हरियाणा में करनाल के ओल्ड चार चमन इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने एक दुकानदार के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित अपने घर के अंदर एंट्री कर रहा था। हालांकि लोगों ने आरोपियों को रोकने का भी प्रयास किया, लेकिन लुटेरे मौके से फरार हो गए। घटना सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुई है। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। जिसके बाद सिटी थाना पुलिस व सीआईए की टीमें मौके पर पहुंच गई। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि लुटेरों के बारे में कोई सुराग लग सके। नकाबपोश लुटेरों ने दिया घटना को अंजाम पीड़ित दुकानदार रवि ने बताया कि उसकी सेक्टर 13 में आटा चक्की की दुकान है। सोमवार देर रात करीब साढ़े 10 बजे दुकान बंद करने के बाद वह स्कूटी से घर लौटा था और घर के सामने उसने अपनी स्कूटी रोकी। उसके पास तीन बैग थे। जिसमें से एक में 60 से 70 हजार रुपए की नकदी थी। वह एक के बाद एक बैग घर के अंदर लेकर जा रहे थे। इसी दौरान दो बाइक सवार नकाबपोश लुटेरे आते है। लुटेरों ने स्कूटी पर रखा बैग उठा लिया और फरार होने लगे। इस दौरान मैंने उनका पीछा करने की भी कोशिश की लेकिन वह सड़क पर गिर गया। लेकिन मैंने शोर मचाया तो आसपास के लोग हरकत में आ गए। लोगों ने लुटेरों की बाइक को रोकने का प्रयास किया। लेकिन लुटेरे पड़ोसियों से किसी तरह से छूट कर फरार हो गए। लुटेरों की बाइक भी गिरी और एक का नकाब भी नीचे गिर गया था। आरोपियों की बाइक के पीछे नंबर प्लेट नहीं थी। पीड़ित का कहना है कि पहले भी इस तरह की वारदाते हो चुकी है। सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई घटना रवि ने बताया कि आस पड़ोस में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए है। जिनमें यह घटना रिकॉर्ड हुई है। वारदात की सूचना के बाद सिटी पुलिस व सीआईए की टीमें मौके पर पहुंच गई। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाल रहे है। पीड़ित का कहना है कि शायद आरोपियों ने पहले से रैकी की हुई थी। पुलिस जुटी जांच में सूचना के बाद मौके पर पहुंचे डायल-112 के इंचार्ज ने बताया कि चार चमन इलाके में लूट की वारदात का इवेंट आया था। बताया गया है कि बाइक सवार लुटेरे आए थे। सिटी थाना को मामले की जानकारी दे दी गई है। शिकायत के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा में करनाल के ओल्ड चार चमन इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने एक दुकानदार के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित अपने घर के अंदर एंट्री कर रहा था। हालांकि लोगों ने आरोपियों को रोकने का भी प्रयास किया, लेकिन लुटेरे मौके से फरार हो गए। घटना सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुई है। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को की है। जिसके बाद सिटी थाना पुलिस व सीआईए की टीमें मौके पर पहुंच गई। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि लुटेरों के बारे में कोई सुराग लग सके। नकाबपोश लुटेरों ने दिया घटना को अंजाम पीड़ित दुकानदार रवि ने बताया कि उसकी सेक्टर 13 में आटा चक्की की दुकान है। सोमवार देर रात करीब साढ़े 10 बजे दुकान बंद करने के बाद वह स्कूटी से घर लौटा था और घर के सामने उसने अपनी स्कूटी रोकी। उसके पास तीन बैग थे। जिसमें से एक में 60 से 70 हजार रुपए की नकदी थी। वह एक के बाद एक बैग घर के अंदर लेकर जा रहे थे। इसी दौरान दो बाइक सवार नकाबपोश लुटेरे आते है। लुटेरों ने स्कूटी पर रखा बैग उठा लिया और फरार होने लगे। इस दौरान मैंने उनका पीछा करने की भी कोशिश की लेकिन वह सड़क पर गिर गया। लेकिन मैंने शोर मचाया तो आसपास के लोग हरकत में आ गए। लोगों ने लुटेरों की बाइक को रोकने का प्रयास किया। लेकिन लुटेरे पड़ोसियों से किसी तरह से छूट कर फरार हो गए। लुटेरों की बाइक भी गिरी और एक का नकाब भी नीचे गिर गया था। आरोपियों की बाइक के पीछे नंबर प्लेट नहीं थी। पीड़ित का कहना है कि पहले भी इस तरह की वारदाते हो चुकी है। सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई घटना रवि ने बताया कि आस पड़ोस में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए है। जिनमें यह घटना रिकॉर्ड हुई है। वारदात की सूचना के बाद सिटी पुलिस व सीआईए की टीमें मौके पर पहुंच गई। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाल रहे है। पीड़ित का कहना है कि शायद आरोपियों ने पहले से रैकी की हुई थी। पुलिस जुटी जांच में सूचना के बाद मौके पर पहुंचे डायल-112 के इंचार्ज ने बताया कि चार चमन इलाके में लूट की वारदात का इवेंट आया था। बताया गया है कि बाइक सवार लुटेरे आए थे। सिटी थाना को मामले की जानकारी दे दी गई है। शिकायत के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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राम रहीम की पैरोल पर अब 8 अगस्त को सुनवाई:डेरा प्रमुख ने लगाई है अर्जी; हाई कोर्ट के फैसले पर सरकार की नजर
राम रहीम की पैरोल पर अब 8 अगस्त को सुनवाई:डेरा प्रमुख ने लगाई है अर्जी; हाई कोर्ट के फैसले पर सरकार की नजर राम रहीम की पैरोल पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में आज सुनवाई नहीं हो सकी है। हाई कोर्ट ने आगामी 8 अगस्त की अगली तारीख लगा दी है। याचिका पर अगली सुनवाई 8 अगस्त को होगी।
डेरा प्रमुख की याचिका पर हरियाणा सरकार की भी नजर है। क्योंकि हरियाणा में आगामी 2 महीने बाद ही विधानसभा चुनाव है। हरियाणा में BJP सरकार को सिरसा डेरा सच्चा सौदा का समर्थन मिलता रहा है। इस बार भी BJP हरियाणा में डेरा के समर्थन की उम्मीद लगाए बैठी है। राम रहीम के वकील जितेंद्र खुराना ने पुष्टि करते हुए बताया कि” पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट आज सुनवाई की जानी थी मगर किसी कारण वश सुनवाई नहीं हो सकी। हाई कोर्ट ने अगले सप्ताह की तारीख दी है। साध्वी यौन शोषण और मर्डर केस में काट रहा सजा
बता दें कि साध्वी यौन शोषण और मर्डर केस में सजा काट रहा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम जेल से बाहर आना चाहता है। राम रहीम ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के सामने किसी भी तरह की पैरोल या फरलो देने पर रोक के आदेश को हटाने की गुहार लगाई है। राम रहीम ने दावा किया है कि वह इस साल 20 दिन की पैरोल और 21 दिन की फरलो सहित कुल 41 दिनों की अवधि के लिए रिहाई के लिए पात्र है। वह इसका लाभ उठाना चाहता है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने हाईकोर्ट में याचिका लगाकर राम रहीम को बार-बार जेल से बाहर लाने का विरोध जताया था। जिसके बाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिए थे कि कोर्ट की परमिशन के बिना डेरा प्रमुख की पैरोल के आवेदन पर विचार न किया जाए। राम रहीम ने यह दलील दी
राम रहीम ने हाईकोर्ट के आदेशों पर रोक हटाने मांग करते हुए दलील दी है कि पैरोल और फरलो देने का उद्देश्य सुधारात्मक प्रकृति का है और दोषी को परिवार और समाज के साथ अपने सामाजिक संबंधों को बनाए रखने में सक्षम बनाना है। हरियाणा गुड कंडक्ट प्रिजनर्स (टेम्पररी रिलीज) एक्ट 2022 के तहत पात्र दोषियों को हर कैलेंडर वर्ष में 70 दिन की पैरोल और 21 दिन की फरलो देने का अधिकार दिया गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि नियम ऐसे किसी भी दोषी को पैरोल और फरलो देने पर रोक नहीं लगाते हैं, जिसे आजीवन कारावास और निश्चित अवधि की सजा वाले तीन या अधिक मामलों में दोषी ठहराया गया हो और सजा सुनाई गई हो। पैरोल या फरलो देना पूरी तरह से कानून की उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद संबंधित वैधानिक प्राविधान के अनुसार है। उसे किसी भी स्तर पर कोई विशेष विशेषाधिकार नहीं दिया गया है। चुनाव के वक्त जेल में राम रहीम
यह पहली बार है कि हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में हो रहे आम चुनाव बिना राम रहीम के हो रहे हैं। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार की ओर से डेरा प्रमुख राम रहीम को इस बार चुनाव में पैरोल नहीं दी गई, जबकि अब तक वह 2022 से 6 बार फरलो और 3 पैरोल लेकर 192 दिन तक बाहर आ चुका है। लगभग 200 दिन डेरा प्रमुख 3 राज्यों के पंचायत चुनावों से लेकर विधानसभा चुनाव में एक्टिव रह चुका है। 2 साध्वियों से रेप, पत्रकार छत्रपति और डेरा मैनेजर रणजीत सिंह मर्डर केस में जेल में बंद गुरमीत राम रहीम की फरलो-पैरोल को राजनीति के जानकार लोग इसे सिर्फ संयोग मानने को तैयार नहीं हैं।
महेंद्रगढ़ नहर में आधी रात मिले 2 युवकों के शव:CCTV में पंप हाऊस की तरफ जाते दिखे; 2 साथियों को युवक ने निकाला
महेंद्रगढ़ नहर में आधी रात मिले 2 युवकों के शव:CCTV में पंप हाऊस की तरफ जाते दिखे; 2 साथियों को युवक ने निकाला हरियाणा के महेंद्रगढ़ में नहर में नहाने गए 4 किशोरों में से 2 की रात को डूबने से मौत हो गई थी। दोनों के शवों का रविवार को नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम हुआ। इसी बीच एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आयी है, जिसमें चारों बच्चे डरोली जाट की नहर की तरफ जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। मृतकों में हितेश (17) कक्षा 11वीं और प्रिंस (16) कक्षा 9वीं में पढ़ रहे थे। इनके दो साथियों को बचा लिया गया था। जानकारी के अनुसार डेरोली जाट निवासी हितेश (17), प्रिंस (16), नकुल व जतिन शनिवार शाम को नहर के एनबी पंप हाउस नंबर 4 के पास नहाने के लिए गए थे। उस दौरान नहर में पानी का बहाव तेज था। चारों किशोर कपड़े निकाल कर नहर में उतरे ही थे कि पानी में बह गए और डूबने लगे। वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति ने 2 लड़कों को पानी से निकाल लिया, लेकिन दो पानी में बह गए। आधी रात काे निकाले गए शव दो युवकों के नहर में डूबने की खबर ग्रामीणों को मिली तो मौके पर भीड़ लग गई। पुलिस की टीम भी पहुंची और गोताखोरों को भी बुलाया गया। कड़ी मशक्कत के बाद रात लगभग 11-साढ़े बजे दोनों लड़कों की डेड बॉडी को नहर से निकाला गया। रविवार को नागरिक अस्पताल में दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में इनके परिजन व ग्रामीण पहुंचे थे। पुलिस ने भी परिजनों के बयान दर्ज किए और पोस्टमॉर्टम के बाद शव सौंपा। सीसीटीवी में कैद हुई आखिरी तस्वीर हितेश, प्रिंस, नकुल व जतिन शाम को पांच बजे के करीब नहर की तरफ जा रहे थे। रास्ते में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में उनकी वीडियो रिकॉर्ड हुई। चारों हंसते खेलते हुए नहर की तरफ जाते हुए दिखाई दिए। वहां से नहर पर पहुंचने का कम से कम 15 से 20 मिनट का समय लगता है। माना जा रहा है कि हादसा 5:30 बजे के करीब हुआ है। डेरोली नहर के किनारों पर लाइट नहीं होने के कारण ग्रामीणों ने अपने मोबाइल फोन की लाइट व टॉर्च जलाकर नहर में सर्च अभियान चलाया। सरपंच बोले- अटाली का अजीत बना फरिश्ता डेरोली गांव के सरपंच रणधीर ने बताया कि गांव के 4 लड़के शनिवार को गांव के नजदीक से गुजर रही नहर में नहाने के लिए गए थे। दो लड़कों को गांव अटाली के अजीत ने नहर से बाहर निकाल लिया। लेकिन दो लड़कों को पानी के तेज बहाव के कारण नहीं निकाल सका। प्रशासन की मदद से नहर के पानी को कम करवाया गया। देर रात दोनों लड़कों की डेड बॉडी को नहर से बाहर निकाला गया। प्रशासन, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस, डीएसपी मोहम्मद जमाल व सदर थाना इंचार्ज धर्मवीर सिंह मौके पर पहुंचे थे।
हरियाणा में कांडा को समर्थन दे सकती है BJP:भाजपा उम्मीदवार के आज नामांकन वापस लेने की चर्चा; पार्टी ऑफिस में मीटिंग बुलाई
हरियाणा में कांडा को समर्थन दे सकती है BJP:भाजपा उम्मीदवार के आज नामांकन वापस लेने की चर्चा; पार्टी ऑफिस में मीटिंग बुलाई हरियाणा में सिरसा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा आज अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। भाजपा इस सीट पर हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) के उम्मीदवार गोपाल कांडा को समर्थन दे सकती है। रोहताश जांगड़ा ने खुद इसके संकेत दिए हैं। रोहताश जांगड़ा का कहना है कि पार्टी कार्यालय में मीटिंग बुलाई गई है। इसमें हरियाणा के प्रवासी प्रभारी सुरेंद्र सिंह टीटी मौजूद रहेंगे। पार्टी जो भी आदेश देगी, वह मानने के लिए तैयार हैं। हमारा बस एक ही लक्ष्य है कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बननी चाहिए। वहीं एक दिन पहले गोपाल कांडा ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि वह अब भी NDA का हिस्सा हैं। जीतने के बाद भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। उनका परिवार शुरू से ही RSS से जुड़ा हुआ है। पिता मुरलीधर कांडा जनसंघ की टिकट पर 1952 में डबवाली सीट से चुनाव लड़ चुके हैं और मेरी माता आज भी भाजपा को ही वोट डालती हैं। राज्य में 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होनी है। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। भाजपा के उम्मीदवार उतारते ही इनेलो-बसपा से गठबंधन किया गोपाल कांडा 2019 में सिरसा सीट से विधायक बने थे। जिसके बाद उन्होंने भाजपा को समर्थन दे दिया। 2024 विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान चर्चा थी कि भाजपा गोपाल कांडा को सिरसा सीट पर समर्थन दे सकती है। हालांकि भाजपा ने यहां से रोहताश जांगड़ा को उम्मीदवार घोषित कर दिया। अगले ही दिन गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) में गठबंधन हो गया। INLD पहले ही बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। जिसके बाद इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कांडा को सिरसा सीट से गठबंधन का उम्मीदवार घोषित कर दिया। कांडा बोले- एक दूसरे की मदद को समझौता गठबंधन के बाद गोपाल कांडा ने कहा था कि सिरसा से बाहर रानियां और ऐलनाबाद हलके में हलोपा का जनाधार है। ऐलनाबाद उपचुनाव में गोबिंद कांडा को अच्छे वोट मिले थे। इसलिए अभय चाहते हैं कि हलोपा ऐलनाबाद और रानियां में मदद करे, बदले में वह सिरसा में मदद करेंगे। हम दोनों ही पार्टियां कांग्रेस के खिलाफ हैं। मैंने कभी भाजपा से कोई सीट नहीं मांगी। हमारा शुरू से ही बिना शर्त समझौता है। इस बार हरियाणा में कांग्रेस नहीं बल्कि भाजपा की सरकार आएगी। भाजपा प्रदेश में जीत की हैट्रिक बनाएगी और हमारा गठबंधन भाजपा को सपोर्ट करेगा। ओपी चौटाला के करीबी रहे गोपाल कांडा के करोड़पति बनने का असली सफर वर्ष 2000 के आसपास गुरुग्राम से शुरू हुआ। उस समय हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला की अगुआई में इनेलो की सरकार थी। उस दौर में गोपाल कांडा इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला के बेहद करीब थे। चौटाला सरकार के दौरान ही कांडा ने सिरसा जिले में तैनात रहे एक IAS अफसर से हाथ मिलाया। वह IAS अफसर गुरुग्राम में हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (हुडा, अब इसका नाम HSVP हो चुका है।) प्रशासक लग गया। उस अफसर से दोस्ती का फायदा उठाते हुए गोपाल कांडा ने गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी। यह वो दौर था जब गुरुग्राम में डेवलपमेंट शुरू ही हुई थी। दिल्ली से सटा होने के कारण बड़ी-बड़ी कंपनियों ने वहां अपने कॉर्पोरेट दफ्तर बनाने शुरू किए तो गुरुग्राम के प्रॉपर्टी बाजार में ऐसा बूम आया कि रातोंरात लोगों के वारे न्यारे हो गए। गोपाल कांडा को इसका जमकर फायदा मिला। चौटाला सरकार के दौरान ही गोपाल कांडा के बाकी राजनेताओं से भी अच्छे संबंध बन गए। साल 2000 में कांडा ने ओपी चौटाला को नोटों की गडि्डयों से तोला था। तब ऐसी चर्चा रही कि कांडा ने चौटाला के वजन के बराबर तराजू में 80 लाख रुपए रखे थे। 2009 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीते 2004 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी, इनेलो हार गई और राज्य में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बनी। बिजनेस की समझ रखने वाले गोपाल कांडा ने जल्दी ही हुड्डा सरकार में पैठ बना ली। उसके साथ ही वह इनेलो और चौटाला परिवार से दूर होते चले गए। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में गोपाल कांडा ने सिरसा विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गए। वह 2005 से 2009 तक हुड्डा सरकार में उद्योगमंत्री रहे सिरसा के दिग्गज लक्ष्मण दास अरोड़ा को हराकर विधानसभा पहुंचे। विधानसभा चुनाव नतीजे आए तो कांग्रेस पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई। तब कांग्रेस ने 40 सीटें जीतीं। इनेलो 32 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उस समय गोपाल कांडा ने सियासी हालात का फायदा उठाते हुए निर्दलीय जीतने वाले 5-6 विधायकों को रातोंरात हुड्डा को समर्थन दिलवा दिया। लगातार दूसरी बार हरियाणा का मुख्यमंत्री बने हुड्डा ने कांडा को बतौर ईनाम अपनी कैबिनेट में शामिल करते हुए गृह राज्यमंत्री बनाया।