झांसी के जिला कारागार में अपने गुहानों की सजा काट रहे 18 बंदी तालीम हासिल करके अपना भविष्य संवारने में जुटे हैं। इनका ज्यादातर समय जेल के अंदर पढ़ने में ही बीत रहा है। इनमें से 14 बंदी बोर्ड की परीक्षा में बैठेंगे। वहीं 4 बंदी ग्रेजुएशन के पेपर देंगे। एग्जाम के नजदीक आने पर ये जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं, ताकि एग्जाम में पास हो सकें। इस काम में जेल प्रशासन की ओर से भी उनकी पूरी मदद की जा रही है, ताकि वे अपराध की दुनिया छोड़कर नया जीवन प्रारंभ कर सकें। 18 में से 10 बंदी रेप केस में बंद हैं। जेल में बंद से एक हजार से अधिक बंदी जेल चौराहा के पास बने जिला कारागार में एक हजार से अधिक बंदी बंद हैं। इनमें से 18 बंदी इन दिनों परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं। इनमें से 3 यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में शामिल होंगे। वहीं, 11 बंदी इंटरमीडिएट की परीक्षा देंगे। इसके अलावा 4 ऐसे हैं, जिन्होंने इस सत्र में इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) में बीए प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया था। अब ये सभी परीक्षा की तैयारियों में जुटे हुए हैं। ये 18 बंदी रेप, चोरी, आत्महत्या के लिए मजबूर करने, लड़की को भगाकर ले जाने समेत अन्य धाराओं में बंद हैं। सबसे ज्यादा 10 बंदी रेप केस में बंद हैं। पुलिस अभिरक्षा में एग्जाम देंगे जेल प्रशासन की ओर से इन बंदियों को आवश्यक पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अलावा अधिकारियों की ओर से बंदियों की पढ़ाई में मदद भी की जाती है। बंदियों की फीस का खर्च भी जेल प्रशासन की ओर से वहन किया जाता है। वरिष्ठ कारागार अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि स्नातक में अध्ययनरत बंदियों का सेंटर झांसी या बांदा जेल में होगा। 10वीं और 12वीं के बंदियों की परीक्षा पुलिस अभिरक्षा में कराई जाएगी। झांसी के जिला कारागार में अपने गुहानों की सजा काट रहे 18 बंदी तालीम हासिल करके अपना भविष्य संवारने में जुटे हैं। इनका ज्यादातर समय जेल के अंदर पढ़ने में ही बीत रहा है। इनमें से 14 बंदी बोर्ड की परीक्षा में बैठेंगे। वहीं 4 बंदी ग्रेजुएशन के पेपर देंगे। एग्जाम के नजदीक आने पर ये जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं, ताकि एग्जाम में पास हो सकें। इस काम में जेल प्रशासन की ओर से भी उनकी पूरी मदद की जा रही है, ताकि वे अपराध की दुनिया छोड़कर नया जीवन प्रारंभ कर सकें। 18 में से 10 बंदी रेप केस में बंद हैं। जेल में बंद से एक हजार से अधिक बंदी जेल चौराहा के पास बने जिला कारागार में एक हजार से अधिक बंदी बंद हैं। इनमें से 18 बंदी इन दिनों परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं। इनमें से 3 यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में शामिल होंगे। वहीं, 11 बंदी इंटरमीडिएट की परीक्षा देंगे। इसके अलावा 4 ऐसे हैं, जिन्होंने इस सत्र में इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) में बीए प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया था। अब ये सभी परीक्षा की तैयारियों में जुटे हुए हैं। ये 18 बंदी रेप, चोरी, आत्महत्या के लिए मजबूर करने, लड़की को भगाकर ले जाने समेत अन्य धाराओं में बंद हैं। सबसे ज्यादा 10 बंदी रेप केस में बंद हैं। पुलिस अभिरक्षा में एग्जाम देंगे जेल प्रशासन की ओर से इन बंदियों को आवश्यक पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अलावा अधिकारियों की ओर से बंदियों की पढ़ाई में मदद भी की जाती है। बंदियों की फीस का खर्च भी जेल प्रशासन की ओर से वहन किया जाता है। वरिष्ठ कारागार अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि स्नातक में अध्ययनरत बंदियों का सेंटर झांसी या बांदा जेल में होगा। 10वीं और 12वीं के बंदियों की परीक्षा पुलिस अभिरक्षा में कराई जाएगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
झांसी जेल में 18 बंदी देंगे एग्जाम, पढ़ने में जुटे:14 बोर्ड परीक्षा में बैठेंगे, 4 ग्रेजुएशन के पेपर देंगे; ज्यादातर रेप के आरोप में बंद
झांसी के जिला कारागार में अपने गुहानों की सजा काट रहे 18 बंदी तालीम हासिल करके अपना भविष्य संवारने में जुटे हैं। इनका ज्यादातर समय जेल के अंदर पढ़ने में ही बीत रहा है। इनमें से 14 बंदी बोर्ड की परीक्षा में बैठेंगे। वहीं 4 बंदी ग्रेजुएशन के पेपर देंगे। एग्जाम के नजदीक आने पर ये जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं, ताकि एग्जाम में पास हो सकें। इस काम में जेल प्रशासन की ओर से भी उनकी पूरी मदद की जा रही है, ताकि वे अपराध की दुनिया छोड़कर नया जीवन प्रारंभ कर सकें। 18 में से 10 बंदी रेप केस में बंद हैं। जेल में बंद से एक हजार से अधिक बंदी जेल चौराहा के पास बने जिला कारागार में एक हजार से अधिक बंदी बंद हैं। इनमें से 18 बंदी इन दिनों परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं। इनमें से 3 यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में शामिल होंगे। वहीं, 11 बंदी इंटरमीडिएट की परीक्षा देंगे। इसके अलावा 4 ऐसे हैं, जिन्होंने इस सत्र में इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) में बीए प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया था। अब ये सभी परीक्षा की तैयारियों में जुटे हुए हैं। ये 18 बंदी रेप, चोरी, आत्महत्या के लिए मजबूर करने, लड़की को भगाकर ले जाने समेत अन्य धाराओं में बंद हैं। सबसे ज्यादा 10 बंदी रेप केस में बंद हैं। पुलिस अभिरक्षा में एग्जाम देंगे जेल प्रशासन की ओर से इन बंदियों को आवश्यक पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अलावा अधिकारियों की ओर से बंदियों की पढ़ाई में मदद भी की जाती है। बंदियों की फीस का खर्च भी जेल प्रशासन की ओर से वहन किया जाता है। वरिष्ठ कारागार अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि स्नातक में अध्ययनरत बंदियों का सेंटर झांसी या बांदा जेल में होगा। 10वीं और 12वीं के बंदियों की परीक्षा पुलिस अभिरक्षा में कराई जाएगी। झांसी के जिला कारागार में अपने गुहानों की सजा काट रहे 18 बंदी तालीम हासिल करके अपना भविष्य संवारने में जुटे हैं। इनका ज्यादातर समय जेल के अंदर पढ़ने में ही बीत रहा है। इनमें से 14 बंदी बोर्ड की परीक्षा में बैठेंगे। वहीं 4 बंदी ग्रेजुएशन के पेपर देंगे। एग्जाम के नजदीक आने पर ये जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं, ताकि एग्जाम में पास हो सकें। इस काम में जेल प्रशासन की ओर से भी उनकी पूरी मदद की जा रही है, ताकि वे अपराध की दुनिया छोड़कर नया जीवन प्रारंभ कर सकें। 18 में से 10 बंदी रेप केस में बंद हैं। जेल में बंद से एक हजार से अधिक बंदी जेल चौराहा के पास बने जिला कारागार में एक हजार से अधिक बंदी बंद हैं। इनमें से 18 बंदी इन दिनों परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं। इनमें से 3 यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में शामिल होंगे। वहीं, 11 बंदी इंटरमीडिएट की परीक्षा देंगे। इसके अलावा 4 ऐसे हैं, जिन्होंने इस सत्र में इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) में बीए प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया था। अब ये सभी परीक्षा की तैयारियों में जुटे हुए हैं। ये 18 बंदी रेप, चोरी, आत्महत्या के लिए मजबूर करने, लड़की को भगाकर ले जाने समेत अन्य धाराओं में बंद हैं। सबसे ज्यादा 10 बंदी रेप केस में बंद हैं। पुलिस अभिरक्षा में एग्जाम देंगे जेल प्रशासन की ओर से इन बंदियों को आवश्यक पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अलावा अधिकारियों की ओर से बंदियों की पढ़ाई में मदद भी की जाती है। बंदियों की फीस का खर्च भी जेल प्रशासन की ओर से वहन किया जाता है। वरिष्ठ कारागार अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि स्नातक में अध्ययनरत बंदियों का सेंटर झांसी या बांदा जेल में होगा। 10वीं और 12वीं के बंदियों की परीक्षा पुलिस अभिरक्षा में कराई जाएगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर