हरियाणा के करनाल के सदर थाना क्षेत्र के काछवा के पास नहर में एक नवविवाहिता का शव मिलने से सनसनी फैल गई। नवविवाहिता ने हाथ में लाल चूड़ा पहना हुआ था। गले में दुपट्टा बंधा हुआ मिला। इससे प्रतीत होता है कि महिला का पहले दुपट्टे से गला घोंटा गया और फिर सिर पर वार कर उसकी हत्या की गई। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और महिला की पहचान के प्रयास तेज कर दिए हैं। गोताखोर प्रकट सिंह ने बताया कि उन्हें सुबह सूचना मिली कि काछवा रोड के पास नहर में एक नवविवाहिता का शव तैर रहा है। सूचना मिलते ही वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सदर थाना पुलिस को भी सूचना दी गई। नवविवाहिता की उम्र 25 से 30 वर्ष लग रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि विवाहिता की पहले हत्या की गई। इसके बाद उसे नहर में फेंक दिया गया। हाथ में डाल रखा था लाल चूड़ा गोताखोर प्रकट सिंह ने बताया कि यह शव अंबाला से कुरूक्षेत्र की तरफ से बहता हुआ यहां पर पहुंचा है। नव विवाहिता ने अपने हाथों में लाल चूड़ा भी डाल रखा है। जामुनी कलर का उसने डाल रखा है। उसके गले में चुन्नी की गांठे लगी हुई मिली, और सिर पर भी गहरी चोट के निशान है। शव को देखने पता लगता है कि शव 1 दिन ही पुराना है। पुलिस जुटी तलाश में सदर थाना के जांच अधिकारी ऋषि प्रकाश ने बताया कि सूचना के बाद वह मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने शव को कब्जे लेकर विवाहिता की शिनाख्त के प्रयास तेज कर दिए है। प्राथमिक जांच में लग रहा है कि विवाहिता की हत्या कर उसके शव को नहर में फेंका गया है। मौत के सही कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद चल पाएगा। हरियाणा के करनाल के सदर थाना क्षेत्र के काछवा के पास नहर में एक नवविवाहिता का शव मिलने से सनसनी फैल गई। नवविवाहिता ने हाथ में लाल चूड़ा पहना हुआ था। गले में दुपट्टा बंधा हुआ मिला। इससे प्रतीत होता है कि महिला का पहले दुपट्टे से गला घोंटा गया और फिर सिर पर वार कर उसकी हत्या की गई। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और महिला की पहचान के प्रयास तेज कर दिए हैं। गोताखोर प्रकट सिंह ने बताया कि उन्हें सुबह सूचना मिली कि काछवा रोड के पास नहर में एक नवविवाहिता का शव तैर रहा है। सूचना मिलते ही वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सदर थाना पुलिस को भी सूचना दी गई। नवविवाहिता की उम्र 25 से 30 वर्ष लग रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि विवाहिता की पहले हत्या की गई। इसके बाद उसे नहर में फेंक दिया गया। हाथ में डाल रखा था लाल चूड़ा गोताखोर प्रकट सिंह ने बताया कि यह शव अंबाला से कुरूक्षेत्र की तरफ से बहता हुआ यहां पर पहुंचा है। नव विवाहिता ने अपने हाथों में लाल चूड़ा भी डाल रखा है। जामुनी कलर का उसने डाल रखा है। उसके गले में चुन्नी की गांठे लगी हुई मिली, और सिर पर भी गहरी चोट के निशान है। शव को देखने पता लगता है कि शव 1 दिन ही पुराना है। पुलिस जुटी तलाश में सदर थाना के जांच अधिकारी ऋषि प्रकाश ने बताया कि सूचना के बाद वह मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने शव को कब्जे लेकर विवाहिता की शिनाख्त के प्रयास तेज कर दिए है। प्राथमिक जांच में लग रहा है कि विवाहिता की हत्या कर उसके शव को नहर में फेंका गया है। मौत के सही कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद चल पाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल पहुंचे उड्डयन मंत्री कमल गुप्ता:डोमेस्टिक एयरपोर्ट की हवाई पट्टी और अस्पताल का किया निरीक्षण, अधिकारियों के साथ की मीटिंग हरियाणा के उड्डयन मंत्री कमल गुप्ता ने वीरवार को नेवल स्थित डोमेस्टिक एयरपोर्ट की हवाई पट्टी का निरीक्षण किया और एयरपोर्ट पर ही अधिकारियों के साथ बैठक की। वहां से निरीक्षण के बाद वह करनाल सिविल अस्पताल पहुंचे। यहां पर उन्हें जो भी खामियां मिली, सिविल सर्जन को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इस दौरान अस्पताल में कर्मचारियों व डॉक्टरों में अफरा तफरी मची रही। बता दें कि, पिछले दिनों उन्होंने चंडीगढ़ और पिंजौर में भी ऐसे ही परियोजनाओं का निरीक्षण किया था। इस दौरान मंत्री कमल गुप्ता ने बताया कि उनकी सरकार का मुख्य उद्देश्य है हरियाणा को उड्डयन क्षेत्र में आगे बढ़ाना है। डोमेस्टिक एयरपोर्ट का निर्माण इस मार्ग में एक महत्वपूर्ण कदम है, और क्षेत्र की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान करेगा। अंबाला का भी किया था निरीक्षण कमल गुप्ता ने इस योजना के तहत अंबाला और करनाल में एयरपोर्ट की हवाई पट्टी का जायजा लिया है। कमल गुप्ता ने पूर्व CM व करनाल से सांसद मनोहर लाल को कैबिनेट मंत्री बनने पर बधाई दी। करनाल सांसद को कैबिनेट में मंत्री पद मिलने को करनालवासियों के लिए बड़ी सौगात बताया। कमल गुप्ता ने कहा कि कल पिंजौर में निरीक्षण किया था और आज अंबाला और करनाल का निरीक्षण हुआ है। अब देखना यह है कि यहां से फ्लाइट उड़ाने की कितनी संभावना है और कितनी जल्दी एयरपोर्ट शुरू हो सकता है। 2008 से चल रहा है हवाई अड्डा निर्माण प्रक्रिया की कवायद करनाल में घरेलू हवाई अड्डा निर्माण को लेकर कवायद वर्ष-2008 से चल रही है, अक्तूबर-2012 में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने यहां हवाई अड्डा बनाने की संभावनाएं तलाशीं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 8 नवंबर 2014 को नेवल हवाई पट्टी के विस्तार की घोषणा की थी। इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने करनाल में अपनी पहली जनसभा के दौरान सत्ता में आने पर हवाई अड्डे के निर्माण का एलान किया था, लेकिन नौ साल तक जमीन खरीद को लेकर कई अड़चनों के कारण परियोजना अटकी रही। बताया जा रहा है कि जमीन संबंधित अड़चने दूर हो चुकी है। इस हवाई पट्टी को 3 हजार फुट से बढ़ाकर 5 हजार फुट किया जाना है। माना जा रहा है कि इसके बाद यहां से बड़े हवाई जहाज भी उतर सकेंगे। एक्सटेंशन के साथ ही छोटे और मध्यम श्रेणी के जहाज यहां उतर सकेंगे। बेसिक, पार्किंग जोन, नाइट लैंडिंग, लाइट एमआरओ जैसी सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा। रात के समय भी विमानों का आवागमन होगा।
कंवरपाल गुर्जर के सामने हैट्रिक की चुनौती:AAP गुर्जर वोट में सेंधमारी करेगी; अकरम खान को कांग्रेस वेव का फायदा
कंवरपाल गुर्जर के सामने हैट्रिक की चुनौती:AAP गुर्जर वोट में सेंधमारी करेगी; अकरम खान को कांग्रेस वेव का फायदा हरियाणा में यमुनानगर जिले की जगाधरी विधानसभा सीट पर इस चुनाव में पूर्व कृषि मंत्री और भाजपा उम्मीदवार कंवरपाल गुर्जर की राह आसान नहीं है। उनके सामने कांग्रेस के अकरम खान, आम आदमी पार्टी (AAP) के आदर्श पाल सिंह कड़ी टक्कर देंगे। इनके अलावा, इस सीट पर इनेलो-बसपा से दर्शन सिंह खेड़ा और जजपा-असपा से डॉ. अशोक कश्यप उम्मीदवार हैं। जगाधरी विधानसभा सीट में करीब 2.45 लाख वोटर हैं। यहां शहरी वोटर निर्णायक भूमिका में रहते हैं। यहां मुख्य मुद्दा उद्योग, अवैध माइनिंग और बढ़ते क्राइम का है। लोगों का कहना है कि हर चुनाव में यहां हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा बनता था, लेकिन इस बार सभी विकास की बात कर रहे हैं। विकास न होने पर शहरी वोटर भाजपा से नाराज हैं। कंवरपाल के सामने एंटी इनकंबेंसी भी है। मंत्री रहते हुए कंवरपाल गुर्जर अवैध माइनिंग रोकने में नाकामयाब रहे। दूसरा भाजपा छोड़कर बसपा में गए दर्शन सिंह खेड़ा भी उनके लिए मुसीबत बनेंगे। उद्योगों में कमी की वजह से वैश्य समाज के लोग भाजपा से नाराज हैं। आदर्श पाल सिंह भी गुर्जर जाति से आते हैं। इसलिए वह गुर्जर जाति के अलावा वैश्य समाज की वोट लेंगे। इससे डायरेक्ट भाजपा को नुकसान पहुंचेगा। लोगों के मुताबिक कांग्रेस के अकरम खान यहां मजबूत स्थिति में हैं। उन्हें मुस्लिम वोटों के अलावा, जाट, जट सिख और अन्य जातियों के वोट भी मिलेंगे। ग्रामीण बेल्ट में कांग्रेस की लहर का उन्हें फायदा होगा। इसी वजह से वह शहरी वोटरों को साधने में जुटे हैं। 5 पॉइंट में समझें जगाधरी विधानसभा सीट के समीकरण कंवरपाल गुर्जर 10 साल के विकास के नाम पर वोट मांग रहे कंवरपाल गुर्जर साल 1990 में भाजपा में शामिल हुए थे। वह 2 बार यमुनानगर जिले के महासचिव और 3 बार राज्य के महासचिव रह चुके हैं। 1991 में उन्होंने छछरौली विधानसभा सीट से पहला चुनाव लड़ा था और हार गए। 2014 में उन्होंने जगाधरी सीट से चुनाव लड़ा और विधायक बने। तब मनोहर लाल खट्टर की सरकार में उन्हें विधानसभा स्पीकर का पद दिया गया। 2019 विधानसभा चुनाव में वह दोबारा विधायक बने और उन्हें शिक्षा मंत्री बनाया गया। इस चुनाव में कंवरपाल गुर्जर के प्रचार के लिए कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी आ चुके हैं। वह अपने 10 साल के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों के नाम पर वोट मांग रहे हैं। इसके अलावा वह जनता के सामने बता रहे हैं कि शिक्षा मंत्री रहते हुए बिना पर्ची बिना खर्ची के लोगों को नौकरियां मिलीं। अकरम खान ने महंगाई और बेरोजगारी को मुद्दा बनाया अकराम खान साल 1996 में छछरौली विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक बने थे। 1998 में चौधरी बंसीलाल की सरकार में उन्हें हरियाणा हाउसिंग बोर्ड का अध्यक्ष और गृह राज्य मंत्री बनाया गया। साल 2000 में चौटाला सरकार में वह डेयरी विकास और सहकारी संघ लिमिटेड के अध्यक्ष बने। 2009 में उन्होंने बसपा के टिकट पर जगाधरी सीट से चुनाव लड़ा और विधायक बने। साल 2019 में वह कुमारी सैलजा के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल हो गए। इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस के टिकट पर लड़े और दूसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में अकरम खान के चुनाव प्रचार के लिए सांसद कुमारी सैलजा आ चुकी हैं। जनता के सामने वह 10 साल से प्रदेश मे बढ़ी रही मंहगाई और बेरोजगारी को मुद्दा बनाकर वोट मांग रहे हैं। इसके अलावा वह दावा कर रहे हैं कि सत्ता में आने पर वह शहर में बढ़ रहे क्राइम और अवैध माइनिंग पर लगाम लगाएंगे। आदर्श पाल सिंह शिक्षा- मेडिकल सुविधाओं के नाम पर वोट मांग रहे आदर्श पाल सिंह ने 2019 में बसपा के टिकट पर जगाधरी सीट से पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था। तब उन्हें 47,988 वोट मिले थे। इसके बाद वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। 2 महीने पहले उन्होंने कांग्रेस जॉइन की थी। टिकट कटने के बाद वह दोबारा आम आदमी पार्टी में चले गए। 20 सितंबर को आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल जगाधरी में रोड शो करने के लिए आए थे। उन्होंने आदर्श पाल सिंह के लिए वोटों की अपील की थी। वह टिकट न मिलने पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर धोखा देने का आरोप लगा चुके हैं। आदर्श पाल सिंह दिल्ली मॉडल को लेकर लेकर लोगों से शिक्षा और मेडिकल सुविधाओं को लेकर वोट मांग रहे हैं। क्या कहते हैं जगाधरी के वोटर…. राजकुमार बोले- कंवरपाल तीसरे नंबर पर आए तो हैरानी नहीं होगी जगाधरी के रहने वाले राजकुमार सिंह ने बताया कि कंवरपाल को इस बार सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ेगा। राज्य में कांग्रेस के पक्ष में हवा चल रही है, इसका अकरम को लाभ मिलेगा। अगर इस बार कंवरपाल गुर्जर तीसरे नंबर पर भी आते हैं तो इसमें कोई हैरान करने वाली बात नहीं होगी। मौजूद समय में जो समीकरण बन रहे है, उसमें कंवरपाल गुर्जर काफी कमजोर स्थिति में हैं। विक्की बोले- साइलेंट वोट AAP को जाएंगे दुकानदार विक्की का कहना है कि शहरी क्षेत्र में आम आदमी पार्टी के प्रति लोगों का रूझान देखने को मिल रहा है। व्यापारी वर्ग पूरी तरह से AAP के पक्ष में हैं। साइलेंट वोटर भी आम आदमी पार्टी को जा सकता है। सीमा ने कहा- कंवरपाल से किसान-उद्योगपति नाराज महिला सीमा ने मंत्री रहते हुए कंवरपाल यहां कोई बड़ा प्रोजेक्टर नहीं ला पाए। यहां बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है। यहां बर्तन उद्योग खत्म हो रहा है। इसी तरह से प्लाईवुड उद्योग के भी दिन खराब ही चल रहे हैं। इन उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए थे, लेकिन मंत्री ऐसा नहीं कर पाए। यमुनानगर में फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट की एक ब्रांच खोलने की बात चली थी, लेकिन इस दिशा में भी कुछ नहीं कर पाए। इसका लाभ लकड़ी उद्योग के साथ साथ प्रदेशभर के किसानों को हो सकता था। कृषि मंत्री रहते हुए भी उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इस वजह से यहां के किसान और उद्योगपति दोनों ही भाजपा से नाराज हैं। शिव शर्मा ने कहा- अकरम को विधायक बनाएंगे लोग जगाधरी निवासी शिव शर्मा ने बताया कि भाजपा झूठ बोलकर सत्ता में आई थी। भ्रष्टाचार व महंगाई को कम करने की बात कही थी, लेकिन भ्रष्टाचारियों को भाजपा ने अपने में मिला लिया। महंगाई बढ़ती चली गई। 10 सालों में नशे का कारोबार बहुत ज्यादा बढ़ गया है। हर बच्चा नशे का शिकार हो चुका है। रोजगार ही नहीं है। लोग फैमिली आईडी के लिए चक्कर काट रहे हैं। इस बार लोग अकरम खान को विधायक बनाएंगे। प्रेमचंद बोले- कंवरपाल ने अपना घर भरा प्रेम चंद का कहना है कि महंगाई और भ्रष्टाचार को बोलबाला है। यहां कोई विकास नहीं हुआ। कांग्रेस के टाइम में ही यहां पर काम हुआ था। जब भी भाजपा आई है, इसने क्षेत्र का नाश करने का काम किया है। कंवरपाल ने तो अपना घर भरने का काम किया है, विकास नहीं किया है। जब भी बरसात आती है, तो बाजार में पानी भर जाता है। हमारा डिप्टी मेयर भी ऐसा ही है। अकरम खान के आगे सब फेल हैं। हंसराज ने कहा- कांग्रेस-भाजपा में टक्कर हंसराज ने बताया कि इस बार सिर्फ 2 ही पार्टियों के बीच मुकाबला नजर आ रहा है। जिसमें पहली कांग्रेस और दूसरी भाजपा है। सबसे ज्यादा मजबूत अकरम खान हैं। भाजपा ने जगाधरी का नुकसान किया है और इस नुकसान का खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ेगा। अवैध खनन से ग्रामीण परेशान नाम न छापने की शर्त पर व्यक्ति ने बताया कि जगाधरी विधानसभा के ग्रामीण इलाके में खनन जोरो पर है। यहां वैध और अवैध दोनों तरह से खनन हो रहा है। इससे ग्रामीण परेशान हैं। लगातार हादसे हो रहे हैं। इसके साथ ही पर्यावरण भी बिगड़ रहा है। क्षेत्र में अपराध का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। मंत्री रहते हुए कंवरपाल खनन माफिया पर रोक लगाने की दिशा में कोई खास कदम नहीं उठा पाए। मंत्री के कुछ लोग भी खनन कारोबार से जुड़े रहे। हरियाणा चुनाव से जुड़ी ये ग्राउंड रिपोर्ट्स भी पढ़ें… अनिल विज कड़े मुकाबले में फंसे:खुद को CM चेहरा बता फायदा लेने की कोशिश; कांग्रेस पर गुटबाजी भारी, वोट शिफ्ट हुए तो चित्रा भारी पड़ेंगी राव इंद्रजीत की बेटी आरती तिकोने मुकाबले में फंसी:कांग्रेस बांटेगी अहीर वोटर; राजपूत-दलित वोटर्स एकतरफा तो ठाकुर बिगाड़ेंगे सियासी गणित नायब सैनी को CM चेहरे का फायदा:BJP के बागी गर्ग वोटकटवा; बड़शामी ने जाट न बांटे तो कांग्रेस के मेवा से कड़ी टक्कर विनेश फोगाट को कांग्रेस की वेव का सबसे बड़ा सहारा:जाट वोट बंटे तो मुश्किल में फंसेगी रेसलर; OBC-ब्राह्मण एकतरफा होने पर ही BJP को फायदा
असंध के अयोग्य चेयरमैन को हाईकोर्ट से झटका:पुनर्विचार याचिका खारिज; 10वीं की फर्जी मार्कशीट इस्तेमाल कर लड़ा था चुनाव
असंध के अयोग्य चेयरमैन को हाईकोर्ट से झटका:पुनर्विचार याचिका खारिज; 10वीं की फर्जी मार्कशीट इस्तेमाल कर लड़ा था चुनाव हरियाणा के करनाल जिले की असंध नगरपालिका के अयोग्य घोषित चेयरमैन सतीश कटारिया को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से एक और झटका लगा है। 10वीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट का इस्तेमाल कर चुनाव लड़ने के मामले में सतीश कटारिया ने हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने आज बुधवार को याचिका को खारिज करते हुए इस पर कोई राहत नहीं दी। आरटीआई से खुलासा, जांच में फर्जी निकली मार्कशीट सतीश कटारिया पर आप पार्टी की प्रत्याशी व एडवोकेट सोनिया बोहत ने आरोप लगाया था। उन्होंने कटारिया की 10वीं कक्षा की मार्कशीट पर सवाल उठाए और आरटीआई के जरिए यह जानकारी हासिल की। दस्तावेजों की जांच में यह मार्कशीट फर्जी पाई गई। मामले को लेकर सोनिया बोहत ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट के आदेश पर स्टेट इलैक्शन कमीशन ने जांच की, जिसके बाद 10 अप्रैल 2023 को सतीश कटारिया को चेयरमैन पद से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। पुनर्विचार याचिका पर भी हाईकोर्ट से झटका एडवोकेट सोनिया बोहत ने बताया कि बीती चार नवंबर को हाईकोर्ट में फाइनल आर्ग्यूमेंट हुई। जिसके बाद 20 नवंबर को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने कटारिया को फर्जी दस्तावेज के इस्तेमाल का दोषी मानते हुए अयोग्य करार दिया था। इसके बाद कटारिया ने मंगलवार को उसी बेंच के समक्ष पुनर्विचार याचिका लगाई। बुधवार को कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। एडवोकेट सोनिया बोहत ने कहा कि चुनाव के दौरान ही मार्कशीट पर संदेह हुआ था। यह यूपी बोर्ड की थी, लेकिन उसमें कई त्रुटियां थीं। उन्होंने आरटीआई से सच्चाई सामने लाई। बोहत ने कहा कि सतीश कटारिया ने न केवल असंध नगरपालिका बल्कि जनता के साथ भी बड़ा धोखा किया। उनके खिलाफ कार्रवाई जनता के हित में थी। 4408 वोटों से बने थे चेयरमैन, बीजेपी में की एंट्री 2022 में हुए असंध नगरपालिका चुनाव में कटारिया ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 4408 वोटों के साथ जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी कमलजीत लाडी को 553 वोटों से हराया था। बाद में कटारिया बीजेपी में शामिल हो गए थे। हालांकि, अब हाईकोर्ट के फैसले के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ने की बात कही है। क्या कहते है नगरपालिका सचिव जब इस संदर्भ में नगरपालिका के सचिव प्रदीप खरब से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि चेयरमैन पद को लेकर दोबारा इलैक्शन होता है। जिसके लिए छह माह का समय होता है। ऐसे में डायरेक्टर ऑफिस से डायरेक्शन आएंगी, उसी के अनुरूप आगामी प्रक्रिया होगी। एडीसी के मार्फत डीएमसी को गाइडलाइंस जाएगी और वहां से डायरेक्शन नगरपालिका असंध को पहुंचेगी। जनवरी में अन्य नगरपालिकाओ में चुनाव होने है, हो सकता है इसी दौरान असंध का भी चुनाव हो।