हरियाणा के पानीपत जिले के एक गांव का रहने वाला युवक मानव तस्करों के हाथ लग गया। युवक के किसान पिता ने उसे अमेरिका भेजना चाहा। जिसके लिए उन्होंने अपने परिचित अंसल सुशांत सिटी निवासी एक दंपती से संपर्क किया। दंपती ने किसान से 30 लाख रुपए ले लिए। युवक को अमेरिका भेजने की बजाय कजाकिस्तान भेज दिया। वहां मानव तस्करों ने युवक को बंधक बना लिया। पिछले 10 माह से युवक बंदूकधारियों के कब्जे में है। बदमाश परिवार को कॉल कर पैसों की मांग कर रहे हैं। पैसे न देने पर युवक को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। बदमाश अब तक किसान से 1.09 करोड़ रुपए की फिरौती ले चुके हैं। किसान की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। दुबई से भारत और फिर भारत से भेजा कजाकिस्तान पुलिस को दी शिकायत में नरेश कुमार ने बताया कि वह गांव जोशी का रहने वाला है। उसका बेटा रमन सितंबर 2023 में अंसल सुशांत सिटी निवासी सोनू पाहवा व राहुल आहूजा के संपर्क में आया था। इन्होंने रमन को अमेरिका भेजने, स्थायी नौकरी व स्थायी नागरिकता दिलवाने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया था। 10 दिसंबर 2023 को रमन उसे सोनू के अंसल स्थित घर पर लेकर गया था। यहां व सोनू पाहवा व उसकी पत्नी से मिले। उन्होंने रमन को अमेरिका भेजने का कुल खर्च 30 लाख रुपए बताया था। शुरुआत में 20 लाख रुपए उन्हें दे दिए। 26 दिसंबर 2023 को रमन को दुबई भेज दिया गया। इससे पहले उनसे 10 लाख रुपए और ले लिए गए। चार दिन बाद रमन को वापस भारत भेज दिया गया। सोनू पाहवा ने उन्हें कहा कि फिलहाल दुबई से अमेरिका के लिए कोई चार्टर प्लेन नहीं है। जब प्लेन की व्यवस्था होगी वह तब रमन को अमेरिका में भेज देंगे। तीन माह तक वह उन्हें रमन को अमेरिका भेजने का आश्वासन देते रहे। 14 मार्च 2024 को सोनू पाहवा ने उन्हें कॉल कर बताया कि अब दुबई से अमेरिका चार्टर प्लेन जा रहा है। वह रमन को दुबई भेज दें। इसके लिए पांच लाख रुपए और ले लिए। मार्च से मई 2024 तक सोनू पाहवा, रमन से ग्रुप कॉलिंग के जरिए बात करवाता रहा। मई 2024 में सोनू पाहवा व उसकी पत्नी ने उन्हें बताया कि रमन कजाकिस्तान के अलमाटी में है। बदमाशों ने मां-बाप को गुमराह कर हड़पे रुपए दो जून 2024 को रमन का उनके पास फोन आया। वह काफी घबराया हुआ था और रो रहा था। उसने बताया कि यहां कुछ बंदूकधारी युवकों ने उसे बंधक बनाया है। उससे लगातार पैसों की मांग की जा रही है। उन्होंने इस बारे में सोनू पाहवा व उसकी पत्नी से बात की तो उन्होंने उसे राहुल आहूजा से मिलवाया और उन्हें बताया कि राहुल आहूजा भी उनके साथ काम करता है। राहुल ने उन्हें बताया कि रमन बड़ी मुसीबत में फंस गया है। वह आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के चंगुल में है। वो लोग जो पैसे मांगते हैं दे दो। उन्होंने फिर सोनू व राहुल को तीन लाख रुपए दिए। 27 जुलाई को उनसे 20 लाख रुपए, फिर उनको जिम्मी नाम के युवक से मिलवाया गया। उसने उनसे रमन को छुड़ाने के लिए 20 लाख रुपए मांगे। यह पैसे देने के बाद भी उनका रमन से संपर्क नहीं हुआ। दो सितंबर 2024 व 16 सितंबर 2024 को उन्होंने इन्हें 10-10 लाख रुपए दिए। उन्होंने 16 नवंबर को डेढ लाख रुपए दिए। इसके बाद भी उनका रमन से संपर्क नहीं करवाया गया। आरोपियों ने उन्हें धमकी दी है कि एक युवक जान गंवा बैठा है अब रमन भी नहीं बचेगा। हरियाणा के पानीपत जिले के एक गांव का रहने वाला युवक मानव तस्करों के हाथ लग गया। युवक के किसान पिता ने उसे अमेरिका भेजना चाहा। जिसके लिए उन्होंने अपने परिचित अंसल सुशांत सिटी निवासी एक दंपती से संपर्क किया। दंपती ने किसान से 30 लाख रुपए ले लिए। युवक को अमेरिका भेजने की बजाय कजाकिस्तान भेज दिया। वहां मानव तस्करों ने युवक को बंधक बना लिया। पिछले 10 माह से युवक बंदूकधारियों के कब्जे में है। बदमाश परिवार को कॉल कर पैसों की मांग कर रहे हैं। पैसे न देने पर युवक को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। बदमाश अब तक किसान से 1.09 करोड़ रुपए की फिरौती ले चुके हैं। किसान की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। दुबई से भारत और फिर भारत से भेजा कजाकिस्तान पुलिस को दी शिकायत में नरेश कुमार ने बताया कि वह गांव जोशी का रहने वाला है। उसका बेटा रमन सितंबर 2023 में अंसल सुशांत सिटी निवासी सोनू पाहवा व राहुल आहूजा के संपर्क में आया था। इन्होंने रमन को अमेरिका भेजने, स्थायी नौकरी व स्थायी नागरिकता दिलवाने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया था। 10 दिसंबर 2023 को रमन उसे सोनू के अंसल स्थित घर पर लेकर गया था। यहां व सोनू पाहवा व उसकी पत्नी से मिले। उन्होंने रमन को अमेरिका भेजने का कुल खर्च 30 लाख रुपए बताया था। शुरुआत में 20 लाख रुपए उन्हें दे दिए। 26 दिसंबर 2023 को रमन को दुबई भेज दिया गया। इससे पहले उनसे 10 लाख रुपए और ले लिए गए। चार दिन बाद रमन को वापस भारत भेज दिया गया। सोनू पाहवा ने उन्हें कहा कि फिलहाल दुबई से अमेरिका के लिए कोई चार्टर प्लेन नहीं है। जब प्लेन की व्यवस्था होगी वह तब रमन को अमेरिका में भेज देंगे। तीन माह तक वह उन्हें रमन को अमेरिका भेजने का आश्वासन देते रहे। 14 मार्च 2024 को सोनू पाहवा ने उन्हें कॉल कर बताया कि अब दुबई से अमेरिका चार्टर प्लेन जा रहा है। वह रमन को दुबई भेज दें। इसके लिए पांच लाख रुपए और ले लिए। मार्च से मई 2024 तक सोनू पाहवा, रमन से ग्रुप कॉलिंग के जरिए बात करवाता रहा। मई 2024 में सोनू पाहवा व उसकी पत्नी ने उन्हें बताया कि रमन कजाकिस्तान के अलमाटी में है। बदमाशों ने मां-बाप को गुमराह कर हड़पे रुपए दो जून 2024 को रमन का उनके पास फोन आया। वह काफी घबराया हुआ था और रो रहा था। उसने बताया कि यहां कुछ बंदूकधारी युवकों ने उसे बंधक बनाया है। उससे लगातार पैसों की मांग की जा रही है। उन्होंने इस बारे में सोनू पाहवा व उसकी पत्नी से बात की तो उन्होंने उसे राहुल आहूजा से मिलवाया और उन्हें बताया कि राहुल आहूजा भी उनके साथ काम करता है। राहुल ने उन्हें बताया कि रमन बड़ी मुसीबत में फंस गया है। वह आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के चंगुल में है। वो लोग जो पैसे मांगते हैं दे दो। उन्होंने फिर सोनू व राहुल को तीन लाख रुपए दिए। 27 जुलाई को उनसे 20 लाख रुपए, फिर उनको जिम्मी नाम के युवक से मिलवाया गया। उसने उनसे रमन को छुड़ाने के लिए 20 लाख रुपए मांगे। यह पैसे देने के बाद भी उनका रमन से संपर्क नहीं हुआ। दो सितंबर 2024 व 16 सितंबर 2024 को उन्होंने इन्हें 10-10 लाख रुपए दिए। उन्होंने 16 नवंबर को डेढ लाख रुपए दिए। इसके बाद भी उनका रमन से संपर्क नहीं करवाया गया। आरोपियों ने उन्हें धमकी दी है कि एक युवक जान गंवा बैठा है अब रमन भी नहीं बचेगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में अनाज की बोरियों में भरा मिला रेत:मंत्री नागर ने राशन डिपो पर छापा मारा; अधिकारियों के खिलाफ जांच के आदेश हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने शनिवार को पलवल में राशन डिपो पर रेड की। कुशक गांव में मंत्री ने मौके पर अनाज की बोरियों की जांच की। मंत्री को डिपो पर कई प्रकार की अनियमितताएं देखने को मिली। बोरियों में अनाज के साथ रेत मिला हुआ मिला। मंत्री ने इसके लिए जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए। साथ ही फूड सप्लाई विभाग के इंस्पेक्टर को शोकॉज नोटिस जारी होगा। डिपो कैंसिल होने के बाद भी स्टॉक मिला मंत्री राजेश नागर ने बताया कि व्यक्ति का डिपो पहले ही कैंसिल हो चुका था। उस पर पहले ही मुकदमा चल रहा है, लेकिन उसके बावजूद भी उसके पास अनाज का स्टॉक मिला है। दूसरे डिपो धारक के पास मौजूद अनाज की बोरियों में रेत मिला हुआ पाया गया है। इसको लेकर उन्होंने विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। कहा- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा मंत्री ने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। सरकार गरीबों की भलाई के लिए काम कर रही है। अगर ऐसे में कोई गरीबों के हक पर डाका डालेगा तो उसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आदेश दिए कि फूड सप्लाई विभाग के संबंधित अधिकारी को भी नोटिस जारी करके जवाब मांगा जाए। ********************* मंत्री से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… अनिल विज ने बिल्डिंग इंस्पेक्टर, सुपरवाइजर और ड्राइवर सस्पेंड किया हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने 29 नवंबर को को सिरसा में बिल्डिंग इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया। इसके बाद वह कैथल बस स्टैंड पर पहुंचे। यहां शौचालयों में गंदगी मिलने पर स्टेशन सुपरवाइजर और सवारियों से बस को धक्का लगवाने पर ड्राइवर को सस्पेंड कर दिया पढ़ें पूरी खबर
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पलवल में जानलेवा हमले के 2 और युवक काबू:पिता-बेटों पर किया था कुल्हाड़ी और डंडों से वार, हथियार बरामद हरियाणा के पलवल जिले के गांव जनौली में हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गदपुरी थाना क्षेत्र की बघोला चौकी पुलिस ने जितेंद्र और सुखीराम को गिरफ्तार कर उनसे वारदात में इस्तेमाल किए कुल्हाड़ी और डंडे बरामद किए हैं। गाली का विरोध करने पर विवाद घटना 19 अक्टूबर की रात की है, जब अनिल नाम का युवक गांव की चौपाल पर बैठा था। इसी दौरान जितेंद्र वहां आया और गाली-गलौज करने लगा। विरोध करने पर जितेंद्र अपने साथियों आशीष, समय सिंह, कुणाल उर्फ सागर, विष्णु, अंकुर, लोकेश, सुखीराम, शारदा और अमर सिंह को बुला लाया। सभी आरोपी कुल्हाड़ी, डंडे और लोहे की सरिया लेकर आए और अनिल पर हमला कर दिया। बचाव में परिवार पर भी हमला शोर सुनकर अनिल के पिता त्रिलोक चंद, भाई प्रहलाद और रविंद्र मौके पर पहुंचे, तो आरोपियों ने उन पर भी हमला कर दिया। सभी को गंभीर रूप से घायल कर दिया। पीड़ित परिवार जब घायलों को अस्पताल ले जाने लगा तो आरोपियों ने पीछा कर उनकी गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया। अस्पताल में त्रिलोक चंद, प्रहलाद और अनिल की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने त्रिलोक चंद की चोटों को प्राणघातक बताया। कोर्ट में पेश कर भेजा जेल पुलिस ने मामले में 12 दिसंबर को पहले आरोपी लोकेश को गिरफ्तार किया था। अब 17 जनवरी को दो और आरोपी जितेंद्र और सुखीराम को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।