बेटियों के लोहड़ी मेले की गागर गायक कमल खान को भेंट की

बेटियों के लोहड़ी मेले की गागर गायक कमल खान को भेंट की

भास्कर न्यूज | लुधियाना सतलुज क्लब लुधियाना की उत्तर भारत में एक अलग पहचान है जो डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल के योग्य संरक्षण में हमारी विरासत से संबंधित समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और त्यौहार आयोजित करते हैं। इसी शृंखला में लोहड़ी पर्व पूरे खुशियों भरे माहौल में मनाया गया। इसमें क्लब के महासचिव डॉ. अजीत चावला, सांस्कृतिक सचिव हरकेश मित्तल, उपाध्यक्ष संजय कपूर, वित्त सचिव ध्रुव अग्रवाल, बार सचिव भूपिंदर देव, मेस सचिव मनिंदर बेदी, कार्यकारी सदस्य सुरिंदर बेदी, नेहा जैन कार्यक्रम प्रभारी, डॉ. अलका डोगरा और 28 साल से धीयां की लोहड़ी मनाते आ रहे मालवा सांस्कृतिक मंच पंजाब के अध्यक्ष कृष्ण कुमार बावा ने बेटियों की लोहड़ी मेले के सभी पदाधिकारियों के साथ सूफी गायक कमल खान को बेटियों के लोहड़ी मेले की गागर भेंट की। इस समय बावा ने कहा कि लोहड़ी का त्योहार (बेटी-बेटे) समान हर्षोल्लास से मनाना चाहिए क्योंकि बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं हैं। भगवान ने किसी भी प्राणी को इस धरती पर भेजते समय कोई भेदभाव नहीं किया, तो हमें भी उस परमात्मा की रजा में रहना चाहिए। भास्कर न्यूज | लुधियाना सतलुज क्लब लुधियाना की उत्तर भारत में एक अलग पहचान है जो डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल के योग्य संरक्षण में हमारी विरासत से संबंधित समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और त्यौहार आयोजित करते हैं। इसी शृंखला में लोहड़ी पर्व पूरे खुशियों भरे माहौल में मनाया गया। इसमें क्लब के महासचिव डॉ. अजीत चावला, सांस्कृतिक सचिव हरकेश मित्तल, उपाध्यक्ष संजय कपूर, वित्त सचिव ध्रुव अग्रवाल, बार सचिव भूपिंदर देव, मेस सचिव मनिंदर बेदी, कार्यकारी सदस्य सुरिंदर बेदी, नेहा जैन कार्यक्रम प्रभारी, डॉ. अलका डोगरा और 28 साल से धीयां की लोहड़ी मनाते आ रहे मालवा सांस्कृतिक मंच पंजाब के अध्यक्ष कृष्ण कुमार बावा ने बेटियों की लोहड़ी मेले के सभी पदाधिकारियों के साथ सूफी गायक कमल खान को बेटियों के लोहड़ी मेले की गागर भेंट की। इस समय बावा ने कहा कि लोहड़ी का त्योहार (बेटी-बेटे) समान हर्षोल्लास से मनाना चाहिए क्योंकि बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं हैं। भगवान ने किसी भी प्राणी को इस धरती पर भेजते समय कोई भेदभाव नहीं किया, तो हमें भी उस परमात्मा की रजा में रहना चाहिए।   पंजाब | दैनिक भास्कर