रोहतक में बेटी को लेकर जयहिंद से मिली महिला:बोली- 8 साल से बच्ची कोमा में है, सरकार-प्रशासन से नहीं मिली मदद

रोहतक में बेटी को लेकर जयहिंद से मिली महिला:बोली- 8 साल से बच्ची कोमा में है, सरकार-प्रशासन से नहीं मिली मदद

हरियाणा के रोहतक जिले के गांव गरनावठी निवासी अंजू अपनी बेटी के साथ जयहिंद सेना प्रमुख नवीन जयहिंद के तंबू में पहुंची। जहां पर अंजू ने कहा कि उनकी बेटी पिछले करीब 8 साल से कोमा में हैं। जिसकी पेंशन शुरू करवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर काटते हुए काफी समय हो गया, लेकिन अभी तक पेंशन शुरू नहीं हो पाई है। ना ही सरकार और प्रशासन की तरफ से आर्थिक मदद मिल रही है। नवीन जयहिंद ने उन्होंने कहा कि बच्ची का काफी समय से इलाज चल रहा है, लेकिन अभी तक ठीक नहीं हो पाई और कोमा में हैं। बेटी के के हाथ-पैर भी काम नहीं करते। ये अधिकारियों के कई चक्कर काट चुके हैं। ताकि बच्ची की प्रशासन और रेडक्रास की तरफ से मदद हो। लेकिन चक्कर काटने के बाद भी कोई मदद नहीं मिल पाई है। समय पर करें मदद नवीन जयहिंद ने कहा कि इस तरह के मामले में सरकार और प्रशासन को मानवता के नाते समय रहते मदद करनी चाहिए। ताकि बच्ची और परिवार को दर-दर की ठोकरें ना खानी पड़ें। महिला ने कहा कि वे मदद के लिए प्रशासन के पास भी गुहार लगा चुकी हैं। लेकिन कोई मदद नहीं मिल पाई, यह शर्मनाक है। जयहिंद ने डीसी से अपील की कि अगर अबकी बार मां-बेटी आए तो उनकी मदद प्राथमिकता के आधार पर की जाए। हरियाणा के रोहतक जिले के गांव गरनावठी निवासी अंजू अपनी बेटी के साथ जयहिंद सेना प्रमुख नवीन जयहिंद के तंबू में पहुंची। जहां पर अंजू ने कहा कि उनकी बेटी पिछले करीब 8 साल से कोमा में हैं। जिसकी पेंशन शुरू करवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर काटते हुए काफी समय हो गया, लेकिन अभी तक पेंशन शुरू नहीं हो पाई है। ना ही सरकार और प्रशासन की तरफ से आर्थिक मदद मिल रही है। नवीन जयहिंद ने उन्होंने कहा कि बच्ची का काफी समय से इलाज चल रहा है, लेकिन अभी तक ठीक नहीं हो पाई और कोमा में हैं। बेटी के के हाथ-पैर भी काम नहीं करते। ये अधिकारियों के कई चक्कर काट चुके हैं। ताकि बच्ची की प्रशासन और रेडक्रास की तरफ से मदद हो। लेकिन चक्कर काटने के बाद भी कोई मदद नहीं मिल पाई है। समय पर करें मदद नवीन जयहिंद ने कहा कि इस तरह के मामले में सरकार और प्रशासन को मानवता के नाते समय रहते मदद करनी चाहिए। ताकि बच्ची और परिवार को दर-दर की ठोकरें ना खानी पड़ें। महिला ने कहा कि वे मदद के लिए प्रशासन के पास भी गुहार लगा चुकी हैं। लेकिन कोई मदद नहीं मिल पाई, यह शर्मनाक है। जयहिंद ने डीसी से अपील की कि अगर अबकी बार मां-बेटी आए तो उनकी मदद प्राथमिकता के आधार पर की जाए।   हरियाणा | दैनिक भास्कर