हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में पांवटा पुलिस ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गुज्जर कालोनी के पास से एक तस्कर को 1.054 किलोग्राम चूरा-पोस्त के साथ गिरफ्तार किया है। डीएसपी मानवेन्द्र ठाकुर के अनुसार, पुलिस टीम ने गुप्त सूचना मिलने के बाद गुज्जर कालोनी के पास नाका लगाया था। वहां से गांव पातलियों, डाकघर बातामंडी निवासी ओम सिंह को हिरासत में लिया गया। तलाशी के दौरान उसके पास से भारी मात्रा में चूरा-पोस्त बरामद हुआ। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उल्लेखनीय है कि पांवटा साहिब पुलिस पिछले कुछ समय से नशे के कारोबारियों और तस्करों के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में पांवटा पुलिस ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गुज्जर कालोनी के पास से एक तस्कर को 1.054 किलोग्राम चूरा-पोस्त के साथ गिरफ्तार किया है। डीएसपी मानवेन्द्र ठाकुर के अनुसार, पुलिस टीम ने गुप्त सूचना मिलने के बाद गुज्जर कालोनी के पास नाका लगाया था। वहां से गांव पातलियों, डाकघर बातामंडी निवासी ओम सिंह को हिरासत में लिया गया। तलाशी के दौरान उसके पास से भारी मात्रा में चूरा-पोस्त बरामद हुआ। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उल्लेखनीय है कि पांवटा साहिब पुलिस पिछले कुछ समय से नशे के कारोबारियों और तस्करों के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में कैंसर मरीज की मौत पर बवाल:जयराम बोले-यह हत्या; मृतक की बेटी ने दोषियों के खिलाफ मांगी कार्रवाई, मरीज को नहीं मिला इंजेक्शन
हिमाचल में कैंसर मरीज की मौत पर बवाल:जयराम बोले-यह हत्या; मृतक की बेटी ने दोषियों के खिलाफ मांगी कार्रवाई, मरीज को नहीं मिला इंजेक्शन हिमाचल के प्रीमियम हेल्थ इंस्टीट्यूट IGMC शिमला में एक कैंसर मरीज को समय पर इंजेक्शन नहीं मिलने से मौत का मामला तूल पकड़ रहा है। मृतक की बेटी द्वारा वीडियो सोशल मीडिया में पोस्ट करने के बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी सोशल मीडिया पर व्यवस्था पतन लिखकर राजनीति को गरमा दिया है। जयराम ठाकुर ने इस घटना को हत्या बताया है। इसके लिए उन्होंने व्यवस्था परिवर्तन वाली कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार दोषी बताया। उन्होंने वर्तमान कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था का बेड़ा गर्क कर दिया है। जिम्मेदार लोग इसको स्वीकार करने को तैयार नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को इस तरह लावारिस न छोड़ें। जाने क्या है पूरा मामला बिलासपुर निवासी देवराज की बेटी जहान्वी शर्मा ने वीडियो में कहा कि उनके पिता को डॉक्टरों ने 13 नवंबर को अस्पताल बुलाया था। उनके पिता की कीमोथैरेपी होनी थी। मगर उन्हें बोला गया कि हिम-केयर की पेमेंट नहीं होने की वजह से इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है। 2 दिन बाद आना, यह बोलकर 20 दिन निकल गए। तब उन्हें बोला गया कि इमरजेंसी है तो खुद इंजेक्शन खरीद ले। इसकी कीमत 50 हजार रुपए से ज्यादा थी। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से पैसा जुटाने में वक्त लग गया। जब तक वह पैसा जुटा पाते, तब तक उनके पिता की मौत (3 दिसंबर) हो गई थी। जहान्वी में कहा, इंजेक्शन नहीं मिलने से उनके पिता को दिक्कत आई है और मौत हो गई। उन्होंने इसके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कमाने वाले इकलौते पिता थे: जहान्वी जहान्वी ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी शिकायत कर दी है। वह आगे कहती हैं कि उनके घर पर कमाने वाले इकलौते पिता ही थे। उनका भाई और वह खुद पढ़ाई कर रही हैं। मरीज का हिम-केयर कार्ड बना हुआ था। इससे उनका इलाज चल रहा था। उनके हिम-केयर कार्ड में बेलेंस भी था। फिर भी इंजेक्शन नहीं दिया गया। जहान्वी कहती हैं कि डॉक्टर ने अच्छे से उपचार किया है और पूरा सहयोग किया है। सीएम हेल्पलाइन पर भी सवाल जाह्नवी ने बताया कि अब हेल्पलाइन से शिकायत को बिना कोई कार्रवाई किए हटा दिया है। अब जब भी वह शिकायत लिखवाने की कोशिश करती हैं, तो सीएम हेल्पलाइन से किसी का फोन आ जाता है कि जल्द ही आपकी शिकायत को दर्ज करेंगे।
हिमाचल उपचुनाव में भाजपा को भितरघात की आशंका:देहरा-नालागढ़ में खुलकर सामने आई नाराजगी, धवाला- हरप्रीत के रवैये से टेंशन में भाजपा
हिमाचल उपचुनाव में भाजपा को भितरघात की आशंका:देहरा-नालागढ़ में खुलकर सामने आई नाराजगी, धवाला- हरप्रीत के रवैये से टेंशन में भाजपा हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भितरघात की आशंका है। भाजपा ने तीनों सीटों पर निर्दलीय पूर्व विधायकों को टिकट दिया है। इससे 2022 के विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों के साथ-साथ भावी टिकट के दावेदार भी पार्टी से नाराज हैं। भाजपा को देहरा और नालागढ़ सीट पर भितरघात की आशंका ज्यादा है। देहरा में पूर्व मंत्री रमेश चंद धवाला ने खुलेआम ऐलान कर दिया है कि वह पार्टी प्रत्याशी होशियार सिंह के लिए वोट नहीं मांगेंगे। उनकी नाराजगी सिर्फ होशियार सिंह से ही नहीं बल्कि भाजपा हाईकमान के बड़े नेताओं से भी है। नाराज धवाला ने कहा है कि भेड़ की खाल में भेड़िये ने उनके साथ जो किया है, उसकी पाई-पाई वह लेंगे। भाजपा के कई नेताओं ने धवाला को मनाने की कोशिश की। लेकिन वह नहीं माने। इसलिए उपचुनाव में उनकी नाराजगी भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। नालागढ़ में बागी हरप्रीत BJP के लिए चुनौती उधर, नालागढ़ सीट पर भी भाजपा के सह-मीडिया प्रभारी हरप्रीत सिंह पार्टी से बगावत करके निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उनके चुनाव लड़ने से भी भाजपा को यहां भी भीतरघात का डर है। हरप्रीत सिंह को भाजपा हल्के में नहीं ले रही, क्योंकि वह तीन बार के BJP के पूर्व विधायक एवं दिग्गज नेता हरि नारायण सैणी के भतीजे हैं। हरप्रीत के चुनाव लड़ने से कांग्रेस को उम्मीदें हरप्रीत सिंह के चुनाव लड़ने से कांग्रेस को बहुत ज्यादा उम्मीद है। ऐसे में बीजेपी अगर नालागढ़ में अपने कॉडर को एकजुट नहीं रख पाई तो यहां पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसी तरह 2022 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी लखविंदर राणा का इशारा भी बीजेपी की जीत-हार की पटकथा लिखेगा। हालांकि बीजेपी नाराज लखविंदर राणा को मनाने में कामयाब रही है। मगर उनके समर्थकों में नाराजगी है। हमीरपुर में भी अंदरखाते भाजपा नेताओं में नाराजगी हमीरपुर में भी बीजेपी को भीतरघात का डर है। निर्दलीय एवं पूर्व विधायक आशीष शर्मा को टिकट देने से बीजेपी के कई नेता अंदरखाते नाराज है। आशीष शर्मा यदि बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतते हैं तो पूर्व विधायक नरेंद्र ठाकुर समेत युवा भाजपा नेताओं के कई साल तक चुनाव लड़ने के सपने पर पानी फिर सकता है। इससे पार्टी को यहां भी भीतरघात का डर है। कांग्रेस को तीनों सीटों पर लंबे समय से जीत नहीं लगी हाथ वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस को भीतरघात का ज्यादा डर नहीं है। मगर तीनों सीटों पर कांग्रेस को कई सालों से सत्ता नहीं मिल पाई है। देहरा में तो कांग्रेस एक बार भी चुनाव नहीं जीती। हमीरपुर सीट पर आखिरी बार 2007 में कांग्रेस जीती थी। इसके बाद लगातार तीन चुनाव में कांग्रेस की हार हुई है। हालांकि नालागढ़ सीट पर 2017 में कांग्रेस के लखविंदर राणा जरूर जीते थे। मगर 2022 में वह भी भाजपा में शामिल हो गए। इससे नालागढ़ में कांग्रेस की राह भी आसान नहीं है।
हिमाचल में तिलक लगाने को लेकर विवाद:जय श्रीराम बोलने से रोका, टीचर को छुट्टी पर भेजा, जांच के लिए कमेटी गठित
हिमाचल में तिलक लगाने को लेकर विवाद:जय श्रीराम बोलने से रोका, टीचर को छुट्टी पर भेजा, जांच के लिए कमेटी गठित हिमाचल प्रदेश में जय श्री राम का नारा लगाने और माथे पर तिलक लगाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। विवाद भी उस विश्वविद्यालय से शुरू हुआ, जहां रोजाना संस्कृत के श्लोक गूंजते हैं। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर में शिक्षक और छात्रों के बीच तिलक लगाने और जय श्री राम के नारे को लेकर विवाद गहरा गया है। छात्रों ने आरोप लगाया है कि एक शिक्षक ने उन्हें माथे पर तिलक लगाने और जय श्री राम बोलने से मना किया था। लड़का और लड़की में भी भेदभाव किया जा रहा है। जिसके बाद छात्रों ने इस संबंध में एक लिखित शिकायत परिसर निदेशक सत्यम कुमारी को सौंपी। शिकायत मिलते ही परिसर गेट के बाहर छात्र एकत्रित हो गए। निदेशक ने छात्रों को शांत कराते हुए अनुशासन समिति गठित करने की बात कही और छात्रों को वहां से हटा दिया। बताया जाता है कि, विश्विद्यालय प्रबंधन इस मामले को दबाने में लगा है। उधर, शिकायत मिलने के बाद विश्विद्यालय प्रबंधन ने संबंधित शिक्षक को अगले आदेशों तक अनिश्चितकाल के लिए छुट्टी पर भेज दिया है। यहां देखें शिकायती पत्र की कॉपी … मुस्लिम छात्र भी कर चुके यहां शिक्षा ग्रहण जानकारी के अनुसार, 1000 विद्यार्थी केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर में पढ़ते हैं। यहां 75 फीसदी संख्या लड़कियों की है। इनमें 6 विद्यार्थी मुस्लिम समुदाय से हैं, जो शास्त्री और आचार्य की पढ़ाई कर रहे हैं। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर में साल 2019 में 11, 2020 में 10, 2021 में 6, 2022 में 8, 2023 में 9 मुस्लिम समुदाय के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। जबकि 2024 में 6 मुस्लिम समुदाय के विद्यार्थी यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। कुल 50 मुस्लिम समुदाय के विद्यार्थी यहां शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। विहिप ने की कार्रवाई की मांग विश्व हिंदू परिषद हिंदू के सदस्य भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जय श्री राम के उदघोष किए और श्रीराम स्तुति भी शुरू कर दी। उसके बाद विश्व हिंदू परिषद के लोग परिसर निदेशक के पास पहुंचे। जहां इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की। मंच के सदस्यों ने शिक्षक और छात्रों से बातचीत की और इस घटना पर गहरा रोष व्यक्त किया। उधर, शिक्षक ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी छात्रों को तिलक लगाने या जय श्री राम बोलने से मना नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वह खुद तिलक लगाकर कॉलेज आते हैं और अपने धर्म का पालन करते हैं। जांच के लिए कमेटी का गठन केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय बलाहर परिसर निदेशक सत्यम कुमारी ने बताया कि छात्रों की शिकायत मिलने पर एक अनुशासन समिति का गठन किया गया है। यह समिति पूरे मामले की जांच करेगी और दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं जिस शिक्षक के खिलाफ शिकायत आई है उसे अगले आदेशों तक अनिश्चितकाल के लिए छुट्टी पर भेज दिया गया है।