पार्ट-2 के तहत लगे कितने कर्मचारी नियुक्ति के बाद हटाए गए हैं, इनकी पद अनुसार सूचना भेजी जाए। आउटसोर्सिंग पॉलिसी पार्ट-2 के तहत लगे ग्रुप सी और ग्रुप डी के कितने कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारी द हरियाणा कांट्रेक्चुअल इंप्लाइज (सिक्योरिटी ऑफ सर्विस) एक्ट, 2024 के तहत कवर होते हैं और कितने कवर नहीं होते हैं, की जानकारी दी जाए। ये दो सवाल उठाए 1. क्या एचएसएससी, एचपीएससी को उन पदों का आग्रह पत्र भेजा गया है, जिन पदों का आउटसोर्सिंग पॉलिसी पार्ट-2 के तहत कर्मचारी काम कर रहे हैं या नहीं कर रहे हैं? उनके पद के अनुसार पूरी जानकारी भेजी जाए। 2. जिन पदों पर कांट्रेक्चुअल कर्मचारी काम कर रहे हैं, अगर उन पदों के लिए कोई भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है तो वित्त विभाग से प्राप्त कारणों की स्वीकृति की सूचना दी जाए। 20 हजार पदों पर लटकी है तलवार हरियाणा सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत करीब 20 हजार भर्ती की हैं। अब नियमित भर्ती होने पर ग्रुप सी और डी के उन कर्मचारियों को हटाने के आदेश दिए गए हैं, जहां नियमित नए कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। ऐसे में अब इन कर्मचारियों की नौकरी पर तलवार लटकी हुई है। हालांकि सरकार अब इसको लेकर गंभीर है, वह प्रयास कर रही है कि विभागों से पूरी जानकारी आने के बाद इस मामले में कोई फैसला ले। हरियाणा सरकार ने सभी विभागों, बोर्डों, निगमों से आउटसोर्सिंग पॉलिसी पार्ट-2 के तहत लगे ग्रुप सी और ग्रुप डी के कर्मचारियों की सही जानकारी मांगी है। मुख्य सचिव ने अफसरों से पूछा है कि कितने कर्मचारी हटाए गए हैं और कितने जॉब सिक्योरिटी एक्ट के तहत कवर होते हैं? उधर, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने ग्रुप सी और ग्रुप डी के तहत जिन उम्मीदवारों का चयन किया था, उनकी नियुक्ति के बाद अस्थायी तौर पर लगे कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है। इन सबके बीच मुख्य सचिव विवेक जोशी ने सभी विभागों को पत्र जारी कर जॉब सिक्योरिटी के तहत कवर नहीं होने वाले अस्थायी कर्मचारियों में से उन्हें नियमित कर्मचारी की नियुक्ति के बाद हटाया जाए। पद के अनुसार भेजनी होगी सूचना मुख्य सचिव ने सभी प्रबंध निदेशकों, मुख्य प्रशासकों, मंडल आयुक्तों, रजिस्ट्रार हाईकोर्ट और जिला उपयुक्तों की पत्र लिखकर कहा कि, उनके विभागों से ग्रुप सी और ग्रुप डी के आउटसोर्सिंग पॉलिसी पार्ट-2 के तहत लगे कितने कर्मचारी नियुक्ति के बाद हटाए गए हैं, इनकी पद अनुसार सूचना भेजी जाए। आउटसोर्सिंग पॉलिसी पार्ट-2 के तहत लगे ग्रुप सी और ग्रुप डी के कितने कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारी द हरियाणा कांट्रेक्चुअल इंप्लाइज (सिक्योरिटी ऑफ सर्विस) एक्ट, 2024 के तहत कवर होते हैं और कितने कवर नहीं होते हैं, की जानकारी दी जाए। ये दो सवाल उठाए 1. क्या एचएसएससी, एचपीएससी को उन पदों का आग्रह पत्र भेजा गया है, जिन पदों का आउटसोर्सिंग पॉलिसी पार्ट-2 के तहत कर्मचारी काम कर रहे हैं या नहीं कर रहे हैं? उनके पद के अनुसार पूरी जानकारी भेजी जाए। 2. जिन पदों पर कांट्रेक्चुअल कर्मचारी काम कर रहे हैं, अगर उन पदों के लिए कोई भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है तो वित्त विभाग से प्राप्त कारणों की स्वीकृति की सूचना दी जाए। 