पूर्व मंत्री धवाला पर भड़के जयराम ठाकुर:सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी से परहेज करें, पार्टी प्लेट‌फॉर्म पर बात रखे, मुख्यमंत्री पर भी कसा तंज

पूर्व मंत्री धवाला पर भड़के जयराम ठाकुर:सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी से परहेज करें, पार्टी प्लेट‌फॉर्म पर बात रखे, मुख्यमंत्री पर भी कसा तंज

हिमाचल प्रदेश के पूर्व CM जयराम ठाकुर ने पूर्व मंत्री रमेश धवाला को नसीहत दी है। शिमला में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवाल पर जयराम ने कहा, धवाला को यदि कोई शिकायत है तो वह पार्टी प्लेटफॉर्म पर बात रखे। सार्वजनिक तौर पर उन्हें बात करने से परहेज करना होगा। जयराम ने कहा, ‌BJP अनुशासित पार्टी है। सार्वजनिक तौर पर बात करना बंद करना होगा। पिछली सरकार में जब रमेश धवाला चुनाव हार गए थे। तब भी पूर्व सरकार ने उन्हें कैबिनेट रेंक के साथ मान-सम्मान दिया था। धवाला बोले- इनके व्यवहार से ठेस पहुंची इसे लेकर जब रमेश धवाला से बात की गई है तो उन्होंने कहा, इनके (हिमाचल का BJP नेतृत्व) व्यवहार से ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक तौर पर इसलिए बात करनी पड़ी, क्योंकि सात महीने से उन्हें किसी ने फोन तक नहीं किया। ब्लॉक चुनाव में उन्हें नहीं पूछा गया। पूर्व सरकार के कार्यकाल में भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री पवन राणा ने उनका उत्पीड़न किया। यह बातें सही वक्त आने पर सही जगह उठाएंगे। धवाला BJP के नेतृत्व पर हमलावर बता दें कि रमेश धवाला हिमाचल बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व पर निरंतर हमलावर है और पुराने नेताओं की अनदेखी के आरोप लगा रहे हैं। यही नहीं उन्होंने तीसरे मोर्चे के गठन के भी संकेत दिए हैं और वह BJP में नाराज चल रहे नेताओं से संपर्क साध रहे हैं। रमेश धवाला ने जल्द ज्वालाजी में नाराज नेताओं की बैठक बुलाने का निर्णय लिया है। धवाला की नाराजगी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने भी कहा कि नए नेताओं के सम्मान के साथ पुराने नेताओं का भी आदर करना होगा। जयराम ने CM सुक्खू पर बोला हमला शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार केंद्र के सहयोग से चल रही है। केंद्र से विभिन्न योजनाओं को मिल रहा बजट सैलरी-पेंशन के लिए डायवर्ट किया जा रहा है। जयराम ने कहा कि केंद्र ने 228 करोड़ रुपए ट्रांसपोर्ट के लिए दिए थे, जिसे IDB (इंफ्रास्ट्रक्टर बोर्ड) के लिए डायवर्ट किया गया। IDB ने भी इस फंड को आगे डायवर्ट कर दिया। जयराम ठाकुर ने कहा, सुक्खू सरकार बार बार आर्थिक संकट का रोना रो रही है। यदि आर्थिक संकट था तो 6 सीपीएस क्यों लगाए गए। सारी नियुक्तियां कैबिनेट रेंक के साथ क्यों की गई। जयराम ने कहा कि विधायक प्राथमिकता बैठक के बहिष्कार का निर्णय सभी विधायकों से चर्चा के बाद लिया गया है। हिमाचल प्रदेश के पूर्व CM जयराम ठाकुर ने पूर्व मंत्री रमेश धवाला को नसीहत दी है। शिमला में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवाल पर जयराम ने कहा, धवाला को यदि कोई शिकायत है तो वह पार्टी प्लेटफॉर्म पर बात रखे। सार्वजनिक तौर पर उन्हें बात करने से परहेज करना होगा। जयराम ने कहा, ‌BJP अनुशासित पार्टी है। सार्वजनिक तौर पर बात करना बंद करना होगा। पिछली सरकार में जब रमेश धवाला चुनाव हार गए थे। तब भी पूर्व सरकार ने उन्हें कैबिनेट रेंक के साथ मान-सम्मान दिया था। धवाला बोले- इनके व्यवहार से ठेस पहुंची इसे लेकर जब रमेश धवाला से बात की गई है तो उन्होंने कहा, इनके (हिमाचल का BJP नेतृत्व) व्यवहार से ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक तौर पर इसलिए बात करनी पड़ी, क्योंकि सात महीने से उन्हें किसी ने फोन तक नहीं किया। ब्लॉक चुनाव में उन्हें नहीं पूछा गया। पूर्व सरकार के कार्यकाल में भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री पवन राणा ने उनका उत्पीड़न किया। यह बातें सही वक्त आने पर सही जगह उठाएंगे। धवाला BJP के नेतृत्व पर हमलावर बता दें कि रमेश धवाला हिमाचल बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व पर निरंतर हमलावर है और पुराने नेताओं की अनदेखी के आरोप लगा रहे हैं। यही नहीं उन्होंने तीसरे मोर्चे के गठन के भी संकेत दिए हैं और वह BJP में नाराज चल रहे नेताओं से संपर्क साध रहे हैं। रमेश धवाला ने जल्द ज्वालाजी में नाराज नेताओं की बैठक बुलाने का निर्णय लिया है। धवाला की नाराजगी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने भी कहा कि नए नेताओं के सम्मान के साथ पुराने नेताओं का भी आदर करना होगा। जयराम ने CM सुक्खू पर बोला हमला शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार केंद्र के सहयोग से चल रही है। केंद्र से विभिन्न योजनाओं को मिल रहा बजट सैलरी-पेंशन के लिए डायवर्ट किया जा रहा है। जयराम ने कहा कि केंद्र ने 228 करोड़ रुपए ट्रांसपोर्ट के लिए दिए थे, जिसे IDB (इंफ्रास्ट्रक्टर बोर्ड) के लिए डायवर्ट किया गया। IDB ने भी इस फंड को आगे डायवर्ट कर दिया। जयराम ठाकुर ने कहा, सुक्खू सरकार बार बार आर्थिक संकट का रोना रो रही है। यदि आर्थिक संकट था तो 6 सीपीएस क्यों लगाए गए। सारी नियुक्तियां कैबिनेट रेंक के साथ क्यों की गई। जयराम ने कहा कि विधायक प्राथमिकता बैठक के बहिष्कार का निर्णय सभी विधायकों से चर्चा के बाद लिया गया है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर