हरियाणा के नूंह में पुलिस से बचने के लिए गौ तस्करों ने करीब 5 किलाेमीटर तक पंचर कैंटर दौड़ाया। लेकिन पुलिस ने पीछा कर दो तस्करों को पकड़ लिया। कैंटर में ठूंस-ठूंस कर गोवंश को भरा गया था। जिसमें 8 मृत और 16 जिंदा गोवंश बरामद हुए हैं। जानकारी के अनुसार फिरोजपुर झिरका सीआईए पुलिस टीम रात में गश्त के दौरान दिल्ली-मुंबई-एक्सप्रेसवे पर गांव घाटा शमशाबाद के समीप मौजूद थी, उसी समय पुलिस को सूचना मिली कि गांव सालाहेड़ी का तारीफ और गांव पीपरोली का जफरू दोनों मिलकर गोकशी का धंधा करते हैं। आरोपी कैंटर गाड़ी में कुछ गोवंश को गोकशी के लिए दिल्ली-मुंबई-एक्सप्रेसवे से होते हुए हरियाणा से राजस्थान लेकर जा रहें है। सूचना के आधार पर पुलिस ने बताए गए स्थान पर नाकाबंदी कर आरोपियों का इंतजार किया । पुलिस को देख कैंटर की स्पीड बढ़ाई पुलिस के मुताबिक करीब 15 मिनट बाद तस्करों की कैंटर गाड़ी आती हुई दिखाई दी। पुलिस ने रोकने का इशारा किया, तो आरोपियों ने कैंटर की स्पीड बढ़ा दी और नाकेबंदी को तोड़ते हुए आगे निकल गए। इसके बाद पुलिस ने कैंटर की पीछे अपनी गाड़ी लगा दी और पीछा किया। कैंटर का आगे का टायर हुआ पंचर जांच अधिकारी राम कुमार ने बताया कि जब पुलिस की टीम गौ तस्करों के कैंटर का पीछा कर रही थी, उसी दौरान कैंटर का अगला टायर किसी नुकीली चीज से पंचर हो गया। बावजूद उसके ड्राइवर तेज रफ्तार से लेकर भागता रहा। गाड़ी तेज भागने से टायर फट गया और रिम से अलग हो गया। जांच अधिकारी ने बताया कि तस्करों ने कैंटर का टायर अलग होने के बाद केवल रिम पर करीब 5 किलोमीटर तक गाड़ी को दौड़ाया। लेकिन पुलिस ने हिम्मत नहीं हारी और उनका पीछा करते रहे। घिरता देख कैंटर छोड़कर भागने लगे तस्कर जांच अधिकारी ने बताया कि जब पुलिस की टीम आरोपियों का पीछा कर रही थी उसी दौरान आरोपियों ने अपने आप को घिरा हुआ महसूस किया। कई किलोमीटर गाड़ी भगाने ने बाद तस्करों ने गाड़ी को दिल्ली-मुंबई-एक्सप्रेसवे पर गांव भाकडोजी के समीप ग्रीन बेल्ट में उतार दिया। इस दौरान दोनों तस्कर गाड़ी से कूदकर भागने लगे। जिन्हें पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए काबू कर लिया। आरोपियों की पहचान तारीफ और जफरू के नाम से हुई। कैंटर में ठूंस-ठूंस कर भरे थे 24 गोवंश जांच अधिकारी ने राम कुमार ने बताया कि जब गाड़ी की तलाशी ली गई, तो उसमें गोवंश जख्मी हालत में बेरहमी से ऊपर नीचे भरे हुए थे। जिन्हें टीम ने गाड़ी से बाहर निकाला । पुलिस के मुताबिक गाड़ी से कुल 24 गोवंश बरामद हुए। जिनमें से 8 गोवंश की मौत हो चुकी थी, जबकि 16 गोवंश जिंदा मिले। जिन्हें गौशाला भेत दिया गया है। फिरोजपुर झिरका थाना पुलिस ने अज्ञात गाड़ी मालिक सहित तीन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पकड़े गए दोनों तस्करों को आज कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। हरियाणा के नूंह में पुलिस से बचने के लिए गौ तस्करों ने करीब 5 किलाेमीटर तक पंचर कैंटर दौड़ाया। लेकिन पुलिस ने पीछा कर दो तस्करों को पकड़ लिया। कैंटर में ठूंस-ठूंस कर गोवंश को भरा गया था। जिसमें 8 मृत और 16 जिंदा गोवंश बरामद हुए हैं। जानकारी के अनुसार फिरोजपुर झिरका सीआईए पुलिस टीम रात में गश्त के दौरान दिल्ली-मुंबई-एक्सप्रेसवे पर गांव घाटा शमशाबाद के समीप मौजूद थी, उसी समय पुलिस को सूचना मिली कि गांव सालाहेड़ी का तारीफ और गांव पीपरोली का जफरू दोनों मिलकर गोकशी का धंधा करते हैं। आरोपी कैंटर गाड़ी में कुछ गोवंश को गोकशी के लिए दिल्ली-मुंबई-एक्सप्रेसवे से होते हुए हरियाणा से राजस्थान लेकर जा रहें है। सूचना के आधार पर पुलिस ने बताए गए स्थान पर नाकाबंदी कर आरोपियों का इंतजार किया । पुलिस को देख कैंटर की स्पीड बढ़ाई पुलिस के मुताबिक करीब 15 मिनट बाद तस्करों की कैंटर गाड़ी आती हुई दिखाई दी। पुलिस ने रोकने का इशारा किया, तो आरोपियों ने कैंटर की स्पीड बढ़ा दी और नाकेबंदी को तोड़ते हुए आगे निकल गए। इसके बाद पुलिस ने कैंटर की पीछे अपनी गाड़ी लगा दी और पीछा किया। कैंटर का आगे का टायर हुआ पंचर जांच अधिकारी राम कुमार ने बताया कि जब पुलिस की टीम गौ तस्करों के कैंटर का पीछा कर रही थी, उसी दौरान कैंटर का अगला टायर किसी नुकीली चीज से पंचर हो गया। बावजूद उसके ड्राइवर तेज रफ्तार से लेकर भागता रहा। गाड़ी तेज भागने से टायर फट गया और रिम से अलग हो गया। जांच अधिकारी ने बताया कि तस्करों ने कैंटर का टायर अलग होने के बाद केवल रिम पर करीब 5 किलोमीटर तक गाड़ी को दौड़ाया। लेकिन पुलिस ने हिम्मत नहीं हारी और उनका पीछा करते रहे। घिरता देख कैंटर छोड़कर भागने लगे तस्कर जांच अधिकारी ने बताया कि जब पुलिस की टीम आरोपियों का पीछा कर रही थी उसी दौरान आरोपियों ने अपने आप को घिरा हुआ महसूस किया। कई किलोमीटर गाड़ी भगाने ने बाद तस्करों ने गाड़ी को दिल्ली-मुंबई-एक्सप्रेसवे पर गांव भाकडोजी के समीप ग्रीन बेल्ट में उतार दिया। इस दौरान दोनों तस्कर गाड़ी से कूदकर भागने लगे। जिन्हें पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए काबू कर लिया। आरोपियों की पहचान तारीफ और जफरू के नाम से हुई। कैंटर में ठूंस-ठूंस कर भरे थे 24 गोवंश जांच अधिकारी ने राम कुमार ने बताया कि जब गाड़ी की तलाशी ली गई, तो उसमें गोवंश जख्मी हालत में बेरहमी से ऊपर नीचे भरे हुए थे। जिन्हें टीम ने गाड़ी से बाहर निकाला । पुलिस के मुताबिक गाड़ी से कुल 24 गोवंश बरामद हुए। जिनमें से 8 गोवंश की मौत हो चुकी थी, जबकि 16 गोवंश जिंदा मिले। जिन्हें गौशाला भेत दिया गया है। फिरोजपुर झिरका थाना पुलिस ने अज्ञात गाड़ी मालिक सहित तीन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पकड़े गए दोनों तस्करों को आज कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
WFI अध्यक्ष बोले-राजनीति न करे विनेश फोगाट:संजय सिंह ने कहा-नेताओं से मंच साझा न करे; इसी वजह से कुश्ती में सिर्फ 1 मेडल मिला
WFI अध्यक्ष बोले-राजनीति न करे विनेश फोगाट:संजय सिंह ने कहा-नेताओं से मंच साझा न करे; इसी वजह से कुश्ती में सिर्फ 1 मेडल मिला भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह ने हरियाणा की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट के संन्यास के ऐलान के बाद प्रतिक्रिया दी है। संजय सिंह ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, ‘अगर विनेश को शुद्ध रूप से कुश्ती खेलनी है तो उन्हें संन्यास के फैसले पर एक बार पुनर्विचार करना चाहिए। उनसे प्रेरणा लेकर महिला पहलवानों की हमारी नई पीढ़ी आगे बढ़ेगी। जिस हिसाब से वह (विनेश) आजकल राजनीतिक मंच साझा कर रही हैं, ऐसे में अगर उन्हें भविष्य में राजनीति ही करनी है तो फिर उन्हें कुश्ती में राजनीति नहीं करनी चाहिए।’ हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मामला है। बोले- आंदोलन के चलते देश को एक मेडल मिला संजय सिंह ने आगे कहा कि विनेश प्रतिस्पर्धात्मक कुश्ती में लौटती हैं तो वह उन्हें पूरा सहयोग करेंगे। 2023 में देश के पहलवानों का आंदोलन WFI को बहुत बड़ी सीख देकर गया है। हम पेरिस ओलिंपिक में भारतीय पहलवानों के 6 मेडल जीतने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन देश विरोधी ताकतों के षड्यंत्र के तहत 18 महीने तक कुश्ती की गतिविधियां ठप कर दी गईं। इस आंदोलन के चलते देश को ओलिंपिक में केवल एक मेडल मिल सका। कहा- कुश्ती में राजनीति घुसी
संजय ने कहा कि मैं कुश्ती और राजनीति को अलग-अलग रखना चाहता हूं। इसलिए मैं ऐसे किसी भी व्यक्ति का नाम लेना नहीं चाहता, जिसने यह आंदोलन खड़ा किया था। कुश्ती में राजनीति घुसने की वजह से ही पेरिस ओलिंपिक में कुश्ती का यह हश्र हुआ। उन्होंने हाल ही में जॉर्डन में खेली गई विश्व चैंपियनशिप में भारत की अंडर-17 महिला कुश्ती टीम के शानदार प्रदर्शन का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय महिला कुश्ती बहुत अच्छी स्थिति में है और लगातार आगे जा रही है। WFI में दो-चार संस्थाएं कर रही दख़लंदाजी
संजय सिंह ने कहा कि अगर WFI को स्वतंत्र रूप से अपना काम करने दिया जाए और दो-चार संस्थाएं हमारे काम-काज में दखल देना बंद कर दें, तो हम अगले ओलिंपिक में महिला कुश्ती में देश को चार से पांच पदक दिला सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि डब्ल्यूएफआई मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में कुश्ती अकादमी खोलने पर विचार कर रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने बताया, उज्जैन में कुश्ती की अकादमी खोलने की योजना को लेकर हमारी मुख्यमंत्री से शुरुआती दौर की बातचीत चल रही है। फाइनल से पहले डिस्क्वालिफाई हुई थी विनेश विनेश ने पेरिस ओलिंपिक में 50KG फ्री-स्टाइल कुश्ती कैटेगरी के फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन 7 अगस्त को फाइनल खेलने से पहले 100 ग्राम वजन अधिक पाए जाने पर उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था। इसके बाद विनेश ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। 17 अगस्त को भारत लौटने पर विनेश फोगाट का जबरदस्त स्वागत किया गया।
आचार संहिता हटते ही एक्शन में सरकार:20 हजार नौकरियों के रिजल्ट जारी करेगी; एक्साइज इंस्पेक्टर, ऑडीटर, पटवारी, J.E की पोस्ट भरेंगे
आचार संहिता हटते ही एक्शन में सरकार:20 हजार नौकरियों के रिजल्ट जारी करेगी; एक्साइज इंस्पेक्टर, ऑडीटर, पटवारी, J.E की पोस्ट भरेंगे हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर 16 अगस्त को लगी आचार संहिता 56 दिन के बाद हट गई है। आचार संहिता हटते ही सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है। वादे के मुताबिक हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) अब 20000 सरकारी नौकरी पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। आयोग एक्साइज इंस्पेक्टर, ऑडिटर पटवारी, J.E, क्लर्क पोस्टों का रिजल्ट कभी भी जारी कर सकता है। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने इसी साल एक फरवरी को ग्रुप सी के 20 हजार पदों की भर्ती पर लगी रोक को हटाया था। हाईकोर्ट में हरियाणा के एडवोकेट जनरल (AG) ने विश्वास दिलाया था कि याचिकाकर्ताओं के लिए भर्ती के दौरान पद रिक्त रखे जाएंगे। इस जानकारी पर हाईकोर्ट ने एक फरवरी को लगाई गई रोक हटाते हुए विभिन्न पदों के लिए परिणाम जारी करने और भर्ती आगे बढ़ाने की अनुमति दे दी है। यहां पढ़िए क्या है पूरा मामला
हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता प्रशांत ढुल व अन्य ने हाईकोर्ट को बताया था कि सरकार ग्रुप सी के 32 हजार पदों पर भर्ती कर रही है। इस भर्ती के दौरान याचिकाकर्ताओं ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की वेबसाइट पर जाकर आवेदन किया लेकिन उनका आवेदन दर्ज नहीं हुआ। इसके चलते वे योग्य होते हुए भी विभिन्न पदों के लिए आवेदन नहीं कर पाए। हाईकोर्ट ने एक फरवरी को मामले में सुनवाई करते हुए भर्ती का परिणाम जारी करने पर रोक लगा दी थी। 12 हजार पदों पर लगी है रोक
ग्रुप सी की दो श्रेणियों के लगभग 12 हजार पदों की भर्ती आगे बढ़ाने पर खंडपीठ की रोक है। बाकी के करीब 20 हजार पदों की भर्ती इस याचिका पर हाईकोर्ट के एक फरवरी को जारी अंतरिम आदेश के चलते रुक गई थी। एजी ने कहा कि इस मामले में 19 याचिकाकर्ता हैं और आयोग इनके लिए विभिन्न श्रेणियों में पद रिक्त रखने को तैयार है। अगर याचिका का परिणाम उनके हक में आएगा तो आदेश के अनुसार उन्हें नियुक्ति दे दी जाएगी। इन 19 याचिकाकर्ताओं के कारण 20 हजार पदों की भर्ती नहीं रुकनी चाहिए।
रोहतक में दोस्त बनकर 1 लाख ठगे:कॉल कर कहा-पहचाना मुझे? कृष्णा बोल रहा हूं! हामी भरते ही मदद मांगी; UPI के जरिए ठगी
रोहतक में दोस्त बनकर 1 लाख ठगे:कॉल कर कहा-पहचाना मुझे? कृष्णा बोल रहा हूं! हामी भरते ही मदद मांगी; UPI के जरिए ठगी रोहतक में एक युवक ने दोस्त बनकर फोन पर बात की और पीड़ित को अपने झांसे में ले लिया। इसके बाद उसने पीड़ित से ऑनलाइन पैसे जमा करवाने की बात की और खाते से 1 लाख रुपये निकाल लिए। इसकी शिकायत पुलिस में की और पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। रोहतक के विशाल नगर निवासी राजकुमार चौहान ने अर्बन एस्टेट थाने में ठगी की शिकायत दर्ज कराई। जिसमें उन्होंने बताया कि 9 जनवरी को सुबह करीब 10:45 बजे उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने परिचित बनकर बात करना शुरू किया और हालचाल पूछा। साथ ही कहा कि पहचाना?। उसकी आवाज दोस्त कृष्ण जैसी लग रही थी। जब पीड़ित ने पूछा कि क्या कृष्ण बोल रहा है? इस पर आरोपी ने हामी भर दी। पैसे डालने के नाम पर निकाले इसके बाद आरोपी ने कहा कि वह कहीं आया हुआ है और उसका फोन-पे नहीं चल रहा। उसे किसी से 25 हजार रुपए लेने हैं, वह आपके फोन-पे पर डलवा देता हूं। इसके बाद उसने 25 हजार रुपए डालने का मैसेज भेजा। लेकिन उसका बैलेंस नहीं आया। इसके बाद आरोपी ने कहा कि वॉलेट में बैलेंस है, जो दिख भी रहे थे। इसके बाद आरोपी ने अपने झांसे में लिया। इसके बाद पीड़ित के खाते से 25 हजार रुपए कट गए। 1 लाख की धोखाधड़ी
जब आरोपी से 25 हजार रुपए कटने की बात कही तो बोला कि गलती से कट गए होंगे, 50 हजार दोबारा डाल देता हूं। इसके बाद 50 हजार रुपए व फिर 25 हजार रुपए कट गए। आरोपी ने उसके खाते से 1 लाख रुपए धोखाधड़ी करके निकाल लिए। जब ठगी का पता लगा तो इसकी शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी।