यूपी पुलिस में 35 अफसरों का प्रमोशन हो चुका है, लेकिन नई तैनाती नहीं मिली है। इसमें डीआईजी रैंक के अफसर भी शामिल हैं। इसके अलावा पीपीएस से आईपीएस बनने वाले 13 एसपी भी इसी कतार में हैं। इनका प्रमोशन तीन महीने पहले हुआ था। बड़े अफसरों की बात की जाए तो लखनऊ रेंज जहां डीआईजी या आईजी रैंक के अफसर को होना चाहिए, वहां एडीजी रैंक के अफसर तैनात हैं। यूपी में 29 अक्तूबर 2024 को 22 अफसरों को प्रोन्नत कर पीपीएस से आईपीएस संवर्ग दे दिया गया था और यह अफसर एडिशनल एसपी से एसपी बन गए। इसमें से 9 अफसरों को तैनाती भी मिल गई। बाकी 13 अफसर अब भी अपनी तैनाती का इंतजार कर रहे हैं। नए साल पर प्रमोशन पाए अफसर भी ट्रांसफर की प्रतीक्षा में इसके अलावा 1 जनवरी को बड़ी संख्या में आईपीएस अफसरों को प्रोन्नति दी गई थी। इसमें 26 अफसरों को एसएसपी से डीआईजी की रैंक में प्रमोशन मिला। इस प्रमोशन सूची के आने के बाद तबादले की सूची भी जारी हुई, लेकिन इनमें से किसी को तैनाती नहीं मिली। बाद में बारी-बारी करके 5 अफसरों को उसी जगह तैनाती दे दी गई, जहां पहले से उनकी तैनाती थी। 21 डीआईजी अब भी अपनी तैनाती का इंतजार कर रहे हैं। इसमें पांच जिलों मुजफ्फरनगर, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, मथुरा और झांसी के पुलिस कप्तान भी शामिल हैं, जिन्हें जिले से हटाया जाना तय है। पीएसी में कमांडेंट की पोस्ट पर 9 डीआईजी पीएसी में कमांडेंट के तौर पर एसपी की पोस्टिंग होती है। डीआईजी की पोस्टिंग सेक्टर में होती है। लेकिन मौजूदा समय में यहां 9 डीआईजी ऐसे हैं जिनकी तैनाती कमांडेंट के तौर पर है। इसमें कमांडेंट के तौर पर मेरठ में तैनात डॉ. धर्मवीर सिंह, लखनऊ में तैनात हेमंत कुटियाल, गाजियाबाद में तैनात शालिनी, नोएडा में तैनात स्वप्निल ममगैन, सोनभद्र में तैनात डी प्रदीप कुमार, बाराबंकी में तैनात अरुण कुमार श्रीवास्तव, मिर्जापुर विकास कुमार वैद्य, रायबरेली में तैनात राजेश कुमार सक्सेना और कानपुर नगर में तैनात सुनीता सिंह का नाम शामिल है। इसके अलावा मुजफ्फरनगर के एसपी अभिषेक सिंह, शाहजहांपुर में तैनात राजेश एस., मथुरा में तैनात शैलेश पांडेय, फर्रुखाबाद में तैनात आलोक प्रियदर्शी और झांसी में तैनात सुधा सिंह के साथ साथ 7 दूसरे डीआईजी भी हैं जो एसपी रैंक पर काम कर रहे हैं, अपनी तबादले की घड़ी का इंतजार कर रहे हैं। लखनऊ में तीन एडीजी एक समय था जब लखनऊ जोन की जिम्मेदारी आईजी के पास, रेंज की जिम्मेदारी डीआईजी और जिले की कमान एसएसपी के हाथ में हुआ करती थी। लेकिन योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद दो बड़े बदलाव किए। पहले जोन स्तर पर आईजी के स्थान पर एडीजी की तैनाती और रेंज में डीआईजी के स्थान पर आईजी की तैनाती की शुरुआत की। इसके बाद पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू की जहां लखनऊ में एडीजी रैंक के अफसर को जिले की कमान सौंप दी। मौजूदा समय में लखनऊ जोन में एडीजी के तौर पर एसबी शिरडकर, कमिश्नरेट में बतौर कमिश्नर एडीजी अमरेंद्र कुमार सेंगर और रेंज में एडीजी प्रशांत कुमार द्वितीय की तैनाती है। प्रशांत कुमार द्वितीय 1 जनवरी को आईजी से प्रमोशन पाकर एडीजी बने हैं। सात आईपीएस इसी महीने हो रहे रिटायर इस महीने की 31 तारीख को सात आईपीएस अधिकारी रिटायर हो रहे हैं। इसमें डीजी फायर सर्विस अविनाश चंद्रा, एडीजी रूल्स एंड मैनुअल बीआर मीणा, डीआईजी पीएसी छठीं बटालियन धर्मवीर सिंह, एसपी इंटेलिजेंस राम अभिलाष त्रिपाठी का नाम शामिल है। डीजीपी मुख्यालय में तैनात एसपी शशिकांत, ईओडब्ल्यू में तैनात एसपी लाल साहब यादव और फूड सेल में तैनात एसपी डॉ. भीम प्रिय अशोक भी रिटायर होंगे। ——————– ये खबर भी पढ़ें… महाकुंभ भगदड़-12 रिपोर्टर्स की आंखों देखी:लाशों के बीच अपनों की तलाश, जमीन पर तड़पते लोग; पुलिसकर्मी CPR देते रहे महाकुंभ कवरेज के लिए दैनिक भास्कर के 12 रिपोर्टर प्रयागराज में तैनात हैं। कुंभ का सबसे बड़ा अमृत स्नान मौनी अमावस्या है। हमारी टीम कवरेज के लिए अलर्ट थी। रात के करीब 2 बजे थे। अचानक एक के बाद एक एंबुलेंस की आवाजें आने लगीं। संगम तट पर मची भगदड़ के बाद मेले में बनाए गए केंद्रीय अस्पताल की स्थिति भयावह थी। पढ़ें पूरी खबर… यूपी पुलिस में 35 अफसरों का प्रमोशन हो चुका है, लेकिन नई तैनाती नहीं मिली है। इसमें डीआईजी रैंक के अफसर भी शामिल हैं। इसके अलावा पीपीएस से आईपीएस बनने वाले 13 एसपी भी इसी कतार में हैं। इनका प्रमोशन तीन महीने पहले हुआ था। बड़े अफसरों की बात की जाए तो लखनऊ रेंज जहां डीआईजी या आईजी रैंक के अफसर को होना चाहिए, वहां एडीजी रैंक के अफसर तैनात हैं। यूपी में 29 अक्तूबर 2024 को 22 अफसरों को प्रोन्नत कर पीपीएस से आईपीएस संवर्ग दे दिया गया था और यह अफसर एडिशनल एसपी से एसपी बन गए। इसमें से 9 अफसरों को तैनाती भी मिल गई। बाकी 13 अफसर अब भी अपनी तैनाती का इंतजार कर रहे हैं। नए साल पर प्रमोशन पाए अफसर भी ट्रांसफर की प्रतीक्षा में इसके अलावा 1 जनवरी को बड़ी संख्या में आईपीएस अफसरों को प्रोन्नति दी गई थी। इसमें 26 अफसरों को एसएसपी से डीआईजी की रैंक में प्रमोशन मिला। इस प्रमोशन सूची के आने के बाद तबादले की सूची भी जारी हुई, लेकिन इनमें से किसी को तैनाती नहीं मिली। बाद में बारी-बारी करके 5 अफसरों को उसी जगह तैनाती दे दी गई, जहां पहले से उनकी तैनाती थी। 