स्वास्थ्य और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए नियमित अभ्यास जरूरी

स्वास्थ्य और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए नियमित अभ्यास जरूरी

लुधियाना|गुरु नानक खालसा कॉलेज फॉर वुमेन की एनएसएस इकाई ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत 16 जनवरी तक 7 दिवसीय एनएसएस शिविर आयोजित किया। शिविर में जागरूकता, महिला सशक्तिकरण और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई गतिविधियां आयोजित की गईं। शिविर का नेतृत्व एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. नीतू प्रकाश और सतवंत कौर ने किया, जबकि प्रिंसिपल डॉ. मनीता काहलों ने स्वयंसेवकों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की। पहले दिन पंजीकरण, समिति गठन और नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर प्रतिज्ञा दिलाई गई। नारा लेखन और कविता पाठ प्रतियोगिता के साथ हिंदी दिवस भी मनाया गया। दिन का समापन नशा मुक्त समाज बनाने के लिए समूह चर्चा से हुआ। दूसरे दिन स्वयंसेवकों ने पीएयू में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में नशा मुक्त भारत अभियान में हिस्सा लिया। इस दौरान वॉकथॉन का आयोजन हुआ और नशे के दुष्प्रभावों पर चर्चा की गई। तीसरे दिन महिला सशक्तिकरण को लेकर फिल्म लापता लेडीज की स्क्रीनिंग की गई। चौथे दिन योग सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें बीके सिस्टर ज्योत्सना ने प्रेरक व्याख्यान दिया। पारंपरिक नृत्य और जलपान के साथ लोहड़ी समारोह भी मनाया गया। प्रिंसिपल डॉ. मनीता काहलों ने कहा कि यह शिविर न केवल सामाजिक जिम्मेदारियों को समझने का अवसर देता है, बल्कि नशा मुक्त समाज के निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करता है। लुधियाना|गुरु नानक खालसा कॉलेज फॉर वुमेन की एनएसएस इकाई ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत 16 जनवरी तक 7 दिवसीय एनएसएस शिविर आयोजित किया। शिविर में जागरूकता, महिला सशक्तिकरण और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई गतिविधियां आयोजित की गईं। शिविर का नेतृत्व एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. नीतू प्रकाश और सतवंत कौर ने किया, जबकि प्रिंसिपल डॉ. मनीता काहलों ने स्वयंसेवकों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की। पहले दिन पंजीकरण, समिति गठन और नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर प्रतिज्ञा दिलाई गई। नारा लेखन और कविता पाठ प्रतियोगिता के साथ हिंदी दिवस भी मनाया गया। दिन का समापन नशा मुक्त समाज बनाने के लिए समूह चर्चा से हुआ। दूसरे दिन स्वयंसेवकों ने पीएयू में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में नशा मुक्त भारत अभियान में हिस्सा लिया। इस दौरान वॉकथॉन का आयोजन हुआ और नशे के दुष्प्रभावों पर चर्चा की गई। तीसरे दिन महिला सशक्तिकरण को लेकर फिल्म लापता लेडीज की स्क्रीनिंग की गई। चौथे दिन योग सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें बीके सिस्टर ज्योत्सना ने प्रेरक व्याख्यान दिया। पारंपरिक नृत्य और जलपान के साथ लोहड़ी समारोह भी मनाया गया। प्रिंसिपल डॉ. मनीता काहलों ने कहा कि यह शिविर न केवल सामाजिक जिम्मेदारियों को समझने का अवसर देता है, बल्कि नशा मुक्त समाज के निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करता है।   पंजाब | दैनिक भास्कर