जिला सिरमौर क्रिकेट संघ के अध्यक्ष कुलदीप राणा ने रविवार को पांवटा साहिब में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि जिला सिरमौर में पहली बार लड़कों की कबड्डी लीग की प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता इस साल नवंबर में होगी। हिमाचल प्रदेश में यह पहला प्रयास है जब लीग टूर्नामेंट आयोजित किए जा रहे है। उन्होंने कहा इससे युवा खिलाड़ियों को आगे आने का मौका मिलेगा। इसके लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। प्रतिभागियों की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष निर्धारित इस लड़कों की प्रतियोगिता में मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहने वाले खिलाड़ी को 7100 और बेस्ट रेडर व डिफेंडर को 5100-5100 रूपए दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के लिए रहने खाने और आने जाने की सुविधा दी जाएगी। इस टूर्नामेंट में किसी से भी कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा और भविष्य में इसी तरह लड़कों की प्रतियोगिता के साथ लड़कियों के लिए भी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए न्यूनतम 18 वर्ष की आयु रखी गई है। जिला सिरमौर क्रिकेट संघ के अध्यक्ष कुलदीप राणा ने रविवार को पांवटा साहिब में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि जिला सिरमौर में पहली बार लड़कों की कबड्डी लीग की प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता इस साल नवंबर में होगी। हिमाचल प्रदेश में यह पहला प्रयास है जब लीग टूर्नामेंट आयोजित किए जा रहे है। उन्होंने कहा इससे युवा खिलाड़ियों को आगे आने का मौका मिलेगा। इसके लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। प्रतिभागियों की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष निर्धारित इस लड़कों की प्रतियोगिता में मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहने वाले खिलाड़ी को 7100 और बेस्ट रेडर व डिफेंडर को 5100-5100 रूपए दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के लिए रहने खाने और आने जाने की सुविधा दी जाएगी। इस टूर्नामेंट में किसी से भी कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा और भविष्य में इसी तरह लड़कों की प्रतियोगिता के साथ लड़कियों के लिए भी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए न्यूनतम 18 वर्ष की आयु रखी गई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला मस्जिद विवाद में फंसी BJP:पूर्व शहरी विकास मंत्री की विवाद में एंट्री, विक्रमादित्य ने भारद्वाज का पुराना पत्र पोस्ट कर साधा निशाना शिमला के संजौली का बहुचर्चित अवैध मस्जिद निर्माण मामले में भारतीय जनता पार्टी फंसती नजर आ रही है। अवैध निर्माण मस्जिद में पूर्व भाजपा सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे सुरेश भारद्वाज का इन दिनों एक पुराना पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें भारद्वाज पर अवैध मस्जिद के लिए पैरवी करने के आरोप लग रहे हैं। यह पुराना पत्र मौजूदा शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि संजौली मस्जिद की पैरवी पूर्व भाजपा सरकार के मंत्री करते हैं और आरोप कांग्रेस सरकार पर लगाते हैं। इस पोस्ट में विक्रमादित्य ने कहा, अगर कोर्ट अवैध घोषित करता है तो कार्रवाई 100 प्रतिशत होगी। इस पोस्ट पर लोग भाजपा को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लाठीचार्ज के बाद सरकार पर बरसी बीजेपी संजौली में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद भाजपा नेता प्रदेश सरकार और पुलिस पर हमलावर है। ऐसे में सुरेश भारद्वाज का पुराना पत्र वायरल होने के बाद वह घिरते नजर आ रहे हैं। हालांकि संजौली में प्रदर्शन भाजपा का नहीं था, बल्कि हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों द्वारा किया गया। मगर प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर लोग भाजपा समर्थित और सुरेश भारद्वाज के समर्थक नजर आए। मंत्री रहते हुए लिखा था पत्र बता दें कि, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश भारद्वाज, पूर्व जयराम सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे हैं। तब उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिमाचल प्रदेश बक्फ बोर्ड को पत्र लिखा था, जिसमें इमाम को बदलने की सिफारिश की गई थी। उन्होंने संजौली मस्जिद के इमाम का दूसरी जगह स्थानांतरण करने की पैरवी की थी। अब उनका यह पत्र वायरल हो रहा है।
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हिमाचल में मौसम की गलत भविष्यवाणी ने डराए टूरिस्ट:90% से 40% तक पहुंची ऑक्यूपेंसी; 3 दिन से ऑरेंज-अलर्ट; भारी बारिश एक बार भी नहीं हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग (IMD) की भारी बारिश की भविष्यवाणी से पर्यटक डर गए हैं। IMD 29 जून से निरंतर कुछ जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट दे रहा है। मगर बीते तीन दिनों में कहीं भी भारी बारिश नहीं हुई। इससे पर्यटन कारोबारी भी नाराज है, क्योंकि एक सप्ताह पहले की तुलना में प्रदेश के होटलों में ऑक्युपेंसी 90 प्रतिशत से गिरकर 40 फीसदी से भी नीचे आ गई है। मनाली होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने बताया कि ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी से पर्यटक डरे हुए हैं। हकीकत में पहाड़ों पर हल्की-हल्की बारिश हो रही है। उन्होंने बताया कि बीते तीन दिन में कुल्लू जिला में उतनी ही बारिश हुई, जितनी गर्मी से राहत के लिए जरूरी थी। उन्होंने मौसम विभाग से ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी की समीक्षा करने का आग्रह किया है। अभी डरने की जरूरत नहीं : डॉ. पॉल मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पॉल ने बताया कि ऑरेंज अलर्ट जरूर दिया जा रहा है। मगर यह चेतावनी कुछेक इलाकों में दी जा रही है। उन्होंने जिन जिलों में अलर्ट हैं, उनमें 25 प्रतिशत क्षेत्रों में ही भारी बारिश का पूर्वानुमान है। पूरे जिले में नहीं। पर्यटकों को अभी डरने की जरूरत नहीं: पॉल IMD के पूर्वानुमान से पर्यटकों में डर के सवाल पर उन्होंने कहा, पर्यटकों को फिलहाल अभी डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि आज भी भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। मगर पैनिक वाली बात नहीं है। डॉ. पॉल ने कहा, जब भी खतरनाक स्थिति होगी तो मौसम विभाग चार-पांच घंटे पहले ताजा अलर्ट जारी करेगा। मानसून कमजोर पड़ने की गिनाई तीन वजह मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक ने कहा, मानसून थोड़ा कमजोर है। इसकी तीन वजह है। बीते मई महीने में रेमल तूफान, हवाओं का कम दबाव बनने और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं होने से ज्यादा बारिश नहीं हो रही है। उन्होंने बताया, अभी मानसून बहुत एक्टिव नहीं है। जो चेतावनी दी जा रही है, वह जिले के 25 फीसदी क्षेत्रों को दी जा रही है। उन्होंने बताया, तीन चार जुलाई के बाद थोड़ी ज्यादा बारिश होगी। जुलाई के दूसरे सप्ताह में ज्यादा अच्छी बारिश का पूर्वानुमान है। आज पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट IMD की माने तो सात जुलाई तक निरंतर बारिश का पूर्वानुमान है। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर जिले में आज भी भारी बारिश का अलर्ट है। अन्य जिलों में येलो अलर्ट दिया गया है। अब जानिए कब जारी होता है यलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट आईएमडी के अनुसार, 24 घंटे में 0-64 मिमी (एमएम) बारिश का पूर्वानुमान होने पर यलो अलर्ट जारी किया जाता है, जबकि 65 से 114 मिमी बारिश होने पर ऑरेंज अलर्ट और 24 घंटे में 115 मिमी से अधिक बारिश का पूर्वानुमान होने पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है। चंबा के चुवाड़ी में 64 MM बारिश बीते 24 घंटे के दौरान चंबा के चुवाड़ी में सबसे ज्यादा 64 मिलीमीटर (MM) बारिश हुई है, जबकि चंबा जिला में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट नहीं था। सिरमौर के पांवटा में 38.2 MM, राजगढ़ में 32 MM, सलूणी में 22 MM, कागंड़ा में 11 MM, मनाली में 10 MM, धर्मपुर में 8 MM और देहरा में 8 MM बारिश हुई है।
हिमाचल: पेयजल घोटाले की जांच को आज ठियोग जाएगी विजिलेंस:सभी टैंकर-पिकअप ऑनर गाड़ियों व लॉग-बुक समेत बुलाए; फिजिकल वैरिफिकेशन होगी, साक्ष्य जुटा रही SIU
हिमाचल: पेयजल घोटाले की जांच को आज ठियोग जाएगी विजिलेंस:सभी टैंकर-पिकअप ऑनर गाड़ियों व लॉग-बुक समेत बुलाए; फिजिकल वैरिफिकेशन होगी, साक्ष्य जुटा रही SIU हिमाचल प्रदेश के ठियोग में पेयजल घोटाले में 10 अफसर सस्पेंड करने के बाद विजिलेंस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (SIU) आज फिजिकल वैरिफिकेशन करेगी। ठियोग कस्बे में मई व जून 2024 में पेयजल सप्लाई करने वाले सभी टैंकर-पिक-अप के मालिक, चालक और गाड़ियों समेत ठियोग बुलाए गए हैं। इन्हें गाड़ी के साथ साथ आरसी, लॉग-बुक भी साथ लाने को कहा गया है। जल शक्ति विभाग के फील्ड स्टाफ को भी बुलाया गया है। SIU ने सभी को हर हाल में आज विजिलेंस जांच में शामिल होने को बोला है। इस दौरान SIU देखेगी किस वाहन की पानी ढुलाई की कैपेस्टी कितनी है? वाहन की कंडीशन कैसी है? वाहन का आरसी नंबर क्या है? कौन पानी के टैंकर की गिनती करता था। फिजिकल वैरिफिकेशन करके इन वाहनों का डिजिटल डाटा जुटाया जाएगा, ताकि कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करते वक्त पुख्ता साक्ष्य पेश किए जा सके। साक्ष्य जुटाने के बाद विजिलेंस इस मामले में FIR करेगी। इससे पहले बीते बुधवार को विजिलेंस की SIU ने मुख्यालय में 3 SDO, 5 JE और 3 ठेकेदारों से 7.30 घंटे लंबी पूछताछ की। ठेकेदारों के बैंक खातों को खंगाल रही विजिलेंस SIU ने ठेकेदारों के बैंक खातों को खंगालना शुरू कर दिया है। जाहिर है कि इससे आने वाले दिनों में वह अधिकारी व नेता भी लपेटे में आएंगे, जिनके खातों में कॉट्रेक्टर ने ट्रांजेक्शन की होगी। सरकार ने 10 अफसर किए सस्पेंड ठियोग पेयजल घोटाले में सरकार 10 अधिकारियों को बीते शुक्रवार को सस्पेंड कर चुकी है। इसकी विभागीय जांच के साथ साथ विजिलेंस को भी जांच सौंप रखी है। विजिलेंस ने इस मामले की जांच एडिशनल एसपी नरवीर राठौर की अगुआई में गठित SIU को दी है। बाइक-होंडा सिटी में पानी ढुलाई की: सिंघा ठियोग के पूर्व माकपा विधायक राकेश सिंघा ने 1 करोड़ 13 लाख रुपए का पानी लोगों को टैंकर से पिलाने के दावे को गलत बताया था। उन्होंने आरोप लगाया था, ‘पानी बाइक, ऑल्टो कार, के-10, होंडा सिटी कार और हॉर्टीकल्चर डायरेक्टर की बोलेरो में ढोया गया। एक बाइक पर 11 चक्कर में 22 हजार लीटर पानी ढोया गया। इसकी एवज में 23 हजार रुपए का भुगतान किया गया। शिमला में हार्टिकल्चर डायरेक्टर की बोलेरो गाड़ी से 15 हजार लीटर पानी सप्लाई किया गया। इसके बदले 94 हजार की रकम ठेकेदार को दी गई।’ सिंघा ने कहा कि जल शक्ति विभाग ने बाइक पर भी लोगों को पानी पिलाया है। बिल लेने के लिए जब ठेकेदार ने बिल प्रोड्यूस किए तो बाइक, ऑल्टो कार, K-10, होंडा सिटी कार और हॉर्टिकल्चर डायरेक्टर की बोलेरो जैसी गाड़ियों के नंबर दिए गए। एक दिन में ही एक गाड़ी को 500 से 1000 किलोमीटर रनिंग दर्शायी गई, जो पहाड़ों में संभव ही नहीं है। 10 लाख से 1.13 करोड़ पहुंचा खर्च: सिंघा सिंघा ने कहा हर साल ठियोग में पानी की सप्लाई के लिए 10-12 लाख रुपए खर्च होते थे। लेकिन 2024 में यह आंकड़ा अचानक एक करोड़ के पार पहुंच गया। कई ऐसे वाहन नंबर भी दिखाए गए, जो अस्तित्व में ही नहीं हैं। यहां तक कि कुछ इलाकों में, जहां सड़कें तक नहीं हैं, वहां भी वाहनों से पानी की सप्लाई दिखाई गई। 30 दिन में पेमेंट दी राकेश सिंघा ने कहा, ठेकेदार को पानी की सप्लाई के पैसे का भुगतान एक महीने के भीतर कर दिया गया। अधिकारियों ने भी बिना जांच के बिल का भुगतान किया। ठियोग क्षेत्र में पानी की हर साल भारी किल्लत रहती है, लेकिन घोटाले के चलते लोगों को राहत नहीं मिल पाई। घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की जाए और इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए।