कानपुर के हनुमंत विहार में बारात उठने के दौरान घोड़ी के लात मारने से 6 साल के बच्चे की मौत हो गई। बच्चा घोड़ी के पीछे से गुजर रहा था और घोड़ी ने दुलत्ती मार दी। इससे बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस की जांच में सामने आया है कि बारात के दौरान घोड़ी वाला बैंड-बाजे की धुन पर घोड़ी को भी नचा रहा था। इससे पूरा हादसा हुआ है। फिलहाल परिवार के कोई तहरीर नहीं देने के चलते पुलिस कार्रवाई से बच रही है। मंगलवार को बच्चे के शव का अंतिम संस्कार होगा। 2 तस्वीरें देखिए… अब आपको बताते हैं क्या था पूरा मामला
हनुमंत विहार ठाकुर चौराहा के रहने वाले सुरेश चंद्र गुप्ता ई-रिक्शा चालक हैं। सुरेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि रविवार को इलाके में रहने वाले एक बाजपेई परिवार में शादी समारोह था। उनके बेटे की बारात जाने से पहले उनके घर के पास मंदिर में दूल्हा घोड़े पर बैठकर परिवार के साथ पूजा करने आया था। इस दौरान उनका 6 साल का बेटा कृष्णा मंदिर के पास से गुजर रहा था। इस दौरान घोड़े ने पीछे से गुजर रहे कृष्णा के दुलत्ती मार दी। इससे बच्चा गंभीर रूप से घायल और मोहल्ले व परिवार के लोग पहले कर्रही के एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां पर हालत गंभीर होने के चलते साकेत नगर के एक निजी अस्पताल और फिर वहां से रीजेंसी गोविंद नगर और सर्वोदय नगर रीजेंसी रेफर किया गया। सोमवार दोपहर को बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामले की जानकारी मिलते ही हनुमंत विहार थाना प्रभारी उदय सिंह मौके पर जांच करने पहुंचे। सीसीटीवी से पूरा मामला साफ हो गया। बच्चे के पिता सुरेश चंद्र ने किसी भी तरह की कार्रवाई से इनकार कर दिया। मां बोली- मेरे कलेजे के टुकड़े को क्यों छीन लिया
मेरे कलेजे के टुकड़े को क्यों छीन लिया, मेरी क्या गलती थी…मुझे उठा लेते भगवान, मेरे बच्चे से क्या गलती हुई जो उसे मुझसे छीन लिया। 12 साल बाद फूल सी औलाद देकर मुझसे क्यो छीन लिया, अगर लेना ही था तो मुझे दिया ही क्यों था…। हनुमंत विहार ठाकुर चौराहा की रहने वाली स्वाति गुप्ता बार-बार यही कहते हुए अचेत हो जा रही हैं। 6 साल के बेटे कृष्णा की घोड़ी की दुलत्ती से मौत के बाद से मां की हालत बिगड़ गई है। बच्चे की मौत के गम से वह पागल सी हो गई हैं। पति सुरेश चंद्र गुप्ता, बड़ा बेटा शिवा के भी आंसू देखकर मोहल्ले के लोग खुद के आंसू रोक नहीं सके। हनुमंत विहार ठाकुर चौराहा के पास रहने वाले परिवार का दर्द किसी से देखा नहीं जा रहा था। हर किसी की आंखे नम हैं। मामले की जांच करने पहुंचे हनुमंत विहार थाने के पुलिस अफसरों का भी कलेजा पसीज उठा। मां रोते हुए हाथ जोड़कर बोली अब मेरे बच्चे को छोड़ दो, हमें पोस्टमार्टम नहीं कराना है। मेरे बच्चे के शरीर की चीर-फाड़ नही करानी है। फूल सा बच्चा है, हम उसे नहीं देंगे। इसके बाद हनुमंत विहार एसओ उदय सिंह फोर्स के साथ वापस लौट आए। उन्होंने हाथ जोड़ते हुए कहा कि अगर आपको मेरी कोई मदद की जरूरत हो तो बताइएगा। थाना प्रभारी ने बताया कि जांच के दौरान सीसीटीवी मिला है। घोड़ी वाला बैंड बाजे की धुन पर घोड़ी को नचा रहा था, इस दौरान उसके दुलत्ती मारने से पूरा हादसा हुआ है। अगर परिवार तहरीर देगा ताे मामले में एक्शन लेंगे। घोड़ी को नचाने के दौरान दुलत्ती मारने से हुई मौत
