प्रयागराज में एयरफोर्स के चीफ इंजीनियर (वर्क) एसएन मिश्रा (50) की हत्या लूट के इरादे से की गई। पुलिस ने वायुसेना के 2 कर्मचारियों समेत 3 को अरेस्ट किया है। बताया जा रहा है कि 29 मार्च की रात को वह उनके घर पर लूटपाट करने के लिए पहुंचा था। घर के पीछे का दरवाजा का एक हिस्सा काटने की कोशिश में पत्नी वत्सला जाग गई। CCTV के तार कर्मचारी पहले ही काट चुका था। ऐसे में ड्राइंग रूम में लगे स्क्रीन ब्लैंक हो गए थे। कर्मचारी के मुताबिक, वह सिर्फ लूटपाट करना चाहता था, मगर जब चीफ इंजीनियर जागे तो उसने गोली चला दी। जिससे उनकी मौत हो गई। इसके बाद वह भाग निकला। हत्या से 15 दिन पहले हुआ था हमला
जांच कर रही पुलिस ने बताया- 13 मार्च यानी 15 दिन पहले भी इंजीनियर पर हमला हुआ था। एयरफोर्स के पैराट्रूपर की ड्रेस पहने एक व्यक्ति घर में घुस आया था। पत्नी प्रीति मिश्रा ने पुलिस को बताया कि हमलावर ने पति को मारने की कोशिश की थी, लेकिन तब परिवार की वजह से ऐसा कर नहीं पाया। फिर धमकी देकर भाग गया। चीफ इंजीनियर ने वायुसेना पुलिस को इस हमले के बारे में लिखित शिकायत दी थी। मगर एक्शन नहीं लिया गया। 28 मार्च की रात को चीफ इंजीनियर को उनके घर में गोली मार दी गई। कातिल खिड़की से 9 फीट दूर था। उसने वहीं से फायर किए। पोस्टमॉर्टम के बाद परिवार एसएन मिश्रा के शव को बिहार ले गया। वहां रविवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। इकलौती चश्मदीद चीफ इंजीनियर की पत्नी के बयान पढ़िए… CCTV बंद था, देखने के लिए चीफ इंजीनियर ने खिड़की खोली अफसर सत्येंद्र नारायण मिश्रा की पत्नी ने पुलिस पूछताछ में बताया- वारदात की रात घर में मेरा बेटा और नौकरानी भी थे। बेटा क्लास 10th की पढ़ाई कर रहा है, जबकि बेटी लखनऊ से MBBS कर रही है। रात करीब 2 बजे मेरी आंख खुल गई। मैं बेडरूम से ड्राइंगरूम में आ गई। यहां CCTV का मॉनिटर लगा हुआ था। इसमें कैमरा नंबर-1 ब्लैंक था। इसमें कोई रिकॉर्डिंग नहीं दिख रही थी। यह कैमरा हमारे घर के मुख्य गेट पर लगा था, इसलिए ड्राइंगरूम के बगल में पति के बेडरूम में जाकर उन्हें जगाया। इस बारे में बताया। चीफ इंजीनियर उठकर बाहर आए। टीवी मॉनिटर देखने के बाद वह ड्राइंग रूम की खिड़की खोलकर बाहर देखने लगे। अचानक गोली की आवाज सुनी, फिर पति गिर पड़े
पत्नी ने पुलिस को बताया- अचानक गोली चलने की आवाज आई। चीफ इंजीनियर पीछे की तरफ गिर पड़े। उनके सीने से खून बह रहा था। मैं चीख पड़ीं और गेट खोलकर बाहर आईं। मदद के लिए चिल्लाने लगीं। पड़ोसी और वायु सेना के जवान दौड़कर आए। उन्होंने एक व्यक्ति को भागते हुए देखा। वह काले कपड़े पहने था। ये कपड़े वैसे ही थे, जैसे वायु सेना के पैराट्रूपर पहनते थे। ऐसे में अंदाजा लगाया गया कि ये वही शख्स हो सकता है, जो 15 दिन पहले 13 मार्च को छोटी होली के दिन हमला करने आया था। हालांकि, गेट पर खड़े जवानों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने किसी को भागते हुए नहीं देखा है। वायुसेना पुलिस और सिविल पुलिस ने गेट पर तैनात 6 जवानों से पूछताछ की। पड़ोसियों के भी बयान दर्ज किए गए, मगर कातिल को लेकर कोई क्लू नहीं मिला। अब क्राइम सीन समझिए… 4 कमरे के घर में बॉडी ड्राइंग रूम में मिली
प्रयागराज में बमरौली में पर एयरफोर्स के मध्य वायु कमान का मुख्यालय है। चीफ इंजीनियर एसएन मिश्रा का घर मुख्य गेट से सिर्फ 700 मीटर अंदर था। वह टाइप-5 आवास में रहते थे। इसमें 4 कमरे, एक लॉन, रसोई, बालकनी और सर्विस क्वॉटर बना है। 28 मार्च की तड़के सुबह 3 बजे ड्राइंग रूम में खिड़की के पास शव जमीन पर पड़ा मिला। कमरे का सामान अस्त-व्यस्त नहीं था। दरवाजे से अंदर किसी बाहरी के आने के निशान नहीं मिले हैं। DIG अजय पाल शर्मा के मुताबिक- वायु सेना कमान एक हाई सिक्योरिटी एरिया है। इसके बाहर से नेशनल हाई-2 गुजरता है। कमान के चारों तरफ 9 फीट ऊंची दीवार बनी है। 2 फीट ऊंची कंटीली जाली लगी है। उसमें करंट है। अब कातिल के पास कैंपस के अंदर आने के दो रास्ते हैं… पुलिस ने वायु सेना के जवानों, चीफ इंजीनियर के स्टाफ, ड्राइवर, परिवार के सदस्य और पड़ोसियों से पूछताछ की गई। पुलिस को कुछ क्लू मिले हैं, जो इशारा करते हैं कि चीफ इंजीनियर को मारने वाला कोई परिचित व्यक्ति हो सकता है। जिसका घर आना-जाना था। CCTV में 1 संदिग्ध दिखा, 50 मिनट तक कैंपस में मौजूद
पुलिस को 1 CCTV भी मिला था, शुक्रवार रात 2.40 बजे एक युवक इंजीनियरिंग कॉलोनी के पास पहुंचता है। वह बाहर लगे पेड़ पर चढ़ता है और फिर पेड़ में रस्सी बांधकर घर में दाखिल होता है। चीफ इंजीनियर को गोली मारने के बाद वह इसी रास्ते से वापस पेड़ पर और फिर सड़क पर आ जाता है। टहलता हुआ चला जाता है। वह मध्य कमान के मुख्य गेट के सामने से ही गुजरता है, मगर संतरी उसको पकड़ने का प्रयास नहीं करता है। सोर्स के मुताबिक, CCTV में जो व्यक्ति दिखा है, वह काले कपड़े पहने हैं, हाथ में अंगूठी है, मास्क लगाए गए हुए है। पुलिस मान रही है कि यह किसी एक व्यक्ति का काम नहीं हो सकता है, इस कत्ल में 1 से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। अब ड्राइवर और नौकरानी के बयान पढ़िए… ड्राइवर ने कहा- साहब, संगम नहाने गए, शाम को लौटे
चीफ इंजीनियर के ड्राइवर ने पुलिस को बताया- 28 मार्च की सुबह इंजीनियर संगम में स्नान करने गए। वहां स्नान, पूजा-पाठ करने के बाद 7.30 बजे घर लौटे। साथ में पत्नी प्रीति और 16 साल का बेटा मौजूद था। 18 मार्च को बेटे का हाई स्कूल का पेपर भी खत्म हुआ था। इसके बाद से परिवार संगम स्नान का प्लान बना रहा था। नौकरानी बोली- 9 बजे डिनर करके सब लोग बेडरूम में गए
शाम को नौकरानी ने खाना बनाया। उसने पुलिस को बताया- परिवार के सभी सदस्यों ने एक साथ 8 से 9 बजे के बीच डिनर किया। कुछ देर सब लोग ड्राइंग रूम में बैठे रहे, फिर अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। एसएन मिश्रा का बेडरूम ड्राइंग रूम से सटा हुआ था। चीफ इंजीनियर का अंडमान ट्रांसफर हो चुका था
पुलिस को वायु सेना से यह भी पता चला कि एसएन मिश्रा के नीचे करीब 300 लोग काम करते थे। वह खुद IDES (इंडियन डिफेंस इंजीनियरिंग सर्विस) सेवा के अफसर थे। वह अपनी प्रोफेशनल लाइफ में बेहद अनुशासित थे। कभी लेट नहीं होते थे। कर्मचारियों से व्यवहार भी अच्छा था। सरल स्वभाव की वजह से उनका किसी से विवाद नहीं था। मार्च में ही ट्रांसफर अंडमान किया गया था। 21 अप्रैल को उन्हें ज्वॉइनिंग लेनी थी, मगर उससे पहले उनकी हत्या कर दी गई। पूछताछ में स्टाफ ने बताया कि 25 मार्च को एसएन मिश्रा गोरखपुर एयर कमांड में किसी काम से गए थे। वहां क्या हुआ, ये किसी को नहीं पता। अब पुलिस की एक टीम गोरखपुर एयर कमान से भी संपर्क कर रही है। पोस्टमॉर्टम हुआ, सिर के पीछे चोट मिली
चीफ इंजीनियर का पोस्टमॉर्टम 2 डॉक्टरों के पैनल ने किया है। इसकी वीडियोग्राफी भी करवाई गई है। डॉक्टर्स ने बताया कि चीफ इंजीनियर के सीने में बाएं तरफ गोली धंसी मिली है। गोली दिल के ठीक नीचे थी। गोली सेना में प्रयोग किए जाने वाली माउजर गन में इस्तेमाल होती है। नाक और कान से खून निकल रहा था। उनके सिर के पीछे भी गहरी चोट मिली हैं। जो सिर्फ 2 सूरत में लग सकती है… 1. किसी ने पीछे से सिर पर भारी चीज से वार किया। 2. गोली लगने के बाद वह नीचे गिरे, जिससे उन्हें चोट लगी। —————————– ये भी पढ़ें : प्रयागराज में एयरफोर्स अफसर की खिड़की से गोली मारकर हत्या:सीने में बुलेट लगी, सिर पर गहरी चोट; पत्नी-बेटा, नौकरानी घर में थे प्रयागराज में एयरफोर्स के चीफ इंजीनियर (वर्क) एसएन मिश्रा (50) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह घर में सोए हुए थे। शनिवार तड़के 3 बजे हमलावरों ने खिड़की खट-खटाकर अफसर को जगाया। जैसे ही उन्होंने खिड़की खोली, हमलावरों ने सीने में गोली मार दी। आवाज सुनकर दूसरे कमरे से घर वाले भागकर पहुंचे। तब तक हमलावर भाग चुके थे। पढ़िए पूरी खबर… प्रयागराज में एयरफोर्स के चीफ इंजीनियर (वर्क) एसएन मिश्रा (50) की हत्या लूट के इरादे से की गई। पुलिस ने वायुसेना के 2 कर्मचारियों समेत 3 को अरेस्ट किया है। बताया जा रहा है कि 29 मार्च की रात को वह उनके घर पर लूटपाट करने के लिए पहुंचा था। घर के पीछे का दरवाजा का एक हिस्सा काटने की कोशिश में पत्नी वत्सला जाग गई। CCTV के तार कर्मचारी पहले ही काट चुका था। ऐसे में ड्राइंग रूम में लगे स्क्रीन ब्लैंक हो गए थे। कर्मचारी के मुताबिक, वह सिर्फ लूटपाट करना चाहता था, मगर जब चीफ इंजीनियर जागे तो उसने गोली चला दी। जिससे उनकी मौत हो गई। इसके बाद वह भाग निकला। हत्या से 15 दिन पहले हुआ था हमला
जांच कर रही पुलिस ने बताया- 13 मार्च यानी 15 दिन पहले भी इंजीनियर पर हमला हुआ था। एयरफोर्स के पैराट्रूपर की ड्रेस पहने एक व्यक्ति घर में घुस आया था। पत्नी प्रीति मिश्रा ने पुलिस को बताया कि हमलावर ने पति को मारने की कोशिश की थी, लेकिन तब परिवार की वजह से ऐसा कर नहीं पाया। फिर धमकी देकर भाग गया। चीफ इंजीनियर ने वायुसेना पुलिस को इस हमले के बारे में लिखित शिकायत दी थी। मगर एक्शन नहीं लिया गया। 28 मार्च की रात को चीफ इंजीनियर को उनके घर में गोली मार दी गई। कातिल खिड़की से 9 फीट दूर था। उसने वहीं से फायर किए। पोस्टमॉर्टम के बाद परिवार एसएन मिश्रा के शव को बिहार ले गया। वहां रविवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। इकलौती चश्मदीद चीफ इंजीनियर की पत्नी के बयान पढ़िए… CCTV बंद था, देखने के लिए चीफ इंजीनियर ने खिड़की खोली अफसर सत्येंद्र नारायण मिश्रा की पत्नी ने पुलिस पूछताछ में बताया- वारदात की रात घर में मेरा बेटा और नौकरानी भी थे। बेटा क्लास 10th की पढ़ाई कर रहा है, जबकि बेटी लखनऊ से MBBS कर रही है। रात करीब 2 बजे मेरी आंख खुल गई। मैं बेडरूम से ड्राइंगरूम में आ गई। यहां CCTV का मॉनिटर लगा हुआ था। इसमें कैमरा नंबर-1 ब्लैंक था। इसमें कोई रिकॉर्डिंग नहीं दिख रही थी। यह कैमरा हमारे घर के मुख्य गेट पर लगा था, इसलिए ड्राइंगरूम के बगल में पति के बेडरूम में जाकर उन्हें जगाया। इस बारे में बताया। चीफ इंजीनियर उठकर बाहर आए। टीवी मॉनिटर देखने के बाद वह ड्राइंग रूम की खिड़की खोलकर बाहर देखने लगे। अचानक गोली की आवाज सुनी, फिर पति गिर पड़े
पत्नी ने पुलिस को बताया- अचानक गोली चलने की आवाज आई। चीफ इंजीनियर पीछे की तरफ गिर पड़े। उनके सीने से खून बह रहा था। मैं चीख पड़ीं और गेट खोलकर बाहर आईं। मदद के लिए चिल्लाने लगीं। पड़ोसी और वायु सेना के जवान दौड़कर आए। उन्होंने एक व्यक्ति को भागते हुए देखा। वह काले कपड़े पहने था। ये कपड़े वैसे ही थे, जैसे वायु सेना के पैराट्रूपर पहनते थे। ऐसे में अंदाजा लगाया गया कि ये वही शख्स हो सकता है, जो 15 दिन पहले 13 मार्च को छोटी होली के दिन हमला करने आया था। हालांकि, गेट पर खड़े जवानों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने किसी को भागते हुए नहीं देखा है। वायुसेना पुलिस और सिविल पुलिस ने गेट पर तैनात 6 जवानों से पूछताछ की। पड़ोसियों के भी बयान दर्ज किए गए, मगर कातिल को लेकर कोई क्लू नहीं मिला। अब क्राइम सीन समझिए… 4 कमरे के घर में बॉडी ड्राइंग रूम में मिली
प्रयागराज में बमरौली में पर एयरफोर्स के मध्य वायु कमान का मुख्यालय है। चीफ इंजीनियर एसएन मिश्रा का घर मुख्य गेट से सिर्फ 700 मीटर अंदर था। वह टाइप-5 आवास में रहते थे। इसमें 4 कमरे, एक लॉन, रसोई, बालकनी और सर्विस क्वॉटर बना है। 28 मार्च की तड़के सुबह 3 बजे ड्राइंग रूम में खिड़की के पास शव जमीन पर पड़ा मिला। कमरे का सामान अस्त-व्यस्त नहीं था। दरवाजे से अंदर किसी बाहरी के आने के निशान नहीं मिले हैं। DIG अजय पाल शर्मा के मुताबिक- वायु सेना कमान एक हाई सिक्योरिटी एरिया है। इसके बाहर से नेशनल हाई-2 गुजरता है। कमान के चारों तरफ 9 फीट ऊंची दीवार बनी है। 2 फीट ऊंची कंटीली जाली लगी है। उसमें करंट है। अब कातिल के पास कैंपस के अंदर आने के दो रास्ते हैं… पुलिस ने वायु सेना के जवानों, चीफ इंजीनियर के स्टाफ, ड्राइवर, परिवार के सदस्य और पड़ोसियों से पूछताछ की गई। पुलिस को कुछ क्लू मिले हैं, जो इशारा करते हैं कि चीफ इंजीनियर को मारने वाला कोई परिचित व्यक्ति हो सकता है। जिसका घर आना-जाना था। CCTV में 1 संदिग्ध दिखा, 50 मिनट तक कैंपस में मौजूद
पुलिस को 1 CCTV भी मिला था, शुक्रवार रात 2.40 बजे एक युवक इंजीनियरिंग कॉलोनी के पास पहुंचता है। वह बाहर लगे पेड़ पर चढ़ता है और फिर पेड़ में रस्सी बांधकर घर में दाखिल होता है। चीफ इंजीनियर को गोली मारने के बाद वह इसी रास्ते से वापस पेड़ पर और फिर सड़क पर आ जाता है। टहलता हुआ चला जाता है। वह मध्य कमान के मुख्य गेट के सामने से ही गुजरता है, मगर संतरी उसको पकड़ने का प्रयास नहीं करता है। सोर्स के मुताबिक, CCTV में जो व्यक्ति दिखा है, वह काले कपड़े पहने हैं, हाथ में अंगूठी है, मास्क लगाए गए हुए है। पुलिस मान रही है कि यह किसी एक व्यक्ति का काम नहीं हो सकता है, इस कत्ल में 1 से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। अब ड्राइवर और नौकरानी के बयान पढ़िए… ड्राइवर ने कहा- साहब, संगम नहाने गए, शाम को लौटे
चीफ इंजीनियर के ड्राइवर ने पुलिस को बताया- 28 मार्च की सुबह इंजीनियर संगम में स्नान करने गए। वहां स्नान, पूजा-पाठ करने के बाद 7.30 बजे घर लौटे। साथ में पत्नी प्रीति और 16 साल का बेटा मौजूद था। 18 मार्च को बेटे का हाई स्कूल का पेपर भी खत्म हुआ था। इसके बाद से परिवार संगम स्नान का प्लान बना रहा था। नौकरानी बोली- 9 बजे डिनर करके सब लोग बेडरूम में गए
शाम को नौकरानी ने खाना बनाया। उसने पुलिस को बताया- परिवार के सभी सदस्यों ने एक साथ 8 से 9 बजे के बीच डिनर किया। कुछ देर सब लोग ड्राइंग रूम में बैठे रहे, फिर अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। एसएन मिश्रा का बेडरूम ड्राइंग रूम से सटा हुआ था। चीफ इंजीनियर का अंडमान ट्रांसफर हो चुका था
पुलिस को वायु सेना से यह भी पता चला कि एसएन मिश्रा के नीचे करीब 300 लोग काम करते थे। वह खुद IDES (इंडियन डिफेंस इंजीनियरिंग सर्विस) सेवा के अफसर थे। वह अपनी प्रोफेशनल लाइफ में बेहद अनुशासित थे। कभी लेट नहीं होते थे। कर्मचारियों से व्यवहार भी अच्छा था। सरल स्वभाव की वजह से उनका किसी से विवाद नहीं था। मार्च में ही ट्रांसफर अंडमान किया गया था। 21 अप्रैल को उन्हें ज्वॉइनिंग लेनी थी, मगर उससे पहले उनकी हत्या कर दी गई। पूछताछ में स्टाफ ने बताया कि 25 मार्च को एसएन मिश्रा गोरखपुर एयर कमांड में किसी काम से गए थे। वहां क्या हुआ, ये किसी को नहीं पता। अब पुलिस की एक टीम गोरखपुर एयर कमान से भी संपर्क कर रही है। पोस्टमॉर्टम हुआ, सिर के पीछे चोट मिली
चीफ इंजीनियर का पोस्टमॉर्टम 2 डॉक्टरों के पैनल ने किया है। इसकी वीडियोग्राफी भी करवाई गई है। डॉक्टर्स ने बताया कि चीफ इंजीनियर के सीने में बाएं तरफ गोली धंसी मिली है। गोली दिल के ठीक नीचे थी। गोली सेना में प्रयोग किए जाने वाली माउजर गन में इस्तेमाल होती है। नाक और कान से खून निकल रहा था। उनके सिर के पीछे भी गहरी चोट मिली हैं। जो सिर्फ 2 सूरत में लग सकती है… 1. किसी ने पीछे से सिर पर भारी चीज से वार किया। 2. गोली लगने के बाद वह नीचे गिरे, जिससे उन्हें चोट लगी। —————————– ये भी पढ़ें : प्रयागराज में एयरफोर्स अफसर की खिड़की से गोली मारकर हत्या:सीने में बुलेट लगी, सिर पर गहरी चोट; पत्नी-बेटा, नौकरानी घर में थे प्रयागराज में एयरफोर्स के चीफ इंजीनियर (वर्क) एसएन मिश्रा (50) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह घर में सोए हुए थे। शनिवार तड़के 3 बजे हमलावरों ने खिड़की खट-खटाकर अफसर को जगाया। जैसे ही उन्होंने खिड़की खोली, हमलावरों ने सीने में गोली मार दी। आवाज सुनकर दूसरे कमरे से घर वाले भागकर पहुंचे। तब तक हमलावर भाग चुके थे। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
सफाई कर्मी ने की एयरफोर्स के चीफ इंजीनियर की हत्या:प्रयागराज में लूट के इरादे से आया, अफसर के सामने आते ही मारी गोली
