चरखी दादरी में माइनिंग में रातभर पहरा:MLA की मौजूदगी में हटवाएंगे मालवा, ग्रामीण बोले- मशीन और व्यक्ति दबे होने की आशंका

चरखी दादरी में माइनिंग में रातभर पहरा:MLA की मौजूदगी में हटवाएंगे मालवा, ग्रामीण बोले- मशीन और व्यक्ति दबे होने की आशंका

चरखी दादरी में ग्रामीणों को मलबे के नीचे मशीन के साथ व्यक्ति के दबे होने की आशंका है। कंपनी के लोग रात के समय वहां कुछ गड़बड़ ना कर सके इसके लिए ग्राम पंचायत की ओर से माइनिंग क्षेत्र में रात के समय पहरा दिया गया है। वहीं आज विधायक की मौजूदगी में पहाड़ से जो मिट्‌टी व पत्थर खिसके हैं उनको हटवाया जाएगा ताकि पूरी स्थिति स्पष्ट हो सके। कंपनी पर अवैध माइनिंग के आरोप
बुधवार शाम को पिचौपा कलां माइनिंग क्षेत्र में पहाड़ी खिसकने का मामला सामने आया था। पहाड़ी खिसकने का लाइव विडियो भी ग्रामीणों ने बनाया था जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दो सप्ताह के दौरान पहाड़ खिसकने की दूसरी घटना सामने आने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। जिसके चलते वीरवार सुबह ही ग्रामीण माइनिंग क्षेत्र मे पहुंचे और माइनिंग कंपनी, माइनिंग विभाग, प्रशासन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष जताया। इस दौरान ग्रामीणों ने माइनिंग कंपनी पर अवैध माइनिंग के आरोप लगाए और इस पर रोक लगाने की मांग की। ग्रामीणों ने आशंका जताई की पहाड़ खिसकने से मिट्‌टी व पत्थरों के नीचे मशीन व व्यक्ति दबे हो सकते हैं। ग्रामीणों ने नीचे जाकर मौके का निरीक्षण किया। लेकिन कंपनी के कर्मचारियों ने सुरक्षा का हवाला देकर ग्रामीणों का रास्ता रोक दिया और इस दौरान ग्रामीणों के साथ कहासुनी भी हुई और बाद में पुलिस के सामने ही बात हाथापाई तक क पहुंच गई थी और ग्रामीण दिनभर वहां डटे रहे व प्रशासनिक अधिकारियों के मौके पर पहुंचने का इंतजार किया। रात को दिया पहरा
पिचौपा कलां के सरपंच प्रतिनिधि अशोक कुमार ने बताया कि ग्रामीणों को पुख्ता जानकारी मिली है कि पहाड़ के मलबे के नीचे अभी भी एक मशीन दबी हुई है। वहीं ग्रामीणों को शक है कि मशीन पर एकदम से मलबा गिरा है तो मशीन के साथ व्यक्ति भी हो सकता है। ग्रामीण दिनभर वहां मौजूद होने के कारण कंपनी के लोग वहां कुछ कार्रवाई नहीं कर सके। कंपनी के लोग रात के समय गड़बड़ी ना करे इसके लिए ग्राम पंचायत ने करीब दस लोगों को वहां रात्रि पहरे पर बैठाया। विधायक की मौजूदगी में हटेगा मलबा
सरपंच प्रतिनिधि अशोक कुमार ने बताया कि मामले को लेकर बाढ़ड़ा विधायक उमेद सिंह पातुवास से बात की गई थी लेकिन वे चंडीगढ़ होने के कारण आ नहीं सके थे। सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि उन्हें आश्वासन दिया गया है कि विधायक व अधिकारियों की मौजूदगी में पहाड़ के मलबे को हटाया जाएगा और जो भी मशीन या कुछ अन्य वहां दबा है उसे बाहर निकाला जाएगा। ग्रामीणों को व्यक्ति दबे होने का पूरा शक
बुधवार शाम को पहाड़ी खिसकने के बाद से ही ग्रामीण मशीनों व व्यक्ति के दबे होने की आशंका जता रहे थे। वीरवार को दोपहर के समय एकाएक जब माइनिंग क्षेत्र में एम्बुलेंस व फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां वहां पहुंची तो ग्रामीणों को शक गहरा गया और वे दिनभर वहीं डटे रहे और रात के समय भी पहरा दिया। आज मलबा हटाने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
पहाड़ के रास्ते के समीप आग जलाकर बैठे
सरपंच प्रतिनिधि अशोक कुमार व पंच ऋषिपाल ने बताया कि ग्रामीण माइनिंग क्षेत्र में नीचे जाने वाले रास्ते के समीप कड़कड़ाती ठंड में आग जलाकर बैठे रहे। ग्रामीण रास्ते के समीप ही पहरे पर रहे ताकि मशीन या दूसरा वाहन नीचे जाए या वहां पर कोई हलचल हो तो तुरंत इसकी भनक लग जाए। उन्होंने बताया कि ठंड का मौसम होने के कारण दस लोग ही पहरा देने पहुंचे लेकिन गांव में ग्रामीणों को अलर्ट मोड पर रखा गया ताकि कुछ घटनाक्रम होने पर तुरंत एक कॉल पर बुलाया जा सके। चरखी दादरी में ग्रामीणों को मलबे के नीचे मशीन के साथ व्यक्ति के दबे होने की आशंका है। कंपनी के लोग रात के समय वहां कुछ गड़बड़ ना कर सके इसके लिए ग्राम पंचायत की ओर से माइनिंग क्षेत्र में रात के समय पहरा दिया गया है। वहीं आज विधायक की मौजूदगी में पहाड़ से जो मिट्‌टी व पत्थर खिसके हैं उनको हटवाया जाएगा ताकि पूरी स्थिति स्पष्ट हो सके। कंपनी पर अवैध माइनिंग के आरोप
बुधवार शाम को पिचौपा कलां माइनिंग क्षेत्र में पहाड़ी खिसकने का मामला सामने आया था। पहाड़ी खिसकने का लाइव विडियो भी ग्रामीणों ने बनाया था जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दो सप्ताह के दौरान पहाड़ खिसकने की दूसरी घटना सामने आने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। जिसके चलते वीरवार सुबह ही ग्रामीण माइनिंग क्षेत्र मे पहुंचे और माइनिंग कंपनी, माइनिंग विभाग, प्रशासन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष जताया। इस दौरान ग्रामीणों ने माइनिंग कंपनी पर अवैध माइनिंग के आरोप लगाए और इस पर रोक लगाने की मांग की। ग्रामीणों ने आशंका जताई की पहाड़ खिसकने से मिट्‌टी व पत्थरों के नीचे मशीन व व्यक्ति दबे हो सकते हैं। ग्रामीणों ने नीचे जाकर मौके का निरीक्षण किया। लेकिन कंपनी के कर्मचारियों ने सुरक्षा का हवाला देकर ग्रामीणों का रास्ता रोक दिया और इस दौरान ग्रामीणों के साथ कहासुनी भी हुई और बाद में पुलिस के सामने ही बात हाथापाई तक क पहुंच गई थी और ग्रामीण दिनभर वहां डटे रहे व प्रशासनिक अधिकारियों के मौके पर पहुंचने का इंतजार किया। रात को दिया पहरा
पिचौपा कलां के सरपंच प्रतिनिधि अशोक कुमार ने बताया कि ग्रामीणों को पुख्ता जानकारी मिली है कि पहाड़ के मलबे के नीचे अभी भी एक मशीन दबी हुई है। वहीं ग्रामीणों को शक है कि मशीन पर एकदम से मलबा गिरा है तो मशीन के साथ व्यक्ति भी हो सकता है। ग्रामीण दिनभर वहां मौजूद होने के कारण कंपनी के लोग वहां कुछ कार्रवाई नहीं कर सके। कंपनी के लोग रात के समय गड़बड़ी ना करे इसके लिए ग्राम पंचायत ने करीब दस लोगों को वहां रात्रि पहरे पर बैठाया। विधायक की मौजूदगी में हटेगा मलबा
सरपंच प्रतिनिधि अशोक कुमार ने बताया कि मामले को लेकर बाढ़ड़ा विधायक उमेद सिंह पातुवास से बात की गई थी लेकिन वे चंडीगढ़ होने के कारण आ नहीं सके थे। सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि उन्हें आश्वासन दिया गया है कि विधायक व अधिकारियों की मौजूदगी में पहाड़ के मलबे को हटाया जाएगा और जो भी मशीन या कुछ अन्य वहां दबा है उसे बाहर निकाला जाएगा। ग्रामीणों को व्यक्ति दबे होने का पूरा शक
बुधवार शाम को पहाड़ी खिसकने के बाद से ही ग्रामीण मशीनों व व्यक्ति के दबे होने की आशंका जता रहे थे। वीरवार को दोपहर के समय एकाएक जब माइनिंग क्षेत्र में एम्बुलेंस व फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां वहां पहुंची तो ग्रामीणों को शक गहरा गया और वे दिनभर वहीं डटे रहे और रात के समय भी पहरा दिया। आज मलबा हटाने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
पहाड़ के रास्ते के समीप आग जलाकर बैठे
सरपंच प्रतिनिधि अशोक कुमार व पंच ऋषिपाल ने बताया कि ग्रामीण माइनिंग क्षेत्र में नीचे जाने वाले रास्ते के समीप कड़कड़ाती ठंड में आग जलाकर बैठे रहे। ग्रामीण रास्ते के समीप ही पहरे पर रहे ताकि मशीन या दूसरा वाहन नीचे जाए या वहां पर कोई हलचल हो तो तुरंत इसकी भनक लग जाए। उन्होंने बताया कि ठंड का मौसम होने के कारण दस लोग ही पहरा देने पहुंचे लेकिन गांव में ग्रामीणों को अलर्ट मोड पर रखा गया ताकि कुछ घटनाक्रम होने पर तुरंत एक कॉल पर बुलाया जा सके।   हरियाणा | दैनिक भास्कर