13वीं मंजिल से कूदने वाले छात्र का आखिरी मैसेज:यश ने पिता से बोला-आप लोग सही थे, मैं ही खराब था; प्लीज माफ करना

13वीं मंजिल से कूदने वाले छात्र का आखिरी मैसेज:यश ने पिता से बोला-आप लोग सही थे, मैं ही खराब था; प्लीज माफ करना

‘पापा आप लोग सही थे, मैं ही खराब था, प्लीज माफ करना, मॉम का ख्याल रखना, आई एम सॉरी’। ये बयान नोएडा में सुसाइड करने वाले MCA के छात्र यश वर्मा का है। उसने 27 जनवरी को मिग्सन ग्रीन सोसाइटी में फ्लैट से छलांग लगाई थी। वह कानपुर का रहने वाला था। उसने अपनी मौत से 10 मिनट पहले पिता को Whatsapp मैसेज भेजा था। उसने इशारों में अपनी तकलीफ बयां की थी। घरवाले उससे बात करते इस पहले ही उसने जान दे दी। बेटे के मैसेज को जितनी बार भी पिता विजय कुमार वर्मा पढ़ते हैं तो उनकी आंखें भर आती है। यश के पिता ने दैनिक भास्कर से बात कर आपबीती बयां की है। बेटे का एक महीने पहले डाटा हैक हो गया था यश के पिता विजय कुमार वर्मा ने बताया- बेटा पढ़ाई में काफी तेज था, लेकिन वह कुछ महीनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। इसके पीछे का कारण जानने का बहुत प्रयास किया, मगर कुछ पता नहीं कर पाया। बेटे ने एक महीने पहले शिकायत की थी कि मेरे मोबाइल का डाटा किसी ने हैक कर लिया है। उसकी सारी चैट, फोटो सब लीक हो रही है। इस पर मैंने उसे काफी समझाया था। मैं अपनी पत्नी के साथ तुरंत बेटे के पास नोएडा गया था। वहां पर जाने पर उससे बात की। इसके बाद जब उसके साथ कुछ दिन रुका तो वह नॉर्मल हो गया और हम लोग वापस घर आ गए थे। उन्होंने कहा- घटना वाले दिन 45 मिनट तक हुई बात विजय कुमार ने बताया- घटना वाले दिन 26 जनवरी को बेटे से फोन पर 45 मिनट तक बात की। वह कह रहा था मैं परेशान चल रहा हूं, जब कानपुर आउंगा तो बताउंगा। बात बताने पर जोर दिया लेकिन यश ने कुछ भी नहीं बताया। चचेरे भाई वेदांत के अनुसार-अभी तक उसके साथ के लड़कों से ये पता चला कि यश एक महीने से डिप्रेशन में था। वह सबसे एक बाद बोलता था कि मेरा फोन हैक हो रहा है, मेरी सारी डिटेल लीक हो रही है। किसी भी कॉल आती थी तो वह क्रॉस चेक करता था। घर वालों को भी कॉल करता था। वह क्रॉस चेक करता था कि घर से कॉल आया है या फिर कोई और कर रहा। फोन करने के बाद बोलता था मां कैमरे के सामने आओ। उसे लगता था कि उसे कोई वॉच कर रहा हैं। पढ़ाई और खेल में था अव्वल वेदांत ने बताया कि यश परिवार में सबसे शार्प माइंड का था। पढ़ाई में भी बहुत तेज था। 2023 में गलगोटियास यूनिवर्सिटी से उसने बीसीए किया था और 8.07 सीजीपी से पास हुआ है। अभी वह नोएडा से एमसीए कर रहा था। प्रथम वर्ष में उसने 8.05 सीजीपी अंक प्राप्त किए है। यश स्पोर्ट्स में भी काफी रुचि रखता था। वह पहले क्रिकेट का अभ्यास करता लेकिन कंधे में चोट लगने के बाद से उसने कबड्‌डी खेलना शुरू किया था। कबड्‌डी में उसने नेशनल प्रतियोगिता तक खेला है। ………………………… ये खबर भी पढ़िए… भगदड़ के बाद का मंजर 45 तस्वीरों में:परिजन ने शव का हाथ नहीं छोड़ा, डर था बॉडी खो न जाए; अस्पताल में 11 बॉडीज थीं प्रयागराज के संगम तट पर 28 जनवरी की आधी रात बाद भगदड़ मच गई। हादसे में अब तक 35 से 40 लोगों की मौत होने की खबर है। 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हैं। घायलों के रेस्क्यू और शवों की तलाश का काम अभी जारी है। परिजन भी अपनों को ढूंढ रहे हैं…(पढ़ें पूरी खबर) ‘पापा आप लोग सही थे, मैं ही खराब था, प्लीज माफ करना, मॉम का ख्याल रखना, आई एम सॉरी’। ये बयान नोएडा में सुसाइड करने वाले MCA के छात्र यश वर्मा का है। उसने 27 जनवरी को मिग्सन ग्रीन सोसाइटी में फ्लैट से छलांग लगाई थी। वह कानपुर का रहने वाला था। उसने अपनी मौत से 10 मिनट पहले पिता को Whatsapp मैसेज भेजा था। उसने इशारों में अपनी तकलीफ बयां की थी। घरवाले उससे बात करते इस पहले ही उसने जान दे दी। बेटे के मैसेज को जितनी बार भी पिता विजय कुमार वर्मा पढ़ते हैं तो उनकी आंखें भर आती है। यश के पिता ने दैनिक भास्कर से बात कर आपबीती बयां की है। बेटे का एक महीने पहले डाटा हैक हो गया था यश के पिता विजय कुमार वर्मा ने बताया- बेटा पढ़ाई में काफी तेज था, लेकिन वह कुछ महीनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। इसके पीछे का कारण जानने का बहुत प्रयास किया, मगर कुछ पता नहीं कर पाया। बेटे ने एक महीने पहले शिकायत की थी कि मेरे मोबाइल का डाटा किसी ने हैक कर लिया है। उसकी सारी चैट, फोटो सब लीक हो रही है। इस पर मैंने उसे काफी समझाया था। मैं अपनी पत्नी के साथ तुरंत बेटे के पास नोएडा गया था। वहां पर जाने पर उससे बात की। इसके बाद जब उसके साथ कुछ दिन रुका तो वह नॉर्मल हो गया और हम लोग वापस घर आ गए थे। उन्होंने कहा- घटना वाले दिन 45 मिनट तक हुई बात विजय कुमार ने बताया- घटना वाले दिन 26 जनवरी को बेटे से फोन पर 45 मिनट तक बात की। वह कह रहा था मैं परेशान चल रहा हूं, जब कानपुर आउंगा तो बताउंगा। बात बताने पर जोर दिया लेकिन यश ने कुछ भी नहीं बताया। चचेरे भाई वेदांत के अनुसार-अभी तक उसके साथ के लड़कों से ये पता चला कि यश एक महीने से डिप्रेशन में था। वह सबसे एक बाद बोलता था कि मेरा फोन हैक हो रहा है, मेरी सारी डिटेल लीक हो रही है। किसी भी कॉल आती थी तो वह क्रॉस चेक करता था। घर वालों को भी कॉल करता था। वह क्रॉस चेक करता था कि घर से कॉल आया है या फिर कोई और कर रहा। फोन करने के बाद बोलता था मां कैमरे के सामने आओ। उसे लगता था कि उसे कोई वॉच कर रहा हैं। पढ़ाई और खेल में था अव्वल वेदांत ने बताया कि यश परिवार में सबसे शार्प माइंड का था। पढ़ाई में भी बहुत तेज था। 2023 में गलगोटियास यूनिवर्सिटी से उसने बीसीए किया था और 8.07 सीजीपी से पास हुआ है। अभी वह नोएडा से एमसीए कर रहा था। प्रथम वर्ष में उसने 8.05 सीजीपी अंक प्राप्त किए है। यश स्पोर्ट्स में भी काफी रुचि रखता था। वह पहले क्रिकेट का अभ्यास करता लेकिन कंधे में चोट लगने के बाद से उसने कबड्‌डी खेलना शुरू किया था। कबड्‌डी में उसने नेशनल प्रतियोगिता तक खेला है। ………………………… ये खबर भी पढ़िए… भगदड़ के बाद का मंजर 45 तस्वीरों में:परिजन ने शव का हाथ नहीं छोड़ा, डर था बॉडी खो न जाए; अस्पताल में 11 बॉडीज थीं प्रयागराज के संगम तट पर 28 जनवरी की आधी रात बाद भगदड़ मच गई। हादसे में अब तक 35 से 40 लोगों की मौत होने की खबर है। 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हैं। घायलों के रेस्क्यू और शवों की तलाश का काम अभी जारी है। परिजन भी अपनों को ढूंढ रहे हैं…(पढ़ें पूरी खबर)   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर