पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) द्वारा तय नियमों के मुताबिक मोहाली नगर निगम को बिजली बिलों के सेस में बनता हिस्सा न देने का मामला की पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंच गया है। अदालत ने अब PSPCL को चार हफ्ते में अपना जवाब दाखिल करने के आदेश दिए हैं। हाईकोर्ट में यह याचिका मोहाली के डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी की तरफ से दाखिल की गई है। उन्होंने अदालत से विनती की है कि संस्थान को आदेश दिए जाएं कि सेस की दो फीसदी रकम नियमित तौर पर निगम को दी जाए। साथ ही 2021 से लेकर अब तक की बकाया रकम तुरंत दी जाए। साथ ही दस फीसदी कटौती को रोका जाए। 2017 में जारी हुई थी नोटिफिकेशन बेदी ने बताया कि 2017 की नोटिफिकेशन अधीन PSPCL की तरफ से बिजली बिलों पर लगाया जाने वाला दो फीसदी सेस नगर निगम को देना होता है, लेकिन 2021 तक दी गई रकम में दस फीसदी गलत तरीके से कटौती की गई। 2021 के बाद एक पैसा भी नगर निगम को नहीं दिया गया। मोहाली नगर निगम की आमदनी के स्त्रोत बहुत कम है। नगर निगम की वित्तीय हालत बहुत खराब है। नगर निगम के पास रखरखाव के लिए भी पैसे नहीं है। डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी के वकील रंजीवन ने बताया कि इस मामले में पहले पीएसपीसीएल ने बताया कि जल्दी ही स्थिति साफ होगी। पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) द्वारा तय नियमों के मुताबिक मोहाली नगर निगम को बिजली बिलों के सेस में बनता हिस्सा न देने का मामला की पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंच गया है। अदालत ने अब PSPCL को चार हफ्ते में अपना जवाब दाखिल करने के आदेश दिए हैं। हाईकोर्ट में यह याचिका मोहाली के डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी की तरफ से दाखिल की गई है। उन्होंने अदालत से विनती की है कि संस्थान को आदेश दिए जाएं कि सेस की दो फीसदी रकम नियमित तौर पर निगम को दी जाए। साथ ही 2021 से लेकर अब तक की बकाया रकम तुरंत दी जाए। साथ ही दस फीसदी कटौती को रोका जाए। 2017 में जारी हुई थी नोटिफिकेशन बेदी ने बताया कि 2017 की नोटिफिकेशन अधीन PSPCL की तरफ से बिजली बिलों पर लगाया जाने वाला दो फीसदी सेस नगर निगम को देना होता है, लेकिन 2021 तक दी गई रकम में दस फीसदी गलत तरीके से कटौती की गई। 2021 के बाद एक पैसा भी नगर निगम को नहीं दिया गया। मोहाली नगर निगम की आमदनी के स्त्रोत बहुत कम है। नगर निगम की वित्तीय हालत बहुत खराब है। नगर निगम के पास रखरखाव के लिए भी पैसे नहीं है। डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी के वकील रंजीवन ने बताया कि इस मामले में पहले पीएसपीसीएल ने बताया कि जल्दी ही स्थिति साफ होगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में रेलवे स्टेशन के बाहर हंगामा:शराब के नशे में वेंडर पर हमला,जेबकतरे ने पेट में घोंपा चाकू,पीजीआई रेफर लुधियाना में बीती रात रेलवे स्टेशन के बाहर जमकर हंगामा हुआ। ट्रेनों में सामान बेचने वाले एक वेंडर के पेट में जेबकतरा ने चाकू घोंप दिया। खून से लथपथ व्यक्ति को चिल्लाता देख तुरंत आस-पास के लोगों ने हमलावर को दबोच लिया। लोगों की मदद से घायल व्यक्ति को सिविल अस्पताल लाया गया। वहीं आरोपी जेबकतरे को भी लोग अस्पताल लेकर आए। घायल का नाम हैदर अली है। हैदर अली की हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने उसे पीजीआई रेफर कर दिया। 2 से 3 इंच चाकू पेट में घुसा जानकारी देते हुए हैदर अली ने बताया कि वह स्टेशन पर चाय बेचने का काम करता है। वह स्टेशन के बाहर अपने साथियों के साथ चाय पी रहा था। उसी समय शराब के नशे में एक जेब कतरा आया। उसने छीना झपटी की कोशिश की। वह जेब कतरा ट्रेनों में अवैध रूप से वेडिंग का काम भी करता है। हैदर मुताबिक जेबकतरे का जब उसने विरोध किया तो उसने उसके पेट में चाकू मार दिया। करीब 2 से 3 इंच चाकू पेट में घुस गया। अकेला देख बदमाश ने हैदर को घेरा सिविल अस्पताल पहुंचे गौरव ने कहा कि पावर कैबिन के बाहर इलायची नाम के व्यक्ति की कैंटीन है। हैदर अली हमारे साथ चाय पी रहा था। तभी कुछ दूरी पर जेब कतरा सतविंदर खड़ा था। हैदर जब अकेला घर जाने लगा तो उसने हैदर के चाकू मार दिया। हैदर के चिल्लाने की आवाज सुनकर सभी इक्ट्ठे हो गए। बदमाश को मौके पर काबू कर लिया। जेब कतरे से चाकू भी बरामद कर लिया। फिलहाल इसे थाना कोतवाली की पुलिस के सुपुर्द करने जा रहे है।
पंजाब मंत्रिमंडल फेरबदल के चार कारण:लोकसभा नतीजों की परफॉर्मेंस, जातीय समीकरण और सीएम का वायदा
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अमृतसर के पेपर मिल में SP-DSP के साथ हादसा:खन्ना से नशीले पदार्थों को नष्ट कराने पहुंचे थे; 40 फीसदी तक झुलसे
अमृतसर के पेपर मिल में SP-DSP के साथ हादसा:खन्ना से नशीले पदार्थों को नष्ट कराने पहुंचे थे; 40 फीसदी तक झुलसे पंजाब के खन्ना से अमृतसर में नशीले पदार्थों का निपटारा करने पहुंचे दो पुलिस अधिकारियों के साथ हादसा हो गया है। नशीले पदार्थों को आग में नष्ट करते समय दो अधिकारी बुरी तरह से झुलस गए। फिलहाल दोनों अधिकारियों को अमृतसर के निजी अस्पताल में दाखिल करवाया है, जहां दोनों की हालत गंभीर बनी है। जानकारी के अनुसार, SP तरुण रतन और डीएसपी सुख अमृतपाल सिंह अपनी टीमों के साथ नशीले पदार्थों को डिस्पोज ऑफ करने के लिए खन्ना से अमृतसर पहुंचे थे। पंजाब के अधिकतर जिले अमृतसर के खन्ना पेपर मिल के बॉयलर व भट्ठियों में हेरोइन व अन्य नशीले पदार्थों को नष्ट कराने पहुंचते हैं। खन्ना पुलिस के ये दोनों अधिकारी भी पिछले दिनों पकड़े गए नशीले पदार्थों की खेप को लेकर खन्ना पेपर मिल पहुंचे थे। लेकिन इसी दौरान खन्ना के दोनों पुलिस अधिकारी आग की चपेट में आ गए। तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया खन्ना पेपर मिल में बुनियादी सुविधाओं का फायदा मिला। जिसके बाद तुरंत ही दोनों पुलिस अधिकारियों को अमृतसर के अमनदीप अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है। अमृतसर के सीनियर अधिकारी जानकारी मिलने के बाद अमनदीप अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहीं खन्ना से भी अधिकारी अमृतसर के लिए रवाना हो चुके हैं। दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है। एसपी तरुण रतन का शरीर 40 प्रतिशत और डीएसपी सुख अमृतपाल 25 फीसदी शरीर आग से झुलस गया है।