21 डीआईजी अब भी अपनी तैनाती का इंतजार कर रहे हैं। इसमें पांच जिलों मुजफ्फरनगर, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, मथुरा और झांसी के पुलिस कप्तान भी शामिल हैं, जिन्हें जिले से हटाया जाना तय है। पीएसी में कमांडेंट की पोस्ट पर 9 डीआईजी पीएसी में कमांडेंट के तौर पर एसपी की पोस्टिंग होती है। डीआईजी की पोस्टिंग सेक्टर में होती है। लेकिन मौजूदा समय में यहां 9 डीआईजी ऐसे हैं जिनकी तैनाती कमांडेंट के तौर पर है। इसमें कमांडेंट के तौर पर मेरठ में तैनात डॉ. धर्मवीर सिंह, लखनऊ में तैनात हेमंत कुटियाल, गाजियाबाद में तैनात शालिनी, नोएडा में तैनात स्वप्निल ममगैन, सोनभद्र में तैनात डी प्रदीप कुमार, बाराबंकी में तैनात अरुण कुमार श्रीवास्तव, मिर्जापुर विकास कुमार वैद्य, रायबरेली में तैनात राजेश कुमार सक्सेना और कानपुर नगर में तैनात सुनीता सिंह का नाम शामिल है। इसके अलावा मुजफ्फरनगर के एसपी अभिषेक सिंह, शाहजहांपुर में तैनात राजेश एस., मथुरा में तैनात शैलेश पांडेय, फर्रुखाबाद में तैनात आलोक प्रियदर्शी और झांसी में तैनात सुधा सिंह के साथ साथ 7 दूसरे डीआईजी भी हैं जो एसपी रैंक पर काम कर रहे हैं, अपनी तबादले की घड़ी का इंतजार कर रहे हैं। लखनऊ में तीन एडीजी एक समय था जब लखनऊ जोन की जिम्मेदारी आईजी के पास, रेंज की जिम्मेदारी डीआईजी और जिले की कमान एसएसपी के हाथ में हुआ करती थी। लेकिन योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद दो बड़े बदलाव किए। पहले जोन स्तर पर आईजी के स्थान पर एडीजी की तैनाती और रेंज में डीआईजी के स्थान पर आईजी की तैनाती की शुरुआत की। इसके बाद पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू की जहां लखनऊ में एडीजी रैंक के अफसर को जिले की कमान सौंप दी। मौजूदा समय में लखनऊ जोन में एडीजी के तौर पर एसबी शिरडकर, कमिश्नरेट में बतौर कमिश्नर एडीजी अमरेंद्र कुमार सेंगर और रेंज में एडीजी प्रशांत कुमार द्वितीय की तैनाती है। प्रशांत कुमार द्वितीय 1 जनवरी को आईजी से प्रमोशन पाकर एडीजी बने हैं। सात आईपीएस इसी महीने हो रहे रिटायर इस महीने की 31 तारीख को सात आईपीएस अधिकारी रिटायर हो रहे हैं। इसमें डीजी फायर सर्विस अविनाश चंद्रा, एडीजी रूल्स एंड मैनुअल बीआर मीणा, डीआईजी पीएसी छठीं बटालियन धर्मवीर सिंह, एसपी इंटेलिजेंस राम अभिलाष त्रिपाठी का नाम शामिल है। डीजीपी मुख्यालय में तैनात एसपी शशिकांत, ईओडब्ल्यू में तैनात एसपी लाल साहब यादव और फूड सेल में तैनात एसपी डॉ. भीम प्रिय अशोक भी रिटायर होंगे। ——————– ये खबर भी पढ़ें… महाकुंभ भगदड़-12 रिपोर्टर्स की आंखों देखी:लाशों के बीच अपनों की तलाश, जमीन पर तड़पते लोग; पुलिसकर्मी CPR देते रहे महाकुंभ कवरेज के लिए दैनिक भास्कर के 12 रिपोर्टर प्रयागराज में तैनात हैं। कुंभ का सबसे बड़ा अमृत स्नान मौनी अमावस्या है। हमारी टीम कवरेज के लिए अलर्ट थी। रात के करीब 2 बजे थे। अचानक एक के बाद एक एंबुलेंस की आवाजें आने लगीं। संगम तट पर मची भगदड़ के बाद मेले में बनाए गए केंद्रीय अस्पताल की स्थिति भयावह थी। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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यूपी में नहीं होगा 2027 का विधानसभा चुनाव? योगी के मंत्री ने बढ़ा दी है अखिलेश यादव की टेंशन!
यूपी में नहीं होगा 2027 का विधानसभा चुनाव? योगी के मंत्री ने बढ़ा दी है अखिलेश यादव की टेंशन! <p style=”text-align: justify;”><strong>Om Prakash Rajbhar News:</strong> उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से ही प्रदेश में सियासी हलचल तेज देखी जा रही है. समाजवादी पार्टी नेताओं की तरफ से अखिलेश यादव के समर्थन में पोस्टर लगाए जा रहे हैं. इतना ही नहीं संभावित 2027 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उनकी जीत और भूमिका को लेकर अभी से ही दावे भी किए जा रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने लखनऊ में लगने वाले इन पोस्टर पर बड़ा पलटवार करते हुए कहा है कि वन नेशन वन इलेक्शन कानून अगर बन जाएगा तो 2027 में चुनाव ही कहां हो पाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के समर्थन में लगने वाले पोस्टर पर पलटवार करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि कैबिनेट द्वारा यह प्रस्ताव पास कर दिया गया है कि हम एक देश में एक चुनाव कराने के पक्ष में हैं. आने वाले सत्र में इस प्रस्ताव को सदन के समक्ष रखा जाएगा. अगर दोनों सदनों से यह पास हो जाता है और महामहिम की इस पर मुहर लग जाती है तो निश्चित ही यह कानून का रूप होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कैबिनेट मंत्री ने कहा कि ऐसी स्थिति में सभी राज्यों और देश के चुनाव एक साथ होंगे. इसलिए खुद विचार करने वाली बात है कि जब एक देश एक चुनाव का कानून होगा तो उत्तर प्रदेश में 2027 विधानसभा चुनाव कैसे संभव होगा. ऐसे में सत्ता के लिए व्याकुल समाजवादी पार्टी के लोगों को और इंतजार करना पड़ेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जनता जनार्दन NDA पर भरोसा करती है- राजभर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि हकीकत तो यह है की उनकी बातें सिर्फ पोस्टर तक ही सीमित है. जनता अब मुद्दों के आधार पर जनप्रतिनिधियों पर भरोसा करती है और हम उनसे जुड़ी हुई योजनाओं को लागू कर रहे हैं. इसीलिए जनता जनार्दन NDA पर भरोसा करती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मदरसा बोर्ड एक्ट पर भी दिया बयान</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि हम न्यायालय के निर्णय का सम्मान करते हैं, स्वागत करते हैं. हमारा प्रयास है कि अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, जिससे उनका भविष्य उज्जवल हो. उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार की तरफ से बोर्ड को पर्याप्त अवसर और धनराशि उपलब्ध कराए जा रहे हैं. लेकिन अगर कुछ कमियां है तो उसके लिए मुसलमानो को खुद आगे आना होगा और उन कमियों को सुधारना होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-by-election-2024-sp-leader-shyam-lal-pal-says-india-alliance-will-win-all-seats-ann-2818175″>UP By-Election: ‘योगी सरकार कुछ भी कर लें, लेकिन…’, यूपी उपचुनाव पर सपा के इस नेता ने दिया बड़ा बयान</a></strong></p>
यमुनानगर में बाइक सवार मनचलों की जमकर धुनाई:स्कूल जा रही लड़कियों से छेड़छाड़, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
यमुनानगर में बाइक सवार मनचलों की जमकर धुनाई:स्कूल जा रही लड़कियों से छेड़छाड़, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल यमुनानगर जिले के कस्बा छछरौली में स्कूल जा रही छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला आया सामने है। छेड़छाड़ के आरोपी युवक की लोगों ने जमकर की धुनाई। जिसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। महिला थाना पुलिस ने आरोपी सचिन व बंटी नाम के युवकों पर केस दर्ज किया है। काफी समय से दोनों करते है पीछा जानकारी के अनुसार यमुनानगर के छछरौली क्षेत्र की छात्राएं स्कूल में जा रही थी। जहां पर एक किशोरी के साथ बाइक पर आए सचिन व बंटी नामक युवक ने छेड़छाड़ की, उनका रास्ता रोका। किशोरी ने बताया कि काफी समय से दोनों युवक उसका पीछा कर रहे हैं। कई बार उनका विरोध किया, तो वह उनसे अभद्रता करने लगते। आज वह अपनी सहेलियों के साथ स्कूल जा रही थी। तभी आरोपियों ने उसका रास्ता रोका और छेडछाड़ की। वहीं जानकारी पाकर छात्राओं के परिजन भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच की शुरू मौके पर पहुंचे परिजनों ने दोनों युवकों में से एक युवक को पकड़ लिया, जबकि दूसरा भाग निकला। पकड़े गए युवक की भरे बाजार में जमकर पिटाई की गई। छात्राओं ने भी युवक को पीटा। एक महिला ने चप्पलों से युवक की पीटाई की। जिसके बाद महिला थाना पुलिस को शिकायत दी गई। महिला थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों पर केस दर्ज किया है और आगामी करवाई शुरू कर दी है।
पंजाब गवर्नर करेंगे सरहदी क्षेत्रों का दौरा:गुलाब चंद कटारिया का 25 से 29 सितंबर तक मिलेंगे लोगों से; फिरोजपुर से होगी शुरुआत
पंजाब गवर्नर करेंगे सरहदी क्षेत्रों का दौरा:गुलाब चंद कटारिया का 25 से 29 सितंबर तक मिलेंगे लोगों से; फिरोजपुर से होगी शुरुआत पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया सरहदी क्षेत्रों के दौरे पर आने वाले हैं। पंजाब के गवर्नर बनने के बाद उनका ये पहला सरहदी दौरा है। वहीं, पूर्व गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने अपने कार्यकाल में 6 सरहदी दौरे किए थे। इस दौरान उनकी कई बार मुख्यमंत्री भगवंत मान से अनबन भी हुई। लेकिन सरहदी दौरे के दौरान उन्होंने ऐसी रणनीतियां तैयार की थी, जिनसे क्रॉस बॉर्डर तस्करी को रोकने में सहायता मिली। पंजाब गवर्नर हाऊस से जारी जानकारी के अनुसार, गुलाब चंद कटारिया 25 सितंबर से लेकर 29 सितंबर तक बॉर्डर एरिया का दौरा करेंगे। इस बाद दौरे की शुरुआत फिरोजपुर से होगी और समापन पठानकोट में होगा। जिसके बाद सरहदी इलाकों तक पहुंचने के बाद सारी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सरहदी क्षेत्रों के डिप्टी कमिश्नरों को आदेश जारी किया गया है कि दौरे को लेकर इंतजाम पूरे कर लिए जाएं। सरहद पर बनाई गई समितियों के साथ बातचीत कर मुलाकात के लिए तैयार किया जाए। गवर्नर कटारिया का ये पहला दौरा है और वे सरहदी गांवों की समस्याओं को सुनना व जानना चाहते हैं। पूर्व गवर्नर ने बनाई थी सुरक्षा समितियां पंजाब के सरहदी क्षेत्रों में नशे व हथियारों की क्रॉस बॉर्डर स्मगलिंग सबसे बड़ी दिक्कत हैं। पूर्व गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने सरहदी क्षेत्रों का दौरा करने के बाद गांव स्तर पर सुरक्षा समितियों का गठन किया था। ये समितियां गांवों में बिकने वाले नशे, सरहद पार से आने वाले नशे और नशा तस्करों की जानकारियां पुलिस को देते थे। वहीं, गवर्नर पुरोहित ने पंजाब पुलिस और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के बीच तालमेल बैठाने में भी अहम योगदान निभाया था। पूर्व गवर्नर व सीएम मान के बीच बढ़ी थी दूरियां पंजाब के पूर्व गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित और सीएम भगवंत मान के बीच सरहदी दौरों के बाद तना-तनी बढ़ गई थी। दरअसल, पुरोहित ने अपने दूसरे दौरे में ही आरोप लगा दिए थे कि सरहदी गांवों में नशा धडल्ले से बिक रहा है। उनके बोल थे- नशा ऐसे बिकता है, जैसे टूथपेस्ट। इसके अलावा अवैध खन्ना का मुद्दा भी गवर्नर पुरोहित ने उठाया था। जिसके बाद राज्य सरकार व राज्यपाल के बीच खींचतान बढ़ गई थी। राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच इन टिप्पणियों के चलते हालात ऐसे हो गए थे कि मुख्यमंत्री ने भी उनके दौरे को लेकर कहा था कि वे हमारा हेलीकाप्टर लेकर जाते हैं और फिर हमें ही निशाना बनाते हैं। इसके बाद राज्यपाल ने घोषणा की थी कि वे अब कभी प्रदेश सरकार का हेलीकाप्टर प्रयोग नहीं करेंगे।