गणतंत्र दिवस के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए पंजाब पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) ट्रैफिक एवं सड़क सुरक्षा अमरदीप सिंह राय ने रात के समय अमृतसर शहर के विभिन्न नाकों और पुलिस थानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का गहनता से जायजा लिया और अधिकारियों को कई सख्त निर्देश जारी किए। निरीक्षण के दौरान एडीजीपी ने कानून व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया और पुलिस अधिकारियों को सतर्कता बढ़ाकर हर असामाजिक गतिविधि पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त तैयारी करने की आवश्यकता पर बल दिया। रात के औचक निरीक्षण की मुख्य बातें: संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात अमृतसर पुलिस ने नागरिकों को आश्वस्त किया कि वे शहर में एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, पुलिस ने विभिन्न संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किए हैं। पुलिस प्रशासन ने जनता से अपील की है कि यदि वे किसी संदिग्ध गतिविधि को देखें तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। एडीजीपी ने कहा कि नागरिकों की सतर्कता और पुलिस की मुस्तैदी से ही एक सुरक्षित समाज का निर्माण किया जा सकता है। खालिस्तानी आतंकियों की लिस्ट में है अमृतसर नवंबर महीने से लगातार पंजाब के पुलिस थानों व चौकियों को निशाना बनाया जा रहा है। खालिस्तानी आतंकी हैप्पी पासियां लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा है। नवंबर महीने के बाद से अभी तक तकरीबन 10 धमाके पंजाब में हो चुके हैं। जिनमें से 9 पुलिस थानों व चौकियों व एक शराब कारोबारी के घर पर किया गया था। इतना ही नहीं, एनआईए भी पंजाब में सतर्कता बरते के निर्देश दे चुकी है। गणतंत्र दिवस के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए पंजाब पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) ट्रैफिक एवं सड़क सुरक्षा अमरदीप सिंह राय ने रात के समय अमृतसर शहर के विभिन्न नाकों और पुलिस थानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का गहनता से जायजा लिया और अधिकारियों को कई सख्त निर्देश जारी किए। निरीक्षण के दौरान एडीजीपी ने कानून व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया और पुलिस अधिकारियों को सतर्कता बढ़ाकर हर असामाजिक गतिविधि पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त तैयारी करने की आवश्यकता पर बल दिया। रात के औचक निरीक्षण की मुख्य बातें: संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात अमृतसर पुलिस ने नागरिकों को आश्वस्त किया कि वे शहर में एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, पुलिस ने विभिन्न संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किए हैं। पुलिस प्रशासन ने जनता से अपील की है कि यदि वे किसी संदिग्ध गतिविधि को देखें तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। एडीजीपी ने कहा कि नागरिकों की सतर्कता और पुलिस की मुस्तैदी से ही एक सुरक्षित समाज का निर्माण किया जा सकता है। खालिस्तानी आतंकियों की लिस्ट में है अमृतसर नवंबर महीने से लगातार पंजाब के पुलिस थानों व चौकियों को निशाना बनाया जा रहा है। खालिस्तानी आतंकी हैप्पी पासियां लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा है। नवंबर महीने के बाद से अभी तक तकरीबन 10 धमाके पंजाब में हो चुके हैं। जिनमें से 9 पुलिस थानों व चौकियों व एक शराब कारोबारी के घर पर किया गया था। इतना ही नहीं, एनआईए भी पंजाब में सतर्कता बरते के निर्देश दे चुकी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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मोहाली में मंदिर से 6 kg चांदी का छत्र चोरी:हेलमेट पहन कर आए दो चोर, चार ताले और शीशे तोड़कर किया प्रवेश मोहाली के फेज 5 स्थित शिव मंदिर में चोरी का मामला सामने आया है। मंदिर में दो आरोपी चोरी करने के लिए मंदिर में आए थे। उन्होंने अपने सिर पर हेलमेट लगाया हुआ है, ताकि कोई उनके चेहरे की पहचान न कर सके। वह मंदिर के शिवलिंग से करीब 6 किलो चांदी का छत्र लेकर फरार हुए हैं। मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। जब सुबह पुजारी ने मंदिर के ताले टूटे हुए देखे तो उसे शक हो गया था। जब वह अंदर गया तो शिवलिंग खंडित हो रखा था। उसने इस मामले की सूचना पुलिस और एरिया पार्षद बलजीत कौर को दी थी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की है। आरोपी तड़के 3:00 बजे मंदिर के अंदर घुसे थे। वह चार ताले तोड़कर शिवलिंग तक पहुंचे थे। मंदिर कमेटी की तरफ से मंदिर की दीवार पर शीशे लगाए गए थे। लेकिन आरोपियों ने इन शीशों को तोड़कर अंदर प्रवेश किया है। 2019 में भी हुई थी ऐसी ही घटना मंदिर कमेटी के अध्यक्ष महेश कुमार ने बताया कि 2019 में भी मंदिर के अंदर चोरी हुई थी। तब भी चोर इसी तरह से शिवलिंग से चांदी चुरा कर ले गए थे। उस समय भी चोरों की तरफ से शिवलिंग को खंडित किया गया था। जहां से वह मंदिर के अंदर दाखिल हुए थे, वहां पर अभी शीशे लगवा दिए गए थे। लेकिन फिर भी यह चोर उसी रास्ते से मंदिर के अंदर दाखिल हुए हैं। पुलिस को इसकी शिकायत दे दी गई है।
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कंगना रनोट के किसान आंदोलन पर बयान से बवाल:पूर्व मंत्री बोले- BJP सांसद पर NSA लगा डिब्रूगढ़ जेल भेजो; पंजाब भाजपा ने पल्ला झाड़ा भाजपा सांसद व बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट के किसान आंदोलन को दिए विवादित बयान पर पंजाब में बवाल बच गया है। पंजाब कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजकुमार वेरका ने कंगना रनोट पर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) लगा असम की डिब्रूगढ़ जेल भेजने की मांग की है। कंगना के इंटरव्यू के बाद पूर्व मंत्री ने वीडियो जारी किया। जिसमें उन्होंने कहा- ”कंगना रनोट रोज पंजाब के नेताओं के खिलाफ जहर उगलती है। आज कंगना रनोट ने कहा, किसान खालिस्तानी हैं। देश के किसानों को गाली निकाली है। उसने कहा कि किसान आंदोलन के बीच मर्डर हुए, रेप हुए।” वेरका ने आगे कहा-” कंगना रनोट वह किसी की शह पर बोल रही है। BJP इसके लिए सफाई दे। वे भाजपा की चुनी गई MP है। वे कोई आम आर्टिस्ट नहीं है, वे एक एमपी है। भाजपा को सफाई देनी चाहिए। वेरका ने CM भगवंत मान से मांग करते हुए कहा-”मैं मुख्यमंत्री भगवंत मान से मांग करता हूं कि इसके खिलाफ इन्क्वायरी करके एफआईआर दर्ज की जाए। इसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की धाराओं में एफआईआर होनी चाहिए और इसे डिब्रूगढ़ जेल में भेजना चाहिए।” वहीं पंजाब भाजपा ने कंगना रनोट के बयान से पल्ला झाड़ लिया है। पंजाब भाजपा के सीनियर नेता हरजीत ग्रेवाल ने कहा कि ये कंगना का निजी बयान है, इसका पार्टी से कोई संबंध नहीं है। कंगना बोली- किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैली
एक्ट्रेस और सांसद कंगना रनोट ने कहा कि अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। कंगना ने कहा कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थी। किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। SGPC भी कर चुकी एफआईआर की मांग
SGPC के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाया था कि सिखों के चरित्र को गलत तरीके से पेश करने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर तत्काल प्रतिबंध लगना चाहिए। यह फिल्म सिख विरोधी और पंजाब विरोधी शब्दावली के कारण विवादों में रहने वाली अभिनेत्री कंगना रनोट द्वारा जानबूझकर सिखों के चरित्रहरण करने के इरादे से बनाई गई है। जिसे सिख समुदाय बर्दाश्त नहीं कर सकता। एडवोकेट धामी ने कहा कि यह 1984 के महान शहीदों के बारे में सिख विरोधी कहानी बनाकर देश का अपमान करने का घृणित कार्य है। उन्होंने कहा कि देश 1984 की सिख विरोधी क्रूरता को कभी नहीं भूल सकता और जरनैल सिंह खालसा भिंडरावाले को श्री अकाल तख्त साहिब ने राष्ट्रीय शहीद घोषित किया है, जबकि कंगना रनोट की फिल्म उनके चरित्र को मारने की कोशिश कर रही है। कंगना पर सिखों की भावनाओं को भड़काने के आरोप
एडवोकेट धामी ने कहा कि कंगना रनोट अक्सर जानबूझकर सिखों की भावनाओं को भड़काने वाली बातें करती रही हैं। फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का रोल करने वाली कंगना रनोट के खिलाफ FIR भी दर्ज होनी चाहिए। सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बचा रही है। सरकार को कंगना रनोट के खिलाफ फिल्म इमरजेंसी के जरिए सिखों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज करना चाहिए। धामी ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि इमरजेंसी फिल्म के जारी ट्रेलर से साफ है कि इसमें जानबूझकर सिखों के चरित्र को आतंकवादी के रूप में गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है, जो एक गहरी साजिश का हिस्सा है। ये खबर भी पढ़ें :- कंगना बोलीं- किसान आंदोलन के दौरान रेप-मर्डर हुए:सरकार कमजोर होती तो पंजाब बांग्लादेश बन जाता एक्ट्रेस और सांसद कंगना रनोट ने कहा है कि अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। पूरी खबर पढ़ें… कंगना रनोट की नई फिल्म इमरजेंसी पर विवाद:पंजाब के सांसद बोले- सिखों को गलत तरीके से दिखाया, माहौल बिगड़ेगा; केंद्र रिलीज रोके हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से BJP सांसद, एक्ट्रेस कंगना रनोट अपकमिंग मूवी इमरजेंसी विवादों से घिर गई हैं। पंजाब के निर्दलीय सांसद सर्बजीत सिंह खालसा ने ट्रेलर में दिखाए गए दृश्यों पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि इसमें सिखों को गलत तरीके से पेश किया गया है। पूरी खबर पढ़ें…
यह सुखद…. पिछले चार दिन में एक भी जगह नहीं जली पराली
यह सुखद…. पिछले चार दिन में एक भी जगह नहीं जली पराली भास्कर न्यूज | जालंधर गहरी धुंध के बीच जालंधरवासियों के लिए सुखद खबर है। पिछले चार दिनों में शहर में एक भी जगह पराली जलाने का मामला सामने नहीं आया है। इसके दो मुख्य कारण हैं। पहला प्रशासन और खेतीबाड़ी विभाग की जागरूकता मुहिम और दूसरा राज्य सरकार द्वारा पराली जलाने पर दोगुना जुर्माना वसूला जाना। जालंधर में 15 अक्टूबर से 13 नवंबर तक पराली जलाने के 94 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से 68 मामलों पर रेड एंट्री की गई। वहीं किसान मजदूर संघर्ष यूनियन ने बेवजह सरकार पर किसानों को परेशान करने के आरोप लगाए। यूनियन ने कहा है कि बेवजह किसानों पर एफआईआर दर्ज की जा रही हैं और उनकी जमीनों पर रेड एंट्री डाली जा रही है। इसके लिए यूनियन अपना संघर्ष जारी रखेगी। धक्केशाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्मॉग का कारण पराली नहीं कृषि अधिकारी ने कहा कि मौसम मे काफी बदलाव हो रहा है। लोग बोल रहे हैं कि पराली के धुएं से वातावरण प्रदूषित हो रहा है। लेकिन ऐसा नहीं है। पराली तो इस बार 10 फीसदी भी नहीं जली है। जो स्मॉग है, वह पराली के कारण नहीं है। वहीं वातावरण प्रेमी पलविंदर सिंह ने कहा कि जब तक शहर व गांवों में कूड़े को आग लगाने पर रोक नहीं लगाई जाती, तब तक वातावरण प्रदूषित ही रहेगा। करीब 90 फीसदी कट चुकी है। अब मंडियों में धान की आवक कम होगी। साथ ही खेतों में पराली जलाने की घटनाएं आगे भी कम होने की संभावना जताई जा रही है। इससे धुएं से होने वाले प्रदूषण से राहत मिलने के आसार हैं।