पानीपत में 4 साल की बच्ची खेलते समय छत से नीचे गिर गई। नीचे गिरने से बच्ची बेहोश हो गई। बच्ची को तुरंत पास के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल से पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और सभी जरूरी कार्रवाई करने के बाद शव को सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां पंचनामा भरकर शव को मोर्चरी में रखवाया गया। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है। कुलदेवी से मन्नत कर मांगी थी बेटी जानकारी देते हुए बच्ची के पिता पुनीत ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के गांव काठीधारा के रहने वाले हैं। करीब 5 साल पहले उनकी शादी हुई थी। शादी के बाद वह अपनी कुलदेवी के पास गए थे। जहां उन्होंने अपनी पहली संतान बेटी होने की प्रार्थना की थी। प्रार्थना से शादी के करीब 1 साल बाद ही उनकी पहली बेटी हुई थी। जिसके बाद उन्होंने पार्टी भी की थी। पुनीत ने बताया कि वह काफी समय से पानीपत में रह रहे हैं। यहां वह डाडोला रोड पर किराए के क्वार्टर में रह रहे हैं। उनकी बेटी 4 साल की पुदिमा थी। खेलते-खेलते नीचे गली में गिरी शनिवार को बेटी की मां बर्तन धोने के लिए क्वार्टर की तीसरी मंजिल की छत पर गई थी। वह अक्सर छत पर ही बर्तन साफ करती थी। बेटी भी मां के पीछे-पीछे चली गई। छत पर अन्य बच्चे भी खेल रहे थे। खेलते-खेलते बच्ची छत से नीचे गली में गिर गई। जिससे उसकी मौत हो गई। पानीपत में 4 साल की बच्ची खेलते समय छत से नीचे गिर गई। नीचे गिरने से बच्ची बेहोश हो गई। बच्ची को तुरंत पास के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल से पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और सभी जरूरी कार्रवाई करने के बाद शव को सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां पंचनामा भरकर शव को मोर्चरी में रखवाया गया। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है। कुलदेवी से मन्नत कर मांगी थी बेटी जानकारी देते हुए बच्ची के पिता पुनीत ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के गांव काठीधारा के रहने वाले हैं। करीब 5 साल पहले उनकी शादी हुई थी। शादी के बाद वह अपनी कुलदेवी के पास गए थे। जहां उन्होंने अपनी पहली संतान बेटी होने की प्रार्थना की थी। प्रार्थना से शादी के करीब 1 साल बाद ही उनकी पहली बेटी हुई थी। जिसके बाद उन्होंने पार्टी भी की थी। पुनीत ने बताया कि वह काफी समय से पानीपत में रह रहे हैं। यहां वह डाडोला रोड पर किराए के क्वार्टर में रह रहे हैं। उनकी बेटी 4 साल की पुदिमा थी। खेलते-खेलते नीचे गली में गिरी शनिवार को बेटी की मां बर्तन धोने के लिए क्वार्टर की तीसरी मंजिल की छत पर गई थी। वह अक्सर छत पर ही बर्तन साफ करती थी। बेटी भी मां के पीछे-पीछे चली गई। छत पर अन्य बच्चे भी खेल रहे थे। खेलते-खेलते बच्ची छत से नीचे गली में गिर गई। जिससे उसकी मौत हो गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा BJP में टिकट बंटवारे से पहले बवाल:राव इंद्रजीत का बेटी के लिए टिकट मांगने से इनकार, समर्थकों को नजरअंदाज करने से भी नाराज
हरियाणा BJP में टिकट बंटवारे से पहले बवाल:राव इंद्रजीत का बेटी के लिए टिकट मांगने से इनकार, समर्थकों को नजरअंदाज करने से भी नाराज हरियाणा BJP में टिकट बंटवारे से पहले बवाल मच गया है। भाजपा के दावेदारों ने आरोप लगाए कि उनके टिकट मांगने के बावजूद नाम को प्रदेश चुनाव समिति में नहीं बढ़ाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत भी भाजपा से खफा चल रहे हैं। प्रदेश चुनाव समिति की मीटिंग में उन्हें बेटी की टिकट के लिए सीट मांगने को कहा गया लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। राव ने दोटूक कहा कि चुनाव लड़ने और सीट का फैसला उनकी बेटी आरती राव ही करेगी। बता दें कि भाजपा अपनी पहली लिस्ट फाइनल कर चुकी है। केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग के बाद कल या परसों यह लिस्ट जारी हो सकती है। राव को कोसली और अटेली की चॉइस दी भाजपा प्रदेश चुनाव समिति की कुछ दिन पहले गुरुग्राम में हुई मीटिंग में राव इंद्रजीत भी बतौर मेंबर शामिल थे। उन्हें कहा गया कि वह बेटी आरती राव के लिए कहां से टिकट चाहते हैं। इस पर राव ने कोई बात कहने से इनकार कर दिया। राव ने मीटिंग में कहा कि उनकी बेटी स्वतंत्र फैसले लेती है। वह चुनाव लड़ना चाहती है या नहीं, कौन सी सीट से टिकट चाहती है, इस पर वही फैसला करेगी। यह आरती और पार्टी के बीच की बात होगी। 2 बार से कोशिश में थे राव, भाजपा ने टिकट नहीं दी
राव इंद्रजीत से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 2014 कांग्रेस छोड़ भाजपा में आने के बाद से ही वे आरती राव को चुनाव लड़वाना चाहते थे। इसके लिए पहले 2014 और फिर 2019 में उन्होंने आगे बढ़कर टिकट मांगी। हालांकि उनकी मांग को खारिज कर दिया। जिसकी वजह से आरती चुनाव लड़ने की पॉलिटिक्स में एंट्री नहीं कर पाई। इसी वजह से राव नाराज बताए जा रहे हैं। इसके अलावा इस बार केंद्र सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनने की उम्मीद थी। हालांकि भाजपा ने 6 बार के सांसद और 2 बार के केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत को दरकिनार कर पहली बार करनाल से लोकसभा सांसद बने मनोहर लाल खट्टर को कैबिनेट मंत्री बना दिया। राव फिर केंद्रीय राज्य मंत्री बनकर रह गए। राव खेमे के नाम चुनाव समिति में नहीं आए राव के करीबी सूत्रों के मुताबिक उनके दावेदारों ने अहीरवाल के अलावा बांगड़ ओर जीटी रोड बेल्ट से भी टिकट की मांग की थी। हालांकि प्रदेश चुनाव समिति में किसी को पूरी लिस्ट नहीं दी गई। वहां एक-एक कर सीट और दावेदारों के नाम बताए गए। इनमें राव समर्थकों के नाम नहीं थे। इस बारे में समर्थकों ने राव से शिकायत की कि उन्होंने जिला प्रधान को नाम दिया था लेकिन उनका नाम टिकट दावेदारों की प्राथमिक लिस्ट में तक नहीं रखा गया। सूत्रों के मुताबिक इनमें ज्यादातर वे लोग हैं, जो राव के साथ 2014 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए थे। उनका कहना है कि 2014 में उन्हें बाहरी कहकर टिकट नहीं दी गई। 2019 में वे खट्टर के कैंप में नहीं थे तो टिकट नहीं मिली। इस बार उन्हें उम्मीद थी लेकिन जिला प्रधानों ने उनके नाम पहली चर्चा के लिए तक नहीं भेजे। इस बात से भी राव इंद्रजीत नाराज बताए जा रहे हैं।
हरियाणा में 2.62 लाख किसानों को 300 करोड़ बोनस दिया:7 हजार प्लाट होल्डरों को 550 करोड़ की राहत, आढ़तियों का कमीशन बढ़ाया
हरियाणा में 2.62 लाख किसानों को 300 करोड़ बोनस दिया:7 हजार प्लाट होल्डरों को 550 करोड़ की राहत, आढ़तियों का कमीशन बढ़ाया हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने श्री गुरूनानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व पर किसानों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने 2 लाख 62 हजार किसानों के बैंक खातों में 300 करोड़ रुपए की बोनस राशि जारी की है। शेष तीसरी किस्त भी जल्द जारी कर दी जाएगी। बता दें कि राज्य सरकार कम बारिश के कारण किसानों पर पड़ने वाले वित्तीय बोझ को कम करने के लिए 2000 रुपए प्रति एकड़ का बोनस दे रही है। इसके अलावा आढ़तियों का कमीशन भी बढ़ा दिया गया है। इस मौके मुख्यमंत्री ने वॉट्सऐप के जरिए किसानों को 40 लाख मृदा सेहत कार्ड वितरित करने की भी शुरुआत की है। इससे किसानों को अपने मोबाइल पर वॉट्सऐप के जरिए सभी जरूरी जानकारी आसानी से मिल जाएगी। इसके अलावा सीएम ने विवादों से समाधान योजना (VSSS-2024) का भी शुभारंभ कर दिया है। योजना के तहत एनहांसमेंट से संबंधित मुद्दों का समाधान होगा। 15 नवंबर से अगले 6 माह तक योजना लागू रहेगी। इससे लगभग 7 हजार से अधिक प्लाट धारकों को लगभग 550 करोड़ रुपए की बड़ी राहत मिलेगी। सीएम नायब सैनी ने कही 4 बड़ी बातें… आढ़तिया कमीशन में हुई बढ़ोतरी
सीएम ने बताया कि फसल खरीद में आढ़तियों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए राज्य सरकार ने उनके हितों का भी ध्यान रखा है। सरकार ने आढ़तिया कमीशन 46 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 55 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। प्राकृतिक खेती योजना को बढ़ावा
CM सैनी ने कहा कि वर्ष 2005 से 2014 तक किसानों को फसल खराब की कुल 1158 करोड़ रुपए की राशि दी गई, जबकि मौजूदा राज्य सरकार ने वर्ष 2014 से लेकर अब तक 14,860.29 करोड़ रुपए की राशि क्षतिपूर्ति और नुकसान की भरपाई के रूप में किसानों को डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में दी है। साथ ही, उन्होंने सदस्यों से अनुरोध किया कि वे प्राकृतिक खेती योजना के प्रति किसानों को प्रेरित करें। अभी तक इस योजना के लिए 23,776 किसानों ने विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया है, जिसमें से 9910 किसान सत्यापित भी हो चुके हैं। किसानों के साथ खड़ी है सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान हित हमारे लिए सर्वोपरि है। जिनकी MSP यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य तय की जाती है। राज्य सरकार चालू खरीफ सीजन में धान और बाजरे के हर दाने की खरीद MSP पर कर रही है। आज धान खरीद पूरी
सीएम सैनी कहा कि सरकार ने अभी तक मंडियों में आए लगभग 52 लाख मीट्रिक टन धान में से 51 लाख 40 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद कर ली है। शेष बचे धान की खरीद भी 15 नवंबर तक कर ली जाएगी। इसी प्रकार, मंडियों में अभी तक 4 लाख 76 हजार मीट्रिक टन बाजरे की आवक हुई है। इसमें से 4 लाख 67 हजार मीट्रिक टन बाजरा MSP पर खरीदी जा चुकी है। इसके अलावा , मंडियों में मूंग की आवक भी शुरू हो गई है। अब तक 1033 टन मूंग आया है। इसमें से 580 टन मूंग की खरीद की जा चुकी है। ………………………………….. हरियाणा विधानसभा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ेंः- हरियाणा विधानसभा सत्र:CM बोले- विपक्ष ने नेता नहीं चुना, ऊपर से लेटर नहीं आया; हुड्डा का पंजाबी में जवाब- बणे ना बणे, तुहानूं की हरियाणा विधानसभा सत्र की कार्यवाही 18 नवंबर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई है। अब 18 नवंबर को 2 बजे तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होगी। इसके साथ सत्र एक दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। 19 नवंबर को भी सदन की कार्यवाही चलेगी। दूसरे दिन की कार्यवाही के दौरान CM नायब सैनी ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के अभिभाषण पर अपनी बात रखी। पूरी खबर पढ़ें
हरियाणा में 3 दिन तक कमजोर रहेगा मानसून:20 से फिर बारिश के आसार; 3 जिलों में हेवी रेन, यमुना-टांगरी में बहाव तेज
हरियाणा में 3 दिन तक कमजोर रहेगा मानसून:20 से फिर बारिश के आसार; 3 जिलों में हेवी रेन, यमुना-टांगरी में बहाव तेज हरियाणा में अगस्त भर मानसून एक्टिव रहा, लेकिन अब 3 तीन इसकी सक्रियता कम रहेगी। हालांकि 20 अगस्त से मानसून फिर एक्टिव होगा। इसको लेकर मौसम विभाग की ओर से 3 जिलों यमुनानगर, करनाल व पानीपत में हेवी रेन का अलर्ट जारी किया गया है। इस दिन इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। वहीं अब तक हुई बारिश से प्रदेश की दो प्रमुख नदियां यमुना और टांगरी में पानी का बहाव तेज रिकॉर्ड किया गया। यमुना नदी का बहाव 25 हजार क्यूसेक पहुंच गया, वहीं टांगरी नदी का बाहव 4 हजार क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया। दोनों नदियों के बहाव के साथ आई रेत से 20 से अधिक गांवों में फसलें खराब हो गई हैं। 11 जिलों में झमाझम बारिश हुई हरियाणा के 11 जिले ऐसे रहे, जहां 24 घंटे के दौरान झमाझम बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश सिरसा में हुई, यहां 29.2 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। इसके अलावा कुरुक्षेत्र में 27.9, भिवानी में 27.3, करनाल में 27.2, गुरुग्राम में 26.7, फरीदाबाद में 26.3, हिसार में 26.5, नारनौल में 26.0 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। अन्य जिलों में बारिश नहीं हुई, हालांकि बादल छाए रहे। अगस्त में मेहरबान मानसून अगर आंकड़ों को देखें तो हरियाणा के 22 जिलों में अगस्त के 10 दिनों में अभी तक सामान्य से 42% अधिक बारिश हुई है। अभी तक सभी जगह 53.9 एमएम बारिश होनी थी, लेकिन इन दस दिनों में 76.7 एमएम बारिश हो चुकी है। इनमें फतेहाबाद, हिसार, कैथल, करनाल, पलवल, पंचकूला, पानीपत में सामान्य से कम बारिश हुई है। जुलाई में कम हुई बरसात हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।