हरियाणा में 292 एक्सटेंशन लेक्चरर की नौकरी पर संकट:राजस्थान के 3 विश्वविद्यालयों से पीएचडी; हाईकोर्ट के कहने पर एजुकेशन विभाग ने दिया नोटिस

हरियाणा में 292 एक्सटेंशन लेक्चरर की नौकरी पर संकट:राजस्थान के 3 विश्वविद्यालयों से पीएचडी; हाईकोर्ट के कहने पर एजुकेशन विभाग ने दिया नोटिस

हरियाणा के विभिन्न राजकीय कालेजों में लगे 292 एक्सटेंशन लेक्चरर की नौकरी पर खतरा मंडराने लगा है। इन लेक्चररों ने राजस्थान की तीन ऐसी यूनिवर्सिटी से पीएचडी की है, जिनको यूजीसी ने पीएचडी की डिग्री कराने के लिए अयोग्य माना हुआ है। इनमें से कई लेक्चरर को नौकरी करते हुए 12 साल से अधिक हो गए हैं। इसके लिए हाईकोर्ट के कहने पर हायर एजुकेशन हरियाणा ने नोटिस जारी कर कॉलेजों के प्रिंसिपल से जवाब मांगा हुआ है। प्रदेश के अंबाला के एक कॉलेज में मंजू बाला एक्सटेंशन लेक्चरर लगी हुई थी। मंजू बाला को नौकरी से इसलिए हटा दिया गया था कि उनकी पीएचडी की डिग्री सही नहीं है। जिसके बाद मंजूबाला कोर्ट में चली गई। हाईकोर्ट ने 14 दिन में मांगा जबाव कोर्ट में केस जाने के बाद हाईकोर्ट ने राजस्थान की झुंझुनूं जिले की पचेरी स्थित सिंघानिया विश्वविद्यालय, राजस्थान के चुरू की ओपीजेएस यूनिवर्सिटी और राजस्थान के अलवर जिला की सनराइज यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने वाले एक्सटेंशन लेक्चरर की लिस्ट के लिए हायर एजुकेशन हरियाणा को 22 जनवरी को नोटिस दिया था। वहीं इसके लिए 14 दिन के अंदर-अंदर जवाब दाखिल करने को कहा। हायर एजुकेशन ने 28 जनवरी को दिया था नोटिस इसके बाद हायर एजुकेशन हरियाणा ने प्रदेश में ऐसे 292 लेक्चरर की लिस्ट तैयार कर ली। इन लेक्चररों से अब हायर एजुकेशन ने जवाब मांगा है। जिसके लिए हायर एजुकेशन ने प्रदेश के विभिन्न सरकारी कॉलेजों के लेक्चरर को 28 जनवरी को पत्र लिखकर दो दिन के अंदर इन एक्सटेंशन लेक्चरर से जवाब देने को बोला। महेंद्रगढ़ में सबसे ज्यादा 90 लेक्चरर राजस्थान के इन तीन विश्वविद्यालयों से पीएचडी करने के बाद राजकीय कॉलेजों में एक्सटेंशन लेक्चरर लगे हुए लोगों में सबसे ज्यादा संख्या महेंद्रगढ़ में है। यहां पर कुल 90 एक्सटेंशन लेक्चरर हैं। इनमें से सबसे ज्यादा राजकीय पीजी कालेज नारनौल में हैं। इस कॉलेज में 25 लेक्चरर लगे हुए हैं। वहीं गर्ल कॉलेज में 18 लेक्चरर हैं। ऐसे में इन सभी की नौकरी पर खतरा मंडराने लग गया है। विभिन्न विषयों में की पीएचडी, पड़ रहा शिक्षा पर असर इन लेक्चरर में गणित व अंग्रेजी में पीएचडी करने वालों की संख्या ज्यादा है। इसके अलावा साइंस व कॉमर्स के विभिन्न सब्जेक्ट में भी पीएचडी करने वालों की संख्या कम नहीं है। बिना वजह किया जा रहा परेशान एक्सटेंशन लेक्चरर ज्योति यादव और पूनम यादव ने बताया कि उन्हें बिना वजह परेशान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी डिग्री पूरे नियमानुसार की है। ज्योति यादव ने बताया कि उनकी पीएचडी ज्वाइनिंग से पहले ही हो गई थी। वहीं पूनम ने कहा कि उन्होंने पूरे नियमों से पीएचडी की है, किसी एक की कमी से सभी को परेशान किए जाना गलत है। ऐसे में इस नोटिस को निरस्त किया जाए। उन्होंने ज्वाइनिंग के बाद पीएचडी की है। नोटिस को दे रहे जवाब- प्राचार्य इस बारे में राजकीय महिला महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डा. आरपी सिंह ने कहा कि उन्हें हायर एजुकेशन से इस प्रकार का पत्र मिला है। यह मामला कोर्ट से संबंधित है। जिसमें राजस्थान की तीन