20 हजार पदों पर लटकी है तलवार हरियाणा सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत करीब 20 हजार भर्ती की हैं। अब नियमित भर्ती होने पर ग्रुप सी और डी के उन कर्मचारियों को हटाने के आदेश दिए गए हैं, जहां नियमित नए कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। ऐसे में अब इन कर्मचारियों की नौकरी पर तलवार लटकी हुई है। हालांकि सरकार अब इसको लेकर गंभीर है, वह प्रयास कर रही है कि विभागों से पूरी जानकारी आने के बाद इस मामले में कोई फैसला ले। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में बोले CM- पहलवानों के सहारे चुनाव में कांग्रेस:विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजने के बयान पर पलटवार, कहा- ऐसी राजनीति नहीं होनी चाहिए रविवार देर रात करनाल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे सीएम नायब सैनी ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कुछ दिन पहले पहलवान विनेश फोगाट को राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इस तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। ये लोग झूठ का सहारा इसलिए ले रहे हैं, क्योंकि इनकी राजनीतिक दुकान बंद हो गई है। अब ये संविधान खत्म होने जैसी अफवाह फैला रहे हैं और जनता को गुमराह कर रहे हैं। इनके पास अब जनता का समर्थन नहीं बचा है। इसलिए ये अब पहलवानों का सहारा ले रहे हैं। चंडीगढ़ जाते समय कार्यकर्ताओं से की मुलाकात आपको बता दें कि रविवार देर रात 9:30 बजे सीएम नायब सैनी पानीपत से चंडीगढ़ जाते समय करनाल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे। इस दौरान उन्होंने करीब 1 घंटे तक कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा की। टिकट वितरण पर दिया ये जवाब टिकट वितरण पर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हर बार निचले स्तर पर कार्यकर्ताओं की राय ली जाती है। उनकी राय से सही फीडबैक मिलता है और फिर सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर चुनाव लड़ते हैं। जिसका नाम कार्यकर्ता सुझाते हैं, उसे टिकट देकर मैदान में उतारा जाता है। करनाल विधानसभा से किसकी राय आई है, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता। कार्यकर्ताओं की राय का पालन किया जाएगा। विपक्ष द्वारा घोषणाई मुख्यमंत्री के कहने पर किया पलटवार मुख्यमंत्री को विपक्ष द्वारा घोषणाई मुख्यमंत्री कहे जाने पर उन्होंने कहा कि विपक्ष ने कभी इस तरह के काम नहीं किए, इसलिए उन्हें हमारी घोषणाएं अजीब लगती हैं। हम अपनी घोषणाओं को एक्ट बनाकर कैबिनेट से पास कर रहे हैं, ताकि वे कानूनी चुनौती से बच सकें।हमने 1.20 लाख युवाओं को सुरक्षित रोजगार देने का काम किया है, जबकि कांग्रेस के समय में भर्तियां पर्ची पर होती थीं और बाद में कोर्ट में चैलेंज हो जाती थी। सरकार से बढ़ी लोगों की अपेक्षाएं हरियाणा में कर्मचारियों के धरना-प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की अपेक्षाएं बढ़ गई हैं, क्योंकि उन्हें भरोसा है कि बीजेपी में काम हो रहे हैं। फिरौती मांगने वाले गैंगों पर सख्त रुख अपनाते हुए सीएम ने कहा कि सरकार ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है और प्रदेश का माहौल बिगड़ने नहीं दिया जाएगा।