<p style=”text-align: justify;”><strong>Pranab Champion and Umesh Kumar controversy:</strong> 26 जनवरी को जब देशभर में गणतंत्र दिवस का जश्न मनाया जा रहा था, उसी दिन उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के खानपुर में एक अलग ही नजारा देखने को मिला. यह दिन ‘गणतंत्र’ से ज्यादा ‘गनतंत्र’ का प्रतीक बन गया, जब खानपुर के पूर्व विधायक प्रणव चैंपियन और वर्तमान विधायक उमेश कुमार के बीच टकराव हिंसक रूप ले बैठा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>26 जनवरी को प्रणव चैंपियन अपने समर्थकों के साथ खानपुर पहुंचे और विधायक उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पर खुलेआम फायरिंग कर दी. आरोप है कि चैंपियन के समर्थकों ने उमेश कुमार के समर्थकों के साथ मारपीट भी की. यह घटना इलाके में तनाव बढ़ाने वाली साबित हुई. जैसे ही यह खबर फैली, उमेश कुमार ने भी मौके पर पहुंचकर पिस्तौल लहराने का वीडियो जारी किया, जिससे मामला और गर्मा गया. उमेश कुमार ने खुले तौर पर प्रणव चैंपियन की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की. इस पर हरिद्वार पुलिस ने देर शाम कार्रवाई करते हुए देहरादून से प्रणव चैंपियन को गिरफ्तार कर लिया. लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ, कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने उमेश कुमार को भी हिरासत में ले लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल गए चैंपियन<br /></strong>अगले दिन दोनों नेताओं का मेडिकल टेस्ट करवाया गया और उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने प्रणव चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया, जबकि उमेश कुमार को जमानत मिल गई. प्रणव चैंपियन की गिरफ्तारी और उमेश कुमार की रिहाई से चैंपियन समर्थक भड़क उठे. खासकर उनके परिजनों और समर्थकों ने इस फैसले का विरोध किया. इस बीच लक्सर और खानपुर में माहौल और गर्म हो गया, जब प्रणव चैंपियन की रिहाई की मांग करते हुए गुर्जर समाज ने महापंचायत बुलाने की घोषणा कर दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गुर्जर समाज के नेताओं ने प्रणव चैंपियन को जल्द से जल्द जेल से रिहा करने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि उमेश कुमार ने ‘रंगमहल’ का अपमान किया है, जो गुर्जर समुदाय के लिए अहम स्थल माना जाता है. दूसरी ओर, उमेश कुमार ने भी खुद को सर्वसमाज का नेता बताते हुए ब्राह्मण समाज को एकजुट करने की कोशिश शुरू कर दी. उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बैठक बुलाने की घोषणा की. इस घटनाक्रम के बाद इलाके में माहौल और गरम हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फायरिंग के 6 दिन बाद भी विवाद शांत नहीं हुआ<br /></strong>यह विवाद सोशल मीडिया तक भी पहुंच गया. दोनों पक्षों के समर्थक एक-दूसरे पर तीखी टिप्पणियां करने लगे. इसी बीच पुलिस प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए दखल दिया. अधिकारियों ने सबसे पहले प्रणव चैंपियन के समर्थकों से बातचीत की, जिसके बाद गुर्जर समाज ने केवी इंटर कॉलेज में होने वाली महापंचायत को फिलहाल टाल दिया. हालांकि, उन्होंने जल्द ही किसी बड़े फैसले की चेतावनी भी दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, उमेश कुमार ने भी अपने समर्थकों की बैठक को स्थगित कर दिया और फेसबुक लाइव के जरिए शांति बनाए रखने की अपील की. फायरिंग कांड के 6 दिन बाद भी विवाद पूरी तरह शांत नहीं हुआ है. हालात बिगड़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने खानपुर और लक्सर में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया है. इस बीच, आज जब उमेश कुमार अपने समर्थकों के साथ लक्सर ऑफिस में बैठक करने जा रहे थे, तब पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. करीब 7 घंटे तक हिरासत में रखने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस के लिए विवाद शांत कराना बड़ी चुनौती<br /></strong>हालांकि पुलिस के दखल के बाद फिलहाल महापंचायतें टल गई हैं, लेकिन यह मामला अभी भी पूरी तरह शांत नहीं हुआ है. बिरादरी की राजनीति और सोशल मीडिया पर जारी बहस से यह विवाद और बढ़ सकता है. प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन चुका है कि कैसे इस मामले को सुलझाया जाए, ताकि सांप्रदायिक तनाव न बढ़े. आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पुलिस इस विवाद को खत्म करने में सफल होगी या फिर यह मामला और ज्यादा तूल पकड़ेगा. प्रणब चैंपियन और उमेश कुमार के बीच ये विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/sambhal-violence-police-arrested-man-to-talk-pakistani-maulanas-video-call-ann-2874873″>संभल हिंसा का पाक कनेक्शन! पाकिस्तानी मौलान से बात करने वाला युवक गिरफ्तार</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Pranab Champion and Umesh Kumar controversy:</strong> 26 जनवरी को जब देशभर में गणतंत्र दिवस का जश्न मनाया जा रहा था, उसी दिन उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के खानपुर में एक अलग ही नजारा देखने को मिला. यह दिन ‘गणतंत्र’ से ज्यादा ‘गनतंत्र’ का प्रतीक बन गया, जब खानपुर के पूर्व विधायक प्रणव चैंपियन और वर्तमान विधायक उमेश कुमार के बीच टकराव हिंसक रूप ले बैठा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>26 जनवरी को प्रणव चैंपियन अपने समर्थकों के साथ खानपुर पहुंचे और विधायक उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पर खुलेआम फायरिंग कर दी. आरोप है कि चैंपियन के समर्थकों ने उमेश कुमार के समर्थकों के साथ मारपीट भी की. यह घटना इलाके में तनाव बढ़ाने वाली साबित हुई. जैसे ही यह खबर फैली, उमेश कुमार ने भी मौके पर पहुंचकर पिस्तौल लहराने का वीडियो जारी किया, जिससे मामला और गर्मा गया. उमेश कुमार ने खुले तौर पर प्रणव चैंपियन की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की. इस पर हरिद्वार पुलिस ने देर शाम कार्रवाई करते हुए देहरादून से प्रणव चैंपियन को गिरफ्तार कर लिया. लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ, कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने उमेश कुमार को भी हिरासत में ले लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल गए चैंपियन<br /></strong>अगले दिन दोनों नेताओं का मेडिकल टेस्ट करवाया गया और उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने प्रणव चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया, जबकि उमेश कुमार को जमानत मिल गई. प्रणव चैंपियन की गिरफ्तारी और उमेश कुमार की रिहाई से चैंपियन समर्थक भड़क उठे. खासकर उनके परिजनों और समर्थकों ने इस फैसले का विरोध किया. इस बीच लक्सर और खानपुर में माहौल और गर्म हो गया, जब प्रणव चैंपियन की रिहाई की मांग करते हुए गुर्जर समाज ने महापंचायत बुलाने की घोषणा कर दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गुर्जर समाज के नेताओं ने प्रणव चैंपियन को जल्द से जल्द जेल से रिहा करने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि उमेश कुमार ने ‘रंगमहल’ का अपमान किया है, जो गुर्जर समुदाय के लिए अहम स्थल माना जाता है. दूसरी ओर, उमेश कुमार ने भी खुद को सर्वसमाज का नेता बताते हुए ब्राह्मण समाज को एकजुट करने की कोशिश शुरू कर दी. उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बैठक बुलाने की घोषणा की. इस घटनाक्रम के बाद इलाके में माहौल और गरम हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फायरिंग के 6 दिन बाद भी विवाद शांत नहीं हुआ<br /></strong>यह विवाद सोशल मीडिया तक भी पहुंच गया. दोनों पक्षों के समर्थक एक-दूसरे पर तीखी टिप्पणियां करने लगे. इसी बीच पुलिस प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए दखल दिया. अधिकारियों ने सबसे पहले प्रणव चैंपियन के समर्थकों से बातचीत की, जिसके बाद गुर्जर समाज ने केवी इंटर कॉलेज में होने वाली महापंचायत को फिलहाल टाल दिया. हालांकि, उन्होंने जल्द ही किसी बड़े फैसले की चेतावनी भी दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उधर, उमेश कुमार ने भी अपने समर्थकों की बैठक को स्थगित कर दिया और फेसबुक लाइव के जरिए शांति बनाए रखने की अपील की. फायरिंग कांड के 6 दिन बाद भी विवाद पूरी तरह शांत नहीं हुआ है. हालात बिगड़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने खानपुर और लक्सर में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया है. इस बीच, आज जब उमेश कुमार अपने समर्थकों के साथ लक्सर ऑफिस में बैठक करने जा रहे थे, तब पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. करीब 7 घंटे तक हिरासत में रखने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस के लिए विवाद शांत कराना बड़ी चुनौती<br /></strong>हालांकि पुलिस के दखल के बाद फिलहाल महापंचायतें टल गई हैं, लेकिन यह मामला अभी भी पूरी तरह शांत नहीं हुआ है. बिरादरी की राजनीति और सोशल मीडिया पर जारी बहस से यह विवाद और बढ़ सकता है. प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन चुका है कि कैसे इस मामले को सुलझाया जाए, ताकि सांप्रदायिक तनाव न बढ़े. आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पुलिस इस विवाद को खत्म करने में सफल होगी या फिर यह मामला और ज्यादा तूल पकड़ेगा. प्रणब चैंपियन और उमेश कुमार के बीच ये विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/sambhal-violence-police-arrested-man-to-talk-pakistani-maulanas-video-call-ann-2874873″>संभल हिंसा का पाक कनेक्शन! पाकिस्तानी मौलान से बात करने वाला युवक गिरफ्तार</a></strong></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड बजट पेश होने से पहले हंगामा, स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा में कहा- अखिलेश जी ऐसा कभी नहीं हुआ…