मिल्कीपुर उपचुनाव के मैदान में उतरी सपा की नारी शक्ति, डिंपल, प्रिया सरोज ने किया रोड शो, सामने आईं ये तस्वीरें मिल्कीपुर उपचुनाव के मैदान में उतरी सपा की नारी शक्ति, डिंपल, प्रिया सरोज ने किया रोड शो, सामने आईं ये तस्वीरें उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड टेलीप्रॉम्पटर का जिक्र और ठहाकों की गूंज… जावेद अख्तर बोले- अच्छे दोस्त हैं, नहीं पूछ रहा कौन बंद हो जाता है?
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महाकुंभ में उठ रही हिंदुओं की इस मांग को मौलाना ने किया समर्थन, कहा- इससे लोगों की मदद होगी
महाकुंभ में उठ रही हिंदुओं की इस मांग को मौलाना ने किया समर्थन, कहा- इससे लोगों की मदद होगी <p>ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने साधु संतों के सनातन बोर्ड बनाने की मांग को मौलाना का साथ भी मिल गया है. मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि सनातन बोर्ड का गठन होना चाहिए, दरसल ये आवाज़ सबसे पहले कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने उठाई थी. वह सनातन बोर्ड के गठन का समर्थन करते है और भारत सरकार से मांग की है कि वक्फ बोर्डो के तर्ज पर सनातन बोर्ड का गठन किया जाएं. </p>
<p>इस बीच मौलाना ने सनातन बोर्ड के गठन के लिए भारत सरकार को एक प्रकिया का सुझाव देते हुए कहा कि भारत सरकार ने पूरे भारत के वक्फ बोर्ड्स पर उच्च स्तरीय राष्ट्रीय वक्फ काउन्सिल बनाई है, फिर राज्य स्तरीय वक्फ बोर्डों क गठन किया है, राज्य स्तरीय बोर्ड राष्ट्रीय वक्फ काउन्सिल के अधीन है.बिल्कुल इसी तर्ज पर सनातन बोर्ड का गठन किया जाएं , ताकि गरीब व कमजोर और लाचार हिन्दूओ की आर्थिक, समाजिक और शिक्षिक स्थिति मजबूत हो। यह देश के लिए बहुत बड़ा काम होगा.</p>
<p> उन्होंने यह भी कहा कि वक्फ बोर्ड का जब गठन किया गया था तो इसी सोच के तहत किया गया था, कि गरीब, कमजोर, लाचार, और बेवा लोगों की मदद होगी, मगर बोर्ड के जिम्मेदारान ऐसा नहीं कर सके.मौलाना ने अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव जी अपने राजनीतिक एजेंडा PDA को भगवान का दर्जा दिया है. उनको ये समझना चाहिए कि भगवान की तुलना किसी व्यक्ति या किसी राजनीतिक पार्टी के एजेंडे से नहीं दी जा सकती है। वह कुम्भ के मेले के बहाने से सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं.</p>
Kangana Ranaut News: कंगना रनौत के बयान पर भड़के किसान नेता, बोले- ‘उनकी फिल्म…’
Kangana Ranaut News: कंगना रनौत के बयान पर भड़के किसान नेता, बोले- ‘उनकी फिल्म…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Farmer Leaders on Kangana Ranaut:</strong> अक्सर अपने बयानों से चर्चाओं में रहने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल की मंडी सीट से बीजेपी सांसद कंगना रनौत एक बार फिर चर्चाओं में आ गई है. दरअसल, उन्होंने केंद्र सरकार से निरस्त किए गए कृषि कानूनों को फिर से लागू करने की मांग की है. साथ ही कहा कि किसानों को खुद ये कानून लागू करने की मांग करनी चाहिए. कंगना के बयान की किसान संगठनों ने अलोचना की है. उन्होंने इसे कंगना की सुर्खियों में बने रहने की रणनीति बताया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कंगना के बयान पर क्या बोले किसान संगठन? </strong><br />संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय समन्वय समिति के सदस्य दर्शन पाल ने कहा कि कंगना किसानों को भड़काने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि इस सप्ताह उनकी फिल्म रिलीज होने वाली है इसलिए अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए वे ऐसा कर रही है. किसान आंदोलन के दौरान उनके संघर्ष के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है और न ही वो कृषि कानून के दुष्प्रभावों को समझती है. बीजेपी को उनके बयान पर स्पष्टीकरण देना चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, बीकेयू डकौंडा के महासचिव जगमोहन सिंह डकौंडा ने कहा कि भारत के कृषि मंत्री को कंगना के बयान पर स्पष्टीकरण देना चाहिए. अगर उसे (कंगना) खेती-बाड़ी के बारे में थोड़ी सी जानकारी होती तो वो ये टिप्पणी नहीं करती. उन्होंने किसानों को भड़काने का काम किया है. जब पीएम मोदी खुद कृषि कानूनों को निरस्त कर चुके है तो वो कौन क्यों कह रही है कि कृषि कानूनों को फिर से लागू करने की आवश्यकता है. जैसे हम उनकी फिल्मों पर टिप्पणी नहीं करते उन्हें भी कृषि पर चुप रहना चाहिए. वो कोई कृषि विशेषज्ञ नहीं है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कृषि कानून पर क्या था कंगना रनौत का बयान? </strong><br />वहीं कंगना रनौत ने तीन कृषि कानूनों की तुलना एक राष्ट्र एक चुनाव से भी की. उन्होंने कहा कि किसान हमारे देश का एक महत्वपूर्ण स्तंभ हैं. जिस तरह एक राष्ट्र एक चुनाव से नौकरशाहों और सरकारी कर्मचारियों को फायदा होगा क्योंकि उन्हें अक्सर चुनावी ड्यूटी पर जाना पड़ता है. वैसी ही किसानों को भी कृषि कानूनों के वापसी की मांग करने चाहिए. किसान संगठनों ने कंगना के बयान की आलोचना की है. उन्होंने इसे कंगना की सुर्खियों में बने रहने की रणनीति बताया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि केंद्र की बीजेपी ने नवंबर 2021 में किसानों के आंदोलन को देखते हुए कृषि कानूनों को वापस ले लिया था. खुद प्रधानमंत्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> ने कानून वापसी का ऐलान किया था. हिमाचल के मंडी जिले के ख्योड़ में जिला स्तरीय नलवाड़ मेले के समापन समारोह में कंगना रनौत ने हिस्सा लिया था. यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान 3 कृषि कानूनों को लेकर बयान दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”5 अक्टूबर को पंजाब के इन कर्मचारियों को मिलेगी ‘स्पेशल छुट्टी’, भगवंत मान सरकार का ऐलान” href=”https://www.abplive.com/states/punjab/haryana-assembly-election-holiday-on-october-5-for-haryana-voters-living-in-punjab-bhagwant-mann-government-aap-2790508″ target=”_blank” rel=”noopener”>5 अक्टूबर को पंजाब के इन कर्मचारियों को मिलेगी ‘स्पेशल छुट्टी’, भगवंत मान सरकार का ऐलान</a></strong></p>
हिमाचल में बर्फ पर फिसली टूरिस्ट कार,VIDEO:कुफरी में सड़क किनारे हवा में लटका; 5 यात्री थे सवार, बड़ा हादसा होने से टला
हिमाचल में बर्फ पर फिसली टूरिस्ट कार,VIDEO:कुफरी में सड़क किनारे हवा में लटका; 5 यात्री थे सवार, बड़ा हादसा होने से टला हिमाचल प्रदेश के मशहूर पर्यटन स्थल कुफरी में आज एक बड़ा हादसा होने से टल गया। दिल्ली से आए टूरिस्ट की एक गाड़ी बर्फ पर स्किड होने के बाद सड़क किनारे रुकी। गाड़ी का आधे से ज्यादा हिस्सा सड़क से बाहर हो चुका था। गनीमत यह रही कि गाड़ी सड़क से नीचे पलटी। सूचना के अनुसार, इस गाड़ी में पांच टूरिस्ट सवाल थे, जो कि दिल्ली से घूमने के लिए आए थे। जिस जगह गाड़ी रुकी, यदि वहां से गाड़ी नीचे पलट जाती तो यह करीब 300 मीटर गहरी खाई में रुकती। इससे बड़ा हादसा हो सकता था। सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली नंबर की गाड़ी ठियोग साइड से शिमला की तरफ जा रही थी। इस दौरान जैसे की ड्राइवर ने ब्रेक लगाई तो गाड़ी स्किड होकर सड़क किनारे पर जाकर रुकी। लोकल और टूरिस्ट को एडवाइजरी इसे देखते हुए हिमाचल सरकार ने लोकल सहित सभी पर्यटकों बर्फ पर सावधानी व कम रफ्तार से गाड़ी चलाने, कम ब्रेक इस्तेमाल करने, गाड़ी में नए टायर लगाकर ही बर्फ पर वाहन चलाने और अधिक ऊंचे क्षेत्रों की यात्रा टालने की सलाह दी गई। 5 जिलों में बर्फबारी के बाद खतरनाक हुई सड़कें प्रदेश के 5 जिलों में बीते 40 घंटे के दौरान बर्फबारी हुई है। इससे शिमला, मंडी, किन्नौर, लाहौल स्पीति और चंबा में सड़कें खतरनाक हो गई है। इन सड़कों पर बर्फ जमने से सफर जोखिमभरा हो गया। ऐसी सड़कों पर वाहन सावधानी से चलाना जरूरी है।