यूनिवर्सिटी से की गई पीएचडी की डिग्रियों की जांच हो रही है। यहां के एक्सटेंशन लेक्चरर ने अपना अपना जवाब दे रहे हैं। हरियाणा के विभिन्न राजकीय कालेजों में लगे 292 एक्सटेंशन लेक्चरर की नौकरी पर खतरा मंडराने लगा है। इन लेक्चररों ने राजस्थान की तीन ऐसी यूनिवर्सिटी से पीएचडी की है, जिनको यूजीसी ने पीएचडी की डिग्री कराने के लिए अयोग्य माना हुआ है। इनमें से कई लेक्चरर को नौकरी करते हुए 12 साल से अधिक हो गए हैं। इसके लिए हाईकोर्ट के कहने पर हायर एजुकेशन हरियाणा ने नोटिस जारी कर कॉलेजों के प्रिंसिपल से जवाब मांगा हुआ है। प्रदेश के अंबाला के एक कॉलेज में मंजू बाला एक्सटेंशन लेक्चरर लगी हुई थी। मंजू बाला को नौकरी से इसलिए हटा दिया गया था कि उनकी पीएचडी की डिग्री सही नहीं है। जिसके बाद मंजूबाला कोर्ट में चली गई। हाईकोर्ट ने 14 दिन में मांगा जबाव कोर्ट में केस जाने के बाद हाईकोर्ट ने राजस्थान की झुंझुनूं जिले की पचेरी स्थित सिंघानिया विश्वविद्यालय, राजस्थान के चुरू की ओपीजेएस यूनिवर्सिटी और राजस्थान के अलवर जिला की सनराइज यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने वाले एक्सटेंशन लेक्चरर की लिस्ट के लिए हायर एजुकेशन हरियाणा को 22 जनवरी को नोटिस दिया था। वहीं इसके लिए 14 दिन के अंदर-अंदर जवाब दाखिल करने को कहा। हायर एजुकेशन ने 28 जनवरी को दिया था नोटिस इसके बाद हायर एजुकेशन हरियाणा ने प्रदेश में ऐसे 292 लेक्चरर की लिस्ट तैयार कर ली। इन लेक्चररों से अब हायर एजुकेशन ने जवाब मांगा है। जिसके लिए हायर एजुकेशन ने प्रदेश के विभिन्न सरकारी कॉलेजों के लेक्चरर को 28 जनवरी को पत्र लिखकर दो दिन के अंदर इन एक्सटेंशन लेक्चरर से जवाब देने को बोला। महेंद्रगढ़ में सबसे ज्यादा 90 लेक्चरर राजस्थान के इन तीन विश्वविद्यालयों से पीएचडी करने के बाद राजकीय कॉलेजों में एक्सटेंशन लेक्चरर लगे हुए लोगों में सबसे ज्यादा संख्या महेंद्रगढ़ में है। यहां पर कुल 90 एक्सटेंशन लेक्चरर हैं। इनमें से सबसे ज्यादा राजकीय पीजी कालेज नारनौल में हैं। इस कॉलेज में 25 लेक्चरर लगे हुए हैं। वहीं गर्ल कॉलेज में 18 लेक्चरर हैं। ऐसे में इन सभी की नौकरी पर खतरा मंडराने लग गया है। विभिन्न विषयों में की पीएचडी, पड़ रहा शिक्षा पर असर इन लेक्चरर में गणित व अंग्रेजी में पीएचडी करने वालों की संख्या ज्यादा है। इसके अलावा साइंस व कॉमर्स के विभिन्न सब्जेक्ट में भी पीएचडी करने वालों की संख्या कम नहीं है। बिना वजह किया जा रहा परेशान एक्सटेंशन लेक्चरर ज्योति यादव और पूनम यादव ने बताया कि उन्हें बिना वजह परेशान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी डिग्री पूरे नियमानुसार की है। ज्योति यादव ने बताया कि उनकी पीएचडी ज्वाइनिंग से पहले ही हो गई थी। वहीं पूनम ने कहा कि उन्होंने पूरे नियमों से पीएचडी की है, किसी एक की कमी से सभी को परेशान किए जाना गलत है। ऐसे में इस नोटिस को निरस्त किया जाए। उन्होंने ज्वाइनिंग के बाद पीएचडी की है। नोटिस को दे रहे जवाब- प्राचार्य इस बारे में राजकीय महिला महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डा. आरपी सिंह ने कहा कि उन्हें हायर एजुकेशन से इस प्रकार का पत्र मिला है। यह मामला कोर्ट से संबंधित है। जिसमें राजस्थान की तीन यूनिवर्सिटी से की गई पीएचडी की डिग्रियों की जांच हो रही है। यहां के एक्सटेंशन लेक्चरर ने अपना अपना जवाब दे रहे हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर