हरियाणा में चरखी दादरी से भाजपा विधायक सुनील सांगवान की बहन उषा कादियान का मंगलवार को निधन हो गया। वह अपने पिता पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान का हालचाल जानने के लिए दादरी आई थीं। रात को खाना खाने के बाद वह सो गईं। जब सुबह देर तक नहीं उठीं तो तो परिवार के लोग उन्हें जगाने के लिए पहुंचे। इसके बाद डॉक्टरों को बुलाया गया। चेकअप के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों को शक है कि उनका हार्ट फेल हुआ है। उषा करनाल के सेक्टर-7 की रहने वाली थीं। वह डेढ़ साल पहले सरकारी टीचर रिटायर हुई थीं। आज शाम को उनका शव करनाल ले जाया जाएगा। वहीं उनका अंतिम संस्कार होगा। सतपाल की सबसे बड़ी बेटी थीं उषा
सतपाल सांगवान के 3 बच्चे हैं। जिनमें उषा कादियान सबसे बड़ी थीं। उनके बाद सुमन है, वह गुरुग्राम में इनकम टैक्स अस्सिटेंट कमिश्नर हैं। सबसे छोटे पूर्व जेलर सुनील सांगवान हैं, जो वर्तमान में दादरी के विधायक हैं। सुनिल सांगवान मंगलवार को चंडीगढ़ जा रहे थे। उसी दौरान बीच रास्ते में उन्हें बहन के निधन की जानकारी मिला। जिसके बाद वे दादरी के लिए वापस लौटे। दादरी में जैसे ही लोगों को पूर्व मंत्री की बेटी के निधन की सूचना मिली, तो स्थानीय लोग उनके निवास स्थान पर शोक व्यक्त करने पहुंचे। विधायक ने लिखा- पूरे परिवार के लिए अपूरणीय क्षति
बहन के निधन के बाद विधायक सुनील सांगवान ने लिखा- ‘आप सभी को बड़े दुख के साथ सूचित किया जाता है कि मेरी बड़ी बहन व पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान जी की बेटी रिटायर्ड टीचर उषा कादियान जी का आज उनके दादरी निवास पर आकस्मिक निधन हो गया है। बड़ी बहन जी का ऐसे अचानक से चले जाना पूरे परिवार व हम सभी के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका अंतिम संस्कार आज (मंगलवार) शाम 4:30 बजे करनाल में होगा। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।’ 2 बार विधायक और मंत्री रह चुके सतपाल सांगवान
सतपाल सांगवान पहली बार साल 1996 में चरखी दादरी सीट से हरियाणा विकास पार्टी के टिकट पर विधायक बने थे। वह पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के करीबी रहे। बंसीलाल ने ही सतपाल को BSNL में SDO की नौकरी छुड़वाकर राजनीति में उतारा था। 2009 में वह जनहित कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने। तब जनहित कांग्रेस के कांग्रेस में विलय होने के बाद वह हुड्डा सरकार में सहकारिता मंत्री बनाए गए थे। 2014 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। इसके बाद 2019 में जब कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया तो वह जननायक जनता पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे और दूसरे स्थान पर रहे। 2024 में विधानसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने अपने बेटे सुनील सांगवान को दादरी सीट से चुनाव लड़ाया। ************************* ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा के 104 साल के पूर्व विधायक का निधन:सरपंची से राजनीति शुरू की; 48 साल पहले MLA बने; देवीलाल के कहने पर जेल गए हरियाणा के पूर्व विधायक कर्म सिंह डांगरा का 21 जनवरी की सुबह निधन हो गया था। उन्होंने 104 साल की उम्र में हिसार के जिंदल अस्पताल में अंतिम सांस ली थी। उन्होंने सरपंची से अपनी राजनीति की शुरुआत की। इसके बाद टोहाना से विधायक बने। वह पूर्व प्रधानमंत्री देवीलाल के कहने पर जेल भी गए थे। पढ़े पूरी खबर हरियाणा में चरखी दादरी से भाजपा विधायक सुनील सांगवान की बहन उषा कादियान का मंगलवार को निधन हो गया। वह अपने पिता पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान का हालचाल जानने के लिए दादरी आई थीं। रात को खाना खाने के बाद वह सो गईं। जब सुबह देर तक नहीं उठीं तो तो परिवार के लोग उन्हें जगाने के लिए पहुंचे। इसके बाद डॉक्टरों को बुलाया गया। चेकअप के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों को शक है कि उनका हार्ट फेल हुआ है। उषा करनाल के सेक्टर-7 की रहने वाली थीं। वह डेढ़ साल पहले सरकारी टीचर रिटायर हुई थीं। आज शाम को उनका शव करनाल ले जाया जाएगा। वहीं उनका अंतिम संस्कार होगा। सतपाल की सबसे बड़ी बेटी थीं उषा
सतपाल सांगवान के 3 बच्चे हैं। जिनमें उषा कादियान सबसे बड़ी थीं। उनके बाद सुमन है, वह गुरुग्राम में इनकम टैक्स अस्सिटेंट कमिश्नर हैं। सबसे छोटे पूर्व जेलर सुनील सांगवान हैं, जो वर्तमान में दादरी के विधायक हैं। सुनिल सांगवान मंगलवार को चंडीगढ़ जा रहे थे। उसी दौरान बीच रास्ते में उन्हें बहन के निधन की जानकारी मिला। जिसके बाद वे दादरी के लिए वापस लौटे। दादरी में जैसे ही लोगों को पूर्व मंत्री की बेटी के निधन की सूचना मिली, तो स्थानीय लोग उनके निवास स्थान पर शोक व्यक्त करने पहुंचे। विधायक ने लिखा- पूरे परिवार के लिए अपूरणीय क्षति
बहन के निधन के बाद विधायक सुनील सांगवान ने लिखा- ‘आप सभी को बड़े दुख के साथ सूचित किया जाता है कि मेरी बड़ी बहन व पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान जी की बेटी रिटायर्ड टीचर उषा कादियान जी का आज उनके दादरी निवास पर आकस्मिक निधन हो गया है। बड़ी बहन जी का ऐसे अचानक से चले जाना पूरे परिवार व हम सभी के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका अंतिम संस्कार आज (मंगलवार) शाम 4:30 बजे करनाल में होगा। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।’ 2 बार विधायक और मंत्री रह चुके सतपाल सांगवान
सतपाल सांगवान पहली बार साल 1996 में चरखी दादरी सीट से हरियाणा विकास पार्टी के टिकट पर विधायक बने थे। वह पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के करीबी रहे। बंसीलाल ने ही सतपाल को BSNL में SDO की नौकरी छुड़वाकर राजनीति में उतारा था। 2009 में वह जनहित कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने। तब जनहित कांग्रेस के कांग्रेस में विलय होने के बाद वह हुड्डा सरकार में सहकारिता मंत्री बनाए गए थे। 2014 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। इसके बाद 2019 में जब कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया तो वह जननायक जनता पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे और दूसरे स्थान पर रहे। 2024 में विधानसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने अपने बेटे सुनील सांगवान को दादरी सीट से चुनाव लड़ाया। ************************* ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा के 104 साल के पूर्व विधायक का निधन:सरपंची से राजनीति शुरू की; 48 साल पहले MLA बने; देवीलाल के कहने पर जेल गए हरियाणा के पूर्व विधायक कर्म सिंह डांगरा का 21 जनवरी की सुबह निधन हो गया था। उन्होंने 104 साल की उम्र में हिसार के जिंदल अस्पताल में अंतिम सांस ली थी। उन्होंने सरपंची से अपनी राजनीति की शुरुआत की। इसके बाद टोहाना से विधायक बने। वह पूर्व प्रधानमंत्री देवीलाल के कहने पर जेल भी गए थे। पढ़े पूरी खबर हरियाणा | दैनिक भास्कर