करनाल में युवक से 25 लाख की ठगी:शेयर मार्केट में निवेश में नाम पर हुई धोखधड़ी, आईपीओ में इनवेंट करने के लिए लिए पैसे

करनाल में युवक से 25 लाख की ठगी:शेयर मार्केट में निवेश में नाम पर हुई धोखधड़ी, आईपीओ में इनवेंट करने के लिए लिए पैसे

हरियाणा में करनाल के सालवन गांव के एक युवक के साथ ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप के जरिए 25 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता के अनुसार, एक व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए उसे निवेश का झांसा देकर लाखों रुपए ट्रांसफर करवाए गए। आरोपियों ने ट्रेडिंग के नाम पर निवेश करवाकर बाद में रकम लौटाने से इनकार कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर थाना करनाल में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अब आरोपियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई में जुटी है। ऐसे हुई ऑनलाइन ठगी, ट्रेडिंग ऐप का दिया झांसा शिकायतकर्ता प्रवीन कुमार के अनुसार, उन्हें व्हाट्सएप पर एक ग्रुप में जोड़ा गया, जिसका नाम ADIT INTERNAL SVIP MEMBER DISCUSSION GROUP था। इस ग्रुप में आयना जोसफ नामक व्यक्ति एडमिन था और इसमें ट्रेडिंग के बारे में जानकारी दी जा रही थी। ग्रुप के लोगो पर आदित्य बिड़ला कैपिटल का नाम और लोगो लगा हुआ था, जिससे भरोसा हो गया कि यह असली निवेश प्लेटफॉर्म है। इसके बाद, प्रवीन कुमार को एप्पल प्ले स्टोर से “ADIT PRO” नाम की ऐप डाउनलोड करने को कहा गया। शुरुआत में, उन्होंने 100 रुपए का निवेश किया, और फिर धीरे-धीरे इसमें रुचि बढ़ती गई। 17 दिसंबर 2024 से बीती 13 जनवरी के बीच, उन्होंने इस ऐप में कुल 25 लाख रुपए का निवेश कर दिया। आईपीओ में निवेश के बहाने बढ़ती गई ठगी की रकम ​​​​​​​ट्रेडिंग के दौरान ग्रुप एडमिन ने ममता मशीनरी नामक एक IPO लॉन्च किया, जिसमें शिकायतकर्ता का पूरा निवेश ट्रांसफर कर दिया गया। कुछ दिनों बाद, जब उन्हें लाभ होने लगा, तो इसी ग्रुप ने इंडोफार्म इक्विपमेंट नाम से दूसरा IPO लॉन्च कर दिया, जिसमें बिना सहमति के शिकायतकर्ता के शेयर ट्रांसफर कर दिए गए। लोन और भारी रकम की मांग, जबरदस्ती कर्ज भी दिया ​​​​​​​इस प्रक्रिया में, शिकायतकर्ता को बिना बताए 50 लाख रुपए का लोन भी दिया गया, जिससे वह और अधिक उलझ गया। जब उसने पैसे निकालने की कोशिश की, तो 50 लाख रुपए की सर्विस फीस की मांग कर दी गई। प्रवीन कुमार ने इस रकम को देने में असमर्थता जताई, लेकिन आरोपियों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया। करोड़ों की राशि दिखाकर रकम हड़पने की कोशिश ​​​​​​​शिकायतकर्ता के अनुसार, उनका निवेश 4 करोड़ 32 लाख रुपये तक पहुंच गया था, लेकिन जब उन्होंने इसे निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने 50 लाख रुपये की सर्विस फीस की मांग रख दी। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो रकम कम करवाने के नाम पर बार-बार भुगतान करने के लिए मजबूर किया गया। जिसके बाद पीड़ित को अहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी की गई है। शिकायत में, प्रवीन ने कई बैंक खातों का उल्लेख किया है, जिनमें उन्होंने ठगों को एचडीएफसी, पंजाब नेशनल बैंक, आईसीआईसीआई, आईडीएफसी, बंधन बैंक और इंडसइंड बैंक के जरिए लाखों रुपये ट्रांसफर किए। साइबर थाना करनाल ने दर्ज किया मामला ​​​​​​​प्रवीन कुमार की शिकायत के बाद, साइबर थाना करनाल ने आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 61 BNS के तहत मुकदमा दर्ज किया है। मामले की जांच जारी है, और पुलिस ने इस तरह की ठगी से बचने की अपील की है। हरियाणा में करनाल के सालवन गांव के एक युवक के साथ ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप के जरिए 25 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता के अनुसार, एक व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए उसे निवेश का झांसा देकर लाखों रुपए ट्रांसफर करवाए गए। आरोपियों ने ट्रेडिंग के नाम पर निवेश करवाकर बाद में रकम लौटाने से इनकार कर दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर थाना करनाल में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अब आरोपियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई में जुटी है। ऐसे हुई ऑनलाइन ठगी, ट्रेडिंग ऐप का दिया झांसा शिकायतकर्ता प्रवीन कुमार के अनुसार, उन्हें व्हाट्सएप पर एक ग्रुप में जोड़ा गया, जिसका नाम ADIT INTERNAL SVIP MEMBER DISCUSSION GROUP था। इस ग्रुप में आयना जोसफ नामक व्यक्ति एडमिन था और इसमें ट्रेडिंग के बारे में जानकारी दी जा रही थी। ग्रुप के लोगो पर आदित्य बिड़ला कैपिटल का नाम और लोगो लगा हुआ था, जिससे भरोसा हो गया कि यह असली निवेश प्लेटफॉर्म है। इसके बाद, प्रवीन कुमार को एप्पल प्ले स्टोर से “ADIT PRO” नाम की ऐप डाउनलोड करने को कहा गया। शुरुआत में, उन्होंने 100 रुपए का निवेश किया, और फिर धीरे-धीरे इसमें रुचि बढ़ती गई। 17 दिसंबर 2024 से बीती 13 जनवरी के बीच, उन्होंने इस ऐप में कुल 25 लाख रुपए का निवेश कर दिया। आईपीओ में निवेश के बहाने बढ़ती गई ठगी की रकम ​​​​​​​ट्रेडिंग के दौरान ग्रुप एडमिन ने ममता मशीनरी नामक एक IPO लॉन्च किया, जिसमें शिकायतकर्ता का पूरा निवेश ट्रांसफर कर दिया गया। कुछ दिनों बाद, जब उन्हें लाभ होने लगा, तो इसी ग्रुप ने इंडोफार्म इक्विपमेंट नाम से दूसरा IPO लॉन्च कर दिया, जिसमें बिना सहमति के शिकायतकर्ता के शेयर ट्रांसफर कर दिए गए। लोन और भारी रकम की मांग, जबरदस्ती कर्ज भी दिया ​​​​​​​इस प्रक्रिया में, शिकायतकर्ता को बिना बताए 50 लाख रुपए का लोन भी दिया गया, जिससे वह और अधिक उलझ गया। जब उसने पैसे निकालने की कोशिश की, तो 50 लाख रुपए की सर्विस फीस की मांग कर दी गई। प्रवीन कुमार ने इस रकम को देने में असमर्थता जताई, लेकिन आरोपियों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया। करोड़ों की राशि दिखाकर रकम हड़पने की कोशिश ​​​​​​​शिकायतकर्ता के अनुसार, उनका निवेश 4 करोड़ 32 लाख रुपये तक पहुंच गया था, लेकिन जब उन्होंने इसे निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने 50 लाख रुपये की सर्विस फीस की मांग रख दी। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो रकम कम करवाने के नाम पर बार-बार भुगतान करने के लिए मजबूर किया गया। जिसके बाद पीड़ित को अहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी की गई है। शिकायत में, प्रवीन ने कई बैंक खातों का उल्लेख किया है, जिनमें उन्होंने ठगों को एचडीएफसी, पंजाब नेशनल बैंक, आईसीआईसीआई, आईडीएफसी, बंधन बैंक और इंडसइंड बैंक के जरिए लाखों रुपये ट्रांसफर किए। साइबर थाना करनाल ने दर्ज किया मामला ​​​​​​​प्रवीन कुमार की शिकायत के बाद, साइबर थाना करनाल ने आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 61 BNS के तहत मुकदमा दर्ज किया है। मामले की जांच जारी है, और पुलिस ने इस तरह की ठगी से बचने की अपील की है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर