हरियाणा में करनाल के देवीपुर गांव में गढ़ीभरल-राणा माजरा रोड पर शराब के ठेके के कर्मचारी से पिस्टल की नोक पर लूटपाट करने व ठेके में पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने का मामला सामने आया है। आरोपी तीन बाइकों पर सवार होकर आए थे। घटना में करीब दो से ढाई लाख रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। घटना की सूचना के बाद घरौंडा के डीएसपी मनोज कुमार, थाना प्रभारी दीपक कुमार एफएसएल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। छह आरोपियों ने दिया घटना को अंजाम ठेकेदार बिजेंद्र चौहान ने बताया कि गढीभरल-राणा माजरा रोड पर उसका शराब का ठेका है। वहां पर रात के समय अक्षय नाम का कारिंदा भी काम करता है और रात को ठेके में ही सोता है। सोमवार की अलसुबह तीन बाइकों पर छह बदमाश आए। जिन्होंने मुंह पर कपड़ा लपेटा हुआ था। उन्होंने थोड़ा सा पेट्रोल शटर के नीचे से ठेके में छिड़ दिया और थोड़ी सी आग लगा दी। धुंए के कारण अक्षय की आंख खुल गई। अक्षय जैसे ही शटर उठाकर बाहर आया तो बदमाशों ने उसे देसी पिस्टल की नोक पर ले लिया और मारपीट भी की। आरोपियों ने कारिंदे से करीब 8 हजार रुपए की नकदी भी लूट ली। जाते-जाते लगा गए आग बिजेंद्र ने बताया कि बदमाशों ने लूटपाट की और शराब की कुछ बोतले भी उठाई। इसके बाद ठेके में पेट्रोल छिड़क दिया और आग लगा दी। आग लगते ही शराब की पेटियां धूं-धूं करके जल गई। आगजनी देख आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए और आग पर काबू पाया। आग में 10 से 12 शराब की पेटियां जल गई। जिससे करीब 2 से ढाई लाख का नुकसान हुआ है। डीवीआर भी जलकर हुई राख बिजेंद्र ने बताया कि ठेके के बाहर व अंदर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे, उनमें घटना रिकॉर्ड हुई होगी, लेकिन आग में डीवीआर जल गया। अब डीवीआर से फुटेज निकालने की कोशिश की जाएगी, ताकि पता चल सके कि आरोपी कौन थे। एसएचओ दीपक कुमार ने बताया कि ठेके में आग लगाए जाने व लूटपाट की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हरियाणा में करनाल के देवीपुर गांव में गढ़ीभरल-राणा माजरा रोड पर शराब के ठेके के कर्मचारी से पिस्टल की नोक पर लूटपाट करने व ठेके में पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने का मामला सामने आया है। आरोपी तीन बाइकों पर सवार होकर आए थे। घटना में करीब दो से ढाई लाख रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। घटना की सूचना के बाद घरौंडा के डीएसपी मनोज कुमार, थाना प्रभारी दीपक कुमार एफएसएल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। छह आरोपियों ने दिया घटना को अंजाम ठेकेदार बिजेंद्र चौहान ने बताया कि गढीभरल-राणा माजरा रोड पर उसका शराब का ठेका है। वहां पर रात के समय अक्षय नाम का कारिंदा भी काम करता है और रात को ठेके में ही सोता है। सोमवार की अलसुबह तीन बाइकों पर छह बदमाश आए। जिन्होंने मुंह पर कपड़ा लपेटा हुआ था। उन्होंने थोड़ा सा पेट्रोल शटर के नीचे से ठेके में छिड़ दिया और थोड़ी सी आग लगा दी। धुंए के कारण अक्षय की आंख खुल गई। अक्षय जैसे ही शटर उठाकर बाहर आया तो बदमाशों ने उसे देसी पिस्टल की नोक पर ले लिया और मारपीट भी की। आरोपियों ने कारिंदे से करीब 8 हजार रुपए की नकदी भी लूट ली। जाते-जाते लगा गए आग बिजेंद्र ने बताया कि बदमाशों ने लूटपाट की और शराब की कुछ बोतले भी उठाई। इसके बाद ठेके में पेट्रोल छिड़क दिया और आग लगा दी। आग लगते ही शराब की पेटियां धूं-धूं करके जल गई। आगजनी देख आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए और आग पर काबू पाया। आग में 10 से 12 शराब की पेटियां जल गई। जिससे करीब 2 से ढाई लाख का नुकसान हुआ है। डीवीआर भी जलकर हुई राख बिजेंद्र ने बताया कि ठेके के बाहर व अंदर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे, उनमें घटना रिकॉर्ड हुई होगी, लेकिन आग में डीवीआर जल गया। अब डीवीआर से फुटेज निकालने की कोशिश की जाएगी, ताकि पता चल सके कि आरोपी कौन थे। एसएचओ दीपक कुमार ने बताया कि ठेके में आग लगाए जाने व लूटपाट की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कंगना बोलीं- रद्द तीनों कृषि कानून दोबारा लागू हों:किसान खुद इसकी मांग करें; मोदी सरकार ने 378 दिन चले आंदोलन के बाद वापस लिए थे
कंगना बोलीं- रद्द तीनों कृषि कानून दोबारा लागू हों:किसान खुद इसकी मांग करें; मोदी सरकार ने 378 दिन चले आंदोलन के बाद वापस लिए थे हिमाचल से BJP सांसद कंगना रनोट ने रद्द किए गए 3 कृषि कानूनों को दोबारा लागू करने की मांग की है। कंगना ने कहा कि किसानों को खुद ये कानून लागू करने की मांग करनी चाहिए। नवंबर 2021 में केंद्र सरकार को 14 महीने के बाद किसान आंदोलन के बाद ये कानून वापस लेने पड़े थे। इस बयान के बाद विपक्ष ने कंगना की घेराबंदी शुरू कर दी है। पंजाब से अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा कि भाजपा को कंगना को पार्टी से निकालना चाहिए। कंगना पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) लगाया जाना चाहिए। कृषि कानूनों पर कंगना का बयान 23 सितंबर को सामने आया था। वह मंडी जिले के ख्योड़ में जिला स्तरीय नलवाड़ मेले के समापन समारोह में पहुंची थीं। यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में 3 कृषि कानूनों पर बयान दिया। हरियाणा कांग्रेस ने लिखा- इन कानूनों की वापसी कभी नहीं होगी वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता हरजीत ग्रेवाल ने कहा कि कंगना पंजाब, किसान और सिखों के बारे में बोलना बंद करें। इस मामले को हम हाईकमान के सामने रखेंगे। अब पढ़िए कंगना ने कहीं 2 अहम बातें… 1. किसानों के हितकारी कानून वापस आने चाहिए
कंगना ने कहा कि किसानों के जो लॉ हैं, जो रोक दिए गए, वे वापस लाने चाहिए। किसानों को खुद इसकी डिमांड करनी चाहिए। हमारे किसानों की समृद्धि में ब्रेक न लगे। 2. हमारे किसान पिलर ऑफ स्ट्रेंथ
ब्यूरोक्रेसी, हमारे लीडर, हर तीन-तीन महीनों में इलेक्शन करवाते हैं। वन नेशन, वन इलेक्शन देश के विकास में जरूरी हैं। ऐसे ही हमारे किसान पिलर ऑफ स्ट्रेंथ (मजबूती के स्तंभ) हैं। वे खुद अपील करें कि हमारे तीनों कानूनों को लागू किया जाए। हमारे कुछ राज्यों ने इन कानूनों को लेकर आपत्ति जताई थी, उनसे हाथ जोड़ विनती करती हूं कि इन्हें वापस लाएं। किसानों को लेकर 2 बार बयान दे चुकीं कंगना…. 1. कंगना ने कहा था- किसान आंदोलन में रेप-मर्डर हुए
अगस्त में भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता। किसान बिल को वापस ले लिया गया, वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। पूरी खबर पढ़ें… विपक्ष व किसानों ने कंगना को घेरना शुरू किया था। इसके बाद भाजपा ने भी अपना पक्ष जारी कर कंगना के बयान से खुद को अलग कर लिया। कंगना से भी कहा गया कि वे ऐसे बयानों से बचें। 2. कंगना ने किसान आंदोलन और शाहीन बाग प्रोटेस्ट में शामिल महिला का जिक्र किया था
किसान आंदोलन के बीच कंगना रनोट ने 27 नवंबर 2020 को रात 10 बजे फोटो पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था कि किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुई महिला वही मशहूर बिलकिस दादी है, जो शाहीन बाग के प्रदर्शन में थी। जो 100 रुपए लेकर उपलब्ध है। हालांकि, बाद में कंगना ने पोस्ट डिलीट कर दिया था, लेकिन कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पोस्ट को खूब शेयर किया था। इससे एक्ट्रेस विवादों में घिर गई थी। 2020 में लाए गए थे 3 कृषि कानून
5 जून 2020 को केंद्र सरकार एक अध्यादेश के जरिए तीन कृषि बिल लेकर आई थी। सितंबर 2020 को केंद्र सरकार लोकसभा और राज्यसभा में फार्म बिल 2020 लेकर आई। दोनों सदनों से यह बिल पास पास हो गए, लेकिन किसानों को यह बिल मंजूर नहीं थे। किसानों को आशंका थी कि नए बिल से मंडियां खत्म हो जाएंगी। MSP सिस्टम खत्म हो जाएगा। बड़ी कंपनियां फसलों की कीमतें तय करने लगेंगी। वे इसके विरोध में उतर आए। पंजाब के किसान रेल की पटरियों पर बैठ गए, लेकिन सरकार ने उन्हें वहां से हटा दिया। दो महीने बाद यानी 25 नवंबर को पंजाब और हरियाणा के किसानों ने दिल्ली चलो आंदोलन का ऐलान किया। पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी UP सहित कई शहरों में किसानों का प्रदर्शन शुरू हो गया। सरकार और किसानों के बीच 11 बार बातचीत हुई, पर कोई नतीजा नहीं निकला। इसके बाद भारतीय किसान यूनियन सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा। कोर्ट ने 18 महीने के लिए तीनों कृषि कानूनों पर रोक लगा दी। साथ ही इन कानूनों को रिव्यू करने के लिए एक कमेटी बनाई, पर किसान नहीं माने। उनका कहना था- ‘जब तक तीनों कानून वापस नहीं लिए जाते, हम आंदोलन जारी रखेंगे।’ इस बीच किसानों ने पक्के घर करना शुरू कर दिए। टीकरी और सिंघु बॉर्डर पर कच्चे-पक्के घर बनना शुरू हो गए। कई जगहों पर किसानों ने CCTV कैमरे भी लगवाए, ताकि पुलिस की एक्टिविटीज को देख सकें। 19 नवंबर 2021 को कृषि कानून वापस लिए
किसान आंदोलन के दौरान अप्रैल-मई 2021 में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव हुए। असम में BJP सरकार बनाने में कामयाब रही, लेकिन उसे 11 सीटों का नुकसान हुआ। पुडुचेरी में वह गठबंधन की सरकार बनाने में कामयाब रही। जबकि केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में BJP को हार का सामना करना पड़ा। इन चुनावों में विपक्ष ने प्रधानमंत्री और BJP को खूब घेरा था। किसान नेता राकेश टिकैत ने पश्चिम बंगाल में BJP के खिलाफ प्रचार किया था। इसके बाद BJP की इंटरनल रिपोर्ट, सेना में नाराजगी, उप चुनावों में मिली हार और पांच राज्यों में होने वाले चुनावों को देखते हुए PM मोदी ने 19 नवंबर 2021 को तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। आखिरकार 14 महीने की तकरार के बाद 29 नवंबर को लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों से बिना किसी चर्चा के ध्वनिमत से कृषि कानून वापस ले लिया गया। 11 दिसंबर को किसानों ने आंदोलन खत्म करने का ऐलान किया और दिल्ली बॉर्डर पर विजय दिवस मनाया।
हरियाणा के हिंदू नेता से 5 करोड़ फिरौती मांगी:जान से मारने की धमकी भी दी, पंजाब पुलिस बोली- आरोपी पाकिस्तान से, सुरक्षा बढ़ाई
हरियाणा के हिंदू नेता से 5 करोड़ फिरौती मांगी:जान से मारने की धमकी भी दी, पंजाब पुलिस बोली- आरोपी पाकिस्तान से, सुरक्षा बढ़ाई हरियाणा के हिंदू नेता वीरेश शांडिल्य को जान से मारने की धमकी मिली हैं। यहीं नहीं उनसे 5 करोड़ की फिरौती भी मांगी गई है। ये धमकी उन्हें जसवीर चौधरी नाम के आतंकी ने दी। उसने सुरक्षा टाइट रखते हुए अंबाला से बाहर न निकलने की बात कही है। वीरेश शांडिल्य विश्व हिंदू तख्त के प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि 30 जनवरी को उन्हें धमकी मिली थी। उन्होंने उसी दिन पुलिस को शिकायत दी थी, लेकिन मामला दर्ज नहीं हुआ। फिर 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने अंबाला पुलिस को पत्र भेज बताया कि जिस जसवीर चौधरी ने शांडिल्य को धमकी दी है, वह पाकिस्तान से संबंध रखता है और हथियारों का तस्कर है। तब बलदेव नगर थाना पुलिस ने 11 जून को मुकदमा दर्ज किया। घर के बाहर सुरक्षा बढ़ाई
अंबाला पुलिस ने शांडिल्य की सुरक्षा बढ़ा दी है। शांडिल्य ने कहा कि 13 अप्रैल को रोपड़ में भी हिंदू नेता की हत्या हो चुकी है। वह खालिस्तान, बब्बर खालसा के आतंकवादियों और जरनैल सिंह भिंडरावाला की मुहिम सहित पाकिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ रहे हैं। एक साले पहले भी मिली थी धमकी
वीरेश शांडिल्य को करीब एख साल पहले भी जान से मारने की धमकी मिली थी। शांडिल्य ने तुरंत इसकी सूचना अंबाला के SP को दी थी। पुलिस ने धमकी देने वाले के खिलाफ अंबाला शहर पुलिस थाना में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। तब उन्होंने अमृतसर में अजनाला हिंसा को लेकर अमृतपाल सिंह को लेकर बयान दिया था। शांडिल्य ने था कि पंजाब में आग लगा रहे अमृतपाल का इलाज सिर्फ गोली है। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मांग की थी कि पंजाब को भारतीय सेना के हवाले किया जाए। शांडिल्य ने अमृतपाल पर आरोप लगाया था कि वह दो धर्मों के लोगों को आपस में लड़वाने की साजिश रच रहा है।
4.7 लाख ठगने वाले आईटी के 4 छात्र काबू
4.7 लाख ठगने वाले आईटी के 4 छात्र काबू भास्कर न्यूज | यमुनानगर थर्मल प्लांट के चीफ इंजीनियर से 4.70 लाख रुपए ठगने के मामले में पुलिस ने चार छात्रों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पटियाला की थापर यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे चीफ इंजीनियर के बेटे की दुष्कर्म मामले में गिरफ्तारी की बात कह ठगी की थी। 28 मई को पाकिस्तान के नंबर से कॉल कर रुपए खाते में ट्रांसफर करा लिए थे। । एसएचओ रविकांत शर्मा ने बताया कि 28 मई को थर्मल प्लांट के चीफ इंजीनियर राम कुमार को वाट्सएप कॉल आई थी। कॉल करने वालों ने खुद को थाना पटियाला से एसएचओ बताया और कहा कि उसका बेटा हार्दिक दो साथियों के साथ दुष्कर्म केस पकड़ा गया है। यदि उसे छुड़वाना है तो पैसे लगेंगे। साइबर ठगों ने उनसे 4.70 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए, तब उन्हें पता चला कि उनके साथ फ्रॉड हो चुका है। मामले में 28 जून को थाने में केस दर्ज हुआ था। जांच में बैंक खाते को खोलने के लिए प्रयोग की गई आईडी के माध्यम से पुलिस ने कार्रवाई की । नोएडा की यूनिवर्सिटी से आईटी की पढ़ाई कर रहे जीशान निवासी बेतिया चंपारन बिहार , अभिनव प्रताप सिंह निवासी गाजीपुर उत्तर प्रदेश, कुंवर लोहताक्ष सिंह निवासी वाराणसी यूपी तथा आदित्य नथैनियल निवासी छत्तीसगढ़ को गिरफ्तार किया। चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो चारों ने जुर्म कबूल लिया। एसएचओ ने बताया कि इस गिरोह का सरगना व कुछ अन्य अभी फरार हैं, उनकी तलाश में भी दबिश डाली जा रही है।