हिमाचल प्रदेश में आज से मौसम करवट बदलेगा। प्रदेश में अगले 5 दिन तक बारिश-बर्फबारी के आसार है। मौसम विभाग के अनुसार, किन्नौर, लाहौल स्पीति, शिमला, सोलन व सिरमौर जिला के कुछेक क्षेत्रों में आज भी हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है। वहीं 16 जनवरी को पूरे प्रदेश में बारिश व बर्फबारी का पूर्वानुमान है। 17 और 18 जनवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) थोड़ा कमजोर पड़ेगा। मगर 19 जनवरी को फिर से WD ज्यादा स्ट्रांग होगा। इस दिन भी ज्यादातर क्षेत्रों में बादल बरसेंगे। 20 जनवरी को भी ऊंचे व मध्यम ऊंचाई वाले भागों में मौसम खराब रहेगा। जाहिर है कि बारिश-बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट आएगी। खासकर ऊंचे इलाकों में ठंड में इजाफा होगा। 4 जिलों में कोहरे का अलर्ट वहीं मैदानी जिले ऊना, हमीरपुर, मंडी और बिलासपुर में आज घने कोहरे का अलर्ट दिया गया है। इन चारों जिलों के कुछेक क्षेत्रों में दोपहर तक कोहरा लोगों को परेशान करेगा। हालांकि अगले कल से 5 दिन तक कोहरे से राहत मिलने के आसार है। जनवरी में नॉर्मल से 81 प्रतिशत कम बारिश-बर्फबारी प्रदेश में दिसंबर के आखिरी 2 सप्ताह में अच्छी बारिश और बर्फबारी जरू हुई है। मगर जनवरी में नाममात्र बादल बरसे है। 1 से 14 जनवरी के बीच प्रदेश में मात्र 4.8 मिलीमीटर बारिश-बर्फबारी हुई। जबकि इस अवधि में औसत 25.5 मिलीमीटर बादल बरसते है। यानी इस बार जनवरी में अब तक नॉर्मल से 81 प्रतिशत कम बारिश-बर्फबारी हुई है। हिमाचल प्रदेश में आज से मौसम करवट बदलेगा। प्रदेश में अगले 5 दिन तक बारिश-बर्फबारी के आसार है। मौसम विभाग के अनुसार, किन्नौर, लाहौल स्पीति, शिमला, सोलन व सिरमौर जिला के कुछेक क्षेत्रों में आज भी हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है। वहीं 16 जनवरी को पूरे प्रदेश में बारिश व बर्फबारी का पूर्वानुमान है। 17 और 18 जनवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) थोड़ा कमजोर पड़ेगा। मगर 19 जनवरी को फिर से WD ज्यादा स्ट्रांग होगा। इस दिन भी ज्यादातर क्षेत्रों में बादल बरसेंगे। 20 जनवरी को भी ऊंचे व मध्यम ऊंचाई वाले भागों में मौसम खराब रहेगा। जाहिर है कि बारिश-बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट आएगी। खासकर ऊंचे इलाकों में ठंड में इजाफा होगा। 4 जिलों में कोहरे का अलर्ट वहीं मैदानी जिले ऊना, हमीरपुर, मंडी और बिलासपुर में आज घने कोहरे का अलर्ट दिया गया है। इन चारों जिलों के कुछेक क्षेत्रों में दोपहर तक कोहरा लोगों को परेशान करेगा। हालांकि अगले कल से 5 दिन तक कोहरे से राहत मिलने के आसार है। जनवरी में नॉर्मल से 81 प्रतिशत कम बारिश-बर्फबारी प्रदेश में दिसंबर के आखिरी 2 सप्ताह में अच्छी बारिश और बर्फबारी जरू हुई है। मगर जनवरी में नाममात्र बादल बरसे है। 1 से 14 जनवरी के बीच प्रदेश में मात्र 4.8 मिलीमीटर बारिश-बर्फबारी हुई। जबकि इस अवधि में औसत 25.5 मिलीमीटर बादल बरसते है। यानी इस बार जनवरी में अब तक नॉर्मल से 81 प्रतिशत कम बारिश-बर्फबारी हुई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में JNV स्कूल में रैंगिंग-मारपीट:5 छात्रों के कान-आंख व मुंह पर आई चोटें; आधी रात कपड़े धुलाने को बोला, पैसे मांगने का आरोप शिमला जिला के अंतर्गत ज्वाहर नवोदय (JNV) विद्यालय ठियोग में सीनियर स्टूडेंट द्वारा जूनियर की रैगिंग और मारपीट का मामले सामने आया है। मारपीट से पांच बच्चों को कान, आंख और मुंह पर चोट आई है। सूचना के अनुसार, 13 जुलाई की रात करीब 11 बजे 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले पांच स्टूडेंट हॉस्टल में 10वीं क्लास के छात्रों के रूम में जाते हैं और जूनियर को कपड़े धोने को बोलते है। 10वीं कक्षा के कुछ छात्रों ने जब कपड़े धोने से इनकार कर दिया तो सीनियर छात्रों ने बारी-बारी जूनियर की पिटाई शुरू कर दी। रात 11 बजकर 24 मिनट पर दो छात्र हॉस्टल से भागे और स्कूल परिसर में लगे टेलिफोन बूथ से एक छात्र ने अपने पिता सुरेंद्र सिंह को फोन करके पूरी घटना की जानकारी दी। बेटे का फोन काटते ही सुरेंद्र सिंह ने इसकी जानकारी हाउस टीचर को दी। मगर हाउस टीचर छुट्टी पर थे। इसके बाद सुरेंद्र सिंह ने रात लगभग 11 बजकर 30 मिनट पर इसकी जानकारी स्कूल प्रिंसिपल संजीता शौनिक को दी। पांच मिनट में प्रिंसिपल ने खुद हॉस्टल पहुंचकर लड़ाई को रोका। सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सीनियर छात्र पैसे भी मांगते थे और 13 जुलाई की रात सीनियर स्टूडेंट ने जूनियर को कपड़े धोने को कहा। इस पर मारपीट हुई। एक अन्य छात्र के पिता नरेश ने बताया कि सीनियर छात्र कपड़े धोने को बोल रहे थे। इस वजह से मारपीट हुई है। हॉउस टीचर और हॉस्टल वॉर्डन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में रैगिंग और मारपीट की घटना के बाद सवाल हॉस्टल वार्डन और हाउस टीचर की कार्यप्रणाली को लेकर उठ रहे हैं, क्योंकि बोर्डिंग स्कूल में परिजन अपने बच्चों को कई कई महीने तक स्कूल प्रबंधन को भरोसे छोड़ते हैं। ऐसे में यदि परिजनों की गैर मौजूदगी में उनके बच्चों के साथ रैगिंग व मारपीट रोकना हॉस्टल वार्डन, हाउस टीचर और स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी बनती है। आधी रात जब 12वीं कक्षा के छात्र 10वीं के हॉस्टल में आते हैं तो हॉउस टीचर और हॉस्टल वार्डन कहां पर थे। यदि एक छात्र ने रात में अपने पिता को इसकी सूचना नहीं दी होती तो यह मारपीट के परिणाम और ज्यादा गंभीर हो सकते थे। परिजनों की शिकायत के बाद यह मामला सामने आने के बाद स्कूल प्रबंधन के हाथ-पांव फूल गए हैं। स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। तहसीलदार ठियोग ने खुद स्कूल पहुंचकर प्रबंधन व छात्रों के परिजनों के साथ मीटिंग की और जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी: प्रिंसिपल ज्वाहर नवोदय विद्यालय ठियोग की प्रिंसिपल संजीता शौनिक ने बताया कि उन्होंने हॉस्टल पहुंचकर लड़ाई को रोका है। दोषी छात्रों और वॉर्डन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासन और बच्चों के अभिभावकों से भी बातचीत की जा रही है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन क्लीन अप चलाकर सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में कोई भी छात्र स्कूल में रैगिंग और मारपीट की हिम्मत न कर पाए।
