पंजाब के कपूरथला में गोइंदवाल साहिब रोड स्थित एचपी पेट्रोल पंप पर देर रात पेट्रोल भरवाने आए तीन नकाबपोश बदमाशों ने पेट्रोल पंप कर्मचारी कुलवंत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। पूरी घटना पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। जानकारी के अनुसार, गांव खीरावाली के पास स्थित पेट्रोल पंप पर देर रात करीब साढ़े नौ बजे तीन नकाबपोश बाइक सवार आए। पेट्रोल भरवाने के बाद उनकी पंप कर्मचारी से किसी बात को लेकर बहस हो गई। इसी दौरान वहां ड्यूटी पर तैनात कुलवंत सिंह मौके पर पहुंच गए। बदमाशों में से एक के पास दातर और दूसरे के पास पिस्टल थी। पिस्टल धारी बदमाश ने कुलवंत सिंह पर गोली चला दी, जिसके बाद तीनों मौके से फरार हो गए। लुधियाना अस्पताल में हुई मौत गंभीर रूप से घायल कुलवंत सिंह को पहले जालंधर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर उन्हें लुधियाना रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एसएसपी कपूरथला गौरव तूरा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस टीम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान कर रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पंजाब के कपूरथला में गोइंदवाल साहिब रोड स्थित एचपी पेट्रोल पंप पर देर रात पेट्रोल भरवाने आए तीन नकाबपोश बदमाशों ने पेट्रोल पंप कर्मचारी कुलवंत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। पूरी घटना पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। जानकारी के अनुसार, गांव खीरावाली के पास स्थित पेट्रोल पंप पर देर रात करीब साढ़े नौ बजे तीन नकाबपोश बाइक सवार आए। पेट्रोल भरवाने के बाद उनकी पंप कर्मचारी से किसी बात को लेकर बहस हो गई। इसी दौरान वहां ड्यूटी पर तैनात कुलवंत सिंह मौके पर पहुंच गए। बदमाशों में से एक के पास दातर और दूसरे के पास पिस्टल थी। पिस्टल धारी बदमाश ने कुलवंत सिंह पर गोली चला दी, जिसके बाद तीनों मौके से फरार हो गए। लुधियाना अस्पताल में हुई मौत गंभीर रूप से घायल कुलवंत सिंह को पहले जालंधर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर उन्हें लुधियाना रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एसएसपी कपूरथला गौरव तूरा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस टीम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान कर रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ बम ब्लास्ट के मास्टरमाइंड का चेहरा सामने आया:अमेरिका में ट्रांसपोर्ट का बिजनेस, हरियाणा का रहने वाला, यहां भी रंगदारी मांगी
चंडीगढ़ बम ब्लास्ट के मास्टरमाइंड का चेहरा सामने आया:अमेरिका में ट्रांसपोर्ट का बिजनेस, हरियाणा का रहने वाला, यहां भी रंगदारी मांगी चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में क्लबों के बाहर बम धमाके कराने वाले रणदीप मलिक का चेहरा सामने आ गया है। रणदीप पिछले 9 साल से अमेरिका में है और वहां उसका महाकाल ट्रांसपोर्ट के नाम से ट्रांसपोर्ट का कारोबार है। उसके पास खुद के दो ट्रक हैं। एक ट्रक वह खुद चलाता है और दूसरे के लिए ड्राइवर रखा है। विदेश जाने के बाद ही वह लॉरेंस गैंग के संपर्क में आया था। रणदीप मलिक जींद के सफीदों के गांव एंचला कलां का रहने वाला है। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है। उसकी एक बहन है, जिसकी करीब तीन साल पहले शादी हुई थी। रणदीप ने अपनी बहन की शादी अमेरिका से लाइव देखी थी। रणदीप के माता-पिता गांव में अकेले रहते हैं। गांव के लगभग सभी लोगों ने अब रणदीप से बात करना बंद कर दिया है। उसके खिलाफ कुरुक्षेत्र थाने में 2011 में आईपीसी की धारा 323, 325 और 506 के तहत केस दर्ज हुआ था। गोहाना में भी मांगी थी रंगदारी, ग्रामीणों से हुई पूछताछ
सूत्रों ने बताया कि रणदीप मलिक ने गोहाना में भी एक व्यक्ति से रंगदारी मांगी थी। रंगदारी न देने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई थी। हरियाणा पुलिस ने गांव के कई लोगों को पूछताछ के लिए गोहाना बुलाया था। रणदीप गांव में अपने दोस्तों और परिचितों से फोन पर बात करता था। पुलिस ने रणदीप मलिक की कॉल डिटेल की मदद से ग्रामीणों से संपर्क किया था। तब ग्रामीणों को रणदीप मलिक की असलियत पता चली। इसके बाद ग्रामीणों ने उससे बातचीत करना बंद कर दिया। साहिल के जरिए संपर्क में आया विनय
जुलाना हत्याकांड में गिरफ्तार साहिल के जरिए अजीत और विनय रणदीप मलिक के संपर्क में आए थे। अजीत और विनय वही हैं, जिन्हें चंडीगढ़ में क्लबों के बाहर धमाके के बाद पुलिस ने पकड़ा। इनमें से विनय और साहिल दोनों एक ही जेल में बंद थे, जहां उनकी दोस्ती हो गई। जींद का रहने वाला रणदीप वारदात का मास्टरमाइंड है। आरोपियों की साहिल से पुरानी दोस्ती है। उसके कहने पर वे रणदीप के संपर्क में आए थे। साहिल ने कहा था कि अगर मैं जेल चला जाऊं तो रणदीप को मैसेज करना। वह बताएगा कि क्या करना है? सिग्नल ऐप के जरिए आरोपियों से बात करता था रणदीप
विनय और अजीत सिग्नल ऐप के जरिए रणदीप से बात करते थे। रणदीप मलिक ने उन्हें बताया था कि बम कहां से उठाना है और हथियार कहां से लाना है। रणदीप उन्हें अपराध में इस्तेमाल होने वाली हर चीज मुहैया कराता था। इस काम के लिए उन्हें एडवांस में पैसे दिए जाते थे। साथ ही उन्हें विदेश में बसने का वादा भी किया जाता था। रणदीप के कारोबार को देखते हुए विनय और अजीत उसके कहने पर अपराध करने के लिए तैयार हो गए। पुलिस ने घायल कर किया था गिरफ्तार
26 नवंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर 26 स्थित डीओरा और सेविला क्लब के बाहर बम धमाके हुए थे। जिसमें चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम ब्रांच और ऑपरेशन सेल ने हिसार STF के साथ मिलकर संयुक्त ऑपरेशन चलाया और हिसार के विनय और अजीत को मुठभेड़ में घायल करने के बाद गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों के पैर में गोली लगी थी। गिरफ्तारी के बाद पता चला कि इन्होंने रणदीप मलिक के निर्देश पर बम धमाके किए थे। पुलिस रिमांड के दौरान विनय और अजीत से पूछताछ कर रही है। आरोपी 6 दिन की रिमांड पर है। विदेश जाने के बाद आया गैंगस्टरों के संपर्क में
सूत्रों ने बताया कि 2015 यानी अमेरिका जाने से पहले रणदीप गैंगस्टरों के संपर्क में नहीं आया था। विदेश जाने के बाद वह लॉरेंस गैंग से जुड़ गया। बम धमाके के बाद गोल्डी बराड़ नाम के अकाउंट से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली गई थी। जिसमें सबसे नीचे हैशटैग रणदीप मलिक लिखा था। हालांकि, बाद में इस पोस्ट को डिलीट कर दिया गया। लॉरेंस की तरह रणदीप भी भगत सिंह का मुरीद है। उसने अपनी ट्रॉली पर भी भगत सिंह की तस्वीर लगा रखी है। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ चंडीगढ़ में धमाके से संबंधित यह खबर पढ़ें… एक महीने पहले रची गई चंडीगढ़ ब्लास्ट की कहानी:मास्टरमाइंड हरियाणा का, एडवांस पैसे दिए, सिग्नल ऐप से बातचीत, विदेश में सेटल करने का वादा चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में 2 क्लबों के बाहर USA में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के करीबी रणदीप मलिक ने बम ब्लास्ट करवाए। एक महीने पहले इसकी साजिश रची गई। मुठभेड़ में पकड़े गए दोनों आरोपी सिग्नल ऐप के जरिए रणदीप से बात करते थे। रणदीप मलिक ने उन्हें बताया कि कहां से बम उठाने हैं और कहां से हथियार। उसने कहा था कि रंजिश है, इसलिए बम मारने है। पूरी खबर पढ़ें…
कपूरथला में 4 बदमाश गिरफ्तार:आढ़ती को मारने की डेढ़ लाख में ली सुपारी, घर जाते समय की थी फायरिंग
कपूरथला में 4 बदमाश गिरफ्तार:आढ़ती को मारने की डेढ़ लाख में ली सुपारी, घर जाते समय की थी फायरिंग कपूरथला में पुलिस ने आढ़ती पर फायरिंग के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि उनके एक साथी को दसूहा पुलिस ने कुछ दिन पहले पिस्तौल के साथ काबू किया था। आरोपियों की पहचान शरणदीप सिंह, हरप्रीत सिंह, प्रभजोत सिंह और मनप्रीत सिंह। चारों आरोपी संगोजला गांव के निवासी है। एसपी (डी) सरबजीत राय ने बताया कि डेढ़ माह पहले आढ़ती को मारने के लिए आरोपियों ने डेढ़ लाख की सुपारी ली थी। 74 हजार रुपए इनके खाते में भेज भी दिए गये थे। पुलिस ने दालत में पेश कर 2 दिन का रिमांड पर लिया है। अमेरिका में रहने वाले युवक ने दी सुपारी पूछताछ में आरोपी शरणदीप ने बताया कि उसकी बुआ के लड़के अमृतपाल सिंह ने उसकी बात अमेरिका निवासी मनरूप सिंह के साथ वॉट्सऐप पर करवाई थी। जिसने उनको कहा कि लखविंदर सिंह मल्ली आढ़ती की हत्या करनी है। इसके बदले में डेढ़ लाख रुपए और हथियार देगा। जो मनरूप सिंह ने कुछ दिन बाद 74 हजार रूपए अमृतपाल सिंह के हाथ दे दिए। जो सभी ने आपस में बांट लिए। घर जाते समय आढ़ती पर फायरिंग अमृतपाल ने कहा कि तलवंडी कुक गुरुद्वारा तथा श्मशान घाट के नजदीक एक बोरे में लपेटा हुआ पिस्टल भी पड़ा है। वहां से उसको उठा लो। शरणदीप सिंह ने वहां पहुंचकर पिस्टल अपने कब्जे में ले लिया। 29 जून की रात लगभग 8 बजे चारों आरोपियों ने बाइक पर सवार होकर दुकान से घर आते समय आढ़ती लखविंदर सिंह मल्ली पर फायरिंग की। लखविंदर सिंह के शोर मचाने पर चारों वह से भाग गए। जिसमें वह गंभीर घायल हो गया था। जिसके बाद उसे जालंधर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने आढ़ती के बेटे जसपिंदरजीत सिंह की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया था।
अमृतसर पुलिस स्टेशन पर बम धमाके की साजिश नाकाम:UK से मिला था टारगेट, फाजिल्का इंटेलिजेंस ने पकड़े 2 आरोपी
अमृतसर पुलिस स्टेशन पर बम धमाके की साजिश नाकाम:UK से मिला था टारगेट, फाजिल्का इंटेलिजेंस ने पकड़े 2 आरोपी पंजाब पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस और स्टेट ऑपरेशन स्पेशल सेल फाजिल्का ने अमृतसर में पुलिस स्टेशन को निशाना बनाने की साजिश को नाकाम कर दिया है। टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक हैंड ग्रेनेड, 32 बोर की पिस्टल और चार जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। एआईजी काउंटर इंटेलिजेंस फिरोजपुर लखबीर सिंह के अनुसार, यह मॉड्यूल यूके में बैठे निशान सिंह द्वारा संचालित किया जा रहा था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने गांव बहादुरवाला, थाना सदर फिरोजपुर क्षेत्र में विशेष अभियान चलाया। इस दौरान जगतार सिंह उर्फ जग्गा को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से पिस्तौल और कारतूस मिले। अमृतसर था निशाने पर
जांच में खुलासा हुआ कि जगतार का साथी जशनप्रीत सिंह उर्फ जशन महाराष्ट्र भाग गया था, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस रिमांड के दौरान जशनप्रीत की निशानदेही पर हरीके-खालरा जीटी रोड, पट्टी मौर, तरनतारन के पास से हैंड ग्रेनेड बरामद किया गया। पूछताछ में पता चला कि यूके स्थित हैंडलर निशान सिंह (गुरदासपुर निवासी) ने अमृतसर में किसी पुलिस अधिकारी या पुलिस स्टेशन को निशाना बनाने का निर्देश दिया था। आरोपी जगतार के पास से बरामद बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर भी जाली पाया गया है। पुलिस अन्य संदिग्ध आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है और मामले की गहन जांच जारी है।