देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर ने क्षेत्र का दौरा कर विकास कार्यों की समीक्षा की और जनता की समस्याओं को सुना। उन्होंने नंद नाला पुल के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया, जो क्षेत्र की 10 पंचायतों के लिए महत्वपूर्ण परियोजना है। इस पुल के बनने से गुलेर और नंदपुर के बीच की दूरी 15 किलोमीटर से घटकर मात्र 4 किलोमीटर रह जाएगी। विधायक ने बताया कि पहले नगरोटा सूरियां ब्लॉक में आने वाली देहरा की 10 पंचायतें अब देहरा ब्लॉक में शामिल हो चुकी हैं, जिससे विकास कार्यों में तेजी आएगी। उन्होंने क्षेत्र में सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया। स्थानीय लोगों द्वारा उठाई गई समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। कमलेश ठाकुर ने अपने छह महीने के कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मार्गदर्शन में कई लंबित परियोजनाओं को गति मिली है। उन्होंने घोषणा की कि 31 मार्च के बाद क्षेत्र में और अधिक विकास कार्य शुरू किए जाएंगे। विधायक ने जनता के विश्वास को कायम रखने और राजनीति से ऊपर उठकर विकास कार्यों को प्राथमिकता देने की बात दोहराई। देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर ने क्षेत्र का दौरा कर विकास कार्यों की समीक्षा की और जनता की समस्याओं को सुना। उन्होंने नंद नाला पुल के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया, जो क्षेत्र की 10 पंचायतों के लिए महत्वपूर्ण परियोजना है। इस पुल के बनने से गुलेर और नंदपुर के बीच की दूरी 15 किलोमीटर से घटकर मात्र 4 किलोमीटर रह जाएगी। विधायक ने बताया कि पहले नगरोटा सूरियां ब्लॉक में आने वाली देहरा की 10 पंचायतें अब देहरा ब्लॉक में शामिल हो चुकी हैं, जिससे विकास कार्यों में तेजी आएगी। उन्होंने क्षेत्र में सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया। स्थानीय लोगों द्वारा उठाई गई समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। कमलेश ठाकुर ने अपने छह महीने के कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मार्गदर्शन में कई लंबित परियोजनाओं को गति मिली है। उन्होंने घोषणा की कि 31 मार्च के बाद क्षेत्र में और अधिक विकास कार्य शुरू किए जाएंगे। विधायक ने जनता के विश्वास को कायम रखने और राजनीति से ऊपर उठकर विकास कार्यों को प्राथमिकता देने की बात दोहराई। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में लोगों पर भारी पटवारी-कानूनगो की हड़ताल:1.35 लाख से ज्यादा ऑनलाइन आवेदन पेंडिंग; आज काम पर नहीं लौटें तो गिरेगी निलंबन की गाज
हिमाचल में लोगों पर भारी पटवारी-कानूनगो की हड़ताल:1.35 लाख से ज्यादा ऑनलाइन आवेदन पेंडिंग; आज काम पर नहीं लौटें तो गिरेगी निलंबन की गाज हिमाचल में पटवारी-कानूनगो की हड़ताल से लोग परेशान है। प्रदेश में लोगों के 1.30 लाख से ज्यादा ऑनलाइन आवेदन पेंडिंग हो गए है। मगर पटवारी-कानूनगो ने स्टेट कैडर बनाए जाने के विरोध में 15 दिन से ऑनलाइन सेवाएं ठप कर रखी हैं। छह दिन से एडिशनल चार्ज वाले पटवार और कानूनगो सर्कल दफ्तर का काम भी इन्होंने बंद कर दिया है। इससे लोगों के राजस्व से जुड़े जरूरी काम नहीं हो पा रहे। इस बीच राजस्व मंत्री जगत सिंह ने आज हिमाचल संयुक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारी और कानूनगो महासंघ के साथ मीटिंग बुलाई है। इसमें हड़ताल से समाधान की उम्मीद की जा रही है। महासंघ के अध्यक्ष सतीश चौधरी ने बताया कि वह सरकार की हर मांग मानने को तैयार है। मगर अपने जिले से बाहर ट्रांसफर के लिए तैयार नहीं है और न ही स्टेट कॉडर की वजह से उनकी प्रमोशन प्रभावित हो। उन्होंने बताया कि उनकी यह मांगे मान ली जाती है तो हड़ताल वापस करने पर फैसला लेंगे। वहीं पटवारी-कानूनगो आज से काम पर नहीं लौटें तो इनके खिलाफ सस्पैंशन की कार्रवाई तय है, क्योंकि अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व डॉ. ओंकार शर्मा ने बीते वीरवार को ही एक ऑर्डर निकालकर इन्हें दो दिन के भीतर काम पर लौटने की चेतावनी दी है। ऐसा नहीं करने पर आज इनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इसे लेकर राजस्व सचिव ने सभी डीसी को आदेश दे रखे हैं। 12 जुलाई की कैबिनेट में लिया फैसला आपको बता दें कि बीते 12 जुलाई की कैबिनेट में हिमाचल सरकार ने पटवारी-कानूनगो को जिला से स्टेट कैडर बनाने का फैसला लिया है जबकि इनकी नियुक्ति जिला कैडर में हुई है। इनके भर्ती एवं पदोन्नति नियम भी जिला कैडर के है। कैबिनेट के फैसले के बाद महासंघ ने बीते 15 जुलाई से ऑनलाइन सेवाएं बंद कर दी है। यही नहीं इन्होंने सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप भी लेफ्ट कर दिए हैं। छह दिन पहले इन्होंने एडिशनल चार्ज वाले दफ्तरों की चाबियां भी संबंधित एसडीएम और तहसीलदार को सौंप दी है। 15 दिन से ये काम प्रभावित इनकी हड़ताल की वजह से बोनाफाइड सर्टिफिकेट, कैरेक्टर सर्टिफिकेट, इनकम सर्टिफिकेट, ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट, ओबीसी सर्टिफिकेट, जाति प्रमाण पत्र, कृषि प्रमाण पत्र, बेरोजगारी प्रमाण पत्र, भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र, पीएम किसान सम्मान निधि योजना की ऑनलाइन रिपोर्टिंग जैसे काम नहीं हो पा रहे हैं।
हिमाचल में इस बार विंटर में कम बारिश-बर्फबारी:कोल्ड-वेव के दिनों में भी कमी; दिसंबर 2024 से फरवरी 25 के बीच तापमान नॉर्मल से ज्यादा
हिमाचल में इस बार विंटर में कम बारिश-बर्फबारी:कोल्ड-वेव के दिनों में भी कमी; दिसंबर 2024 से फरवरी 25 के बीच तापमान नॉर्मल से ज्यादा हिमाचल में 2 महीने से ज्यादा के ड्राइ-स्पेल के बाद मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने प्रदेशवासियों की चिंताएं बढ़ा दी है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, इस बार विंटर सीजन में नॉर्मल से कम बारिश-बर्फबारी होगी। इससे पहले मानसून सीजन में नॉर्मल से 19 प्रतिशत कम और पोस्ट मानसून सीजन (1 अक्टूबर से 3 दिसंबर) में भी सामान्य से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे है। इससे हालात पहले ही सूखे की वजह से खराब हो गए है। अब विंटर सीजन में संकेत अच्छे नहीं मिल रहे है। IMD के अनुसार, दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा। खासकर सोलन, सिरमौर, शिमला व आसपास के इलाकों में न्यूनतम तापमान नॉर्मल से ज्यादा रहने की 65 से 75 प्रतिशत संभावना है। इस विंटर सीजन में कोल्ड वेव (शीतलहर) के दिनों में भी 10 से 20 प्रतिशत की कमी आएगी। यानी इस बार सर्दियों में कड़ाके की ठंड पड़ने के कम आसार है। कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर और आसपास के कुछ हिस्सों को छोड़कर बाकी हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होगी। 6 जिलों में 64 दिन से पानी की बूंद तक नहीं बरसी हिमाचल में इस बार बारिश नहीं हो रही। प्रदेश के 6 जिले ऐसे हैं, जहां 64 दिन से पानी की एक बूंद तक नहीं गिरी। 6 अन्य जिलों में भी नाममात्र की बूंदाबांदी हुई है। नवंबर महीने में लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य 11 जिलों में एक भी बूंद पानी की नहीं बरसी। 4 दिन साफ रहेगा मौसम मौसम विज्ञानी शोभित कटियार ने बताया कि आज से अगले चार दिन तक मौसम साफ हो जाएगा। मगर 8 दिसंबर को वेस्टर्न डिस्टरबेंस दोबारा एक्टिव होगा। ऊंचे पहाड़ों पर इससे फिर से बर्फबारी हो सकती है। वहीं बीती शाम को लाहौल स्पीति के ऊंचे पहाड़ों पर हल्का हिमपात हुआ। रोहतांग दर्रा, बारालाचा, कुंजम और शिंकुला दर्रे में दो इंच तक ताजा हिमपात हुआ। इससे लाहौल स्पीति के ऊंचे क्षेत्रों की सड़कें खतरनाक हो गई है।
हिमाचल में HRTC बस का एक्सीटेंड, 4 की मौत:मरने वालों में ड्राइवर-कंडक्टर और 2 सवारियां, 3 गंभीर रूप से घायल
हिमाचल में HRTC बस का एक्सीटेंड, 4 की मौत:मरने वालों में ड्राइवर-कंडक्टर और 2 सवारियां, 3 गंभीर रूप से घायल शिमला जिला के जुब्बल में आज सुबह हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) की एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे है। घायलों को उपचार के लिए रोहड़ू अस्पताल लाया गया है। पुलिस मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई है। सूचना के अनुसार, HRTC के रोहड़ू डिप्पो की बस सुबह 7 बजे जुब्बल के कुडू से गिल्टाड़ी के लिए निकली थी। कुडू से यह बस मुश्किल से तीन किलोमीटर आगे पहुंची थी और 7 बजकर 10 मिनट के करीब यह बस हादसे का शिकार हो गई और ढांक से करीब 100 मीटर नीचे दूसरी सड़क पर जा गिरी। यह बस पहाड़ी के ऊपर वाली सड़क से गिरने के बाद निचली सड़क पर रुकी, जहां आधी बस हवा में बाहर लटकी हुई है। यहां से बस खाई में गिरी होती तो हादसा और भी भीषण हो सकता था। बस हादसे के बाद के PHOTOS… ड्राइवर-कंडक्टर समेत बस में सवार थे सात लोग हादसे के वक्त ड्राइवर-कंडक्टर समेत बस में कुल सात लोग सवाल थे। इनमें बस के चालक-परिचालक सहित नेपाली मूल के एक पुरुष व धांसर निवासी एक महिला की मौत हो गई है, जबकि तीन अन्य घायल है। स्थानीय प्रशासन ने लोकल लोगों और पुलिस की मदद से घायलों को रोहड़ू अस्पताल पहुंचाया। मृतकों के शवों का भी कुछ देर में रोहड़ू में पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। अब तक हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। SDM जुब्बल राजीव सांख्यान ने बताया कि हादसा सुबह 7.10 बजे के करीब हुआ है। इसमें चार की मौत हो गई है, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल है। उन्होंने बताया कि दो घायलों की हालत को देखते हुए उन्हें IGMC शिमला रेफर करना पड़ सकता है। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं…