अमृतसर| चीफ खालसा दीवान की ओर से सिखों के किरदार को गलत ढंग से पेश करने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ के रिलीज का विरोध किया है। सीकेडी के प्रधान डा. इंदरबीर सिंह निज्जर और आनरेरी सचिव सविंदर सिंह कत्थुनंगल ने कहा कि सिख इतिहास के सुनहरी पन्ने गुरुओं और शहीदों की कुर्बानियों के साथ भरे हुए हैं। परंतु हमेशा से ही सिख विरोधी और पंजाबी विरोधी बयान के कारण विवादों में रहने वाली सांसद कंगना रनौत की रिलीज होने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ में एक बार फिर से सिख इतिहास को गलत ढंग से पेश करके सिखों के किरदार को बदनाम किया गया है। प्रधान निज्जर ने कहा कि सरकार को फिल्म पर तुरंत पाबंदी लगा देनी चाहिए। अमृतसर| चीफ खालसा दीवान की ओर से सिखों के किरदार को गलत ढंग से पेश करने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ के रिलीज का विरोध किया है। सीकेडी के प्रधान डा. इंदरबीर सिंह निज्जर और आनरेरी सचिव सविंदर सिंह कत्थुनंगल ने कहा कि सिख इतिहास के सुनहरी पन्ने गुरुओं और शहीदों की कुर्बानियों के साथ भरे हुए हैं। परंतु हमेशा से ही सिख विरोधी और पंजाबी विरोधी बयान के कारण विवादों में रहने वाली सांसद कंगना रनौत की रिलीज होने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ में एक बार फिर से सिख इतिहास को गलत ढंग से पेश करके सिखों के किरदार को बदनाम किया गया है। प्रधान निज्जर ने कहा कि सरकार को फिल्म पर तुरंत पाबंदी लगा देनी चाहिए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में पुलिस कमिश्नर का एक्शन:सिविल कर्मियों का होगा ड्रेस कोड; नहीं पहनेंगे टी-शर्ट,स्पोटर्स शूज;फार्मल पैंट-शर्ट और सलवार-सूट किया लाजमी
लुधियाना में पुलिस कमिश्नर का एक्शन:सिविल कर्मियों का होगा ड्रेस कोड; नहीं पहनेंगे टी-शर्ट,स्पोटर्स शूज;फार्मल पैंट-शर्ट और सलवार-सूट किया लाजमी पंजाब के लुधियाना में नए पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने कार्यभार संभालने के कुछ ही दिनों बाद विभाग के सभी प्रशासनिक कर्मचारियों के लिए औपचारिक ड्रेस कोड लागू करने का सख्त निर्देश जारी किया है। CP के अनुसार इस कदम का उद्देश्य पुलिस बल के लोकाचार के अनुरूप कार्यालय स्थानों में अनुशासन, व्यावसायिकता और शिष्टाचार को बनाए रखना है। 1 अप्रैल से प्रभावी हुए ऑर्डर यह निर्देश 1 अप्रैल से प्रभावी हो गया है और प्रशासनिक कार्यों में लगे सभी कर्मियों पर लागू होता है। आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि कार्यालय में काम करने वाले कई कर्मचारी अक्सर जींस, टी-शर्ट और स्पोर्ट्स शूज जैसे कैजुअल परिधान पहने हुए देखे जाते थे, जिसे पुलिस विभाग जैसे अनुशासित बल के लिए अनुचित माना जाता था। पुरुष कर्मचारियों को औपचारिक फारर्मल पैंट-शर्ट पहनना आवश्यक है, जबकि महिला कर्मचारियों को दुपट्टे के साथ सलवार सूट पहने। निर्णय के पीछे के तर्क को समझाते हुए, CP स्वप्न शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि यह अपनी डयूटी में एक अनुशासन होना नैतिकता है। एक अनुशासित बल के रूप में, ड्यूटी के दौरान शालीनता बनाए रखना आवश्यक है, चाहे वह फील्ड में हो या ऑफिस के अंदर। कार्यालय स्थानों में व्यावसायिकता को मजबूत करने के लिए उठाया कदम यह देखा गया कि प्रशासनिक कर्मचारी अक्सर कैजुअल पोशाक पहनते हैं, जिसमें जींस और टी-शर्ट शामिल हैं, जो सरकारी अधिकारियों से अपेक्षित मानकों को नहीं दर्शाते हैं। इस कारण जैसा हमारा कार्य है उसी तरह की हमें ड्यूटी दौरान पोशाक पहननी चाहिए। यह कदम कार्यालय स्थानों में व्यावसायिकता को मजबूत करने के लिए उठाया जा रहा है। नए ड्रेस कोड से पुलिस विभाग के कर्मचारियों में अनुशासन, एकरूपता और औपचारिकता की भावना पैदा होने की उम्मीद है, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि उनकी पोशाक उनकी भूमिकाओं की अखंडता और गंभीरता को दर्शाती है। आने वाले दिनों में विभाग के भीतर और भी प्रशासनिक बदलाव और संरचनात्मक सुधार होने की उम्मीद है।

जालंधर में होगा खेडां वतन पंजाब दियां-2024:ADC ने दिए व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश, ऑनलाइन किए जा सकेंगे आवेदन
