निरंजनी अखाड़े से हर्षा रिछारिया के निष्कासित होने पर माता-पिता भड़के, कहा- ‘धर्म अपनाकर गलत किया?’

निरंजनी अखाड़े से हर्षा रिछारिया के निष्कासित होने पर माता-पिता भड़के, कहा- ‘धर्म अपनाकर गलत किया?’

<p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025:</strong> संगम नगर प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ आयोजन किया जा रहा है. आस्था और अध्यात्म के महापर्व महाकुंभ में भक्ति और साधना के कई रंग देखने को मिल रहे हैं. महाकुंभ में धर्म गुरुओं व साधु संन्यासियों का जमावड़ा लग चुका है. दुनिया के सबसे धार्मिक आयोजन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए न सिर्फ देश बल्कि दुनिया के कोने-कोने से लोग महाकुंभ में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं. इसी तरह मध्य प्रदेश के भोपाल की हर्षा रिछारिया ने एंकरिंग- माडलिंग का करियर छोड़कर महाकुंभ में साध्वी का रूप धारण किया तो विवाद खड़ा हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>निरंजनी अखाड़े के रथ पर सवार हो शाही स्नान करने पर कुछ साधु-संतों ने उन्हें फटकार लगाई, पाखंडी भी बोल दिया. हालांकि कई महात्माओं ने उनका बचाव भी किया. देशभर में हो रही चर्चाओं से हर्षा का परिवार बेहद चिंतित है. भोपाल के वृंदावन नगर निवासी हर्षा के पिता दिनेश रिछारिया, मां किरण और भाई करण ने सवाल उठाया कि माडलिंग का सम्मानजनक करियर छोड़कर हर्षा ने दो-तीन साल पहले धर्म का मार्ग अपनाया है तो क्या गलत किया?&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’हर्षा की चर्चा के बाद निरंजनी अखाड़ा कुंथित होकर ऐसी बातें कर रहा है'</strong><br />यदि दूसरे देशों की महिलाएं महाकुंभ में स्नान करती हैं, तब सभी उनकी वाहवाही करते हैं, लेकिन अपने ही देश और धर्म की बेटी यदि गुरु से दीक्षा लेकर महाकुंभ में स्नान करती है तो उसे पाखंडी बताने लगते हैं. यह उचित नहीं. हर्षा के माता-पिता ने कहा, हमारी बेटी ने कभी झूठ नहीं बोला है. देशभर में हर्षा की चर्चा के बाद निरंजनी अखाड़ा का नाम और बढ़ गया है, इससे कुंठित होकर ऐसी बातें कही जा रही हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि हर्षा का परिवार मूलतः उत्तर प्रदेश के झांसी के मऊरानीगंज से हैं. उनका परिवार पिछले 25 वर्षों से भोपाल रह रहे हैं. हर्षा की मां किरण ने बताया कि 2004 के उज्जैन सिंहस्थ कुंभ में शाही स्नान के दौरान जब हर्षा साधु-संतों के स्नान के लिए बने स्थान पर चली गई थी तो पुलिस ने उसे धक्का देकर भगा दिया था. इससे हर्षा को बुरा लगा था और उसने कहा था कि एक दिन ऐसा भी होगा, जब में साधु- संतों के बीच ही स्नान करूंगी. प्रयागराज महाकुंभ के अमृत स्नान के बाद हां ने उन्हें फोन किया था. उस दिन वह 2004 के कुंभ को याद करते हुए वह रो पड़ी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/nagina-mp-chandrashekhar-azad-raised-questions-on-scheme-yogi-adityanath-government-2865953″><strong>सांसद चंद्रशेखर आजाद बोले- ‘धार्मिक स्थलों की तरह शिक्षा के मंदिरों पर ध्यान दें सीएम योगी'</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Maha Kumbh 2025:</strong> संगम नगर प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ आयोजन किया जा रहा है. आस्था और अध्यात्म के महापर्व महाकुंभ में भक्ति और साधना के कई रंग देखने को मिल रहे हैं. महाकुंभ में धर्म गुरुओं व साधु संन्यासियों का जमावड़ा लग चुका है. दुनिया के सबसे धार्मिक आयोजन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए न सिर्फ देश बल्कि दुनिया के कोने-कोने से लोग महाकुंभ में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं. इसी तरह मध्य प्रदेश के भोपाल की हर्षा रिछारिया ने एंकरिंग- माडलिंग का करियर छोड़कर महाकुंभ में साध्वी का रूप धारण किया तो विवाद खड़ा हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>निरंजनी अखाड़े के रथ पर सवार हो शाही स्नान करने पर कुछ साधु-संतों ने उन्हें फटकार लगाई, पाखंडी भी बोल दिया. हालांकि कई महात्माओं ने उनका बचाव भी किया. देशभर में हो रही चर्चाओं से हर्षा का परिवार बेहद चिंतित है. भोपाल के वृंदावन नगर निवासी हर्षा के पिता दिनेश रिछारिया, मां किरण और भाई करण ने सवाल उठाया कि माडलिंग का सम्मानजनक करियर छोड़कर हर्षा ने दो-तीन साल पहले धर्म का मार्ग अपनाया है तो क्या गलत किया?&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’हर्षा की चर्चा के बाद निरंजनी अखाड़ा कुंथित होकर ऐसी बातें कर रहा है'</strong><br />यदि दूसरे देशों की महिलाएं महाकुंभ में स्नान करती हैं, तब सभी उनकी वाहवाही करते हैं, लेकिन अपने ही देश और धर्म की बेटी यदि गुरु से दीक्षा लेकर महाकुंभ में स्नान करती है तो उसे पाखंडी बताने लगते हैं. यह उचित नहीं. हर्षा के माता-पिता ने कहा, हमारी बेटी ने कभी झूठ नहीं बोला है. देशभर में हर्षा की चर्चा के बाद निरंजनी अखाड़ा का नाम और बढ़ गया है, इससे कुंठित होकर ऐसी बातें कही जा रही हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि हर्षा का परिवार मूलतः उत्तर प्रदेश के झांसी के मऊरानीगंज से हैं. उनका परिवार पिछले 25 वर्षों से भोपाल रह रहे हैं. हर्षा की मां किरण ने बताया कि 2004 के उज्जैन सिंहस्थ कुंभ में शाही स्नान के दौरान जब हर्षा साधु-संतों के स्नान के लिए बने स्थान पर चली गई थी तो पुलिस ने उसे धक्का देकर भगा दिया था. इससे हर्षा को बुरा लगा था और उसने कहा था कि एक दिन ऐसा भी होगा, जब में साधु- संतों के बीच ही स्नान करूंगी. प्रयागराज महाकुंभ के अमृत स्नान के बाद हां ने उन्हें फोन किया था. उस दिन वह 2004 के कुंभ को याद करते हुए वह रो पड़ी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/nagina-mp-chandrashekhar-azad-raised-questions-on-scheme-yogi-adityanath-government-2865953″><strong>सांसद चंद्रशेखर आजाद बोले- ‘धार्मिक स्थलों की तरह शिक्षा के मंदिरों पर ध्यान दें सीएम योगी'</strong></a></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दाऊद की दुकान पर कब्जे के लिए कमिश्नर से लगाई गुहार, 23 साल तक केस लड़ने के बाद भटक रहा पीड़ित