हनुमंत विहार के ठाकुर चौराहा पर रहने वाले बाजपेई परिवार में बेटे की शादी थी। बारात उठने से पहले मोहल्ले के मंदिर यानी मृतक बच्चे के घर के पास बारात मंदिर में पूजा करने पहुंची थी। दूल्हा मंदिर के भीतर परिवार के साथ पूजा कर रहा था। बाहर बैंड-बाजे की धुन पर परिवार के लोग नाच गा रहे थे, इधर घोड़ी लेकर आया युवक भी घोड़ी को बैंड-बजे की धुन पर नचा रहा था। सकरी गली और बैंड बाजे का शोर और घोड़ी को जबरन नचाने की कोशिश के दौरान भड़क गई और दुलत्ती कार दी। इससे पीछे से गुजर रहे 6 साल के बच्चे कृष्णा की मौत हो गई। 12 साल बाद मन्नत से हुआ था बेटा
मोहल्ले के लोगों ने बताया- दंपती सुरेश और स्वाति का बड़ा बेटा शिवा 17 साल का है, लेकिन उनके दूसरी संतान नहीं हो रही थी। दंपती ने इसके लिए बालाजी में मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने पर 12 साल बाद कृष्णा का जन्म हुआ था। दंपती बेटे के जन्म के बाद मोहल्ले में एक हनुमान जी का मंदिर भी मोहल्ले के लोगों के सहयोग से चंदा करके बनवाया था। ………………………… ये खबर भी पढ़िए… झांसी में छात्र का सुसाइड, प्रधानाध्यापक समेत 3 सस्पेंड:बचपन का दोस्त बोला- वो कहता था कि पढ़ता हूं, कुछ समझ में नहीं आता रोहन कक्षा-1 से क्लास का टॉपर था। 11वीं में आया तो पढ़ाई में दिक्कत होने लगी। फिजिक्स-केमिस्ट्री उसे बिल्कुल समझ में नहीं आ रही थी। मुझसे कहता था कि पढ़ता हूं, लेकिन कुछ समझ में नहीं आता। इसी वजह से वो डिप्रेशन में चला गया। रविवार रात को उसने हॉस्टल की चौथी मंजिल से कूदकर जान दे दी। ये कहते हुए रोहन का बचपन का दोस्त संजय रोने लगा। पढ़िए पूरी खबर कानपुर के हनुमंत विहार में बारात उठने के दौरान घोड़ी के लात मारने से 6 साल के बच्चे की मौत हो गई। बच्चा घोड़ी के पीछे से गुजर रहा था और घोड़ी ने दुलत्ती मार दी। इससे बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस की जांच में सामने आया है कि बारात के दौरान घोड़ी वाला बैंड-बाजे की धुन पर घोड़ी को भी नचा रहा था। इससे पूरा हादसा हुआ है। फिलहाल परिवार के कोई तहरीर नहीं देने के चलते पुलिस कार्रवाई से बच रही है। मंगलवार को बच्चे के शव का अंतिम संस्कार होगा। 2 तस्वीरें देखिए… अब आपको बताते हैं क्या था पूरा मामला
हनुमंत विहार ठाकुर चौराहा के रहने वाले सुरेश चंद्र गुप्ता ई-रिक्शा चालक हैं। सुरेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि रविवार को इलाके में रहने वाले एक बाजपेई परिवार में शादी समारोह था। उनके बेटे की बारात जाने से पहले उनके घर के पास मंदिर में दूल्हा घोड़े पर बैठकर परिवार के साथ पूजा करने आया था। इस दौरान उनका 6 साल का बेटा कृष्णा मंदिर के पास से गुजर रहा था। इस दौरान घोड़े ने पीछे से गुजर रहे कृष्णा के दुलत्ती मार दी। इससे बच्चा गंभीर रूप से घायल और मोहल्ले व परिवार के लोग पहले कर्रही के एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां पर हालत गंभीर होने के चलते साकेत नगर के एक निजी अस्पताल और फिर वहां से रीजेंसी गोविंद नगर और सर्वोदय नगर रीजेंसी रेफर किया गया। सोमवार दोपहर को बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामले की जानकारी मिलते ही हनुमंत विहार थाना प्रभारी उदय सिंह मौके पर जांच करने पहुंचे। सीसीटीवी से पूरा मामला साफ हो गया। बच्चे के पिता सुरेश चंद्र ने किसी भी तरह की कार्रवाई से इनकार कर दिया। मां बोली- मेरे कलेजे के टुकड़े को क्यों छीन लिया
मेरे कलेजे के टुकड़े को क्यों छीन लिया, मेरी क्या गलती थी…मुझे उठा लेते भगवान, मेरे बच्चे से क्या गलती हुई जो उसे मुझसे छीन लिया। 12 साल बाद फूल सी औलाद देकर मुझसे क्यो छीन लिया, अगर लेना ही था तो मुझे दिया ही क्यों था…। हनुमंत विहार ठाकुर चौराहा की रहने वाली स्वाति गुप्ता बार-बार यही कहते हुए अचेत हो जा रही हैं। 6 साल के बेटे कृष्णा की घोड़ी की दुलत्ती से मौत के बाद से मां की हालत बिगड़ गई है। बच्चे की मौत के गम से वह पागल सी हो गई हैं। पति सुरेश चंद्र गुप्ता, बड़ा बेटा शिवा के भी आंसू देखकर मोहल्ले के लोग खुद के आंसू रोक नहीं सके। हनुमंत विहार ठाकुर चौराहा के पास रहने वाले परिवार का दर्द किसी से देखा नहीं जा रहा था। हर किसी की आंखे नम हैं। मामले की जांच करने पहुंचे हनुमंत विहार थाने के पुलिस अफसरों का भी कलेजा पसीज उठा। मां रोते हुए हाथ जोड़कर बोली अब मेरे बच्चे को छोड़ दो, हमें पोस्टमार्टम नहीं कराना है। मेरे बच्चे के शरीर की चीर-फाड़ नही करानी है। फूल सा बच्चा है, हम उसे नहीं देंगे। इसके बाद हनुमंत विहार एसओ उदय सिंह फोर्स के साथ वापस लौट आए। उन्होंने हाथ जोड़ते हुए कहा कि अगर आपको मेरी कोई मदद की जरूरत हो तो बताइएगा। थाना प्रभारी ने बताया कि जांच के दौरान सीसीटीवी मिला है। घोड़ी वाला बैंड बाजे की धुन पर घोड़ी को नचा रहा था, इस दौरान उसके दुलत्ती मारने से पूरा हादसा हुआ है। अगर परिवार तहरीर देगा ताे मामले में एक्शन लेंगे। घोड़ी को नचाने के दौरान दुलत्ती मारने से हुई मौत
हनुमंत विहार के ठाकुर चौराहा पर रहने वाले बाजपेई परिवार में बेटे की शादी थी। बारात उठने से पहले मोहल्ले के मंदिर यानी मृतक बच्चे के घर के पास बारात मंदिर में पूजा करने पहुंची थी। दूल्हा मंदिर के भीतर परिवार के साथ पूजा कर रहा था। बाहर बैंड-बाजे की धुन पर परिवार के लोग नाच गा रहे थे, इधर घोड़ी लेकर आया युवक भी घोड़ी को बैंड-बजे की धुन पर नचा रहा था। सकरी गली और बैंड बाजे का शोर और घोड़ी को जबरन नचाने की कोशिश के दौरान भड़क गई और दुलत्ती कार दी। इससे पीछे से गुजर रहे 6 साल के बच्चे कृष्णा की मौत हो गई। 12 साल बाद मन्नत से हुआ था बेटा
मोहल्ले के लोगों ने बताया- दंपती सुरेश और स्वाति का बड़ा बेटा शिवा 17 साल का है, लेकिन उनके दूसरी संतान नहीं हो रही थी। दंपती ने इसके लिए बालाजी में मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने पर 12 साल बाद कृष्णा का जन्म हुआ था। दंपती बेटे के जन्म के बाद मोहल्ले में एक हनुमान जी का मंदिर भी मोहल्ले के लोगों के सहयोग से चंदा करके बनवाया था। ………………………… ये खबर भी पढ़िए… झांसी में छात्र का सुसाइड, प्रधानाध्यापक समेत 3 सस्पेंड:बचपन का दोस्त बोला- वो कहता था कि पढ़ता हूं, कुछ समझ में नहीं आता रोहन कक्षा-1 से क्लास का टॉपर था। 11वीं में आया तो पढ़ाई में दिक्कत होने लगी। फिजिक्स-केमिस्ट्री उसे बिल्कुल समझ में नहीं आ रही थी। मुझसे कहता था कि पढ़ता हूं, लेकिन कुछ समझ में नहीं आता। इसी वजह से वो डिप्रेशन में चला गया। रविवार रात को उसने हॉस्टल की चौथी मंजिल से कूदकर जान दे दी। ये कहते हुए रोहन का बचपन का दोस्त संजय रोने लगा। पढ़िए पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर