मोतीमहल की इमरती-रबड़ी का गजब स्वाद:लखनऊ के पुराने जायकों में फेमस; रजा मुराद और जिम्मी शेरगिल भी दीवाने

मोतीमहल की इमरती-रबड़ी का गजब स्वाद:लखनऊ के पुराने जायकों में फेमस; रजा मुराद और जिम्मी शेरगिल भी दीवाने

यूपी का राजधानी लखनऊ….जो स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए देशभर में मशहूर है। शहर में ऐसी कई पुरानी दुकानें है, जहां का स्वाद लखनऊ वालों के साथ ही पर्यटकों को भी खासा पसंद आता है। आज की जायका सीरीज में आपको लेकर चलते हैं हजरतगंज स्थित मोतीमहल स्वीट्स, जहां की मिठाई और फालूदा सालों से लोगों की जुबान पर है। यहां ही कुरकुरी इमरती और ठंडी लच्छेदार रबड़ी का तो क्या ही कहना, जो अपने स्वाद से अलग पहचान रखती है। मोतीमहल की इमरती-रबड़ी के टेस्ट का आलम यह है कि सुबह से लेकर रात 12 बजे तक खाने वालों की भीड़ लगी रहती है। इमरती-रबड़ी दुकान के बाहर ही बनाई जाती है। चाहे सर्दी हो या गर्मी किसी भी सीजन में इमरती-रबड़ी का यह कॉम्बिनेशन चलता रहता है। यहां सर्दियों में मक्खन मलाई, रक्षाबंधन पर घेवर, सर्दियों में केसर मिल्क, सोहन हलवा, गर्मी में फालूदा कुल्फी, पाइन एप्पल हलवा भी काफी फेमस है। शहर की पुरानी दुकानों में से एक है मोतीमहल
मोतीमहल की मैनेजर मुदिता ने बताया- लखनऊ में काफी वैराइटी के फूड मौजूद हैं। कई दुकानें यहां सालों पुरानी है, जिसके बारे में सभी जानते हैं। मोतीमहल भी उन्हीं पुरानी दुकानों में से है। दुकान को अभी तीसरी पीढ़ी चला रही है। यहां की मिठाइयां सालों से लखनऊ वालों की पसंद हैं। इमरती-रबड़ी भी सालों से बनती आ रही है। इसकी खासियत है कि यह आज भी सालों पुराने तरीके से तैयार की जाती है। इसके स्वाद में कहीं कोई बदलाव नहीं आया। यहां के सभी आइटम का टेस्ट अल्टीमेट है, इसी स्वाद के चलते कस्टमर सालों से यहां आते रहते हैं। हर डिश लाजवाब, मुंह में डालते ही घुल जाता है फालूदा
इमरती की खासियत है कि टेस्ट लाने के लिए इसमें प्रॉपर तरीके से उचित मात्रा में सारी चीजें डालते हैं। इमरती रबड़ी हो या फिर कुल्फी और दही-जलेबी, हमारे यहां की हर डिश आपको एक अनोखा स्वाद देगी। हमारे पास कई वैराइटी के स्वीट्स है। इसमें कई सीजन वाली मिठाइयां भी हैं। हम हमेशा कुछ नया लाने का प्रयास करते हैं। हमारे यहां का फालूदा भी काफी मशहूर है। यह मुंह में डालते ही घुल जाता है। एक प्लेट की कीमत 65 रुपए, सेलिब्रिटी और कलाकार भी मुरीद
शॉप मैनेजर ने बताया कि एक प्लेट इमरती-रबड़ी की कीमत 65 रूपए है। मोतीमहल की इमरती-रबड़ी पसंद करने वालों में आम लोगों के साथ-साथ कई खास लोग भी हैं। इनमें नेताओं के साथ ही कई बड़े बिजनेसमैन भी हैं, जो यहां आते रहते हैं। हम इमरती-रबड़ी के अलावा फालूदा और कई तरीके के कलाकंद भी बनाते हैं। हमारे यहां सेलिब्रिटी भी आते रहते हैं। एक्टर रजा मुराद और जिम्मी शेरगिल भी यहां आ चुके हैं। कस्टमर रिव्यू… …………………………..
जायका सीरीज की यह स्टोरी भी पढ़ें रामलला को पसंद है खुरचन पेड़ा: 110 साल पुराना स्वाद आज भी बरकरार, देश-विदेश के श्रद्धालुओं में बढ़ी डिमांड अयोध्या…जहां बसते हैं प्रभु श्रीराम। रामलला की इस धरा पर हर रोज अनगिनत श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। जिस राम जन्मभूमि पर वो माथा टेकते हैं, उससे सिर्फ 800 मीटर की दूरी पर बनती है एक खास मिठाई, जिसका नाम है- खुरचन पेड़ा। रामलला को हर दिन पेड़े का भोग लगाया जाता है। जानें कैसे बनता है खुरचन पेड़ा…. यूपी का राजधानी लखनऊ….जो स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए देशभर में मशहूर है। शहर में ऐसी कई पुरानी दुकानें है, जहां का स्वाद लखनऊ वालों के साथ ही पर्यटकों को भी खासा पसंद आता है। आज की जायका सीरीज में आपको लेकर चलते हैं हजरतगंज स्थित मोतीमहल स्वीट्स, जहां की मिठाई और फालूदा सालों से लोगों की जुबान पर है। यहां ही कुरकुरी इमरती और ठंडी लच्छेदार रबड़ी का तो क्या ही कहना, जो अपने स्वाद से अलग पहचान रखती है। मोतीमहल की इमरती-रबड़ी के टेस्ट का आलम यह है कि सुबह से लेकर रात 12 बजे तक खाने वालों की भीड़ लगी रहती है। इमरती-रबड़ी दुकान के बाहर ही बनाई जाती है। चाहे सर्दी हो या गर्मी किसी भी सीजन में इमरती-रबड़ी का यह कॉम्बिनेशन चलता रहता है। यहां सर्दियों में मक्खन मलाई, रक्षाबंधन पर घेवर, सर्दियों में केसर मिल्क, सोहन हलवा, गर्मी में फालूदा कुल्फी, पाइन एप्पल हलवा भी काफी फेमस है। शहर की पुरानी दुकानों में से एक है मोतीमहल
मोतीमहल की मैनेजर मुदिता ने बताया- लखनऊ में काफी वैराइटी के फूड मौजूद हैं। कई दुकानें यहां सालों पुरानी है, जिसके बारे में सभी जानते हैं। मोतीमहल भी उन्हीं पुरानी दुकानों में से है। दुकान को अभी तीसरी पीढ़ी चला रही है। यहां की मिठाइयां सालों से लखनऊ वालों की पसंद हैं। इमरती-रबड़ी भी सालों से बनती आ रही है। इसकी खासियत है कि यह आज भी सालों पुराने तरीके से तैयार की जाती है। इसके स्वाद में कहीं कोई बदलाव नहीं आया। यहां के सभी आइटम का टेस्ट अल्टीमेट है, इसी स्वाद के चलते कस्टमर सालों से यहां आते रहते हैं। हर डिश लाजवाब, मुंह में डालते ही घुल जाता है फालूदा
इमरती की खासियत है कि टेस्ट लाने के लिए इसमें प्रॉपर तरीके से उचित मात्रा में सारी चीजें डालते हैं। इमरती रबड़ी हो या फिर कुल्फी और दही-जलेबी, हमारे यहां की हर डिश आपको एक अनोखा स्वाद देगी। हमारे पास कई वैराइटी के स्वीट्स है। इसमें कई सीजन वाली मिठाइयां भी हैं। हम हमेशा कुछ नया लाने का प्रयास करते हैं। हमारे यहां का फालूदा भी काफी मशहूर है। यह मुंह में डालते ही घुल जाता है। एक प्लेट की कीमत 65 रुपए, सेलिब्रिटी और कलाकार भी मुरीद
शॉप मैनेजर ने बताया कि एक प्लेट इमरती-रबड़ी की कीमत 65 रूपए है। मोतीमहल की इमरती-रबड़ी पसंद करने वालों में आम लोगों के साथ-साथ कई खास लोग भी हैं। इनमें नेताओं के साथ ही कई बड़े बिजनेसमैन भी हैं, जो यहां आते रहते हैं। हम इमरती-रबड़ी के अलावा फालूदा और कई तरीके के कलाकंद भी बनाते हैं। हमारे यहां सेलिब्रिटी भी आते रहते हैं। एक्टर रजा मुराद और जिम्मी शेरगिल भी यहां आ चुके हैं। कस्टमर रिव्यू… …………………………..
जायका सीरीज की यह स्टोरी भी पढ़ें रामलला को पसंद है खुरचन पेड़ा: 110 साल पुराना स्वाद आज भी बरकरार, देश-विदेश के श्रद्धालुओं में बढ़ी डिमांड अयोध्या…जहां बसते हैं प्रभु श्रीराम। रामलला की इस धरा पर हर रोज अनगिनत श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। जिस राम जन्मभूमि पर वो माथा टेकते हैं, उससे सिर्फ 800 मीटर की दूरी पर बनती है एक खास मिठाई, जिसका नाम है- खुरचन पेड़ा। रामलला को हर दिन पेड़े का भोग लगाया जाता है। जानें कैसे बनता है खुरचन पेड़ा….   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर