हरियाणा में सोनीपत के गांव ककरोई में एक बुजुर्ग महिला की हत्या का मामला सामने आया है। अपने बेटे को दो आरोपियों से बचाने गई, तो आरोपियों ने उसे धक्का दे दिया जिससे वह जमीन पर गिर गई और उसकी मौत हो गई। पुलिस मामले में जांच कर रही है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गांव ककरोई में 60 वर्षीय महिला बिमला का बेटा कृष्ण कुछ दिन पहले अपनी स्कूटी में पेट्रोल भरवाने जा रहा था। इसी दौरान, गांव रोहट के मेडिकल स्टोर मालिक मंदीप की कार से उसकी टक्कर हो गई। इस घटना के बाद दोनों के बीच कहासुनी हुई। बाद में मंदीप ने कृष्ण को फोन करके फिर से झगड़ा शुरू कर दिया। साथी को लेकर पहुंचा सोमवार शाम, मंदीप अपने साथी सतपाल को लेकर कृष्ण के घर पहुंच गया और उसके साथ मारपीट करने लगा। जब बिमला अपने बेटे को बचाने आई, तो आरोपियों ने उसे धक्का दे दिया। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस कर रही मामले में जांच सूचना मिलने पर एसीपी जीत सिंह बेनीवाल और थाना सदर प्रभारी उमेश कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से सबूत जुटाए हैं। हालांकि, महिला के शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है। थाना सदर प्रभारी उमेश कुमार ने बताया, “हम मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।” हरियाणा में सोनीपत के गांव ककरोई में एक बुजुर्ग महिला की हत्या का मामला सामने आया है। अपने बेटे को दो आरोपियों से बचाने गई, तो आरोपियों ने उसे धक्का दे दिया जिससे वह जमीन पर गिर गई और उसकी मौत हो गई। पुलिस मामले में जांच कर रही है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गांव ककरोई में 60 वर्षीय महिला बिमला का बेटा कृष्ण कुछ दिन पहले अपनी स्कूटी में पेट्रोल भरवाने जा रहा था। इसी दौरान, गांव रोहट के मेडिकल स्टोर मालिक मंदीप की कार से उसकी टक्कर हो गई। इस घटना के बाद दोनों के बीच कहासुनी हुई। बाद में मंदीप ने कृष्ण को फोन करके फिर से झगड़ा शुरू कर दिया। साथी को लेकर पहुंचा सोमवार शाम, मंदीप अपने साथी सतपाल को लेकर कृष्ण के घर पहुंच गया और उसके साथ मारपीट करने लगा। जब बिमला अपने बेटे को बचाने आई, तो आरोपियों ने उसे धक्का दे दिया। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस कर रही मामले में जांच सूचना मिलने पर एसीपी जीत सिंह बेनीवाल और थाना सदर प्रभारी उमेश कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से सबूत जुटाए हैं। हालांकि, महिला के शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है। थाना सदर प्रभारी उमेश कुमार ने बताया, “हम मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।” हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हांसी में संदिग्ध हालत में व्यक्ति की मौत:भाई बोला- कोई नशीला पदार्थ निगला है; बीमारी के चलते परेशान था
हांसी में संदिग्ध हालत में व्यक्ति की मौत:भाई बोला- कोई नशीला पदार्थ निगला है; बीमारी के चलते परेशान था हरियाणा के हिसार के हांसी में व्यक्ति ने नशीला पदार्थ निगल लिया। इसके कारण व्यक्ति की मौत हो गई। वह लंबे समय से बीमार होने के कारण मानसिक तौर पर परेशान चल रहा था। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। मौत के असली कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही चलेगा। हांसी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सेक्टर 6 निवासी सतीश ने बताया कि कल देर शाम उसके भाई अजय की पत्नी आरती ने उसको फोन कर सूचना दी कि अजय की हालत काफ़ी खराब है। वह बेसुध हालत में पड़ा है। सतीश ने अजय के घर जाकर देखा तो अजय की मौत हो चुकी थी। सतीश ने बताया कि अजय लंबे समय से बीमार रहता था। इसके कारण वह मानसिक तौर पर परेशान भी रहने लगा था। उन्हें ये पता चला हैं कि अजय ने कोई नशीला पदार्थ खाया हैं। परेशानी के चलते और बीमारी की वजह से मौत होने का अंदेशा है। अजय हांसी शहर में मार्केटिंग का काम करता था। आज सुबह 10 बजे के क़रीब अजय का बड़ा भाई सतीश और अन्य परिजन उसके शव को लेकर हांसी के नागरिक अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर उसके शव को पोस्टमार्टम हाऊस में रखवा दिया गया। अजय की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने की बाद ही ये पता चल पाएगा कि उसकी मौत किस कारण हुई है।
हरियाणा के 14 जिलों में बारिश की चेतावनी:अगस्त में सामान्य से अधिक बरसा; 24 घंटे में 7 जिलों में बरसात, सोनीपत में सबसे ज्यादा
हरियाणा के 14 जिलों में बारिश की चेतावनी:अगस्त में सामान्य से अधिक बरसा; 24 घंटे में 7 जिलों में बरसात, सोनीपत में सबसे ज्यादा अगस्त में हरियाणा में मानसून मेहरबान रहा है। लगातार सात दिनों की बारिश के बाद मौसम विभाग ने 14 जिलों में फिर से मौसम खराब रहने की संभावना जताई है। हालांकि इन जिलों में बारिश को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं, 24 घंटे में प्रदेश के 7 जिलों में भारी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश सोनीपत जिले में हुई, जहां करीब 15 एमएम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने 20 और 21 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट पहले ही जारी कर दिया है। इन जिलों में खराब रहेगा मौसम हरियाणा के जिन जिलों में मौसम खराब रहेगा, उनमें पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, रेवाड़ी, फरीदाबाद, पलवल मेवात शामिल हैं। मौसम विभाग ने इन जिलों को आइसोलेटेड कैटेगरी में रखा है, जहां 25% तक बारिश संभव है। वहीं, करनाल, पानीपत और यमुनानगर में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इन जिलों को डार्क ग्रीन कैटेगरी में शामिल किया गया है। 11 जिलों में भारी बारिश हुई हरियाणा के 7 जिले ऐसे रहे जहां 24 घंटे के दौरान भारी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश सोनीपत में हुई, जहां 15 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा अंबाला और करनाल में 13 एमएम, महेंद्रगढ़ में 5.0 एमएम, कुरुक्षेत्र में 4.0 एमएम बारिश हुई। इसके अलावा पानीपत और जींद में भी हल्की बारिश हुई। अगस्त में मेहरबान मानसून अगर आंकड़ों को देखें तो हरियाणा के 22 जिलों में अगस्त में अभी तक सामान्य से 42% अधिक बारिश हुई है। अभी तक सभी जगह 53.9 एमएम बारिश होनी थी, लेकिन इन दस दिनों में 76.7 एमएम बारिश हो चुकी है। इनमें फतेहाबाद, हिसार, कैथल, करनाल, पलवल, पंचकूला, पानीपत में सामान्य से कम बारिश हुई है। जुलाई में कम हुई बरसात हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।
सैलजा की चुप्पी से हरियाणा कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं:टिकट वितरण और जातिगत टिप्पणी से नाराज; प्रचार में नहीं दिख रहीं, 21 सीटों पर प्रभाव
सैलजा की चुप्पी से हरियाणा कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं:टिकट वितरण और जातिगत टिप्पणी से नाराज; प्रचार में नहीं दिख रहीं, 21 सीटों पर प्रभाव हरियाणा में सिरसा से कांग्रेस की सांसद कुमारी सैलजा की चुप्पी से इन दिनों पार्टी की टेंशन बढ़ गई है। उनके समर्थकों को विधानसभा टिकट बंटवारे में तवज्जो न मिलने और लगातार हुड्डा गुट के समर्थकों की ओर की गईं टिप्पणियों से वह आहत हैं, और अपने आपको हरियाणा चुनाव से दूर रखे हुए हैं। सैलजा की साइलेंस से हुड्डा खेमे में खलबली मची हुई है, क्योंकि उनकी चुप्पी का कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है, और हुड्डा खेमे को सत्ता पाने की चाहत से दूर कर सकता है। बता दें कि