चंडीगढ़ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक स्कूल टीचर ने 74 वर्षीय बुजुर्ग महिला को ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 2.87 करोड़ रुपए की चपत लगा दी। मोतीलाल ओसवाल कंपनी की मालिक हरजीवन ग्रेवाल के साथ हुई इस धोखाधड़ी में आरोपी प्रभात कुमार ने “फॉरेन इन्वेस्टर” नाम की फर्जी स्कीम का इस्तेमाल किया। आरोपी प्रभात ने पहले महिला को 200 प्रतिशत रिटर्न का लालच दिया और विश्वास जीतने के लिए 5000 रुपए के निवेश पर वादा के अनुसार लाभ भी दिया। इससे प्रभावित होकर महिला ने धीरे-धीरे बड़ी रकम निवेश करना शुरू कर दिया। लेकिन जब कुल निवेश 2.87 करोड़ तक पहुंच गया, तब आरोपी ने ब्याज देना बंद कर दिया और संपर्क तोड़ लिया। पीड़िता की शिकायत पर चंडीगढ़ साइबर थाना पुलिस ने धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है। साइबर पुलिस के अनुसार, ऑनलाइन ट्रेडिंग और शेयर बाजार में निवेश के नाम पर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसमें ठग फर्जी अकाउंट और मोटे मुनाफे का लालच देकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। चंडीगढ़ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक स्कूल टीचर ने 74 वर्षीय बुजुर्ग महिला को ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 2.87 करोड़ रुपए की चपत लगा दी। मोतीलाल ओसवाल कंपनी की मालिक हरजीवन ग्रेवाल के साथ हुई इस धोखाधड़ी में आरोपी प्रभात कुमार ने “फॉरेन इन्वेस्टर” नाम की फर्जी स्कीम का इस्तेमाल किया। आरोपी प्रभात ने पहले महिला को 200 प्रतिशत रिटर्न का लालच दिया और विश्वास जीतने के लिए 5000 रुपए के निवेश पर वादा के अनुसार लाभ भी दिया। इससे प्रभावित होकर महिला ने धीरे-धीरे बड़ी रकम निवेश करना शुरू कर दिया। लेकिन जब कुल निवेश 2.87 करोड़ तक पहुंच गया, तब आरोपी ने ब्याज देना बंद कर दिया और संपर्क तोड़ लिया। पीड़िता की शिकायत पर चंडीगढ़ साइबर थाना पुलिस ने धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है। साइबर पुलिस के अनुसार, ऑनलाइन ट्रेडिंग और शेयर बाजार में निवेश के नाम पर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसमें ठग फर्जी अकाउंट और मोटे मुनाफे का लालच देकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल तनखैया करार:अकाल तख्त ने दी धार्मिक सजा, जत्थेदार बोले- गुनाहों की माफी मांगें, राम रहीम को दी थी माफी
अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल तनखैया करार:अकाल तख्त ने दी धार्मिक सजा, जत्थेदार बोले- गुनाहों की माफी मांगें, राम रहीम को दी थी माफी पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल को धार्मिक सजा सुना दी गई है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सुखबीर को तनखैया करार दे दिया है। सुखबीर बादल पर उनकी सरकार के वक्त डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने का आरोप लगा था। ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा- ”अकाली दल प्रधान और डिप्टी सीएम रहते हुए सुखबीर बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए, जिससे पंथक स्वरूप को अकसर को नुकसान पहुंचा। सिख पंथ का भारी नुकसान हुआ। 2007 से 2017 वाले सिख कैबिनेट मंत्री भी अपना स्पष्टीकरण दें।” अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि सुखबीर बादल एक साधारण सिख की तरह अकाल तख्त पर आकर अपने गुनाहों की माफी मांगें। सुखबीर बादल 15 दिन के भीतर अकाल तख्त पर पेश हों। अकाली दल के प्रवक्ता विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि अब सुखबीर बादल अकाल तख्त में पेश होंगे। उसके बाद उन्हें गुनाह बताए जाएंगे, जिस पर सुखबीर बादल अपना पक्ष रखेंगे। बैठक से पहले अकाली दल ने बनाया कार्यकारी प्रधान
अकाली दल ने पांचों तख्तों की बैठक से पहले ही बीते दिन बलविंदर सिंह भूंदड़ को कार्यकारी प्रधान नियुक्त कर दिया। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि बगावत झेल रहे अकाली दल ने ये निर्णय संवेदनशीलता को देखते हुए लिया है। कई सिख जत्थेबंदियों ने श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचकर सुखबीर बादल के इस्तीफे की मांग की थी। कार्यकारी प्रधान नियुक्त किए गए बलविंदर सिंह भूंदड़ बादल परिवार के करीबी रहे हैं। अब सिलसिलेवार पढ़िए पूरा मामला…. अकाली दल के बागी गुट ने सौंपा था माफीनामा
अकाली दल का बागी गुट 1 जुलाई को श्री अकाल तख्त पहुंचा था। इस दौरान यहां जत्थेदार को माफीनामा दिया था। जिसमें सुखबीर बादल से हुई 4 गलतियों पर माफी मांगी गई। जिसमें डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने की गलती मानी गई है। 2015 में फरीदकोट के बरगाड़ी में बेअदबी की सही जांच न होने के लिए भी माफी मांगी गई। वहीं IPS अधिकारी सुमेध सैनी को DGP बनाने और मुहम्मद इजहार आलम की पत्नी को टिकट देने की भी गलती मानी गई। बागी गुट के अकाल तख्त को सौंपे माफीनामे में कबूली 4 गलतियां… 1. वापस ली गई थी डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ शिकायत: 2007 में सलाबतपुरा में सच्चा सौदा डेरा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने दसवें गुरू श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं कपड़ों को पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचाया था। उस वक्त इसके खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में SAD सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने दिलवाई थी माफी: श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए डेरा मुखी को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए डेरा मुखी को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिख पंथ के गुस्से और नाराजगी को ध्यान में रखते हुए इस फैसले से पीछे हटना पड़ा। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई: 1 जून 2015 को कुछ तत्वों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए व बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। शिरोमणि अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में सफल नहीं हुए। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए और कोटकपूरा और बहबल कलां में दुखद घटनाएं हुईं। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को नहीं दे पाए इंसाफ: SAD सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया था। राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने के लिए उन्हें जाना जाता था। पुलिसकर्मी इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया। बताना चाहते हैं कि 2012 में बनी SAD सरकार और पिछली अकाली सरकारों ने भी राज्य में झूठे पुलिस मुठभेड़ों की निष्पक्ष जांच करने और पीड़ितों को राहत देने के लिए एक आयोग बनाकर लोगों से किए वादे विफल रहे। 14 जुलाई को स्पष्टीकरण मांगा, 24 को बंद लिफाफे में जवाब दिया
इसके बाद 14 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पर पांचों तख्तों के जत्थेदारों की बैठक हुई। जिसमें 15 दिन के अंदर सुखबीर बादल से स्पष्टीकरण मांगा गया था। इसके बाद 24 जुलाई को सुखबीर बादल ने बंद लिफाफे में श्री अकाल तख्त साहिब को स्पष्टीकरण दिया था। ये दिया था स्पष्टीकरण…
सुखबीर बादल ने लिखा था कि पंजाब का प्रशासनिक मुखिया होने के नाते मुझे इस तरह की अप्रत्याशित घटनाओं के बारे में पूरी जानकारी है। मैंने सौंपे गए कर्तव्यों का पूरी लगन और परिश्रम से पालन करने की कोशिश की है, लेकिन अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करते समय कभी-कभी कुछ ऐसा हो जाता है, जो अचानक घटित होता है। इससे आपका मन गहरी पीड़ा से गुजरता है और आप आत्मिक रूप से परेशान हो जाते हैं। इस मामले में हमारी पश्चाताप की भावना प्रबल है। ऐसे समय में वे आंतरिक पीड़ा से भी गुजर रहे हैं, ऐसी भावना के साथ, वे गुरु को नमन कर रहे हैं और प्रार्थना कर रहे हैं कि गुरु साहब शक्ति और दया प्रदान करें।
पंजाब- हरियाणा को हाईकोर्ट के निर्देश:नशा मुक्ति केंद्रों के लिए मसौदा तैयार करें राज्य, निगरानी के लिए नामित हो अधिकारी
पंजाब- हरियाणा को हाईकोर्ट के निर्देश:नशा मुक्ति केंद्रों के लिए मसौदा तैयार करें राज्य, निगरानी के लिए नामित हो अधिकारी पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में नशा मुक्ति केंद्रों में खामियों को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई हुई] जिसमें हाईकोर्ट ने पंजाब, हरियाणा सहित चंडीगढ़ को भी नशा मुक्ति केंद्र के संचालन के लिए तैयार किया गया मसौदा सही तरीके से लागू करने के लिए कहा है। सिविल ड्रेस में हो पुलिसकर्मी तैनात नशा मुक्ति केंद्रों में नशा दिए जाने के आरोप पर कोर्ट ने कहा कि एक सीमित मात्रा में ही नशे के आदी व्यक्तित को खुराक दी जानी चाहिए। जब जांच के बाद यह तय हो जाए कि उसको कितनी जरूरत है। ऐसे केंद्रों में नशा तस्करों की घुसपैठ और लड़ाई-झगड़े के मामलों की निगरानी करने के लिए सादी वर्दी में पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया जाना चाहिए। पिछली सुनवाई पर पुलिस कमी का दिया गया था हवाला पिछली सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट को बताया गया था कि पुलिस बल की कमी है और स्थायी तौर पर तैनाती संभव नहीं है। इस पर पीठ ने कहा कि एक अधिकारी को तो नामित किया ही जाना चाहिए जो नशा मुक्ति केंद्रों की निगरानी करे। ऐसा करना तस्करों पर कार्रवाई करने के लिए जरूरी है। अगर कार्रवाई नहीं की जाती है तो नशा छोड़ने के लिए अपनी इच्छा से गए लोगों को कभी राहत नहीं मिल सकेगी। तस्कर अपनी अवैध गतिविधियों को जारी रखेंगे और नशे के आदी लोगों की संख्या कम होने के बजाए बढ़ती रहेगी।
लुधियाना में प्लास्टिक फैक्ट्री में भीषण आग:शार्ट सर्किट से हुआ हादसा,कच्चा माल जल कर राख,देर रात तक जारी रहा रेस्क्यू
लुधियाना में प्लास्टिक फैक्ट्री में भीषण आग:शार्ट सर्किट से हुआ हादसा,कच्चा माल जल कर राख,देर रात तक जारी रहा रेस्क्यू पंजाब के लुधियाना में लाडोवाल नजदीक गांव फतेहगढ़ गुज्जरां में प्लास्टिक की फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। आग इतनी भयावक थी कि कई किलोमीटर दूर से दिखाई दे रही थी। आग लगने के तुरंत बाद लेबर ने मालिक को घटना की जानकारी दी। मौके पर तुरंत फैक्ट्री मालिक पहुंचे। यह आग करतार इंट्रप्राइजिज में लगी थी। लोगों ने मदद की लेकिन आग बढ़ती रही गांव के लोगों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की लेकिन आग बढ़ती रही। लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचित किया। गनीमत रही की फैक्ट्री अंदर कोई नहीं था अन्यथा बड़ा जानी नुक्सान हो सकता था। आग ग्राउंड फ्लोर से लगनी शुरू हुई। लाखों का कच्चा माल राख जानकारी देते हुए फैक्ट्री मालिक सुखप्रीत ने कहा कि वह फैक्ट्री करीब 8 बजे बंद करके चला गया था। उसे लेबर विनोद का करीब 9 बजे के बाद फोन आया उसने उसे बताया कि फैक्ट्री में आग लग गई है। जब वह फैक्ट्री में पहुंचा तो लाखों का कच्चा माल राख हो गया। उसने लोगों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की लेकिन आग देखते ही देखते बढ़ गई। आस-पास की बिल्डिंगें करवाई खाली हादसा भयावक था कि आस-पास की बिल्डिंगों को भी खाली करवाया गया। खबर लिखे जाने तक दमकल विभाग की करीब 10 गाड़ियां लग चुकी थी। घटना स्थल पर थाना लाडोवाल की पुलिस भी पहुंची। पुलिस ने भी रेस्क्यू कार्य में सहयोग दिया। आग लगने के कारण गांव में भी अफरा तफरी देर रात तक मची रही। रात 12 बजे के बाद तक रेस्क्यू दमकल कर्मचारियों का जारी रहा।