लुधियाना में बायोगैस प्लांट के खिलाफ प्रदर्शन:लोग बोले- जहरीली गैस निकल रही, प्रशासन ने 10 दिन के लिए किया प्लांट बंद

लुधियाना में बायोगैस प्लांट के खिलाफ प्रदर्शन:लोग बोले- जहरीली गैस निकल रही, प्रशासन ने 10 दिन के लिए किया प्लांट बंद

लुधियाना में लोगों ने निजी कंपनी द्वारा स्थापित बायोगैस प्लांट के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोगों का आरोप है कि इन प्लांट से जहरीली गैस निकल रही है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। घटना लाडोवाल स्थित गांव बग्गा कलां की है। किसान, मजदूर और महिलाओं ने बड़ी संख्या में इकट्ठे होकर प्लांट के सामने धरना दिया और रोष रैली निकाली। किसान नेता स्वर्ण सिंह, करनैल सिंह, जनरैल सिंह और हाकम सिंह ने बताया कि पंजाब के विभिन्न गांवों में स्थापित किए जा रहे ऐसे बायोगैस प्लांट स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन रहे हैं। बच्चों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव
स्थानीय महिला नेत्री करनैल कौर, सिमरनजीत कौर और हरजीत कौर ने चिंता जताई कि प्लांट से निकलने वाली जहरीली गैस न केवल वातावरण को प्रदूषित करेगी, बल्कि उनके बच्चों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डालेगी। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्लांट को 10 दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि स्थानीय लोगों से विचार-विमर्श के बाद ही प्लांट को दोबारा चालू किया जाएगा। स्थानीय लोगों ने इस मुद्दे को लेकर 20 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, जो सरकार और अधिकारियों से वार्ता करेगी। कमेटी ने स्पष्ट किया है कि सरकार से बातचीत के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। लुधियाना में लोगों ने निजी कंपनी द्वारा स्थापित बायोगैस प्लांट के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोगों का आरोप है कि इन प्लांट से जहरीली गैस निकल रही है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। घटना लाडोवाल स्थित गांव बग्गा कलां की है। किसान, मजदूर और महिलाओं ने बड़ी संख्या में इकट्ठे होकर प्लांट के सामने धरना दिया और रोष रैली निकाली। किसान नेता स्वर्ण सिंह, करनैल सिंह, जनरैल सिंह और हाकम सिंह ने बताया कि पंजाब के विभिन्न गांवों में स्थापित किए जा रहे ऐसे बायोगैस प्लांट स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन रहे हैं। बच्चों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव
स्थानीय महिला नेत्री करनैल कौर, सिमरनजीत कौर और हरजीत कौर ने चिंता जताई कि प्लांट से निकलने वाली जहरीली गैस न केवल वातावरण को प्रदूषित करेगी, बल्कि उनके बच्चों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डालेगी। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्लांट को 10 दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि स्थानीय लोगों से विचार-विमर्श के बाद ही प्लांट को दोबारा चालू किया जाएगा। स्थानीय लोगों ने इस मुद्दे को लेकर 20 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, जो सरकार और अधिकारियों से वार्ता करेगी। कमेटी ने स्पष्ट किया है कि सरकार से बातचीत के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।   पंजाब | दैनिक भास्कर