हरियाणा कांग्रेस में अब पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा गुट के नेताओं में बगावत हो गई है। हुड्डा गुट के नेताओं का टारगेट सांसद दीपेंद्र हुड्डा बन रहे हैं, जो पूर्व CM के बेटे हैं। हिसार के बरवाला में हुड्डा गुट के 7 नेता इकट्ठा हुए। इनमें पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह, पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला, पूर्व विधायक राम भगत शर्मा, धर्मबीर गोयत, हरीश वर्मा, सुखबीर डूडी और पूर्व चेयरमैन अजीत सिंह शामिल हैं। उन्होंने दीपेंद्र हुड्डा और हिसार से सांसद जयप्रकाश को हार का जिम्मेदार ठहराया। नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने की हसरत में कांग्रेस हारी। ये लोग 90 सीट पर चुनाव नहीं लड़ रहे थे बल्कि CM बनने के लिए सिर्फ 45 सीट जीतना चाहते थे। हालांकि दीपेंद्र समर्थक हिसार से यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सतेंद्र सहारण ने दीपेंद्र और जेपी का बचाव किया। उन्होंने कहा कि ये नेता अहंकार की वजह से हारे। इन्होंने प्रचार तक नहीं किया। उल्टा दीपेंद्र-जेपी ने जहां प्रचार किया, उन जगहों से कांग्रेस जीती है। कांग्रेस में अभी तक हुड्डा और सिरसा सांसद कुमारी सैलजा का गुट आमने-सामने था। अब इस नई खींचतान से हुड्डा का हरियाणा कांग्रेस में दबदबा संकट में पड़ता नजर आ रहा है। बरवाला से चुनाव हारे घोड़ेला की 3 अहम बातें 1. दीपेंद्र बिना MLA के सरकार बनाना चाहते थे
बरवाला से कांग्रेस उम्मीदवार रहे रामनिवास घोड़ेला ने यहां कहा- सरकार विधायकों से बनती है, मगर हमारे वाले नेता (दीपेंद्र हुड्डा) सोचते थे कि बिना विधायकों के ही सरकार बना देंगे। कुछ नेताओं की सोच गलत थी। 2. सांसद जेपी ने जात–पात की, महकमे बांट दिए थे
घोड़ेला ने सांसद जयप्रकाश जेपी के लिए कहा– इलेक्शन में जयप्रकाश जहां-जहां गया, वहां जात-पात में बांट दिया। चुनाव से पहले ही महकमे बांट रखे थे कि मेरा छोरा ये बनेगा। ठीक है आपका बेटा (विकास सहारण) एमएलए बन गया। आप एमपी बन गए। मगर जनता इनको कभी माफ नहीं करेगी। 3. विधानसभा चुनाव में थापी नहीं मारी जाती
घोड़ेला ने जयप्रकाश को लेकर कहा-’’जब लोकसभा की टिकट मिली तो मैंने सबको मदद के लिए कहा। मगर विधानसभा चुनाव में भी ये 50–55 आदमियों को थापी मारते रहे। जेपी यहां से नहीं जीतेगा, ये मेरी गारंटी है। मेरी नलवा हलके के कांग्रेस कैंडिडेट अनिल मान, हांसी कैंडिडेट से भी बात हुई, उन्होंने भी कहा कि जेपी की वजह से हारे। पूर्व मंत्री संपत सिंह ने लगाए 3 गंभीर आरोप… 1. दीपेंद्र हुड्डा को वहम-घमंड ले डूबा
पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह ने कहा- प्रदेश में BJP सरकार लोगों ने नहीं कांग्रेस के बड़े नेताओं (दीपेंद्र हुड्डा) ने बनवाई है। उनको वहम था और घमंड था, जो उनको ले डूबा। वो चाहते थे कि इस हलके (नलवा) से विधायक न बने, मगर मैं मुख्यमंत्री बन जाऊं। MLA के बिना आप कैसे मुख्यमंत्री बना जाओगे। बहुत लोगों की टिकट काटी। मेरी खुद की 2019 और 2024 में टिकट काटी। 2. इनको डर था, मैं जीता तो मंत्री बनाना पड़ेगा
संपत सिंह ने आगे कहा- इनको (दीपेंद्र हुड्डा) लगता था कि संपत सिंह जीत गया तो मंत्री बनाना पड़ेगा। अरे मुख्यमंत्री तो आप ही बनते। उसके बाद भी यह खेल खेला गया। रामनिवास घोड़ेला को टिकट देकर अंदरखाते इसका विरोध किया गया। 3. हारे हुए लोगों की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई
संपत सिंह ने आगे कहा– एक सांसद (दीपेंद्र हुड्डा) बगावत करता है, यह छोटी बात नहीं। पार्टी को ऑडियो व वीडियो दोनों दे दिए। पार्टी कहती है फेक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी बना दी है। जो हारे हुए लोग हैं, इस कमेटी में वही शामिल कर दिए। यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बोले- दीपेंद्र हुड्डा ने बहुत मेहनत की
इस मामले में हिसार यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सतेंद्र सहारण ने रामनिवास घोड़ेला और संपत सिंह को घेरा। सतेंद्र ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा ने चुनाव में बहुत मेहनत की थी। घोड़ेला को लेकर कहा, उन्हें भ्रष्टाचार ने हराया: राम निवास घोड़ेला को जवाब देते हुए सहारण ने कहा- घोड़ेला को उनके अहंकार ने हरवाया। ये मान रहे थे कि लाखों वोटों से जीतेंगे। घोड़ेला पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। वीडियो भी सबके सामने हैं। नौकरियों में पैसे लेने के आरोप लगे। सीएलयू के केस आज भी आप पर चल रहे हैं तो उन चीजों ने आपका पीछा नहीं छोड़ा। संपत सिंह ने नौकरियों के नाम पर ठगा: सहारण ने संपत सिंह पर कहा– 2009 में इनकी सेटिंग से हम आदमपुर नहीं जीत पाए। 2014 में आपने चंदे लिए। लोगों को नौकरियों के नाम पर ठगा। इसी कारण 2009 में 40 सीटें जीतने वाली कांग्रेस 2014 में 15 सीटों पर आ गई। अगर आपका बेटा काबिल नहीं है तो इसमें जमाने का दोष नहीं है। इसके लिए दीपेंद्र हुड्डा को दोषी ठहराना ठीक नहीं है। हरियाणा में कांग्रेस का माहौल ही दीपेंद्र हुड्डा ने बनाया। पॉलिटिकल एक्सपर्ट बोले- दीपेंद्र महत्वाकांक्षी, संपत के बयान से फर्क नहीं
पॉलिटिकल एक्सपर्ट सतीश त्यागी कहते हैं कि हर पिता की तरह भूपेंद्र हुड्डा भी चाहते हैं कि दीपेंद्र हुड्डा आगे बढ़े। दीपेंद्र हुड्डा में आगे बढ़ने और मेहनत करने की क्षमता है, मगर अभी भूपेंद्र हुड्डा से दीपेंद्र की तुलना नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हुड्डा सबको साथ लेकर चलते हैं। दीपेंद्र में अभी यह काबिलियत नहीं है। दीपेंद्र हुड्डा अधिक महत्वाकांक्षी हैं। हालांकि संपत सिंह जैसे नेताओं की आलोचना से दीपेंद्र या कांग्रेस को ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि उनका करियर भी नीचे आ गया है। हरियाणा कांग्रेस में अब पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा गुट के नेताओं में बगावत हो गई है। हुड्डा गुट के नेताओं का टारगेट सांसद दीपेंद्र हुड्डा बन रहे हैं, जो पूर्व CM के बेटे हैं। हिसार के बरवाला में हुड्डा गुट के 7 नेता इकट्ठा हुए। इनमें पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह, पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला, पूर्व विधायक राम भगत शर्मा, धर्मबीर गोयत, हरीश वर्मा, सुखबीर डूडी और पूर्व चेयरमैन अजीत सिंह शामिल हैं। उन्होंने दीपेंद्र हुड्डा और हिसार से सांसद जयप्रकाश को हार का जिम्मेदार ठहराया। नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने की हसरत में कांग्रेस हारी। ये लोग 90 सीट पर चुनाव नहीं लड़ रहे थे बल्कि CM बनने के लिए सिर्फ 45 सीट जीतना चाहते थे। हालांकि दीपेंद्र समर्थक हिसार से यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सतेंद्र सहारण ने दीपेंद्र और जेपी का बचाव किया। उन्होंने कहा कि ये नेता अहंकार की वजह से हारे। इन्होंने प्रचार तक नहीं किया। उल्टा दीपेंद्र-जेपी ने जहां प्रचार किया, उन जगहों से कांग्रेस जीती है। कांग्रेस में अभी तक हुड्डा और सिरसा सांसद कुमारी सैलजा का गुट आमने-सामने था। अब इस नई खींचतान से हुड्डा का हरियाणा कांग्रेस में दबदबा संकट में पड़ता नजर आ रहा है। बरवाला से चुनाव हारे घोड़ेला की 3 अहम बातें 1. दीपेंद्र बिना MLA के सरकार बनाना चाहते थे
बरवाला से कांग्रेस उम्मीदवार रहे रामनिवास घोड़ेला ने यहां कहा- सरकार विधायकों से बनती है, मगर हमारे वाले नेता (दीपेंद्र हुड्डा) सोचते थे कि बिना विधायकों के ही सरकार बना देंगे। कुछ नेताओं की सोच गलत थी। 2. सांसद जेपी ने जात–पात की, महकमे बांट दिए थे
घोड़ेला ने सांसद जयप्रकाश जेपी के लिए कहा– इलेक्शन में जयप्रकाश जहां-जहां गया, वहां जात-पात में बांट दिया। चुनाव से पहले ही महकमे बांट रखे थे कि मेरा छोरा ये बनेगा। ठीक है आपका बेटा (विकास सहारण) एमएलए बन गया। आप एमपी बन गए। मगर जनता इनको कभी माफ नहीं करेगी। 3. विधानसभा चुनाव में थापी नहीं मारी जाती
घोड़ेला ने जयप्रकाश को लेकर कहा-’’जब लोकसभा की टिकट मिली तो मैंने सबको मदद के लिए कहा। मगर विधानसभा चुनाव में भी ये 50–55 आदमियों को थापी मारते रहे। जेपी यहां से नहीं जीतेगा, ये मेरी गारंटी है। मेरी नलवा हलके के कांग्रेस कैंडिडेट अनिल मान, हांसी कैंडिडेट से भी बात हुई, उन्होंने भी कहा कि जेपी की वजह से हारे। पूर्व मंत्री संपत सिंह ने लगाए 3 गंभीर आरोप… 1. दीपेंद्र हुड्डा को वहम-घमंड ले डूबा
पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह ने कहा- प्रदेश में BJP सरकार लोगों ने नहीं कांग्रेस के बड़े नेताओं (दीपेंद्र हुड्डा) ने बनवाई है। उनको वहम था और घमंड था, जो उनको ले डूबा। वो चाहते थे कि इस हलके (नलवा) से विधायक न बने, मगर मैं मुख्यमंत्री बन जाऊं। MLA के बिना आप कैसे मुख्यमंत्री बना जाओगे। बहुत लोगों की टिकट काटी। मेरी खुद की 2019 और 2024 में टिकट काटी। 2. इनको डर था, मैं जीता तो मंत्री बनाना पड़ेगा
संपत सिंह ने आगे कहा- इनको (दीपेंद्र हुड्डा) लगता था कि संपत सिंह जीत गया तो मंत्री बनाना पड़ेगा। अरे मुख्यमंत्री तो आप ही बनते। उसके बाद भी यह खेल खेला गया। रामनिवास घोड़ेला को टिकट देकर अंदरखाते इसका विरोध किया गया। 3. हारे हुए लोगों की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई
संपत सिंह ने आगे कहा– एक सांसद (दीपेंद्र हुड्डा) बगावत करता है, यह छोटी बात नहीं। पार्टी को ऑडियो व वीडियो दोनों दे दिए। पार्टी कहती है फेक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी बना दी है। जो हारे हुए लोग हैं, इस कमेटी में वही शामिल कर दिए। यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बोले- दीपेंद्र हुड्डा ने बहुत मेहनत की
इस मामले में हिसार यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सतेंद्र सहारण ने रामनिवास घोड़ेला और संपत सिंह को घेरा। सतेंद्र ने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा ने चुनाव में बहुत मेहनत की थी। घोड़ेला को लेकर कहा, उन्हें भ्रष्टाचार ने हराया: राम निवास घोड़ेला को जवाब देते हुए सहारण ने कहा- घोड़ेला को उनके अहंकार ने हरवाया। ये मान रहे थे कि लाखों वोटों से जीतेंगे। घोड़ेला पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। वीडियो भी सबके सामने हैं। नौकरियों में पैसे लेने के आरोप लगे। सीएलयू के केस आज भी आप पर चल रहे हैं तो उन चीजों ने आपका पीछा नहीं छोड़ा। संपत सिंह ने नौकरियों के नाम पर ठगा: सहारण ने संपत सिंह पर कहा– 2009 में इनकी सेटिंग से हम आदमपुर नहीं जीत पाए। 2014 में आपने चंदे लिए। लोगों को नौकरियों के नाम पर ठगा। इसी कारण 2009 में 40 सीटें जीतने वाली कांग्रेस 2014 में 15 सीटों पर आ गई। अगर आपका बेटा काबिल नहीं है तो इसमें जमाने का दोष नहीं है। इसके लिए दीपेंद्र हुड्डा को दोषी ठहराना ठीक नहीं है। हरियाणा में कांग्रेस का माहौल ही दीपेंद्र हुड्डा ने बनाया। पॉलिटिकल एक्सपर्ट बोले- दीपेंद्र महत्वाकांक्षी, संपत के बयान से फर्क नहीं
पॉलिटिकल एक्सपर्ट सतीश त्यागी कहते हैं कि हर पिता की तरह भूपेंद्र हुड्डा भी चाहते हैं कि दीपेंद्र हुड्डा आगे बढ़े। दीपेंद्र हुड्डा में आगे बढ़ने और मेहनत करने की क्षमता है, मगर अभी भूपेंद्र हुड्डा से दीपेंद्र की तुलना नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हुड्डा सबको साथ लेकर चलते हैं। दीपेंद्र में अभी यह काबिलियत नहीं है। दीपेंद्र हुड्डा अधिक महत्वाकांक्षी हैं। हालांकि संपत सिंह जैसे नेताओं की आलोचना से दीपेंद्र या कांग्रेस को ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि उनका करियर भी नीचे आ गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर