हरियाणा के लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस बार नुकसान होता दिख रहा है। 2019 में भाजपा ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीती थी लेकिन इस बार क्लीन स्वीप होता नजर नहीं आ रहा।सभी एग्जिट पोल्स का पोल देखें तो भाजपा हरियाणा में 7 सीटें जीत सकती है। भाजपा को नुकसान की बड़ी वजह किसानों की नाराजगी मानी जा रही है। इसके अलावा अग्निवीर स्कीम को भी इसके पीछे वजह माना जा रहा है। वहीं राज्य में एंटी इनकंबेंसी और किसानों की नाराजगी से बड़ी जीत की आस लगाए बैठी कांग्रेस को इससे बड़ा झटका लगा है। एग्जिट पोल्स के पोल में कांग्रेस 3 सीटें जीत सकती है। एग्जिट पोल के मुताबिक रोहतक और सिरसा सीट कांग्रेस जीत सकती है। सोनीपत सीट पर कांटे का मुकाबला है लेकिन कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी ये सीट जीत सकते हैं। बता दें कि हरियाणा की कुल 10 लोकसभा सीटों के लिए छठे चरण में 25 मई को वोटिंग हो चुकी है। नतीजे 4 जून को आएंगे। शनिवार को सातवें और आखिरी चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। इसके बाद एग्जिट पोल आ गए हैं। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, हरियाणा में सभी 10 एक्जिट पोल में किसे कितनी सीटें.. 1. इंडिया न्यूज-डी डायनामिक्स के मुताबिक हरियाणा में 7 सीटें भाजपा और 3 सीटें कांग्रेस जीत सकती है। इसमें कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा को रोहतक से, कुमारी सैलजा को सिरसा और सतपाल ब्रह्मचारी को सोनीपत से बढ़त दिखाई गई है। बाकी सभी 7 सीटों पर भाजपा की जीत का अनुमान लगाया गया है। 2. वहीं टाइम्स नाउ-ईटीजी रिसर्च के एग्जिट पोल के मुताबिक हरियाणा में BJP को 7 सीटें मिल सकती हैं। वहीं कांग्रेस को 1 से 3 सीटें मिल सकती हैं। अनुमान के मुताबिक भाजपा का वोट शेयर 10% गिरकर 48% के आसपास रह सकता है। कांग्रेस का वोट शेयर बढ़कर 41% हो सकता है। अन्य के हिस्से में 11% वोट शेयर आ सकता है। 3. रिपब्लिक-मैट्रिज और पी मार्क के मुताबिक भाजपा को 8 और AAP-कांग्रेस के I.N.D.I.A. ब्लॉक को 2 सीटें मिल सकती हैं। 4. न्यूज 24- टुडेज चाणक्य के एग्जिट पोल में हरियाणा में भाजपा को 10 सीटों में से 6 सीटों पर बढ़त मिली है। वहीं कांग्रेस 4 सीटों पर जीत सकती है। 5. जनादेश 2024- न्यूज नेशन सर्वे में हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में भाजपा को 7 सीटों पर बढ़त मिली है। वहीं कांग्रेस को 3 सीटों पर आगे बताया गया है। 6. इंडिया टीवी सीएनएक्स के मुताबिक भाजपा 6 से 8 सीट और कांग्रेस को 2 से 4 सीटें जीत सकती है। 7. SAAM-जन की बात के एग्जिट पोल भाजपा को 7 से 8, AAP-कांग्रेस के I.N.D.I.A. गठबंधन को 2 से 3 सीटों पर आगे दिखाया गया है। 8. न्यूज नेशन के मुताबिक हरियाणा में भाजपा 7 और कांग्रेस 3 सीटें जीत सकती है। 9. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के मुताबिक हरियाणा में भाजपा को 6 से 8 और कांग्रेस को 2 से 4 सीटें मिल सकती हैं। 10. ABP-C वोटर के मुताबिक हरियाणा में भाजपा 4 से 6 और कांग्रेस को भी 4 से 6 सीटें मिल सकती हैं। हरियाणा में बाइपोलर मुकाबला, 2019 से 5.54% कम वोटिंग हरियाणा में इस बार मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही रहा। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने राज्य में I.N.D.I.A. अलायंस के तहत मिलकर चुनाव लड़ा। कांग्रेस ने 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे जबकि कुरुक्षेत्र सीट AAP को दी। वहां से पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता उम्मीदवार रहे। इस बार आम चुनाव में बाकी राज्यों की तरह हरियाणा में भी 2019 के मुकाबले 5.54% कम वोटिंग हुई। 2019 में 70.34% मतदान हुआ था जबकि इस बार यह आंकड़ा 64.80% रहा। 2019 में भाजपा ने सभी 10 सीटें जीती, 2014 में 7 सीटें मिली थीं
भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 10 सीटें जीती थी। तब कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला। इससे पहले 2014 में BJP ने 10 में से 7 सीटें जीती। इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने 2 और कांग्रेस ने रोहतक सीट पर जीत दर्ज की। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का हरियाणा में खाता तक नहीं खुला था। तब कांग्रेस ने राज्य की 9 सीटों पर कब्जा जमाया वहीं एक सीट कुलदीप बिश्नोई की हरियाणा जनहित कांग्रेस (HJC) के खाते में गई थी। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा की 6 लोकसभा सीटों पर भाजपा की टेंशन:2 पर हालत खराब, 4 में टफ फाइट हरियाणा में कांग्रेस को 2 सीटों पर हार का डर:इंटरनल रिपोर्ट में 8 सीटों पर जीत का भरोसा हरियाणा में 2019 के मुकाबले 5.34% कम वोटिंग, कुल 65% मतदान, सिरसा टॉप पर, फरीदाबाद में सबसे कम हरियाणा के लोकसभा चुनाव में भाजपा को इस बार नुकसान होता दिख रहा है। 2019 में भाजपा ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीती थी लेकिन इस बार क्लीन स्वीप होता नजर नहीं आ रहा।सभी एग्जिट पोल्स का पोल देखें तो भाजपा हरियाणा में 7 सीटें जीत सकती है। भाजपा को नुकसान की बड़ी वजह किसानों की नाराजगी मानी जा रही है। इसके अलावा अग्निवीर स्कीम को भी इसके पीछे वजह माना जा रहा है। वहीं राज्य में एंटी इनकंबेंसी और किसानों की नाराजगी से बड़ी जीत की आस लगाए बैठी कांग्रेस को इससे बड़ा झटका लगा है। एग्जिट पोल्स के पोल में कांग्रेस 3 सीटें जीत सकती है। एग्जिट पोल के मुताबिक रोहतक और सिरसा सीट कांग्रेस जीत सकती है। सोनीपत सीट पर कांटे का मुकाबला है लेकिन कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी ये सीट जीत सकते हैं। बता दें कि हरियाणा की कुल 10 लोकसभा सीटों के लिए छठे चरण में 25 मई को वोटिंग हो चुकी है। नतीजे 4 जून को आएंगे। शनिवार को सातवें और आखिरी चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। इसके बाद एग्जिट पोल आ गए हैं। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, हरियाणा में सभी 10 एक्जिट पोल में किसे कितनी सीटें.. 1. इंडिया न्यूज-डी डायनामिक्स के मुताबिक हरियाणा में 7 सीटें भाजपा और 3 सीटें कांग्रेस जीत सकती है। इसमें कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा को रोहतक से, कुमारी सैलजा को सिरसा और सतपाल ब्रह्मचारी को सोनीपत से बढ़त दिखाई गई है। बाकी सभी 7 सीटों पर भाजपा की जीत का अनुमान लगाया गया है। 2. वहीं टाइम्स नाउ-ईटीजी रिसर्च के एग्जिट पोल के मुताबिक हरियाणा में BJP को 7 सीटें मिल सकती हैं। वहीं कांग्रेस को 1 से 3 सीटें मिल सकती हैं। अनुमान के मुताबिक भाजपा का वोट शेयर 10% गिरकर 48% के आसपास रह सकता है। कांग्रेस का वोट शेयर बढ़कर 41% हो सकता है। अन्य के हिस्से में 11% वोट शेयर आ सकता है। 3. रिपब्लिक-मैट्रिज और पी मार्क के मुताबिक भाजपा को 8 और AAP-कांग्रेस के I.N.D.I.A. ब्लॉक को 2 सीटें मिल सकती हैं। 4. न्यूज 24- टुडेज चाणक्य के एग्जिट पोल में हरियाणा में भाजपा को 10 सीटों में से 6 सीटों पर बढ़त मिली है। वहीं कांग्रेस 4 सीटों पर जीत सकती है। 5. जनादेश 2024- न्यूज नेशन सर्वे में हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में भाजपा को 7 सीटों पर बढ़त मिली है। वहीं कांग्रेस को 3 सीटों पर आगे बताया गया है। 6. इंडिया टीवी सीएनएक्स के मुताबिक भाजपा 6 से 8 सीट और कांग्रेस को 2 से 4 सीटें जीत सकती है। 7. SAAM-जन की बात के एग्जिट पोल भाजपा को 7 से 8, AAP-कांग्रेस के I.N.D.I.A. गठबंधन को 2 से 3 सीटों पर आगे दिखाया गया है। 8. न्यूज नेशन के मुताबिक हरियाणा में भाजपा 7 और कांग्रेस 3 सीटें जीत सकती है। 9. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के मुताबिक हरियाणा में भाजपा को 6 से 8 और कांग्रेस को 2 से 4 सीटें मिल सकती हैं। 10. ABP-C वोटर के मुताबिक हरियाणा में भाजपा 4 से 6 और कांग्रेस को भी 4 से 6 सीटें मिल सकती हैं। हरियाणा में बाइपोलर मुकाबला, 2019 से 5.54% कम वोटिंग हरियाणा में इस बार मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही रहा। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने राज्य में I.N.D.I.A. अलायंस के तहत मिलकर चुनाव लड़ा। कांग्रेस ने 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे जबकि कुरुक्षेत्र सीट AAP को दी। वहां से पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता उम्मीदवार रहे। इस बार आम चुनाव में बाकी राज्यों की तरह हरियाणा में भी 2019 के मुकाबले 5.54% कम वोटिंग हुई। 2019 में 70.34% मतदान हुआ था जबकि इस बार यह आंकड़ा 64.80% रहा। 2019 में भाजपा ने सभी 10 सीटें जीती, 2014 में 7 सीटें मिली थीं
भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 10 सीटें जीती थी। तब कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला। इससे पहले 2014 में BJP ने 10 में से 7 सीटें जीती। इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने 2 और कांग्रेस ने रोहतक सीट पर जीत दर्ज की। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का हरियाणा में खाता तक नहीं खुला था। तब कांग्रेस ने राज्य की 9 सीटों पर कब्जा जमाया वहीं एक सीट कुलदीप बिश्नोई की हरियाणा जनहित कांग्रेस (HJC) के खाते में गई थी। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा की 6 लोकसभा सीटों पर भाजपा की टेंशन:2 पर हालत खराब, 4 में टफ फाइट हरियाणा में कांग्रेस को 2 सीटों पर हार का डर:इंटरनल रिपोर्ट में 8 सीटों पर जीत का भरोसा हरियाणा में 2019 के मुकाबले 5.34% कम वोटिंग, कुल 65% मतदान, सिरसा टॉप पर, फरीदाबाद में सबसे कम हरियाणा | दैनिक भास्कर