कांगड़ा में 675 करोड़ की विकास परियोजनाएं:CM सुक्खू ने 19.55 करोड़ की 5 योजनाओं का किया शिलान्यास, महिला थाना का भी किया उद्घाटन

कांगड़ा में 675 करोड़ की विकास परियोजनाएं:CM सुक्खू ने 19.55 करोड़ की 5 योजनाओं का किया शिलान्यास, महिला थाना का भी किया उद्घाटन

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को कांगड़ा जिले के 10 दिवसीय शीतकालीन प्रवास की शुरुआत की। खराब मौसम के कारण एक दिन की देरी से शिमला से हेलिकॉप्टर द्वारा धर्मशाला पहुंचे मुख्यमंत्री ने पहले ही दिन कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में 1.5 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 750 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया। इसके अलावा कंड उपरली में 4.74 करोड़ की लागत से बने महिला पुलिस थाना भवन, 4.83 करोड़ के जिला परिषद भवन और 3.42 करोड़ रुपए की लागत से बने क्षेत्रीय पर्वतारोहण केंद्र के छात्रावास का शिलान्यास किया। साथ ही 3.40 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले धौलाधार फूड स्ट्रीट मार्केट की आधारशिला भी रखी, जिसमें 40 काउंटर स्थापित किए जाएंगे और यह परियोजना 6 माह में पूरी होगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि 25 जनवरी तक चलने वाले इस प्रवास के दौरान कांगड़ा जिले को लगभग 675 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाएं समर्पित की जाएंगी। इनमें ढगवार में 250 करोड़ रुपए की लागत से मॉडर्न दूध प्रसंस्करण इकाई की स्थापना भी शामिल है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकार गाय का दूध 45 रुपए प्रति लीटर और भैंस का दूध 55 रुपए प्रति लीटर की दर से खरीद रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा का विकास सरकार की प्राथमिकता है और लोगों की समस्याओं को समझकर उनका समाधान करने के लिए ऐसे दौरे आवश्यक हैं। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक खेती से उगाई गई मक्की 30 रुपए प्रति किलोग्राम तथा गेहूं 40 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से खरीदी जा रही है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती पद्धति से उत्पादित 4 हजार मीट्रिक टन मक्की खरीदी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा के तहत दैनिक मजदूरी में ऐतिहासिक रूप से 60 रुपए की वृद्धि की गई है, जिससे यह 240 रुपए से बढ़कर 300 रुपए हो गई है उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूत करने के लिए भविष्य में और कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री के धर्मशाला पहुंचने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं तथा स्थानीय निवासियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने जन समस्याएं भी सुनीं तथा अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को कांगड़ा जिले के 10 दिवसीय शीतकालीन प्रवास की शुरुआत की। खराब मौसम के कारण एक दिन की देरी से शिमला से हेलिकॉप्टर द्वारा धर्मशाला पहुंचे मुख्यमंत्री ने पहले ही दिन कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में 1.5 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 750 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया। इसके अलावा कंड उपरली में 4.74 करोड़ की लागत से बने महिला पुलिस थाना भवन, 4.83 करोड़ के जिला परिषद भवन और 3.42 करोड़ रुपए की लागत से बने क्षेत्रीय पर्वतारोहण केंद्र के छात्रावास का शिलान्यास किया। साथ ही 3.40 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले धौलाधार फूड स्ट्रीट मार्केट की आधारशिला भी रखी, जिसमें 40 काउंटर स्थापित किए जाएंगे और यह परियोजना 6 माह में पूरी होगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि 25 जनवरी तक चलने वाले इस प्रवास के दौरान कांगड़ा जिले को लगभग 675 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाएं समर्पित की जाएंगी। इनमें ढगवार में 250 करोड़ रुपए की लागत से मॉडर्न दूध प्रसंस्करण इकाई की स्थापना भी शामिल है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकार गाय का दूध 45 रुपए प्रति लीटर और भैंस का दूध 55 रुपए प्रति लीटर की दर से खरीद रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा का विकास सरकार की प्राथमिकता है और लोगों की समस्याओं को समझकर उनका समाधान करने के लिए ऐसे दौरे आवश्यक हैं। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक खेती से उगाई गई मक्की 30 रुपए प्रति किलोग्राम तथा गेहूं 40 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से खरीदी जा रही है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती पद्धति से उत्पादित 4 हजार मीट्रिक टन मक्की खरीदी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा के तहत दैनिक मजदूरी में ऐतिहासिक रूप से 60 रुपए की वृद्धि की गई है, जिससे यह 240 रुपए से बढ़कर 300 रुपए हो गई है उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूत करने के लिए भविष्य में और कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री के धर्मशाला पहुंचने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं तथा स्थानीय निवासियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने जन समस्याएं भी सुनीं तथा अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।   हिमाचल | दैनिक भास्कर