मानसा में नौकरी से निकाले गए एक कर्मचारी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर दुकान मालिक पर बेसबॉल से हमला कर दिया। पूरी वारदात दुकान के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। घटना बूट हाउस में दोपहर करीब 3:15 बजे की है। दुकान मालिक अश्वनी कुमार ने बताया कि आरोपी कर्मचारी को 15 दिन पहले ही काम पर रखा गया था। वह लगातार एडवांस पैसे की मांग कर रहा था। एडवांस नहीं देने पर उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। इसी बात से नाराज होकर आज वह अपने दो साथियों के साथ दुकान में घुस आया और बेसबॉल से हमला कर दिया। हमलावरों ने दुकान के अंदर तोड़फोड़ की और मालिक का चश्मा भी तोड़ दिया। इसके बाद तीनों मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही सिटी-2 थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पीड़ित दुकान मालिक ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुटी है। मानसा में नौकरी से निकाले गए एक कर्मचारी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर दुकान मालिक पर बेसबॉल से हमला कर दिया। पूरी वारदात दुकान के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। घटना बूट हाउस में दोपहर करीब 3:15 बजे की है। दुकान मालिक अश्वनी कुमार ने बताया कि आरोपी कर्मचारी को 15 दिन पहले ही काम पर रखा गया था। वह लगातार एडवांस पैसे की मांग कर रहा था। एडवांस नहीं देने पर उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। इसी बात से नाराज होकर आज वह अपने दो साथियों के साथ दुकान में घुस आया और बेसबॉल से हमला कर दिया। हमलावरों ने दुकान के अंदर तोड़फोड़ की और मालिक का चश्मा भी तोड़ दिया। इसके बाद तीनों मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही सिटी-2 थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पीड़ित दुकान मालिक ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुटी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पराली जलाने से हरियाणा के 3 शहरों में AQI-400 पार:डॉक्टर बोले-इस प्रदूषण में सांस लेना 25-30 सिगरेट पीने के बराबर; पंजाब-चंडीगढ़ में ऑरेंज अलर्ट
पराली जलाने से हरियाणा के 3 शहरों में AQI-400 पार:डॉक्टर बोले-इस प्रदूषण में सांस लेना 25-30 सिगरेट पीने के बराबर; पंजाब-चंडीगढ़ में ऑरेंज अलर्ट हरियाणा में पराली जलाने से बढ़े प्रदूषण के कारण हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात बन रहे हैं। खासकर जीटी रोड बेल्ट के पानीपत, करनाल और कुरूक्षेत्र में हालात बिगड़ चुके हैं। अकेले कुरूक्षेत्र, करनाल और पानीपत में 198 जगहों पर पराली जलाने के मामले सामने आए हैं, जबकि पूरे हरियाणा में ऐसे मामलों की संख्या 680 है। कुरूक्षेत्र में कल 15 जगहों पर पराली जलाई गई। इसके अलावा इन शहरों में कई जगहों पर खुले में कूड़ा भी जलाया जा रहा है। एक दिन पहले 23 अक्टूबर को पानीपत में एक्यूआई 500 से ऊपर पहुंच गया था। आज पानीपत में एक्यूआई 450, कुरूक्षेत्र में 420 और करनाल में 402 चल रहा है। हालांकि पानीपत में हवा चलने से प्रदूषण से राहत मिली है। रात को AQI का लेवल 450 के बाद अब इसमें कमी आई है। पानीपत के डीसी वीरेंद्र कुमार दहिया का कहना है कि प्रदूषण का स्तर 158 है, जो पहले से सुधरा है। मेदांता हॉस्पिटल के डॉ. अरविंद कुमार का कहना है कि 400 से ऊपर एक्यूआई वाली हवा में सांस लेना एक दिन में 25-30 सिगरेट पीने के बराबर है। 300-350 का AQI एक दिन में 15-20 सिगरेट के बराबर हो सकता है। इससे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है। पंजाब के 2 शहरों और चंडीगढ़ में प्रदूषण का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब में अमृतसर का AQI 221 और मंडी गोबिंदगढ़ में 235 AQI हो चुका है। जो खराब की कैटेगरी में आता हैं। चंडीगढ़ में भी AQI 210 हो चुका है। यहां पराली जलने की घटनाएं कम हुई हैं लेकिन हवा न चलने से इसका धुआं नहीं छंट रहा। प्रदूषण को लेकर डॉक्टर्स ने क्या कहा… 1. डॉ. काजल बोले- पंजाब में मुश्किलें बढ़ीं, मास्क पहनना चाहिए
मेडिकल कॉलेज अमृतसर के टीबी-चेस्ट डिपार्टमेंट से रिटायर्ड HOD डॉ. एनसी काजल का कहना है कि आंखों में जलन की समस्याएं आम हो गई हैं। वहीं अस्थमा समेत सांस की दूसरी बीमाारियों के रोगियों की मुश्किलें बढ़ चुकी हैं। इस स्थिति में बाहर निकलने से बचना चाहिए। इमरजेंसी हो तो मास्क पहनना चाहिए। 2. एम्स के पूर्व निदेशक ने कहा- कोविड से ज्यादा खतरनाक प्रदूषण
दिल्ली एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोविड 19 की तुलना में प्रदूषण से होने वाली मौतें अधिक हो सकती हैं। हेल्थ इफेक्ट इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में वायु प्रदूषण के कारण दुनिया में 80 लाख मौतें हुईं। यह कोविड 19 से हुई मौतों से भी ज्यादा हैं। हमें कोविड की चिंता थी, लेकिन प्रदूषण की नहीं। WHO के मुताबिक वायु प्रदूषण से इन बीमारियों का खतरा 1. अस्थमा: सांस लेने में कठिनाई होती है, छाती में दबाव महसूस होता है और खांसी भी आती है। ऐसा तब होता है जब व्यक्ति की श्वसन नली में रुकावट आने लगती है। यह रुकावट एलर्जी (हवा या प्रदूषण) और कफ से आती है। कई रोगियों में यह भी देखा गया है कि सांस लेने की नली में सूजन भी आ जाती है। 2. फेफड़ों का कैंसर: स्मॉल सेल लंग कैंसर (SCLC) प्रदूषण और धूम्रपान से होने वाला कैंसर है। इसका पता तब चलता है जब SCLC शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फैल चुका होता है। साथ ही, नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (NSCLC) तीन तरह के होते हैं। एडेनोकार्सिनोमा, स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और लार्ज सेल कार्सिनोमा। 3. हार्ट अटैक : वायु प्रदूषण से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। जहरीली हवा के PM 2.5 के बारीक कण खून में चले जाते हैं। इससे धमनियां सूज जाती हैं। 4. बच्चों में सांस की दिक्कत: बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह नाक, गले और फेफड़ों को संक्रमित करता है, जो सांस लेने में मदद करने वाले अंग हैं। बच्चों को इस बीमारी का खतरा अधिक होता है। 5 साल से कम उम्र के बच्चे इस बीमारी से सबसे ज्यादा मरते हैं। 5. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) : क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) एक सांस संबंधी बीमारी है जिसमें मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह बहुत खतरनाक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक सबसे ज्यादा लोग सीओपीडी से मरते हैं। पराली जलाने वालों पर कोई नियंत्रण नहीं
प्रदेश में पराली जलाने पर अभी तक कोई नियंत्रण नहीं है। बुधवार को भी पराली जलाने के 15 नए मामले सामने आए। इन्हें मिलाकर कुल आंकड़ा 680 पर पहुंच गया है। कुरुक्षेत्र और रोहतक में सबसे ज्यादा नए मामले आए हैं और हिसार में भी दो दिन बाद एक मामला आया है। ऐसे में कृषि विभाग की टीम ने संबंधित किसान पर चालान के साथ ही केस भी दर्ज करवाया है। यमुनानगर और जींद में भी एक-दो केस मिले हैं। इससे प्रदेश का पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। वहीं दूसरी ओर सरकार हरसैक के जरिए सबसे ज्यादा निगरानी रख रही है। विभाग की टीम हर सूचना पर नजर रख रही है। जैसे ही कोई आगजनी की घटना करता है तो उसकी सूचना और लोकेशन विभाग तक पहुंच जाती है। हिसार DC बोले-1000 रुपए प्रति एकड़ दे रहे