कुमारी सैलजा अनुसूचित जाति से आती हैं। वह हरियाणा में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं। हरियाणा में 17 रिजर्व सीटे हैं। इसके अलावा सिरसा और फतेहाबाद की विधानसभा सीटों पर भी सैलजा का प्रभाव है। ऐसे में करीब 21 विधानसभा सीटें हैं, जहां कुमारी सैलजा प्रभाव रखती हैं। हरियाणा में 12 सितंबर को नामांकन के अंतिम दिन कांग्रेस ने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की थी। तब से ही कुमारी सैलजा चुप हैं, और उन्होंने चुनावी कैंपेन से दूरी बना ली है। सैलजा के नाराज होने की 3 वजहें… 1. टिकट वितरण में अनदेखी : कुमारी सैलजा के नाराज होने की वजह टिकट वितरण को माना जा रहा है। सैलजा ने हरियाणा में 30 से 35 सीटें अपने समर्थकों के लिए मांगी थीं, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने हुड्डा समर्थकों को तवज्जो देते हुए 90 में से 72 सीटों पर उनके समर्थकों को टिकट दी। वहीं, सैलजा खेमे के हाथ केवल 4 सीटें लगीं। कांग्रेस महासचिव एवं सांसद कुमारी सैलजा अपने बेहद करीबी डॉ. अजय चौधरी को नारनौंद विधानसभा सीट से टिकट दिलाने में भी कामयाब नहीं हो पाईं। 2. जातिगत टिप्पणी : टिकट वितरण के अंतिम दिन नारनौंद में कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ के नामांकन कार्यक्रम में एक समर्थक ने कुमारी सैलजा पर जातिगत टिप्पणी की थी। इस मामले ने तूल पकड़ा और जगह-जगह विरोध भी हुआ। दलित समाज सैलजा पर की गई टिप्पणी से आहत है। नारनौंद थाने में जस्सी पेटवाड़ समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ता पर केस भी दर्ज हुआ है। 3. हुड्डा खेमे से तनातनी : हरियाणा कांग्रेस में दो गुट बने हुए हैं। एक गुट हुड्डा पिता-पुत्र का है, तो दूसरा गुट SRK से SRB हो गया है। किरण चौधरी भी हुड्डा की मनमानी से नाराज होकर भाजपा में चली गई हैं। इसके बाद बीरेंद्र सिंह सैलजा गुट के साथ नजर आने लगे हैं। चुनाव कैंपेन में पोस्टर से लेकर बयानबाजी तक में दोनों खेमे में साफ तौर पर तनातनी देखने मिली है। भूपेंद्र हुड्डा अब डैमेज कंट्रोल कर रहे
सांसद कुमारी सैलजा पर अभद्र टिप्पणी के बाद पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा उनके सपोर्ट में भी आए। उन्होंने कहा, “सैलजा पर की गई टिप्पणी मैनिपुलेटेड है। वह हमारी बहन भी हैं, और कांग्रेस की सम्मानित नेता हैं। कांग्रेस का कोई भी नेता या कार्यकर्ता उनके बारे में गलत टिप्पणी नहीं कर सकता। उनके बारे में यदि कोई भी, किसी प्रकार की गलत टिप्पणी करता है तो उसका कांग्रेस में कोई स्थान नहीं है। आज हर किसी के पास मोबाइल है और किसी को भी मैनिपुलेट कर कुछ भी बुलवाया जा सकता है, लेकिन ऐसी मानसिकता का समाज या राजनीति में कोई स्थान नहीं है। विरोधी दल जानबूझकर समाज को बांटने वाली साजिश रच रहे हैं।” हुड्डा-सैलजा में कांग्रेस संदेश यात्रा के दौरान दिखी तनातनी
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में CM कुर्सी की लड़ाई शुरू हो गई थी। पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा गुट के ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ कैंपेन के बराबर सांसद कुमारी सैलजा ने ‘कांग्रेस संदेश यात्रा’ का ऐलान कर दिया था। सैलजा ने सोशल मीडिया पर 27 जुलाई से अपना कैंपेन शुरू करने को लेकर एक पोस्टर शेयर किया था। इससे बवाल मच गया था। क्योंकि इस पर पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान का फोटो नहीं था। हुड्डा गुट ने इसकी शिकायत कांग्रेस हाईकमान से की थी। इसके बाद सैलजा ने एक और पोस्टर रिलीज किया था, जिसमें हुड्डा और उदयभान के फोटो शामिल किए गए। सैलजा ने अपने पोस्टर में रणदीप सुरजेवाला और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह को जगह दी थी।