महाकुंभ में 23 महामंडलेश्वर बनाए गए:अनिरुद्धाचार्य बोले- योगी ने जो कर दिया वो सबके बस का नहीं, आज विश्व मोहन भट्‌ट का परफॉर्मेंस

महाकुंभ में 23 महामंडलेश्वर बनाए गए:अनिरुद्धाचार्य बोले- योगी ने जो कर दिया वो सबके बस का नहीं, आज विश्व मोहन भट्‌ट का परफॉर्मेंस

महाकुंभ का आज पांचवां दिन है। चौथे दिन 30 लाख से ज्यादा भक्तों ने डुबकी लगाई। वहीं अब तक टोटल 7 करोड़ लोगों ने में स्नान किया है। आज गंगा पंडाल में रवि किशन और पद्म भूषण विश्व मोहन भट्‌ट की परफॉर्मेंस है। गुरुवार देर रात बॉलीवुड सिंगर शंकर महादेवन ने प्रस्तुति दी। गंगा पंडाल में हो रहे ‘संस्कृति का संगम’ कार्यक्रम में शंकर महादेवन ने ‘चलो कुंभ चलें.. गीत से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा- CM योगी ने मात्र 4 महीने में महाकुंभ नगर बसा दिया। उसमें श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं की। एक शहर बसा दिया, ये सबके बस का खेल नहीं। पूरे मेला क्षेत्र की किसी व्यवस्था में कोई कमी नहीं है। गुरुवार को संगम की रेती पर 3 अखाड़ों में 23 महामंडलेश्वर बनाए गए, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। जूना अखाड़े में गुजरात के रामानंद गिरि उर्फ रामबाबू, मनीषा नंद गिरि और स्नेहानंद गिरि को महामंडलेश्वर बनाया गया। ये दोनों महिलाएं 20 वर्षों से संन्यासिनी हैं और स्वामी जय अंबा गिरि की प्रेरणा से संन्यास मार्ग पर आईं। किन्नर अखाड़े में स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के नेतृत्व में 18 संतों को महामंडलेश्वर और अन्य पद सौंपे गए। इनमें पुरुष, महिलाएं और किन्नर शामिल हैं। नागा संन्यासी महानिर्वाणी अखाड़े में भी दो संतों को महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई। महाकुंभ के पल-पल की अपडेट्स और वीडियो के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… महाकुंभ का आज पांचवां दिन है। चौथे दिन 30 लाख से ज्यादा भक्तों ने डुबकी लगाई। वहीं अब तक टोटल 7 करोड़ लोगों ने में स्नान किया है। आज गंगा पंडाल में रवि किशन और पद्म भूषण विश्व मोहन भट्‌ट की परफॉर्मेंस है। गुरुवार देर रात बॉलीवुड सिंगर शंकर महादेवन ने प्रस्तुति दी। गंगा पंडाल में हो रहे ‘संस्कृति का संगम’ कार्यक्रम में शंकर महादेवन ने ‘चलो कुंभ चलें.. गीत से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा- CM योगी ने मात्र 4 महीने में महाकुंभ नगर बसा दिया। उसमें श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं की। एक शहर बसा दिया, ये सबके बस का खेल नहीं। पूरे मेला क्षेत्र की किसी व्यवस्था में कोई कमी नहीं है। गुरुवार को संगम की रेती पर 3 अखाड़ों में 23 महामंडलेश्वर बनाए गए, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। जूना अखाड़े में गुजरात के रामानंद गिरि उर्फ रामबाबू, मनीषा नंद गिरि और स्नेहानंद गिरि को महामंडलेश्वर बनाया गया। ये दोनों महिलाएं 20 वर्षों से संन्यासिनी हैं और स्वामी जय अंबा गिरि की प्रेरणा से संन्यास मार्ग पर आईं। किन्नर अखाड़े में स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के नेतृत्व में 18 संतों को महामंडलेश्वर और अन्य पद सौंपे गए। इनमें पुरुष, महिलाएं और किन्नर शामिल हैं। नागा संन्यासी महानिर्वाणी अखाड़े में भी दो संतों को महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई। महाकुंभ के पल-पल की अपडेट्स और वीडियो के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर