भास्कर न्यूज | अमृतसर 2 फरवरी को बसंत पंचमी पर्व मनाया जाएगा। जिसमें भक्तों की तरफ से मां सरस्वती की पूजा की जाएगी। इस दिन शहर के मंदिरों में भगवान को पीले वस्त्र धारण करवाए जाएंगे। काले रोड मां सरस्वती मंदिर में धार्मिक समारोह का आयोजन होगा। मंदिर कमेटी की तरफ से मां सरस्वती जी की पूजा-अर्चना की जाएगी। इस दिन महिलाएं, पुरुष और बच्चे पीले रंग के पहनकर मां सरस्वती के आगे पढ़ाई का सामान रखेंगे। बसंत पंचमी का पर्व माता सरस्वती को समर्पित है। इस दिन विद्या की देवी की पूजा-अर्चना करने से बुद्धि, विद्या और ज्ञान की प्राप्ति होती है। वहीं साथ ही कला और शिक्षा के क्षेत्र में भरपूर कामयाबी मिलती है। पंडित सोहन लाल शास्त्री के मुताबिक धार्मिक मान्यताओं में माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मां सरस्वती प्रकट हुई थी। सरस्वती पूजा के दिन पीला और सफेद रंग का वस्त्र पहनना अत्यंत शुभ माना जाता है। पंचांग के अनुसार माघ शुक्ल पंचमी तिथि का प्रारंभ 2 फरवरी को सुबह 9 बजकर 14 मिनट पर होगा। पंचमी तिथि समाप्त 3 फरवरी को सुबह 3 बजकर 52 मिनट पर होगा। बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा पूजा-अर्चना की जाती है। वहीं जिन बच्चों का मन पढ़ाई में बिल्कुल नहीं लगता है वह बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा जरूर करें। ऐसा करने से आलस्य और अज्ञानता से छुटकारा मिलता है और ज्ञान की प्राप्ति होती है। भास्कर न्यूज | अमृतसर 2 फरवरी को बसंत पंचमी पर्व मनाया जाएगा। जिसमें भक्तों की तरफ से मां सरस्वती की पूजा की जाएगी। इस दिन शहर के मंदिरों में भगवान को पीले वस्त्र धारण करवाए जाएंगे। काले रोड मां सरस्वती मंदिर में धार्मिक समारोह का आयोजन होगा। मंदिर कमेटी की तरफ से मां सरस्वती जी की पूजा-अर्चना की जाएगी। इस दिन महिलाएं, पुरुष और बच्चे पीले रंग के पहनकर मां सरस्वती के आगे पढ़ाई का सामान रखेंगे। बसंत पंचमी का पर्व माता सरस्वती को समर्पित है। इस दिन विद्या की देवी की पूजा-अर्चना करने से बुद्धि, विद्या और ज्ञान की प्राप्ति होती है। वहीं साथ ही कला और शिक्षा के क्षेत्र में भरपूर कामयाबी मिलती है। पंडित सोहन लाल शास्त्री के मुताबिक धार्मिक मान्यताओं में माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मां सरस्वती प्रकट हुई थी। सरस्वती पूजा के दिन पीला और सफेद रंग का वस्त्र पहनना अत्यंत शुभ माना जाता है। पंचांग के अनुसार माघ शुक्ल पंचमी तिथि का प्रारंभ 2 फरवरी को सुबह 9 बजकर 14 मिनट पर होगा। पंचमी तिथि समाप्त 3 फरवरी को सुबह 3 बजकर 52 मिनट पर होगा। बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा पूजा-अर्चना की जाती है। वहीं जिन बच्चों का मन पढ़ाई में बिल्कुल नहीं लगता है वह बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा जरूर करें। ऐसा करने से आलस्य और अज्ञानता से छुटकारा मिलता है और ज्ञान की प्राप्ति होती है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालंधर में सिपाही रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार:एसएचओ थाना छोड़कर भागा, ड्रग्स केस में फंसाने की धमकी, विजिलेंस ब्यूरो ने की कार्रवाई
जालंधर में सिपाही रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार:एसएचओ थाना छोड़कर भागा, ड्रग्स केस में फंसाने की धमकी, विजिलेंस ब्यूरो ने की कार्रवाई पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की जालंधर रेंज के अधिकारियों ने होशियारपुर जिले के पुलिस थाना गढ़शंकर में तैनात एक सिपाही को 30 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। वहीं, एसएचओ बलजिंदर सिंह मल्ली थाना छोड़कर मौके से फरार हो गया। गिरफ्तार सिपाही की पहचान किंदर सिंह के रूप में हुई है। जिसे जल्द कोर्ट में पेशकर पुलिस द्वारा रिमांड पर लिया जाएगा। जिला रूपनगर के नंगल सब डिवीजन की निवासी हरदीप कौर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर उक्त पुलिस कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जल्द ही आरोपी एसएचओ को भी गिरफ्तार किया जाएगा। भाई को नशा तस्कर के केस में न फंसाने के लिए मांगे थे एक लाख पंजाब विजिलेंस के प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क कर सारे मामले की जानकारी साझा की थी। जिसमें पीड़ित हरदीप कौर ने कहा कि, आरोपी एसएचओ इंस्पेक्टर बलजिंदर सिंह मल्ली और उनकी टीम ने उनके भाई को एक झगड़े के मामले में अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया था। हरदीप कौर से आरोपियों ने नशा तस्करी के केस में न फंसाने का कहकर एक लाख रुपए की मांग की थी। पीड़िता ने पैसे कम करवाए तो 50 हजार रुपए में दोनों की डील हुई थी। पैसे देने के लिए समय तय कर लिया गया। आरोपी एसएचओ मौका देखकर क्राइम सीन से फरार हुआ विजिलेंस प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद होशियारपुर यूनिट की विजिलेंस ब्यूरो टीम ने जाल बिछाया और आरोपी पुलिस कर्मचारी को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 30,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ लिया। इस कार्रवाई के दौरान एसएचओ बलजिंदर सिंह मल्ली मौके से फरार हो गया। इस संबंध में आरोपी के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो के थाना जालंधर रेंज में भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की आगे की जांच जारी है।

हरियाणा को मिलेगा 8500 क्यूसेक पानी:BBMB का फैसला, पंजाब ने विरोध कर साइन करने से किया इनकार
हरियाणा को मिलेगा 8500 क्यूसेक पानी:BBMB का फैसला, पंजाब ने विरोध कर साइन करने से किया इनकार पंजाब-हरियाणा में चल रहे विवाद के बीच भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) ने फैसला लिया है कि हरियाणा को भाखड़ा डैम से तुरंत प्रभाव से 8500 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। बुधवार को 5 घंटे तक चली बोर्ड की मीटिंग में यह फैसला हुआ। हालांकि, पंजाब सरकार के अधिकारियों ने इसका सख्त विरोध किया। यह मीटिंग केंद्रीय बिजली मंत्रालय के आदेश पर हुई थी, जिसके मंत्री हरियाणा के पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर हैं। इसकी अध्यक्षता बोर्ड के चेयरमैन मनोज त्रिपाठी ने की। बोर्ड के इस फैसले से पंजाब में राजनीति गर्मा सकती है और सरकार कोर्ट का रुख भी कर सकती है, क्योंकि पंजाब सरकार ने फैसले को मानने से इनकार कर दिया है। वोट का इस्तेमाल किया
BBMB के चंडीगढ़ मुख्यालय में हुई मीटिंग में हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और सिंध के कमिश्नर के साथ भारत सरकार के प्रतिनिधि मौजूद थे। उन्होंने हरियाणा को कम पानी देने के लिए पंजाब के खिलाफ वोट का इस्तेमाल किया। जबकि, हिमाचल ने निष्पक्ष भूमिका निभाई। वहीं, पंजाब सरकार ने फैसले को मानने से इनकार कर दिया। हालांकि, भाजपा शासित राज्य एकजुट नजर आए। पंजाब ने साइन करने से मना कर दिया
सूत्रों के अनुसार, जब पंजाब सरकार के अधिकारी मीटिंग में काफी आक्रामक थे, तब हरियाणा ने पंजाब को तुरंत प्रभाव से अतिरिक्त पानी देने की बात कही। इससे पंजाब सरकार के प्रतिनिधि तल्खी में आ गए। उन्होंने साइन करने से मना कर दिया। जबकि, दूसरा मौका तब आया जब भाखड़ा के अधिकारियों ने कहा कि पंजाब के विरोध के बाद भी वह पानी छोड़ेंगे। पंजाब बोला- हरियाणा के लिए 1700 क्यूसिक पानी ही काफी
बोर्ड ने तर्क दिया कि स्पेशल केस के आधार पर हरियाणा को पानी देने के लिए रेगुलेशन मैनुअल अनुसार चलने की कोई जरूरत नहीं है। पंजाब सरकार ने इस पर सहमति देने से इनकार कर दिया। यह भी बात सामने आई कि रेगुलेशन मैनुअल संशोधन के लिए 3 मेंबरी तकनीकी कमेटी बना ली जाए। पंजाब सरकार ने इसे भी सहमति देने से इनकार कर दिया। पंजाब सरकार ने कहा कि अगर मानवता के आधार पर हरियाणा को पानी देने की जरूरत है, तो आबादी के हिसाब से हरियाणा को 1700 क्यूसेक पानी ही चाहिए। दो दिनों से गर्माया हुआ है विवाद
बता दें कि पंजाब और हरियाणा में पानी का विवाद 2 दिन से चल रहा है। पंजाब का कहना है कि हरियाणा अपने हिस्से का पानी इस्तेमाल कर चुका है। अब उनके पास हरियाणा को देने के लिए पानी की एक भी अतिरिक्त बूंद नहीं है। जबकि, हरियाणा दलील दे रहा है कि पंजाब उनके पानी में कटौती कर रहा है। दोनों पक्ष के CM इस मामले में खुलकर आ गए हैं। मामला केंद्र सरकार के पास पहुंचा। केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने तो यहां तक कह दिया था कि पंजाब राजधर्म नहीं निभा रहा है। BBMB पर किसी को दबाव नहीं बनाने दिया जाएगा। इसके बाद पंजाब CM भगवंत मान ने हरियाणा CM को पत्र लिखा था कि उनके पास देने के लिए अतिरिक्त पानी नहीं है।

गुरदासपुर में गर्भवती ने खुद को लगाई आग:अमृतसर के अस्पताल में तोड़ा दम, हुई थी दूसरी शादी, पति बना रहा था दबाव
गुरदासपुर में गर्भवती ने खुद को लगाई आग:अमृतसर के अस्पताल में तोड़ा दम, हुई थी दूसरी शादी, पति बना रहा था दबाव पंजाब के गुरदासपुर में घरेलू विवाद के चलते गर्भवती महिला ने मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग लगा ली थी। गंभीर रुप से झुलसी महिला को उपचार के लिए अमृतसर के श्री गुरु रामदास अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामला गुरदासपुर के कस्बा कादिया के मोहल्ला कृष्णा नगर का है। मृ़तका की पहचान सरबजीत कौर के तौर पर हुई है। मृतका के पिता जसवंत सिंह निवासी सिंघोकी अमृतसर के बयान के आधार पर पुलिस ने उसके पति, जेठ और जेठानी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा दबिश दी जा रही है। मृतका के पिता जसवंत सिंह ने बताया कि उसने अपनी बेटी सरबजीत कौर की दूसरी शादी कादिया में अमनदीप सिंह के साथ करवाई थी। पहली शादी से उसका एक बेटा था, जिसे वह अपने साथ लेकर ससुराल गई थी। मृतका सरबजीत सिंह का पति अमनदीप सिंह लड़की होने के बाद उस पर दबाव बना रहा था कि वह पहली शादी से पैदा हुए बच्चे को अपने माता-पिता के घर छोड़ आए। अमनदीप का भाई गगनदीप और उसकी पत्नी मनदीप कौर भी इसी बात को लेकर उसे परेशान करते थे। अंतिम संस्कार न करने की चेतावनी कहते थे कि वह लड़के को अपने घर में नहीं रखना चाहते, जिस कारण दोनों पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। उन्होंने आरोप लगाया कि सभी ने मिलकर 4 अगस्त को उसको बांधकर उस पर मिट्टी का तेल डालकर उसे आग लगा दी और बाद में फोन किया कि उनकी बेटी ने खुद अपने आप को आग लगाई है। झुलसी अवस्था में उसे अमृतसर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था,जहां गत दिवस उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मृतका के मायके वालों का कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वह मृतका का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी मृतका सरबजीत कौर के गर्भ में तीन माह का बच्चा था। इस मामले को लेकर एएसआई सुरजीत सिंह ने बताया कि मृतका के पति और उसके भाई और भाभी पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों को पकड़ने ले छापेमारी की जा रही है।