ऊना में ओवरस्पीड एक्टिवा पैदल जा रहे व्यक्ति से टकरा गई। जिससे व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने कहा कि एक्टिवा को महिला चला रही थी। जो मौके से फरार हो गई। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। हादसा शनिवार दोपहर संतोषगढ़ में छतरपुर रोड पर हुआ है। मृतक की पहचान 50 वर्षीय फुमण सिंह के नाम से हुई, जो हरोली उप मंडल के हलेड़ा बिलणा का रहने वाला है। घटना उस समय हुई जब फुमण सिंह छतरपुर रोड पर पैदल चल रहे थे। इसी दौरान छतरपुर ढांडा की 23 वर्षीय महिला ने एक्टिवा से उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि फुमण सिंह तुरंत अचेत होकर सड़क पर गिर पड़े। आसपास के लोगों ने तत्काल घायल फुमण सिंह को संतोषगढ़ अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मामले की जांच कर रही पुलिस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस महिला ड्राइवर के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई कर रही है। ऊना में ओवरस्पीड एक्टिवा पैदल जा रहे व्यक्ति से टकरा गई। जिससे व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने कहा कि एक्टिवा को महिला चला रही थी। जो मौके से फरार हो गई। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। हादसा शनिवार दोपहर संतोषगढ़ में छतरपुर रोड पर हुआ है। मृतक की पहचान 50 वर्षीय फुमण सिंह के नाम से हुई, जो हरोली उप मंडल के हलेड़ा बिलणा का रहने वाला है। घटना उस समय हुई जब फुमण सिंह छतरपुर रोड पर पैदल चल रहे थे। इसी दौरान छतरपुर ढांडा की 23 वर्षीय महिला ने एक्टिवा से उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि फुमण सिंह तुरंत अचेत होकर सड़क पर गिर पड़े। आसपास के लोगों ने तत्काल घायल फुमण सिंह को संतोषगढ़ अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मामले की जांच कर रही पुलिस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस महिला ड्राइवर के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई कर रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में उप-चुनाव जीत सुक्खू सरकार बचा गए:6 में से 4 सीटें जीतीं; राज्य में सरकार बनाने के BJP के दावे की हवा निकाली हिमाचल में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार हुई है। भाजपा ने यहां पार्टी का सूपड़ा साफ कर दिया, लेकिन विधानसभा उप-चुनाव में 6 में से 4 सीटें जीतकर CM सुक्खू सरकार को बचाने में कामयाब रहे हैं। इससे राज्यसभा चुनाव में सरकार पर आया सियासी संकट अब टल गया है। इसी के साथ हिमाचल विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 34 से बढ़कर 38 हो गई है, जो कि मौजूदा विधानसभा में 65 विधायकों के हिसाब से बहुमत से 5 ज्यादा है। वहीं, इस हार के बाद 4 जून को प्रदेश में सरकार बनाने का दावा करने वाली भाजपा को भी करारा झटका लगा है। BJP केवल धर्मशाला और बड़सर में ही जीत दर्ज कर पाई है। धर्मशाला में दिग्गज नेता सुधीर शर्मा और बड़सर में इंद्रदत्त लखनपाल चुनाव जीते हैं। दोनों कांग्रेस सरकार से भी चार-चार बार विधायक रह चुके हैं। 4 सीटों पर भाजपा की हार ने हिमाचल में सरकार बनाने के दावों की हवा निकाल दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने बीते दिनों हिमाचल में चुनावी जनसभाओं के दौरान 4 जून को सरकार बनाने का दावा किया था। राणा को हराकर धूमल समर्थकों की टीस खत्म
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राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार से बगावत करने वाले 6 पूर्व विधायक भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े। इनमें से 4 को हार मिली। इस तरह इन विधायकों पर बगावत भारी पड़ी है। उन्हें 18 महीने पहले जनता ने 5 साल के लिए चुनकर भेजा था। अब उन्हें जनता ने ही अगले 44 महीने के लिए घर बैठा दिया है। धर्मशाला-बड़सर सीट नहीं जिता पाए सुक्खू
बेशक, सत्तारूढ़ कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में झटका लगा है, लेकिन, विधानसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस के लिए राहत देने वाले हैं। हालांकि, धर्मशाला और बड़सर सीट पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने बार-बार बागी विधायकों पर तीखे हमले किए और चुनाव प्रचार में पूरी जान फूंकी। फिर भी इन दोनों सीटों पर कांग्रेस चुनाव हार गई। मुख्यमंत्री सुक्खू ने बीते 3 महीने के दौरान सबसे ज्यादा हमले सुधीर शर्मा पर किए, लेकिन वह उन्हें नहीं हरा पाए। सुधीर शर्मा के तौर पर BJP को कांगड़ा जिला में बड़ा ब्राह्मण चेहरा मिल गया है। शांता कुमार के बाद कांगड़ा में BJP के पास बड़ा चेहरा नहीं बचा था।
सुजानपुर में भारी बारिश से लैंडस्लाइड:23 गांवों में पेयजल की सप्लाई बंद; 4 से 5 फुट नीचे मलबे में दबी पाइप लाइन
सुजानपुर में भारी बारिश से लैंडस्लाइड:23 गांवों में पेयजल की सप्लाई बंद; 4 से 5 फुट नीचे मलबे में दबी पाइप लाइन हमीरपुर जिले के सुजानपुर में भारी बारिश के कारण 23 गांव में पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। अब इन गांवों के हजारों लोगों को अगले तीन या चार दिन तक पानी की सप्लाई नहीं मिल पाएगी। भारी बारिश के कारण लैंडस्लाइड हो जाने के कारण यह समस्या सामने आ गई है। जल शक्ति विभाग के एसडीओ का कहना है कि युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है और जल्द से जल्द इस सप्लाई को बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आंसला के पास जमीरी खड्ड में भूस्खलन के कारण पनोह, सपाहल और जोल लंबरी पंचायत को जलापूर्ति योजना की मुख्य पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। जिसके परिणामस्वरूप इन पंचायतों के तहत 23 गांवों में पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। प्रभावित गांवों में अगले 2-3 दिनों तक पानी की कमी रहेगी। इन गांवों में पानी की समस्या मुख्य पाइप लाइन टूटने से चौरी, पनोह, सपाहल, मुनाना, मझोट, धरोल, भटानी, जियाद, गलोटा, खिउंड, चाम्योला, विहाल, आंसला, भटेरा, ठलकना, छोंटी, खनेउ, सौड, मंधेतर, मरहाना, सैमरिहल, जंद्राल राजपुतान और जंद्राल ब्राह्मणा के लोगों को पानी की समस्या होगी। 4 से 5 फुट नीचे मलबे में दबी पाइप लाइन जल शक्ति विभाग के एसडीओ जितेश कुमार ने बताया कि भूस्खलन होने से से पाइप लाइन 4 से 5 फुट मलबा में दब चुकी है। मलबा गिरने से खड्ड का पानी भी रुक गया है। उसने एक झील का रूप ले लिया है इसलिए इसे बायपास किया जाएगा और 150 मीटर लंबी पाइपलाइन जल्द से जल्द बिछाई जाएगी।
पांवटा साहिब का जवान अरुणाचल प्रदेश में शहीद:ऑपरेशन अलर्ट का हिस्सा था: 6 साल पहले सेना में भर्ती हुआ था
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