दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के विवादित बयान से हरियाणा में सियासी भूचाल आ गया है। करनाल में भाजपा विधायक जगमोहन आनंद समेत अन्य नेताओं ने केजरीवाल के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी का पुतला जलाकर रोष व्यक्त किया गया। भाजपा विधायक आनंद ने केजरीवाल के बयान की निंदा की और कहा कि केजरीवाल अपने बयान पर पूरे देश के सामने माफी मांगे। बता दें कि, हाल ही में अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यमुना में जहर हरियाणा सरकार ने मिलाया है और भाजपा चाहती है कि लोग मरे। इस बयान के बाद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने केजरीवाल से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। विधायक जगमोहन आनंद का बयान करनाल के विधायक जगमोहन आनंद ने आप पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह बयान हमारे ओबीसी समाज से जुड़े एक ईमानदार मुख्यमंत्री नायब सैनी के खिलाफ साजिश है। हरियाणा सरकार पर यमुना में जहर मिलाने का आरोप लगाना सरासर झूठ और घटिया राजनीति का नमूना है। यह बयान केवल दिल्ली की जनता को गुमराह करने के लिए दिया गया है। भाजपा का सख्त रुख विधायक आनंद ने साफ कहा कि अरविंद केजरीवाल को अपने बयान पर सार्वजनिक माफी मांगनी होगी। उन्होंने कहा कि यह आरोप केवल हरियाणा सरकार पर ही नहीं, बल्कि पूरे लोकतांत्रिक सिस्टम पर सवाल खड़ा करता है। केजरीवाल को समझना चाहिए कि हरियाणा का मुख्यमंत्री नायब सैनी 2.80 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं। इतने बड़े जनादेश के साथ चुने गए व्यक्ति पर इस तरह के आरोप बेहद शर्मनाक और अस्वीकार्य हैं। यमुना मैया केजरीवाल को डुबो देगी भाजपा नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल यमुना नदी के नाम पर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस बार उनकी यह चाल नहीं चलेगी। विधायक जगमोहन आनंद ने कहा कि यमुना मैया का सहारा लेकर सत्ता में आने वाले केजरीवाल को अब यमुना मैया ही डुबो देगी। हरियाणा के सीएम नायब सैनी की लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ रही है। दिल्ली की जनता भी उन्हें सुनना और समझना चाहती है। केजरीवाल को दी चेतावनी भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन करते हुए चेतावनी दी है कि अगर अरविंद केजरीवाल ने अपना बयान वापस नहीं लिया और माफी नहीं मांगी, तो पार्टी उनके खिलाफ बड़ा कदम उठाएगी। विधायक आनंद ने कहा कि हमारे संगठन की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। जल्द ही केजरीवाल और आतिशी को उनके बयानों की सजा भुगतनी पड़ेगी। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के विवादित बयान से हरियाणा में सियासी भूचाल आ गया है। करनाल में भाजपा विधायक जगमोहन आनंद समेत अन्य नेताओं ने केजरीवाल के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी का पुतला जलाकर रोष व्यक्त किया गया। भाजपा विधायक आनंद ने केजरीवाल के बयान की निंदा की और कहा कि केजरीवाल अपने बयान पर पूरे देश के सामने माफी मांगे। बता दें कि, हाल ही में अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यमुना में जहर हरियाणा सरकार ने मिलाया है और भाजपा चाहती है कि लोग मरे। इस बयान के बाद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने केजरीवाल से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। विधायक जगमोहन आनंद का बयान करनाल के विधायक जगमोहन आनंद ने आप पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह बयान हमारे ओबीसी समाज से जुड़े एक ईमानदार मुख्यमंत्री नायब सैनी के खिलाफ साजिश है। हरियाणा सरकार पर यमुना में जहर मिलाने का आरोप लगाना सरासर झूठ और घटिया राजनीति का नमूना है। यह बयान केवल दिल्ली की जनता को गुमराह करने के लिए दिया गया है। भाजपा का सख्त रुख विधायक आनंद ने साफ कहा कि अरविंद केजरीवाल को अपने बयान पर सार्वजनिक माफी मांगनी होगी। उन्होंने कहा कि यह आरोप केवल हरियाणा सरकार पर ही नहीं, बल्कि पूरे लोकतांत्रिक सिस्टम पर सवाल खड़ा करता है। केजरीवाल को समझना चाहिए कि हरियाणा का मुख्यमंत्री नायब सैनी 2.80 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं। इतने बड़े जनादेश के साथ चुने गए व्यक्ति पर इस तरह के आरोप बेहद शर्मनाक और अस्वीकार्य हैं। यमुना मैया केजरीवाल को डुबो देगी भाजपा नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल यमुना नदी के नाम पर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस बार उनकी यह चाल नहीं चलेगी। विधायक जगमोहन आनंद ने कहा कि यमुना मैया का सहारा लेकर सत्ता में आने वाले केजरीवाल को अब यमुना मैया ही डुबो देगी। हरियाणा के सीएम नायब सैनी की लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ रही है। दिल्ली की जनता भी उन्हें सुनना और समझना चाहती है। केजरीवाल को दी चेतावनी भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन करते हुए चेतावनी दी है कि अगर अरविंद केजरीवाल ने अपना बयान वापस नहीं लिया और माफी नहीं मांगी, तो पार्टी उनके खिलाफ बड़ा कदम उठाएगी। विधायक आनंद ने कहा कि हमारे संगठन की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। जल्द ही केजरीवाल और आतिशी को उनके बयानों की सजा भुगतनी पड़ेगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में जाट चेहरों के टिकट काटेगी कांग्रेस:जमानत जब्त, 2 बार हारे नेता बाहर होंगे; ब्राह्मण-पंजाबी समेत 4 जातियों का कोटा बढ़ेगा
हरियाणा में जाट चेहरों के टिकट काटेगी कांग्रेस:जमानत जब्त, 2 बार हारे नेता बाहर होंगे; ब्राह्मण-पंजाबी समेत 4 जातियों का कोटा बढ़ेगा हरियाणा कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में टिकटों पर मंथन के बीच विधानसभा सीटों का गुणा-गणित तैयार कर लिया है। इस बार कांग्रेस बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए गैर जाट वोट बैंक पर ज्यादा फोकस करेगी। यही वजह है कि कांग्रेस इस बार टिकट आवंटन में जाट कोटे के चेहरों की टिकट भी काटेगी। इसके अलावा 2019 के विधानसभा चुनाव जमानत नहीं बचा पाने वाले उम्मीदवार भी पैनल से बाहर किए जाएंगे। साथ ही ब्राह्मण, पंजाबी, वैश्य और राजपूत के टिकट कोटे में इजाफा करेगी। कांग्रेस ने 2019 के विधानसभा चुनाव में 27 हलकों में अपनी जमानत जब्त करवाई थी। इसके अलावा 15 प्रत्याशी ऐसे भी रहे हैं, जिन्होंने लगातार 2 हार अपने खाते में दर्ज करवा ली हैं। इनमें कई के नाम ये दोनों ही रिकाॅर्ड दर्ज हैं। इस कारण से कट सकते हैं जाट चेहरों की टिकट
कांग्रेस नेतृत्व लोकसभा चुनावों की तर्ज पर इस बार विधानसभा में भी सोशल इंजीनियरिंग के तहत टिकट देने के पक्ष में है। अगर इस तरह का निर्णय कांग्रेस ने लिया तो फिर प्रदेश में 2019 के मुकाबले इस बार जाट उम्मीदवारों की संख्या कम हो सकती है। आमतौर पर कांग्रेस 28 से 30 जाट नेताओं को टिकट देती रही है। लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस चार जाट उम्मीदवार उतारती रही है लेकिन इस बार के चुनावों में दो ही जाट नेताओं को टिकट मिली। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा और हिसार से जयप्रकाश ‘जेपी’ को टिकट मिली। दोनों ही चुनाव जीतने में भी कामयाब रहे। प्रदेश में विधानसभा की नब्बे सीटों में से 17 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। सिटिंग-गैटिंग फॉर्मूला नहीं चलेगा
हरियाणा कांग्रेस में आमतौर पर मौजूदा विधायकों को लेकर ‘सिटिंग-गैटिंग’ का फार्मूला लागू होता रहा है। इसके तहत मौजूदा विधायकों और बड़े चेहरों के नेताओं के प्रिय नेताओं को टिकट मिल जाती थी। इस फार्मूले से हमेशा से ही पार्टी को नुकसान हुआ है, दस सालों से इस कारण से पार्टी प्रदेश की सत्ता से बाहर है। इस कारण से इस फार्मूले से भी पार्टी तौबा करेगी। अगर ऐसा होता है तो पार्टी के मौजूदा 28 विधायकों में से 8 से 10 की टिकट कट भी सकती है। 73 सीटों पर कर रही फोकस
कांग्रेस 73 सीटों को लेकर अपना गणित सैट करने में जुटी है। अभी तक के मंथन में ये बात सामने आई है कि पिछड़ा वर्ग-बी के अलावा बीसी-ए के अंतर्गत आने वाली जातियों को इस बार टिकट आवंटन में पहले से अधिक तवज्जो मिल सकती है। इसके लिए ब्राह्मण, पंजाबी, वैश्य और राजूपत कोटे में इजाफा संभव है। रोड़ के अलावा सिख कोटे में भी इस बार बढ़ोतरी संभव है। कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने इस बात की पुष्टि की है कि पार्टी नेतृत्व व हरियाणा इकाई सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले पर काफी गंभीरता से मंथन कर रही है। सैलजा-सुरजेवाला गुट भी एक्टिव
कांग्रेस में अभी दो गुट एक्टिव हैं। एक गुट भूपेंद्र हुड्डा तो दूसरा कुमारी सैलजा व रणदीप सिंह सुरजेवाला का है। ये दोनों नेता अपने साथ जुड़े उनके समर्थक भी टिकट के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। उन्हें अपने नेताओं पर ‘विश्वास’ है कि वे टिकट के लिए उनकी पूरी मदद करेंगे। 2019 के लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस के टिकट आवंटन में कोटा सिस्टम चला था। उस समय प्रदेशाध्यक्ष रहे अशोक तंवर के समर्थकों को टिकट नहीं मिलने के चलते तंवर ने पार्टी छोड़ दी थी। हालांकि सैलजा व रणदीप अपने समर्थकों को टिकट दिलवाने में सफल रहे थे। हालांकि इस बार कोटा सिस्टम की बजाय मैरिट पर टिकट देने की बात नेतृत्व की ओर से की जा रही है। लोकसभा चुनाव में हुड्डा का रहा पलड़ा भारी
लोकसभा चुनावों में टिकट आवंटन में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पलड़ा भारी था। पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा की सिरसा सीट को छोड़कर बाकी संसदीय सीटों पर हुड्डा की पसंद से ही टिकट मिली थी। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा की टिकट तय थी। वहीं फरीदाबाद में महेंद्र प्रताप सिंह, गुरुग्राम में राज बब्बर, भिवानी-महेंद्रगढ़ में राव दान सिंह, हिसार में जयप्रकाश ‘जेपी’, सोनीपत में सतपाल ब्रह्मचारी, करनाल में दिव्यांशु बुद्धिराजा और अंबाला में वरुण चौधरी को टिकट दिलवाने में हुड्डा कामयाब रहे थे। टिकट आवंटन अपने हाथ में ले चुका हाईकमान
कांग्रेस में टिकट आवंटन को लेकर पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा के बीच खींचतान जारी है। यह नजारा कांग्रेस की दिल्ली में हुई स्क्रीनिंग कमेटी में भी दिखा। इसकी वजह से कांग्रेस हाईकमान ने टिकट आवंटन का काम अपने हाथ में ले लिया। स्क्रीनिंग कमेटी चेयरमैन अजय माकन को कहा गया कि हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अपनी अलग कमेटी बनाकर दावेदारों के बारे में पड़ताल करे। इसकी रिपोर्ट स्क्रीनिंग कमेटी से सीधे राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपी जाएगी। हाईकमान की चेतावनी के बाद हुड्डा-सैलजा की सहमति की चर्चा
हरियाणा कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक हाईकमान ने भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा को यह भी कह दिया कि अगर वे राजी नहीं होते तो फिर हाईकमान अपने स्तर पर टिकट बांटेगा। इसे देखते हुए दोनों के बीच सहमति की चर्चा है। जिसमें हुड्डा कुछ सीटें सैलजा के लिए छोड़ने पर राजी हो गए हैं। कांग्रेस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… कुमारी सैलजा बोलीं-हरियाणा में दलित CM क्यों नहीं: कहा- विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं हरियाणा चुनाव के बीच सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कांग्रेस सरकार बनने पर CM कुर्सी पर दावा ठोक दिया है। कुमारी सैलजा ने एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा- ”लोगों की व्यक्तिगत और जातीय आधार पर महत्वकांक्षा होती है, मेरी भी है। मैं राज्य में काम करना चाहती हूं। विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं। हालांकि अंतिम फैसला हाईकमान करेगा (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणा में ओवरस्पीड कार पेड़ से टकराई, 2 युवक मरे:सगाई में आए थे 4 दोस्त, 2 गंभीर; पुलिस ने क्षतिग्रस्त गाड़ी से निकाले
हरियाणा में ओवरस्पीड कार पेड़ से टकराई, 2 युवक मरे:सगाई में आए थे 4 दोस्त, 2 गंभीर; पुलिस ने क्षतिग्रस्त गाड़ी से निकाले हरियाणा में महेंद्रगढ़ के नारनौल में ओवरस्पीड कार बेकाबू होकर पेड़ से जा टकराई। जिसमें कार सवार 2 युवकों की मौत हो गई जबकि 2 की हालत गंभीर बनी हुई है। यह युवक सगाई समारोह में हिस्सा लेने गए हुए थे। मृतकों में शामिल युवक के मौसेरे भाई की सगाई थी। गांव गहली से गांव धरसू जाने वाली रोड पर हुए हादसे का पता चलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद चारों युवकों को कार से निकाला गया। इसमें जिंदा बचे 2 युवकों को इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक गांव गहली में सगाई का कार्यक्रम था। यह सगाई गांव गहली के रहने वाले आकाश (26) के मौसेरे भाई की थी। जिसमें उसके दोस्त गांव गहली के रहने वाले सुरेंद्र (45), अमित(30) और रघुनाथपुरा का रहने वाला विजेंद्र (25) भी शामिल होने आए थे। रात साढ़े 11 बजे निकले, रास्ते में कार पेड़ से टकराई
पुलिस ने आगे बताया कि शुक्रवार रात 11.30 बजे चारों एक कार में सवार होकर निकले। वह किसी काम से गांव गहली से धरसू जा रहे थे। जब वे गांव धरसू के पास पहुंचे तो कार तेज गति की वजह से बेकाबू हो गई। इसके बाद कार सीधे पेड़ से जा टकराई। स्पीड तेज होने से पेड़ से टकराने के बाद कार का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस पहुंची तो कार के अंदर फंसे थे चारों युवक
हादसे का पता चलते ही नारनौल की सदर थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। उस वक्त कार पेड़ से टकराई हुई थी। वहीं चारों युवक बुरी हालत में कार के अंदर ही फंसे हुए थे। पुलिस ने तुरंत चारों युवकों को एक-एक कर बाहर निकाला। जिसमें पता चला कि गहली के आकाश और सुरेंद्र की मौत हो गई है। वहीं गहली के अमित और रघुनाथपुरा के विजेंद्र की हालत गंभीर बनी हुई थी। पुलिस ने जख्मियों को नागरिक अस्पताल भिजवाया। वहीं मृतकों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिए।
फरीदाबाद में पानी में डूबने से 2 की मौत:रेलवे अंडरब्रिज में फंसी एक्सयूवी; लॉक हो गई थी गाड़ी
फरीदाबाद में पानी में डूबने से 2 की मौत:रेलवे अंडरब्रिज में फंसी एक्सयूवी; लॉक हो गई थी गाड़ी फरीदाबाद के ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे भरे बरसाती पानी में महिंद्रा XUV700 गाड़ी डूब गई। उसमें बैठे एचडीएफसी के बैंक मैनेजर और कैशियर की बीती रात दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों के साथ बैंक में काम करने वाले बैंक कर्मचारी आदित्य ने बताया कि गुरुग्राम के सेक्टर 31 में एचडीएफसी की शाखा में विराज द्विवेदी बतौर करियर के रूप में कार्यरत थे और पुण्य श्रेय शर्मा बैंक के मैनेजर थे। बैंक यूनियन के प्रेसिडेंट भी थे। आदित्य ने बताया की कल पूरे दिन बरसात हुई थी इसी के चलते विराज द्विवेदी उन्हें बैंक मैनेजर की एक्सयूवी 700 गाड़ी में छोड़ने के लिए आ रहे थे। विराज को बैंक मैनेजर पुण्यश्रेय शर्मा के घर रुकना था। बैंक मैनेजर शर्मा ग्रेटर फरीदाबाद स्थित ओमेक्स सिटी में रहते थे। जहां पर रात को विराज द्विवेदी को रोकना था और सुबह उन्हें किसी काम से दिल्ली निकलना था। लेकिन जैसे ही वह ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडर ब्रिज के पास आए तो उसके नीचे काफी पानी भरा हुआ था। जहां पर कोई भी बैरिकेटिंग नहीं लगी हुई थी। पानी में डूबने से हुई मौत
विराज गुड़गांव में रहते थे जिसके चलते उन्हें यह अनुभव नहीं हुआ कि ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे इतना पानी है। उनकी गाड़ी पानी के अंदर डूब जाएगी। विराज ने इस पानी से गाड़ी को निकालने की कोशिश की लेकिन गाड़ी पानी ज्यादा होने के चलते बंद हो गई। लॉक लग गया गाड़ी में पानी भर गया जिसके चलते उनकी दर्दनाक मौत हो गई। आदित्य ने बताया कि लगभग 11 बजकर 30 मिनट के आसपास बैंक मैनेजर की पत्नी का फोन उनके पास आया था। मैनेजर साहब का फोन बंद जा रहा है। जिसके बाद उन्होंने बैंक के मैनेजर और विराज द्विवेदी के फोन पर फोन मिलाया। लेकिन दोनों के फोन स्विच ऑफ जा रहे थे। पत्नी फरीदाबाद से और वह लोग गुड़गांव से खोजने के लिए उन्हें फरीदाबाद पहुंचने। उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद उन्होंने पुलिस से पूछा तो उन्होंने बताया कि एक गाड़ी अंडरवियर के नीचे फंस गई थी। इसके चलते उसमें दो लोगों की मौत हुई है तब जाकर उन्हें पता चला कि उनके साथ बड़ी अनहोनी हो चुकी है। आदित्य ने बताया कि यदि पुलिस की बैरिकेटिंग होती तो शायद वह लोग गाड़ी को रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे से ले जाने की कोशिश नहीं करते और उनके साथ यह बड़ा हादसा न होता। गाड़ी के अंदर फंसने से मौत
सब इंस्पेक्टर राजेश ने बताया कि घटना लगभग बीती रात 11 बजकर 30 मिनट की है। रेलवे अंडर ब्रिज के पास पुलिस की बैरिकेडिंग और सावधान के बोर्ड लगे हुए थे। उन्हें पुलिस ने पीछे भी इस रास्ते से जाने के लिए मना किया था। लेकिन यह लोग उसी रास्ते से जबरन निकल रहे थे। जिसके चलते उनकी गाड़ी पानी के अंदर फस गई और पानी के अंदर गाड़ी डूबने के चलते दोनों की गाड़ी के अंदर फंसने के चलते मौत हो गई। फिलहाल दोनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है और पुलिस द्वारा आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। वहीं सब इंस्पेक्टर राजेश ने बताया कि उनकी लोगों से अपील है कि पुलिस लोगों की सेवा सुरक्षा व सहयोग के लिए है।