योगी ने खूंखार भेड़ियों का नाम भैरव-भैरवी रखा:गोरखपुर जू में रवि किशन की ली चुटकी- ये शेर के बाड़े में जाना चाहते हैं

योगी ने खूंखार भेड़ियों का नाम भैरव-भैरवी रखा:गोरखपुर जू में रवि किशन की ली चुटकी- ये शेर के बाड़े में जाना चाहते हैं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को गोरखपुर में हैं। उन्होंने शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में हाथी रेस्क्यू सेंटर का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने पूजा-अर्चना की। हाथी को उसके बाड़े में केला और गन्ना खिलाया। इसके बाद गैंडों को भी केले खिलाए। उन्होंने बहराइच से पकड़कर लाए गए 2 भेड़ियों को नए बाड़े में छोड़ा। योगी ने नर भेड़िए का नाम भैरव और मादा का नाम भैरवी रखा। इसके बाद पीलीभीत से लाए गए टाइगर के बाड़े के सामने गए। सीएम को देखकर टाइगर ने दहाड़ लगाई। इसके बाद जब योगी आदित्यनाथ ने मंच संभाला, तब उन्होंने सांसद रवि किशन की चुटकी ली। बोले- आप देखिएगा कि कितना भारी-भरकम बाघ है। ये रवि किशन तो बाड़े में जाना चाहते थे, हम लोगों ने ही रोका कि अभी भाषण भी देना है, रहने दो। 3 तस्वीरें देखिए… विनोद वन में 23 महीने से रह रहे हाथी गंगा प्रसाद को गोरखपुर चिड़ियाघर के नए बाड़े में शिफ्ट किया गया है। योगी आदित्यनाथ इस मौके पर तितली घर, सॉवेनियर शॉप, कॉफी टेबल और एक डॉक्यूमेंट्री का भी उद्घाटन किया। इसके अलावा पीलीभीत से लाए गए बाघ, बिजनौर के तेंदुए और बहराइच से आए भेड़ियों को भी उनके नए बाड़ों में पहुंचाया। रवि किशन पर चुटकी ली, कहा- ये बाघ के बाड़े में जाना चाहते थे
वन्य जीवों को देखने के बाद योगी आदित्यनाथ बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह पहुंचे। यहां भाजपा के संविधान गौरव अभियान कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा- पीलीभीत में लोगों पर हमला करने वाले टाइगर को यहां रखा गया है। बहुत भारी-भरकम है। आज उसको बाड़े मे छोड़ा है। उसका नाम केसरी रखा है। उन्होंने कहा- रवि किशन तो उसके बाड़े में जाने के लिए तत्पर थे, लेकिन हम लोगों ने समझाया कि अभी भाषण भी करना है, रहने दो…। बहराइच में बहुत सारे बच्चों को मारने वाले भेड़ियों को भी आज बाड़े में सबके सामने लाया गया। ये वही भेड़िए हैं, जिनके जबड़े में मानव का खून लग गया था। आखिरकार उन्हें पकड़ा गया। अब दोनों यहीं पर है। आप देखिए, कितने फुर्तीले हैं। योगी बोले- ये संवेदनशील हैं…
योगी ने कहा- आप देखिए, जब हम बब्बर शेर के बाड़े में गए। वहां के केयर टेकर उसको नाम से बुला रहे थे। वह आराम से आ-जा रहा था। देखिए, वह भी प्यार समझते हैं। कितने संवेदनशील है। अगर कोई ठीक व्यवहार रखे, तो जानवर भी मनुष्य के पास आना चाहता है। कहने का मतलब है, पर्यावरण के साथ तालमेल जरूरी है। हर व्यक्ति को 1 साल में 10 पेड़ जरूर लगाना चाहिए। जिस गंगा प्रसाद को योगी ने केला खिलाया…पढ़िए उसका सफर
15 फरवरी, 2023 को हाथी गंगा प्रसाद चिलुआताल के मोहम्मदपुर माफी में यज्ञ की कलश यात्रा में शामिल हुआ था। इसी दौरान वह बिदक गया। उसने दो महिलाओं और एक बच्चे पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। घटना के बाद वन विभाग ने गंगा प्रसाद को विनोद वन में रखा। जब उसके मालिक का कोई पता नहीं चला, तो अधिकारियों ने उसे चिड़ियाघर में शिफ्ट कर दिया। 18 करोड़ की लागत से तैयार हुआ रेस्क्यू सेंटर
केंद्रीय जू अथॉरिटी के नियमानुसार, चिड़ियाघर प्रशासन ने हाथी के लिए दो बाड़ों का प्रस्ताव तैयार किया। इसकी कुल लागत 18 करोड़ रुपए थी। पहले चरण में शासन ने 12 करोड़ रुपए स्वीकृत किए। 23 महीने के इंतजार के बाद गंगा प्रसाद का नया घर तैयार हो सका। दर्शकों के लिए फिर खुलेगा विनोद वन
गंगा प्रसाद के स्थानांतरित होने के बाद विनोद वन को दर्शकों के लिए दोबारा खोल दिया जाएगा। चिड़ियाघर प्रशासन के अनुसार, यह कदम वन्यजीव संरक्षण और दर्शकों को नई सुविधाएं देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। मुख्यमंत्री के दौरे के दूसरे दिन, वह जनता दर्शन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जहां वह लोगों की समस्याएं सुनेंगे और उनका समाधान करने के निर्देश देंगे। ——————————- यह खबर भी पढ़ें प्रेमानंदजी संभल डीएम से बोले-बिना डरे अपना काम करें, आप महात्मा हैं मथुरा-वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज से संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया मिलने पहुंचे। वृंदावन स्थित राधा केली कुंज के दरबार में डीएम ने प्रेमानंद महाराज के दर्शन किए। महाराज ने उन्हें कर्तव्य का पाठ पढ़ाया। उन्हें बिना डरे और निष्पक्ष होकर प्रशासनिक कर्तव्यों का पालन करने का भी मंत्र दिया। यहां पढ़ें पूरी खबर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को गोरखपुर में हैं। उन्होंने शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में हाथी रेस्क्यू सेंटर का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने पूजा-अर्चना की। हाथी को उसके बाड़े में केला और गन्ना खिलाया। इसके बाद गैंडों को भी केले खिलाए। उन्होंने बहराइच से पकड़कर लाए गए 2 भेड़ियों को नए बाड़े में छोड़ा। योगी ने नर भेड़िए का नाम भैरव और मादा का नाम भैरवी रखा। इसके बाद पीलीभीत से लाए गए टाइगर के बाड़े के सामने गए। सीएम को देखकर टाइगर ने दहाड़ लगाई। इसके बाद जब योगी आदित्यनाथ ने मंच संभाला, तब उन्होंने सांसद रवि किशन की चुटकी ली। बोले- आप देखिएगा कि कितना भारी-भरकम बाघ है। ये रवि किशन तो बाड़े में जाना चाहते थे, हम लोगों ने ही रोका कि अभी भाषण भी देना है, रहने दो। 3 तस्वीरें देखिए… विनोद वन में 23 महीने से रह रहे हाथी गंगा प्रसाद को गोरखपुर चिड़ियाघर के नए बाड़े में शिफ्ट किया गया है। योगी आदित्यनाथ इस मौके पर तितली घर, सॉवेनियर शॉप, कॉफी टेबल और एक डॉक्यूमेंट्री का भी उद्घाटन किया। इसके अलावा पीलीभीत से लाए गए बाघ, बिजनौर के तेंदुए और बहराइच से आए भेड़ियों को भी उनके नए बाड़ों में पहुंचाया। रवि किशन पर चुटकी ली, कहा- ये बाघ के बाड़े में जाना चाहते थे
वन्य जीवों को देखने के बाद योगी आदित्यनाथ बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह पहुंचे। यहां भाजपा के संविधान गौरव अभियान कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा- पीलीभीत में लोगों पर हमला करने वाले टाइगर को यहां रखा गया है। बहुत भारी-भरकम है। आज उसको बाड़े मे छोड़ा है। उसका नाम केसरी रखा है। उन्होंने कहा- रवि किशन तो उसके बाड़े में जाने के लिए तत्पर थे, लेकिन हम लोगों ने समझाया कि अभी भाषण भी करना है, रहने दो…। बहराइच में बहुत सारे बच्चों को मारने वाले भेड़ियों को भी आज बाड़े में सबके सामने लाया गया। ये वही भेड़िए हैं, जिनके जबड़े में मानव का खून लग गया था। आखिरकार उन्हें पकड़ा गया। अब दोनों यहीं पर है। आप देखिए, कितने फुर्तीले हैं। योगी बोले- ये संवेदनशील हैं…
योगी ने कहा- आप देखिए, जब हम बब्बर शेर के बाड़े में गए। वहां के केयर टेकर उसको नाम से बुला रहे थे। वह आराम से आ-जा रहा था। देखिए, वह भी प्यार समझते हैं। कितने संवेदनशील है। अगर कोई ठीक व्यवहार रखे, तो जानवर भी मनुष्य के पास आना चाहता है। कहने का मतलब है, पर्यावरण के साथ तालमेल जरूरी है। हर व्यक्ति को 1 साल में 10 पेड़ जरूर लगाना चाहिए। जिस गंगा प्रसाद को योगी ने केला खिलाया…पढ़िए उसका सफर
15 फरवरी, 2023 को हाथी गंगा प्रसाद चिलुआताल के मोहम्मदपुर माफी में यज्ञ की कलश यात्रा में शामिल हुआ था। इसी दौरान वह बिदक गया। उसने दो महिलाओं और एक बच्चे पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। घटना के बाद वन विभाग ने गंगा प्रसाद को विनोद वन में रखा। जब उसके मालिक का कोई पता नहीं चला, तो अधिकारियों ने उसे चिड़ियाघर में शिफ्ट कर दिया। 18 करोड़ की लागत से तैयार हुआ रेस्क्यू सेंटर
केंद्रीय जू अथॉरिटी के नियमानुसार, चिड़ियाघर प्रशासन ने हाथी के लिए दो बाड़ों का प्रस्ताव तैयार किया। इसकी कुल लागत 18 करोड़ रुपए थी। पहले चरण में शासन ने 12 करोड़ रुपए स्वीकृत किए। 23 महीने के इंतजार के बाद गंगा प्रसाद का नया घर तैयार हो सका। दर्शकों के लिए फिर खुलेगा विनोद वन
गंगा प्रसाद के स्थानांतरित होने के बाद विनोद वन को दर्शकों के लिए दोबारा खोल दिया जाएगा। चिड़ियाघर प्रशासन के अनुसार, यह कदम वन्यजीव संरक्षण और दर्शकों को नई सुविधाएं देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। मुख्यमंत्री के दौरे के दूसरे दिन, वह जनता दर्शन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जहां वह लोगों की समस्याएं सुनेंगे और उनका समाधान करने के निर्देश देंगे। ——————————- यह खबर भी पढ़ें प्रेमानंदजी संभल डीएम से बोले-बिना डरे अपना काम करें, आप महात्मा हैं मथुरा-वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज से संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया मिलने पहुंचे। वृंदावन स्थित राधा केली कुंज के दरबार में डीएम ने प्रेमानंद महाराज के दर्शन किए। महाराज ने उन्हें कर्तव्य का पाठ पढ़ाया। उन्हें बिना डरे और निष्पक्ष होकर प्रशासनिक कर्तव्यों का पालन करने का भी मंत्र दिया। यहां पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर