हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में आज से मौसम खराब होगा। चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, लाहौल स्पीति और मंडी जिला के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में आज और कल दो दिन तक हल्की बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 31 जनवरी और एक फरवरी को वेस्टर्न (WD) ज्यादा एक्टिव होगा। इससे प्रदेश के ज्यादातर भागों में बारिश बर्फबारी के आसार है। इन दो दिनों के दौरान आंधी-तूफान चलने की भी चेतावनी दी गई है। 2 और 3 जनवरी को अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ही मौसम खराब रहेगा। तापमान में आया भारी उछाल बारिश-बर्फबारी के पहले तापमान में भारी उछाल आया है। प्रदेश का अधिकतम तापमान सामान्य से 4.4 डिग्री ज्यादा हो गया है। कई शहर ऐसे हैं जहां अधिकतम तापमान सामान्य से 8 डिग्री तक ज्यादा हो गया है। कल्पा का पारा सामान्य से 8.3 डिग्री ज्यादा कल्पा का अधिकतम तापमान सामान्य से 8.3 डिग्री ज्यादा के साथ 13.4 डिग्री सेल्सियस हो गया है। शिमला का तापमान भी 8.2 डिग्री के उछाल के बाद 20 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। ऊना में इस सीजन का सबसे ज्यादा तापमान ऊना का तापमान भी सामान्य की तुलना में 5.9 डिग्री ज्यादा के उछाल के बाद 27.6 डिग्री हो गया है। इस सीजन का यह सर्वाधिक तापमान है। बिलासपुर का तापमान 5.7 डिग्री ज्यादा के साथ 24.6 डिग्री, मनाली का 5.0 डिग्री ज्यादा के साथ 15.2 डिग्री, सुंदरनगर का 5.8 डिग्री ज्यादा के साथ 24.6 डिग्री सेल्सियस हो गया है। शीतलहर से शिमला से ठंडे हुए मैदानी इलाके बारिश-बर्फबारी नहीं होने से तापमान में उछाल आ रहा है। आलम यह है कि शिमला का न्यूनतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री ज्यादा के साथ 9.6 डिग्री सेल्सियस हो गया है। शिमला की तुलना में मैदानी इलाकों में शीतलहर चल रही है। इससे ऊना का पारा 0.6 डिग्री, हमीरपुर का 1.3 डिग्री, मंडी का 2.3 डिग्री और बिलासपुर का पारा 2.0 डिग्री तक गिर गया है। हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में आज से मौसम खराब होगा। चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, लाहौल स्पीति और मंडी जिला के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में आज और कल दो दिन तक हल्की बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 31 जनवरी और एक फरवरी को वेस्टर्न (WD) ज्यादा एक्टिव होगा। इससे प्रदेश के ज्यादातर भागों में बारिश बर्फबारी के आसार है। इन दो दिनों के दौरान आंधी-तूफान चलने की भी चेतावनी दी गई है। 2 और 3 जनवरी को अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ही मौसम खराब रहेगा। तापमान में आया भारी उछाल बारिश-बर्फबारी के पहले तापमान में भारी उछाल आया है। प्रदेश का अधिकतम तापमान सामान्य से 4.4 डिग्री ज्यादा हो गया है। कई शहर ऐसे हैं जहां अधिकतम तापमान सामान्य से 8 डिग्री तक ज्यादा हो गया है। कल्पा का पारा सामान्य से 8.3 डिग्री ज्यादा कल्पा का अधिकतम तापमान सामान्य से 8.3 डिग्री ज्यादा के साथ 13.4 डिग्री सेल्सियस हो गया है। शिमला का तापमान भी 8.2 डिग्री के उछाल के बाद 20 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। ऊना में इस सीजन का सबसे ज्यादा तापमान ऊना का तापमान भी सामान्य की तुलना में 5.9 डिग्री ज्यादा के उछाल के बाद 27.6 डिग्री हो गया है। इस सीजन का यह सर्वाधिक तापमान है। बिलासपुर का तापमान 5.7 डिग्री ज्यादा के साथ 24.6 डिग्री, मनाली का 5.0 डिग्री ज्यादा के साथ 15.2 डिग्री, सुंदरनगर का 5.8 डिग्री ज्यादा के साथ 24.6 डिग्री सेल्सियस हो गया है। शीतलहर से शिमला से ठंडे हुए मैदानी इलाके बारिश-बर्फबारी नहीं होने से तापमान में उछाल आ रहा है। आलम यह है कि शिमला का न्यूनतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री ज्यादा के साथ 9.6 डिग्री सेल्सियस हो गया है। शिमला की तुलना में मैदानी इलाकों में शीतलहर चल रही है। इससे ऊना का पारा 0.6 डिग्री, हमीरपुर का 1.3 डिग्री, मंडी का 2.3 डिग्री और बिलासपुर का पारा 2.0 डिग्री तक गिर गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में आज बिजली कर्मचारी-इंजीनियरों का प्रदर्शन:अभियंताओं के 51 पद समाप्त करने, 81 ड्राइवर को नौकरी से हटाने पर भड़के; ब्लैक आउट की चेतावनी
हिमाचल में आज बिजली कर्मचारी-इंजीनियरों का प्रदर्शन:अभियंताओं के 51 पद समाप्त करने, 81 ड्राइवर को नौकरी से हटाने पर भड़के; ब्लैक आउट की चेतावनी हिमाचल में बिजली बोर्ड कर्मचारी आज प्रदेशभर में प्रदर्शन करेंगे। विद्युत कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना (OPS) व इंजीनियरों के समाप्त किए गए 51 पदों की बहाली और नौकरी से हटाए गए 81 आउटसोर्स ड्राइवरों को वापस नौकरी पर रखने की मांग को लेकर प्रदर्शन करेंगे। राज्य सरकार इनकी मांगे नहीं मानती है तो दिवाली के बाद बिजली कर्मचारी प्रदेश में ब्लैक आउट करेंगे। बिजली बोर्ड कर्मचारियों और इंजीनियरों के संयुक्त मोर्चे पहले ही इसकी चेतावनी दे चुका हैं। जाहिर है कि इससे आने वाले दिनों में बिजली बोर्ड और कर्मचारियों में टकराव देखने को मिलेगा। बता दें कि आर्थिक स्थिति को देखते हुए सरकार ने हाल ही में बिजली बोर्ड में इंजीनियरों के 51 पद गैर जरूरी बताकर समाप्त करने का फैसला लिया है। इसी तरह 10 से 15 सालों से आउटसोर्स पर सेवाएं दे रहे 81 ड्राइवरों को नौकरी से निकाल दिया गया है। बोर्ड कर्मचारी और इंजीनियर इससे तिलमिला उठे हैं और आर पार की लड़ाई के लिए तैयार हो गए हैं। फिलहाल आज सांकेतिक धरना है। आंदोलन की अगली रणनीति का ऐलान आज किया जाएगा। फैसला वापस नहीं लिया तो उग्र आंदोलन करेंगे: वर्मा संयुक्त मोर्चे के सह संयोजक हीरा लाल वर्मा ने कहा कि बिजली बोर्ड के कर्मचारी 21 महीने से पुरानी पेंशन योजना की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस बीच सरकार ने दो ऐसे फैसले लिए हैं, जिससे बिजली बोर्ड के कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने बताया कि इंजीनियरों के 51 पद समाप्त करने और 81 ड्राइवरों को नौकरी से हटाने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। इसे वापस नहीं लिया गया तो कर्मचारी काम छोड़कर उग्र आंदोलन करेंगे। इससे प्रदेश में ब्लैक आउट की स्थिति पनप सकती है। बिजली बोर्ड को बांटने की तैयारी हीरालाल वर्मा ने कहा कि 4 दिन पहले प्रदेश सरकार द्वारा मंत्री राजेश धर्माणी की अध्यक्षता में गठित कैबिनेट सब कमेटी के साथ जॉइंट फ्रंट की बैठक हुई है, जिसमें सरकार की तरफ बिजली बोर्ड की कई इकाइयों को विघटित करने की बात हो रही है। जिसमें संचार लाइन व उप केंद्र तथा अन्य संपत्तियों को बिजली बोर्ड से अलग करने की तैयारी है। AIEPF भी समर्थन में उतरी हिमाचल सरकार के इस फैसले पर ऑल इंडिया इंजीनियर पावर फेडरेशन (AIEPF) में भी हैरानी जताई और मीडिया को जारी बयान में कहा यदि सरकार इंजीनियरों के 51 पद समाप्त करने और नौकरी से निकाले गए ड्राइवरों को नौकरी पर वापस नहीं रखती तो AIEPF भी आंदोलन के समर्थन में उतरेगी।
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भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूंका राहुल गांधी का पुतला:सिरमौर में कांग्रेस के खिलाफ रोष प्रदर्शन, BJP सांसदों के साथ धक्का-मुक्की पर नाराजगी सिरमौर जिला में भारतीय जनता पार्टी ने आज पांवटा साहिब में संसद परिसर में बीजेपी सांसदों के साथ मारपीट के खिलाफ सड़क पर रैली निकाली। साथ ही राहुल गांधी मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। रैली रेस्ट हाऊस से शुरू हुई और बाजार होते हुए वाल्मीकि चौक के पास पहुंची। जहां पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी का पुतला जलाया गया इसके बाद यह रैली वापस रेस्ट हाउस पहुंची। इस मौके पर बीजेपी के जिला अध्यक्ष विनय गुप्ता ने कहा हमारे लिए भारत का संविधान सर्वोपरि है, पर भारत का संविधान लचीला है। इसमें समय-समय पर जरूरत के हिसाब से बदलाव होते रहे हैं। लेकिन अंतर ये है कि नेहरू से लेकर और राजीव गांधी तक कांग्रेस ने जो भी संविधान में संशोधन किया वह कांग्रेस ने गांधी परिवार को फायदा पहुंचाने के लिए किया। जिला अध्यक्ष विनय ने कहा कि आपके ध्यान में होगा, वह समय जब 1975 में रातों-रात इमरजेंसी लगाई और किस प्रकार के जुल्म उठाए गए। कांग्रेस ने संविधान का परिवर्तन केवल इसलिए किया और न्यायपालिका की शक्तियां केवल इसलिए छिनी गई कि इंदिरा गांधी सत्ता पर चिपकी रहे। जबकि भारतीय जनता पार्टी संविधान में संशोधन देश हित के लिए करती है। भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष के अलावा रेणुका विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी नारायण सिंह, जिला परिषद की अध्यक्ष सीमा सभी मंडलों के अध्यक्ष और भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता रैली में शामिल हुए। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का अपमान करने पर भी कांग्रेस की निंदा की।
हिमाचल के IAS प्रियतू मंडल सेंटर डेपुटेशन पर जाएंगे:नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाटर-सेनिटेशन कोलकाता में डायरेक्टर बनाए गए; केंद्रीय कार्मिक विभाग ने दी हरी झंडी
हिमाचल के IAS प्रियतू मंडल सेंटर डेपुटेशन पर जाएंगे:नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाटर-सेनिटेशन कोलकाता में डायरेक्टर बनाए गए; केंद्रीय कार्मिक विभाग ने दी हरी झंडी केंद्रीय कार्मिक विभाग ने हिमाचल कॉडर के एक और IAS अधिकारी को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति दे दी है। कार्मिक विभाग ने साल 2006 बैच के IAS एवं सेक्रेटरी रेंक के प्रियतू मंडल को डायरेक्टर एंड हेड ऑफ इंस्टीट्यूट डॉक्टर श्याम प्रसाद मुखर्जी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाटर एंड सेनिटेशन कोलकाता में तैनाती दी है। इसे लेकर डायरेक्टर साक्षी मित्रा ने देर शाम आदेश जारी कर दिए है। प्रियतू मंडल अभी फिशरी के साथ साथ राजस्व, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग, तकनीकी शिक्षा, वोकेश्नल और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के सचिव का जिम्मा संभाल रहे हैं। जाहिर है कि प्रियतू मंडल के जाने के बाद प्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल होगा। इनके विभागों का दायित्व दूसरे आईएएस अधिकारियों को सौंपा जाएगा। बीते सप्ताह ही स्पेशल सेक्रेटरी रेंक के IAS आशुतोष गर्ग को केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का प्राइवेट सेक्रेटरी लगाया गया है। वह भी पांच साल के लिए केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए हैं। वहीं 3 वरिष्ठ आईएएस अमनदीप गर्ग, शैनोमोल और मनीष गर्ग ने लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव से पहले ही प्रदेश सरकार से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति मांग रखी है। आखिर क्यों हिमाचल छोड़कर दिल्ली या दूसरे राज्यों में भाग रहे हैं आईएएस, पढ़िए इसकी वजह… इन्होंने ने भी सेंटर डेपुटेशन पर जाने की मांगी अनुमति अब तीन अन्य आईएएस रोहन चंद ठाकुर, मानसी सहाय और अरिंदम चौधरी ने भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए आवेदन दे दिया है। इन सभी के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद प्रदेश सरकार की मुश्किलें बढ़नी तय है। सरकार पहले ही सीनियर IAS की कमी से जूझ रही है। इस बीच आईएएस अफसर हिमाचल छोड़कर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। मौजूदा सरकार के कार्यकाल में 8 आईएएस पहले ही प्रदेश छोड़कर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं। 7 और जाने की तैयारी में हैं। करीब 8 आईएएस पहले ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। 16 आईएएस पहले ही दिल्ली समेत दूसरे प्रदेशों में सेवाएं दे रहे हिमाचल कॉडर के वरिष्ठ आईएएस अली रजा रिजवी, के. संजय मूर्ति, केके पंत, अनुराधा ठाकुर, भरत खेड़ा, डॉ. रजनीश, शुभाशीष पांडा, पुष्पेंद्र राजपूत, आर. सेलवम, रितेश चौहान, ऋगवेद ठाकुर, ललित जैन, देवश्वेता बनिक, पंकज राय और आशुतोष गर्ग सेंटर डेपुटेशन पर हैं। नंदिता गुप्ता और मीरा मोहंती भी इन दिनों दिल्ली में तैनात हैं। हिमाचल में IAS की सेंक्शन-स्ट्रेंथ 153 की है। अभी 111 राज्य में सेवाएं दे रहे हैं। 8 IAS के जाने के बाद यह 103 रह जाएगी। इससे अफसरशाही का संकट और गहरा जाएगा। सीनियोरिटी में टॉप-10 ब्यूरोक्रेट्स में से 4 प्रदेश से बाहर चिंता इस बात की है कि सीनियोरिटी में टॉप-10 IAS में से 4 प्रदेश से बाहर हैं। सीनियोरिटी में तीसरे नंबर के IAS अली रजा रिजवी, 5वें नंबर के के. संजय मूर्ति, 7वें नंबर से केके पंत और 8वें नंबर की अनुराधा ठाकुर भी प्रदेश से बाहर सेवाएं दे रही हैं।