हिसार के डीसी प्रदीप दहिया का कहना है कि कृषि भूमि की उपजाऊ शक्ति को बरकरार रखने एवं प्रदूषण से होने वाले नुकसान को देखते हुए अवशेषों का उचित प्रबंधन विभिन्न मशीनों द्वारा खेत में मिलाकर अथवा बेलर द्वारा गांठ बनाकर किया जा सकता है। इसके लिए किसान को कृषि विभाग द्वारा 1000 रुपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है, जिसके लिए किसान विभागीय पोर्टल पर 30 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट लगा चुका फटकार
पराली जलाने के मामले में कार्रवाई न करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट हरियाणा के साथ पंजाब सरकार को भी फटकार लगा चुका है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि अगर वह सख्ती दिखा रहे हैं तो फिर एक मुकदमा तो चलना चाहिए। न तो FIR दर्ज की जा रही हैं और न ही जुर्माना लिया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से भी इस मामले को लेकर नाराजगी जताई (पूरी खबर पढ़ें)
पंजाब में 35 करोड़ की हेरोइन मिली:4.45 लाख की ड्रग मनी भी जब्त, 3 गिरफ्तार, पाकिस्तानी नेटवर्क होने का शक
पंजाब में 35 करोड़ की हेरोइन मिली:4.45 लाख की ड्रग मनी भी जब्त, 3 गिरफ्तार, पाकिस्तानी नेटवर्क होने का शक पंजाब पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में नशीले पदार्थ और ड्रग मनी जब्त की है। इतना ही नहीं, पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में भी सफलता हासिल की है। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह नशा सीमा पार से आया था और इसे पंजाब के साथ-साथ दूसरे राज्यों में भी बांटा जाना था। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि काउंटर इंटेलिजेंस अमृतसर ने एक विशेष अभियान के तहत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी अमृतसर के अटारी रोड के पास पंजाबी बाग रिजॉर्ट के पास से की गई है। फिलहाल मामला दर्ज कर आरोपियों से उनके पिछले संबंधों के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है। जल्द ही पुलिस इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां भी करेगी। 5 किलो हेरोइन जब्त कार्रवाई के दौरान पुलिस ने आरोपियों से 5 किलो हेरोइन और 4.45 लाख रुपये की ड्रग मनी जब्त की। डीजीपी ने कहा कि इस मामले में शामिल पूरे नेटवर्क को बेनकाब करने और जड़ से उखाड़ने के लिए सख्त कार्रवाई जारी है। पंजाब पुलिस ने अपने बयान में यह भी कहा कि वह राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और ऐसे नेटवर्क के खिलाफ लगातार अभियान चलाएगी। इस ऑपरेशन को राज्य में नशा तस्करों के लिए एक कड़ा झटका माना जा रहा है।
लुधियाना जेल में हवालाती से मिला नशीला पदार्थ, केस दर्ज
लुधियाना जेल में हवालाती से मिला नशीला पदार्थ, केस दर्ज लुधियाना | पंजाब की अलग-अलग जेलों के अंदर या बाहर नशा, मोबाइल और प्रतिबंिधत सामान मिलना अब आम बात हो गई है। जेल में जगह-जगह चेकिंग और पूछताछ के बाद भी प्रतिबंिधत सामान मिलना सुरक्षा में चूक है। वहीं, लुधियाना केंद्रीय जेल में एक बार फिर चेकिंग के दौरान सहायक सुपरिंटेंडेंट सुखदेव सिंह के चेकिंग करने पर एक हवालाती की बैरक से 9 ग्राम नशीला पाउडर मिला है। जिस हवालाती की बैरक से नशीला पदार्थ मिला है, उसकी पहचान मुकेश कुमार पुत्र कमल कृष्ण के रूप में हुई है। बाद में जेल सुपरिंटेंडेंट की शिकायत के आधार पर डिवीजन नंबर-7 थाने में जेल के अनुशासन को भंग करने की धाराओं के तहत हवालाती पर एक और मामला दर्ज कर लिया गया है।