हिमाचल प्रदेश के 5 साल के सक्षम ठाकुर ने गूगल मैप पर असाधारण प्रतिभा दिखाते हुए ‘यंगेस्ट मैप जीनियस ऑफ इंडिया’ का खिताब जीता है। सक्षम का नाम OMG बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। OMG ने बीती शाम को ही नाम की घोषणा कर कुल्लू के डीसी तोरुल एस रवीश को इसकी सूचना दी। बता दें कि सक्षम मात्र 5-10 सेकेंड में दुनिया के किसी भी देश को मैप पर ढूंढ लेता हैं। इस अवॉर्ड के लिए सक्षम का पहले OMG की टीम ने ऑनलाइन इंटरव्यू लिया। इसके बाद कुल्लू के डीसी से भी सक्षम का इंटरव्यू करवाया गया। डीसी के इंटरव्यू के बाद सक्षम को ‘यंगेस्ट मैप जीनियस ऑफ इंडिया’ अवॉर्ड से नवाजा गया। 15 महीने की उम्र बनाया पहले रिकॉर्ड सक्षम मूल रूप से शिमला जिला के रामपुर का रहने वाला है। मगर उसके माता-पिता मनाली में सेटल हैं। महज 5 साल की उम्र में सक्षम ने यह चौथा नेशनल रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले सक्षम मात्र 15 महीने की उम्र में सभी अल्फाबेट सीखकर ‘मिरेकल बॉय’ का खिताब जीत चुका है। 3 साल की उम्र में सक्षम ने दुनिया की किसी भी कार बनाने वाली कंपनी के ‘लोगो’ की पहचान का रिकॉर्ड बनाया था। 5 साल की उम्र में सक्षम 195 देशों के झंडे, भाषा, मुद्रा और राजधानियों की जानकारी के साथ ‘यंगेस्ट फ्लैग एक्सपर्ट ऑफ इंडिया’ का खिताब भी जीत चुका है। माता परिणी में चलाती है कॉटेज सक्षम की माता स्नेहा मनाली के परिणी में कॉटेज चलाती है। उन्होंने 6 कमरों का कॉटेज लीज पर ले रखा है, जबकि सक्षम के पिता सागर ऑनलाइन हेल्थ कोचिंग देते हैं। मां-बाप दोनों खुद ही सक्षम को पढ़ाते हैं। माता-पिता अपने बच्चे की इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं। यूकेजी की पढ़ाई पूरी सक्षम ने मनाली के डीपीएस स्कूल में यूकेजी की पढ़ाई पूरी कर ली है। अब वह फर्स्ट क्लास को हो गया है। सक्षम अक्सर अपने माता-पिता से तरह-तरह के सवाल करता रहता है। जो चीज वह देख लेता है, उसकी जानकारी जुटाने की हर वक्त जिज्ञासा रहती है। OMG ने की सक्षम के नाम की घोषणा- DC DC कुल्लू तोरुल एस रविश ने बताया कि सक्षम में असाधारण प्रतिभा है। उन्होंने बताया कि OMG ने सक्षम को ‘यंगेस्ट मैप जीनियस ऑफ इंडिया’ खिताब से नवाजा है। प्रदेश सरकार भी सक्षम को सम्मानित करेगी- DC डीसी तोरुल एस रवीश ने बताया कि विंटर कार्निवल के दौरान सक्षम ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से भी मुलाकात की थी। तब मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रदेश सरकार इस प्रतिभाशाली बच्चे को सम्मानित करेगी। हिमाचल प्रदेश के 5 साल के सक्षम ठाकुर ने गूगल मैप पर असाधारण प्रतिभा दिखाते हुए ‘यंगेस्ट मैप जीनियस ऑफ इंडिया’ का खिताब जीता है। सक्षम का नाम OMG बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। OMG ने बीती शाम को ही नाम की घोषणा कर कुल्लू के डीसी तोरुल एस रवीश को इसकी सूचना दी। बता दें कि सक्षम मात्र 5-10 सेकेंड में दुनिया के किसी भी देश को मैप पर ढूंढ लेता हैं। इस अवॉर्ड के लिए सक्षम का पहले OMG की टीम ने ऑनलाइन इंटरव्यू लिया। इसके बाद कुल्लू के डीसी से भी सक्षम का इंटरव्यू करवाया गया। डीसी के इंटरव्यू के बाद सक्षम को ‘यंगेस्ट मैप जीनियस ऑफ इंडिया’ अवॉर्ड से नवाजा गया। 15 महीने की उम्र बनाया पहले रिकॉर्ड सक्षम मूल रूप से शिमला जिला के रामपुर का रहने वाला है। मगर उसके माता-पिता मनाली में सेटल हैं। महज 5 साल की उम्र में सक्षम ने यह चौथा नेशनल रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले सक्षम मात्र 15 महीने की उम्र में सभी अल्फाबेट सीखकर ‘मिरेकल बॉय’ का खिताब जीत चुका है। 3 साल की उम्र में सक्षम ने दुनिया की किसी भी कार बनाने वाली कंपनी के ‘लोगो’ की पहचान का रिकॉर्ड बनाया था। 5 साल की उम्र में सक्षम 195 देशों के झंडे, भाषा, मुद्रा और राजधानियों की जानकारी के साथ ‘यंगेस्ट फ्लैग एक्सपर्ट ऑफ इंडिया’ का खिताब भी जीत चुका है। माता परिणी में चलाती है कॉटेज सक्षम की माता स्नेहा मनाली के परिणी में कॉटेज चलाती है। उन्होंने 6 कमरों का कॉटेज लीज पर ले रखा है, जबकि सक्षम के पिता सागर ऑनलाइन हेल्थ कोचिंग देते हैं। मां-बाप दोनों खुद ही सक्षम को पढ़ाते हैं। माता-पिता अपने बच्चे की इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं। यूकेजी की पढ़ाई पूरी सक्षम ने मनाली के डीपीएस स्कूल में यूकेजी की पढ़ाई पूरी कर ली है। अब वह फर्स्ट क्लास को हो गया है। सक्षम अक्सर अपने माता-पिता से तरह-तरह के सवाल करता रहता है। जो चीज वह देख लेता है, उसकी जानकारी जुटाने की हर वक्त जिज्ञासा रहती है। OMG ने की सक्षम के नाम की घोषणा- DC DC कुल्लू तोरुल एस रविश ने बताया कि सक्षम में असाधारण प्रतिभा है। उन्होंने बताया कि OMG ने सक्षम को ‘यंगेस्ट मैप जीनियस ऑफ इंडिया’ खिताब से नवाजा है। प्रदेश सरकार भी सक्षम को सम्मानित करेगी- DC डीसी तोरुल एस रवीश ने बताया कि विंटर कार्निवल के दौरान सक्षम ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से भी मुलाकात की थी। तब मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रदेश सरकार इस प्रतिभाशाली बच्चे को सम्मानित करेगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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