दैनिक भास्कर की अपील:महाकुंभ में 10 करोड़ की भीड़, संगम जाने से बचें; 44 घाटों पर जो श्रद्धालु जहां हैं वहीं स्नान करें

दैनिक भास्कर की अपील:महाकुंभ में 10 करोड़ की भीड़, संगम जाने से बचें; 44 घाटों पर जो श्रद्धालु जहां हैं वहीं स्नान करें

मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के शुभ संयोग पर 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु महाकुंभ में पहुंचे हैं। मंगलवार आधी रात बाद भगदड़ के हालात बन गए, जिसमें करीब 15 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। बहुत सक्रियता से हालात नियंत्रित हो रहे हैं। ऐसे में दैनिक भास्कर कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील करता है कि आप जहां पर हैं, नजदीक वाले घाट पर स्नान करें और घर को लौट जाएं। 12 किमी में 44 घाट बनाए गए हैं। जरूरी नहीं कि महाकुंभ में पुण्य सिर्फ संगम नोज पर स्नान से मिलेगा। कहीं भी स्नान करें, पुण्य उतना ही मिलेगा। योगी की श्रद्धालुओं से अपील- अफवाह पर ध्यान न दें
CM योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की है। उन्होंने कहा- मां गंगा के जो जिस घाट के समीप है, वहीं करे स्नान, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। प्रशासन के निर्देशन का अनुपालन करें। व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। देवकीनंदन ठाकुर बोले- जहां जगह मिले, वहीं स्नान करें
कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा- मौनी अमावस्या का स्नान चल रहा है। आज मैं संगम घाट पर नहीं गया, क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज्यादा है। पूरी गंगा और यमुना की धारा में ‘अमृत’ बह रहा है। अगर आप कहीं भी गंगा या यमुना में स्नान करेंगे तो ‘अमृत’ आपको प्राप्त होगा। ये जरूरी नहीं है कि संगम में ही आपको डुबकी लगानी है। हरि गिरि बोले- गंगा स्नान कर घर लौट जाएं
जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि ने अपील की है कि लोग जहां भी हैं, वहीं गंगा में स्नान करके अपने घर लौट जाएं। प्रयागराज की सीमा के अंदर हों या बाहर, गंगा स्नान करने पर वही पुण्य मिलेगा। बाहर से आने वाले श्रद्धालु इन घाटों पर स्नान करें
मेले में लगातार अनाउंसमेंट हो रहा कि जो लोग वाराणसी और जौनपुर की तरफ से आ रहे हैं, वह झूंसी के एरावत घाट पर स्नान करें। श्रद्धालुओं को संगम जाने से रोका जा रहा है। मिर्जापुर, चित्रकूट और रीवा की तरफ से आने वाले श्रद्धालु अरैल की तरफ स्नान करके वापस चले जाएं। अयोध्या और लखनऊ की तरफ से आने वाले लोगों को रसूलाबाद, फाफामऊ की तरफ ही रोककर स्नान करने की अपील की जा रही है। बता दें कि इस बार महाकुंभ में 12 किमी में 44 घाट बनाए गए हैं। इन सभी घाटों पर स्नान चल रहा है। मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के शुभ संयोग पर 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु महाकुंभ में पहुंचे हैं। मंगलवार आधी रात बाद भगदड़ के हालात बन गए, जिसमें करीब 15 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। बहुत सक्रियता से हालात नियंत्रित हो रहे हैं। ऐसे में दैनिक भास्कर कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील करता है कि आप जहां पर हैं, नजदीक वाले घाट पर स्नान करें और घर को लौट जाएं। 12 किमी में 44 घाट बनाए गए हैं। जरूरी नहीं कि महाकुंभ में पुण्य सिर्फ संगम नोज पर स्नान से मिलेगा। कहीं भी स्नान करें, पुण्य उतना ही मिलेगा। योगी की श्रद्धालुओं से अपील- अफवाह पर ध्यान न दें
CM योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की है। उन्होंने कहा- मां गंगा के जो जिस घाट के समीप है, वहीं करे स्नान, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। प्रशासन के निर्देशन का अनुपालन करें। व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। देवकीनंदन ठाकुर बोले- जहां जगह मिले, वहीं स्नान करें
कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा- मौनी अमावस्या का स्नान चल रहा है। आज मैं संगम घाट पर नहीं गया, क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज्यादा है। पूरी गंगा और यमुना की धारा में ‘अमृत’ बह रहा है। अगर आप कहीं भी गंगा या यमुना में स्नान करेंगे तो ‘अमृत’ आपको प्राप्त होगा। ये जरूरी नहीं है कि संगम में ही आपको डुबकी लगानी है। हरि गिरि बोले- गंगा स्नान कर घर लौट जाएं
जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि ने अपील की है कि लोग जहां भी हैं, वहीं गंगा में स्नान करके अपने घर लौट जाएं। प्रयागराज की सीमा के अंदर हों या बाहर, गंगा स्नान करने पर वही पुण्य मिलेगा। बाहर से आने वाले श्रद्धालु इन घाटों पर स्नान करें
मेले में लगातार अनाउंसमेंट हो रहा कि जो लोग वाराणसी और जौनपुर की तरफ से आ रहे हैं, वह झूंसी के एरावत घाट पर स्नान करें। श्रद्धालुओं को संगम जाने से रोका जा रहा है। मिर्जापुर, चित्रकूट और रीवा की तरफ से आने वाले श्रद्धालु अरैल की तरफ स्नान करके वापस चले जाएं। अयोध्या और लखनऊ की तरफ से आने वाले लोगों को रसूलाबाद, फाफामऊ की तरफ ही रोककर स्नान करने की अपील की जा रही है। बता दें कि इस बार महाकुंभ में 12 किमी में 44 घाट बनाए गए हैं। इन सभी घाटों पर स्नान चल रहा है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर