महाकुंभ का आज पांचवां दिन है। चौथे दिन 30 लाख से ज्यादा भक्तों ने डुबकी लगाई। वहीं अब तक टोटल 7 करोड़ लोगों ने में स्नान किया है। आज गंगा पंडाल में रवि किशन और पद्म भूषण विश्व मोहन भट्ट की परफॉर्मेंस है। गुरुवार देर रात बॉलीवुड सिंगर शंकर महादेवन ने प्रस्तुति दी। गंगा पंडाल में हो रहे ‘संस्कृति का संगम’ कार्यक्रम में शंकर महादेवन ने ‘चलो कुंभ चलें.. गीत से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा- CM योगी ने मात्र 4 महीने में महाकुंभ नगर बसा दिया। उसमें श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं की। एक शहर बसा दिया, ये सबके बस का खेल नहीं। पूरे मेला क्षेत्र की किसी व्यवस्था में कोई कमी नहीं है। गुरुवार को संगम की रेती पर 3 अखाड़ों में 23 महामंडलेश्वर बनाए गए, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। जूना अखाड़े में गुजरात के रामानंद गिरि उर्फ रामबाबू, मनीषा नंद गिरि और स्नेहानंद गिरि को महामंडलेश्वर बनाया गया। ये दोनों महिलाएं 20 वर्षों से संन्यासिनी हैं और स्वामी जय अंबा गिरि की प्रेरणा से संन्यास मार्ग पर आईं। किन्नर अखाड़े में स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के नेतृत्व में 18 संतों को महामंडलेश्वर और अन्य पद सौंपे गए। इनमें पुरुष, महिलाएं और किन्नर शामिल हैं। नागा संन्यासी महानिर्वाणी अखाड़े में भी दो संतों को महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई। महाकुंभ के पल-पल की अपडेट्स और वीडियो के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… महाकुंभ का आज पांचवां दिन है। चौथे दिन 30 लाख से ज्यादा भक्तों ने डुबकी लगाई। वहीं अब तक टोटल 7 करोड़ लोगों ने में स्नान किया है। आज गंगा पंडाल में रवि किशन और पद्म भूषण विश्व मोहन भट्ट की परफॉर्मेंस है। गुरुवार देर रात बॉलीवुड सिंगर शंकर महादेवन ने प्रस्तुति दी। गंगा पंडाल में हो रहे ‘संस्कृति का संगम’ कार्यक्रम में शंकर महादेवन ने ‘चलो कुंभ चलें.. गीत से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा- CM योगी ने मात्र 4 महीने में महाकुंभ नगर बसा दिया। उसमें श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं की। एक शहर बसा दिया, ये सबके बस का खेल नहीं। पूरे मेला क्षेत्र की किसी व्यवस्था में कोई कमी नहीं है। गुरुवार को संगम की रेती पर 3 अखाड़ों में 23 महामंडलेश्वर बनाए गए, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। जूना अखाड़े में गुजरात के रामानंद गिरि उर्फ रामबाबू, मनीषा नंद गिरि और स्नेहानंद गिरि को महामंडलेश्वर बनाया गया। ये दोनों महिलाएं 20 वर्षों से संन्यासिनी हैं और स्वामी जय अंबा गिरि की प्रेरणा से संन्यास मार्ग पर आईं। किन्नर अखाड़े में स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के नेतृत्व में 18 संतों को महामंडलेश्वर और अन्य पद सौंपे गए। इनमें पुरुष, महिलाएं और किन्नर शामिल हैं। नागा संन्यासी महानिर्वाणी अखाड़े में भी दो संतों को महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई। महाकुंभ के पल-पल की अपडेट्स और वीडियो के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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‘डॉ. अनुज सरकारी के आगे नतमस्तक गोरखपुर पुलिस’:भाजपा MLC देवेंद्र सिंह की मांग- डॉक्टर की संपत्ति की ED जांच हो, अमिताभ ठाकुर ने दी चेतावनी गोरखपुर में सिपाही पंकज कुमार और डॉक्टर अनुज सरकारी के बीच हुई मारपीट के मामले में पुलिस की एक तरफा कार्रवाई से अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में जहां राष्ट्रीय अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रिटायर्ड IPS अमिताभ ठाकुर ने पुलिस को खुली चेतावनी दी है कि अगर तीन दिनों के अंदर डॉक्टर के खिलाफ केस नहीं दर्ज हुआ तो वे कैंट थाना के सामने अनिश्चित काल के लिए धरने पर बैठेंगे। बावजूद इसके गोरखपुर पुलिस डॉक्टर की पहुंच के आगे नतमस्तक बनी दिख रही है। जबकि, दूसरी तरफ डॉक्टर पर केस दर्ज कराने के लिए अधिवक्ताओं ने बुधवार को कोर्ट में बीएनएस 175 (3) के तहत मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) के यहां प्रार्थना पत्र डाला है। इसमें सुनवाई 15 अक्तूबर को होनी है। इसको लेकर कोर्ट ने कैंट थाने से केस की रिपोर्ट मांगी थी। जिसे कैंट पुलिस तैयार कर रही है। सुनवाई वाले दिन पुलिस कोर्ट के सामने रिपोर्ट पेश करेगी। इसके बादकेस में आगे क्या होना है यह कोर्ट फैसला करेगी। डॉक्टर की संपत्तियों की ED से जांच कराने की मांग
इतना ही नहीं, सोशल मीडिया से लगाए हर जगह डॉक्टर के खिलाफ लोग लामबंद हो रहे हैं। गुरुवार को भाजपा MLC देवेंद्र प्रताप सिंह ने दिल्ली प्रवर्तन निदेशालय निदेशक (ED) के नाम पत्र लिखकर डॉक्टर अनुज सरकारी और उनके परिवार के संपत्ति की जांच ED से कराने की मांग की। पत्र में लिखा है कि डॉक्टर ने गैस्ट्रो लीवर हॉस्पिटल का संचालन कर मरीजों से मनमानी फीस ली जा रही है। सरकारी एवं उनके परिवारिक सदस्यों के नाम 200 करोड़ से अधिक की अचल संपत्तियां हैं। इतनी संपत्ति केवल टैक्स चोरी करके ही संभव है। सिपाही पर केस दर्ज हुआ, लेकिन डॉक्टर पर नहीं
दरअसल, तीन अक्तूबर को बलिया का निलंबित सिपाही पंकज कुमार पत्नी की रिपोर्ट दिखाने डॉ. अनुज सरकारी के पास आया था। इस दौरान अल्ट्रसाउंड की फीस को लेकर धक्का मुक्की हुई। इसके बाद हॉस्पिटल कर्मचारियों ने सिपाही को पीट दिया। अगले दिन चार अक्तूबर को सिपाही फिर आया। उसने डॉक्टर अनुज सरकारी के चेंबर में घुसकर हथौड़े से उनके सिर पर हमला कर दिया। इसमें केस दर्ज कर पुलिस ने सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। लेकिन, वहीं सिपाही पंकज कुमार की पत्नी भी केस दर्ज कराने के लिए पुलिस से लगातार मांग कर रही है। लेकिन, उसका केस अब तक दर्ज नहीं हुआ। इसके बाद से ही सिपाही को न्याय दिलाने के लिए कई संगठन और आम जनमानस आवाज उठा रहे हैं।
स्कूल का खाना खाने के बाद छात्रा की मौत:5 छात्राओं की तबीयत बिगड़ी, खाना खाने के बाद उल्टी-पेट दर्द
स्कूल का खाना खाने के बाद छात्रा की मौत:5 छात्राओं की तबीयत बिगड़ी, खाना खाने के बाद उल्टी-पेट दर्द जालौन में स्कूल का खाना खाने के बाद कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 5 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। एक छात्रा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि एक की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। छात्राओं ने शुक्रवार रात दाल-चावल, लौकी की सब्जी, रोटी और खीर खाई। उसके बाद से ही 5 छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी। सभी के पेट में दर्द होने लगा। स्कूल स्टाफ ने दर्द की दवा दी, तभी छात्राओं को उल्टी होने लगी। हालत गंभीर होने पर सभी को इलाज के लिए पिंडारी CHC में भर्ती कराया गया। यहां दो छात्राओं की हालत ज्यादा नाजुक होने के बाद उन्हें उरई रेफर किया गया। जिसमें से एक छात्रा ने दम तोड़ दिया। दूसरी का इलाज चल रहा है। अन्य 3 छात्राओं को CHC से छुट्टी दे दी गई। मामला पिंडारी के कस्तूरबा आवासीय विद्यालय का है। यहां 100 छात्राओं का रजिस्ट्रेशन है। 71 छात्राएं यहां रहकर पढ़ती हैं। 71 छात्राओं ने खाना खाया था। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले की जांच की जा रही है। मरने वाली छात्रा का नाम छाया है। वो क्लास 6 में पढ़ती थी। गांव भरसूड़ा की रहने वाली थी। उसने 1 साल पहले ही यहां एडमिशन लिया था। दिन का खाना ही रात में खिलाया
छात्रा गौरी ने बताया, खाना खाने के बाद सिर में तेज दर्द होने लगा। आंख से पानी आ रहा था। हम लोगों ने सुबह चना खाया था। दिन में रोटी, लौकी की सब्जी, दाल और चावल खाया था। रात में भी यही खाना खाया था। साथ में खीर भी खाई थी। रात से ही हम लोगों की तबीयत खराब हो रही थी। डीएम एसपी के साथ मौके पर पहुंचे
मामले की जानकारी मिलते ही जालौन के डीएम राजेश कुमार पांडेय और एसपी डॉक्टर दुर्गेश कुमार आवासीय विद्यालय पहुंचे। डीएम ने रसोइयों से बात की। साथ ही टीचरों से बीमार बच्चियों का हाल जाना। टीचरों से पूछा कि बच्चियां पहले से तो बीमार नहीं थी? बातचीत के दौरान ये सामने आया की विद्यालय के अंदर मेन्यू के हिसाब से खाना नहीं बनता है। बच्चों को दूध मिलना चाहिए लेकिन दूध नहीं मिलता है। जालौन के जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने बताया, इस मामले में खाना खाने से किसी की तबीयत खराब नहीं हुई, जिस छात्रा की मौत हुई है, उसे फीवर आया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। ————————- ये भी पढ़ें… मैनपुरी DM बोले- मां-बेटी को जेल भेजो:समाधान दिवस में तेज बोलने पर दी सजा, कहा- दोनों शांति भंग कर रहीं मैनपुरी में समाधान दिवस पर महिला और उसकी बेटी को डीएम ने जेल भेजने का फरमान सुनाया। उनका गुनाह सिर्फ इतना था कि दोनों तेज आवाज में डीएम से अपनी समस्याएं बता रही थीं। इससे डीएम अंजनी कुमार सिंह गुस्सा गए। उन्होंने कहा- दोनों शांति भंग कर रही हैं। दोनों को जेल में डाल दो। इसके बाद वहां तैनात पुलिस वालों ने मां-बेटी को पकड़ लिया। शांति भंग में चालान करके दोनों को थाने में करीब 3 घंटे तक बैठाए रखा…(पढ़ें पूरी खबर)