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हिमाचल में बंद होगी अयोग्य विधायकों की पेंशन:विधानसभा में संशोधन विधेयक पर आज चर्चा होगी; पूर्व में ली गई पेंशन-भत्ते की रिकवरी करेगी सरकार
हिमाचल में बंद होगी अयोग्य विधायकों की पेंशन:विधानसभा में संशोधन विधेयक पर आज चर्चा होगी; पूर्व में ली गई पेंशन-भत्ते की रिकवरी करेगी सरकार हिमाचल प्रदेश में संविधान के 10-शेड्यूल के तहत अयोग्य घोषित पूर्व विधायकों की पेंशन बंद करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने बीते कल विधानसभा के सदस्यों के भत्ते एवं पेंशन के लिए संशोधन विधेयक 2024 पर सदन में पेश किया है। आज इस पर चर्चा होगी। चर्चा के बाद इसे पास किया जाएगा। इस संशोधन के बाद गगरेट से पूर्व MLA चैतन्य शर्मा और कुटलैहड़ के पूर्व विधायक देवेंद्र कुमार भुट्टो की पेंशन बंद हो जाएगी। अब तक इनके द्वारा ली गई पेंशन व भत्तों की भी रिकवरी हो सकती है। धर्मशाला से सुधीर शर्मा, बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल, सुजानपुर से पूर्व विधायक राजेंद्र राणा और लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर की इस टर्म की पेंशन रुक जाएगी।प्रस्तावित बिल के अनुसार, जिन्हें संविधान के शेड्यूल-10 के हिसाब से अयोग्य घोषित किया गया है। उनसे 14वीं विधानसभा के कार्यकाल (दिसंबर 2022 से फरवरी 2024) की पेंशन व भत्तों की रिकवरी भी की जा सकती है। इन्होंने पार्टी व्हिप का किया था उलंघन बता दें कि बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 पूर्व विधायकों ने क्रॉस वोट किया था। इससे सत्तारूढ़ कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी राज्यसभा चुनाव हार गए और बीजेपी के हर्ष महाजन चुनाव जीते। क्रॉस वोट के बाद इन पर पार्टी व्हिप के उलंघन के आरोप लगे। इसकी सुनवाई के बाद स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें संविधान के शेड्यूल-10 के तहत अयोग्य घोषित किया। चैतन्य-भुट्टो पहली बार चुने गए थे, इसलिए पेंशन बंद कांग्रेस के 6 बागियों में चैतन्य शर्मा और देवेंद्र भुट्टो पहली बार विधायक बने थे। अयोग्य घोषित होने के बाद सरकार इनकी पेंशन बंद करने की तैयारी में है। 4 अन्य की इस टर्म की पेंशन तो बंद होगी, लेकिन पहले के टर्म की पेंशन मिलती रहेगी। क्योंकि सुधीर, इंद्रतदत्त लखनपाल, राजेंद्र राणा और रवि ठाकुर पहले भी कई कई बार विधायक रह चुके हैं। इनकी सीटों पर हो चुके उप चुनाव इन 6 विधायकों की सीटों पर उप चुनाव भी हो चुके हैं। क्रॉस वोट करने वाले सभी पूर्व विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा। इनमें 4 विधायक जो दिसंबर 2022 में 5 साल के लिए चुन कर आए थे, जनता ने उन्हें उप चुनाव में घर बैठा दिया है। सुधीर शर्मा और इंद्र दत्त लखनपाल ही चुनाव जीत पाए हैं। संशोधन विधेयक पास कराने में नहीं होगी कठिनाई विधानसभा में विधेयक पारित होने पर इन विधायकों का 14वीं विधानसभा का कार्यकाल अवैध घोषित हो जाएगा। कांग्रेस इसे आसानी से पास भी करवा देगी, क्योंकि 68 विधायकों वाली हिमाचल विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 विधायक है। इससे संशोधन बिल पास कराने में दिक्कत नहीं होगी।