जालंधर में होगा खेडां वतन पंजाब दियां-2024:ADC ने दिए व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश, ऑनलाइन किए जा सकेंगे आवेदन पंजाब के जालंधर में एडीसी डॉ. अमित महाजन ने आज अधिकारियों को ‘खेडां वतन पंजाब दियां-2024’ के तहत जिले में होने वाली ब्लॉक, जिला और राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के लिए पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। एडीसी ग्रामीण विकास लखविंदर सिंह रंधावा, एसडीएम बलबीर राज सिंह और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान महाजन ने कहा कि ‘खेडां वतन पंजाब दियां-2024’ के तहत जिले में 1 से 10 सितंबर तक ब्लॉक स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं और 15 से 22 सितंबर तक जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इसके बाद 11 अक्टूबर से 9 नवंबर तक राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि खेल प्रतियोगिता को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पहले से ही सुनिश्चित कर ली जाएं ताकि खेल आयोजन सुचारू रूप से हो सके। रहने, खाने सहित सभी सुविधाएं सुनिश्चित जाएंगी एडीसी महाजन ने कहा- खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के रहने, खाने-पीने, सुरक्षा, मेडिकल टीम, परिवहन आदि सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं पहले से ही सुनिश्चित कर ली जाएगी, ताकि खिलाड़ियों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि इन खेल प्रतियोगिताओं में अंडर 14, 17, 21 के अलावा विभिन्न आयु वर्ग 21-30, 31-40, 41-50, 51-60 तथा 61-70 तथा 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के प्रतिभागियों को भाग ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि ब्लॉक स्तरीय खेल मुकाबलों में भाग लेने के लिए खिलाड़ी 28 अगस्त तक पंजाब सरकार के विशेष पोर्टल eservices.punjab.gov.in पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। जबकि जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के लिए 14 सितंबर और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के लिए 10 अक्टूबर तक पंजीकरण कराया जा सकता है।

दोबारा से राजनीति में वापसी कर रहा सिद्धू परिवार:नवजोत कौर कर रही बैठकें; बोलीं- टिकट मिला तो लड़ेंगी चुनाव
दोबारा से राजनीति में वापसी कर रहा सिद्धू परिवार:नवजोत कौर कर रही बैठकें; बोलीं- टिकट मिला तो लड़ेंगी चुनाव 2022 विधानसभा चुनावों में हार का सामना करने के बाद राजनीति से दूरी बना चुके पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू का परिवार एक बार फिर राजनीति में सरगर्म नजर आ रहा है। सिद्धू जहां छोटे पर्दे पर सक्रिय हुए हैं। उनकी पत्नी नवजोत कौर अमृतसर ईस्ट हलके में दोबारा से सरगर्म होती दिख रही हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि सिद्धू खुद तो नहीं, लेकिन उनकी पत्नी नवजोत कौर चुनावी अखाड़े में उतर सकती हैं। दरअसल, नवजोत कौर कुछ दिनों से लगातार अमृतसर ईस्ट में अपने कांग्रेसी वर्करों से मुलाकात कर रही हैं। इतना ही नहीं, नुक्कड़ छोटी-छोटी बैठकों में भी भाग ले रही हैं। बीते दिन उन्होंने नरेश चौहान और उनके परिवार से मुलाकात की। वहीं, उन्होंने वार्ड इंचार्जों से भी बैठक की है। इतना ही नहीं, उन्होंने वल्ला कोर कमेटी से भी मुलाकात की है। नवजोत कौर बोलीं- कांग्रेस टिकट देती हैं तो वह पीछे नहीं हटेंगी 2022 में हार के बाद वह पहली बार इतना खुलकर व लगातार बैठकें कर रही हैं। कुछ दिनों से सक्रिय हुई डॉ. नवजोत कौर ने इस दौरान मीडिया से भी मुलाकात की। जहां उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस टिकट देती हैं तो वह पीछे नहीं हटेंगी। जिससे साफ होता है कि अगर कांग्रेस चाहे तो वह दोबारा से एक्टिव हो सकती हैं। नवजोत सिंह सिद्धू की दूरी अभी भी बरकरार नवजोत कौर पहले भी स्पष्ट कर चुकी हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू ने उनकी सेहत के कारण राजनीति से दूरी बनाई थी। जब उन्हें कैंसर से मुक्ति मिली तो उन्होंने कमेंटरी की तरफ रुख किया। लेकिन इस दौरान नवजोत कौर ने एक बार भी ये स्पष्ट नहीं किया कि नवजोत सिंह सिद्धू खुद राजनीति में वापसी करेंगे या नहीं। लेकिन ये कहा कि जल्द ही नवजोत सिंह सिद्धू मीडिया के सामने एक बड़ा ऐलान कर सकते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू का क्रिकेट से राजनीति तक का सफर नवजोत सिंह सिद्धू 1983 से 1999 तक भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कमेंट्री और टीवी शो में भाग लिया, जिससे उन्हें “सिक्सर सिद्धू” और “शेरी पाजी” जैसे उपनाम मिले। 2004 में उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरू किया: कांग्रेस में शामिल होना डॉक्टर से राजनीति में आईं नवजोत कौर डॉ. नवजोत कौर सिद्धू पेशे से चिकित्सक हैं और पंजाब स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत थीं। जनवरी 2012 में उन्होंने सरकारी सेवा से इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखा।