ऊना जिले स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी में शनिवार शाम एक सड़क हादसे में पंजाब के तरनतारन से आई 32 वर्षीय महिला की मौत हो गई। हादसे में उसके परिवार के चार अन्य सदस्य भी घायल हो गए। घटना शाम करीब 8 बजे की है, जब साधना अपने परिवार के साथ मंदिर में दर्शन करने के बाद बस स्टैंड की ओर जा रही थी। इसी दौरान एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने पहले एक गाड़ी को टक्कर मारी और फिर दुकान से टकराने के बाद पैदल चल रहे परिवार को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में साधना के अलावा उसका 36 वर्षीय भाई रोहित, 9 वर्षीय बेटा और 30 वर्षीय बहन गंभीर रूप से घायल हो गए। साधना की 12 वर्षीय बेटी जाह्नवी को मामूली चोटें आईं। स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को तुरंत सिविल अस्पताल चिंतपूर्णी पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने साधना को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से घायल तीनों को परिजनों की इच्छा पर होशियारपुर रेफर कर दिया गया है। डीएसपी अंब वासुदा सूद ने घटना की पुष्टि की है। पुलिस ने घायलों के बयान दर्ज कर लिए हैं और मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं घटना के बाद महिला के पति को फौरी सहायता प्रदान की गई। रविवार को अंब के एसडीएम सचिन शर्मा और परागपुर तहसीलदार चिराग शर्मा ने उनको सहायता राशि प्रदान की। ऊना जिले स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी में शनिवार शाम एक सड़क हादसे में पंजाब के तरनतारन से आई 32 वर्षीय महिला की मौत हो गई। हादसे में उसके परिवार के चार अन्य सदस्य भी घायल हो गए। घटना शाम करीब 8 बजे की है, जब साधना अपने परिवार के साथ मंदिर में दर्शन करने के बाद बस स्टैंड की ओर जा रही थी। इसी दौरान एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने पहले एक गाड़ी को टक्कर मारी और फिर दुकान से टकराने के बाद पैदल चल रहे परिवार को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में साधना के अलावा उसका 36 वर्षीय भाई रोहित, 9 वर्षीय बेटा और 30 वर्षीय बहन गंभीर रूप से घायल हो गए। साधना की 12 वर्षीय बेटी जाह्नवी को मामूली चोटें आईं। स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को तुरंत सिविल अस्पताल चिंतपूर्णी पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने साधना को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से घायल तीनों को परिजनों की इच्छा पर होशियारपुर रेफर कर दिया गया है। डीएसपी अंब वासुदा सूद ने घटना की पुष्टि की है। पुलिस ने घायलों के बयान दर्ज कर लिए हैं और मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं घटना के बाद महिला के पति को फौरी सहायता प्रदान की गई। रविवार को अंब के एसडीएम सचिन शर्मा और परागपुर तहसीलदार चिराग शर्मा ने उनको सहायता राशि प्रदान की। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल हाईकोर्ट पहुंची संजौली मस्जिद कॉन्ट्रोवर्सी:लोकल रेजिडेंट की याचिका पर आज सुनवाई; MC आयुक्त को जल्द फैसला सुनाने को आदेश देने का आग्रह शिमला की संजौली मस्जिद का मामला हिमाचल हाईकोर्ट (HC) पहुंच गया है। संजौली के लोकल रेजिडेंट द्वारा दायर याचिका पर आज HC में सुनवाई होगी। यह मामला न्यायाधीश संदीप शर्मा की बेंच सुनेगी। संजौली मस्जिद के आसपास रहने वाले लोगों ने कोर्ट में याचिका डालकर शिमला नगर निगम (MC) आयुक्त को जल्द फैसला देने के लिए आदेश देने का आग्रह किया है। याचिका में कहा गया कि संजौली मस्जिद मामला 14 साल से MC आयुक्त कोर्ट में चल रहा है। इस केस का जल्द निपटारा होना चाहिए। वहीं MC आयुक्त की कोर्ट में यह केस 21 दिसंबर को सुना जाएगा। लोकल रेजिडेंट इस केस में जानबूझकर देरी करने का आरोप लगा रहे है। लोकल रेजिडेंट के एडवोकेट जगपाल ने बताया कि स्थानीय लोगों ने याचिका कोर्ट ने दायर की है। इस पर आज सुनवाई होगी। वहीं MC आयुक्त बीते 5 अक्टूबर को ही संजौली मस्जिद की ऊपर की 3 मंजिल को गिराने के आदेश दे चुके हैं। मगर अभी मस्जिद को तोड़ने का काम शुरू नहीं हो पाया। संजौली मस्जिद कमेटी ने इसे तोड़ने का काम शुरू करने से पहले वक्फ बोर्ड से अनुमति मांग रखी है, क्योंकि यह प्रॉपर्टी वक्फ बोर्ड की जमीन पर बनी है। संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने बताया कि मस्जिद कमेटी को ही इसके अवैध बताए जा रहे हिस्से को अपने खर्च पर हटाना है। इसके लिए लोकल मुस्लिम कारोबारी से धन जुटा रहे हैं। साथ ही वक्फ बोर्ड से भी इसकी परमिशन मांगी गई है। मस्जिद कमेटी ने शांत किया मामला संजौली मस्जिद के कारण पूरे प्रदेश में बवाल मचा। शिमला के बाद सोलन, मंडी, कुल्लू, सिरमौर व कुल्लू जिला में भी जगह जगह मस्जिद मामले में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किए और अवैध रूप से बनी मस्जिदों को गिराने की मांग उठाई। इससे पूरे प्रदेश में माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस बीच संजौली मस्जिद कमेटी ने खुद नगर निगम आयुक्त से मिलकर अवैध रूप से बनी ऊपर की मंजिल को हटाने की पेशकश की और कहा कि जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता, तब तक ऊपर की तीन मंजिल को सील किया जाए। इसके बाद हिंदू संगठन शांत हुए। बीते 5 अक्टूबर को तीन मंजिल तोड़ने के आदेशों के बाद मामला अभी शांत है। साल 2010 से चल रहा केस, 46 बार सुनवाई हो चुकी इस बीच संजौली के लोकल रेजिडेंट मस्जिद को लेकर जल्द फैसले की मांग को लेकर हाईकोर्ट पहुंचे हैं। दरअसल, MC आयुक्त कोर्ट में यह केस साल 2010 से चल रहा है। इस मामले में 46 बार सुनवाई हो चुकी है और नगर निगम शिमला ने 35 बार अवैध निर्माण रोकने व तोड़ने के नोटिस जारी किए है।
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हिमाचल में 12 साल बाद जून में कम बारिश:सिर्फ 46.2MM बादल बरसे; मानसून पड़ा धीमा, ऑरेंज अलर्ट में खिली रही धूप हिमाचल प्रदेश में जून में 12 साल बाद सबसे कम बारिश हुई है। प्रदेश में इस बार एक से 30 जून के बीच नॉर्मल से 54 प्रतिशत कम बादल बरसे है। इससे पहले साल 2012 में नॉर्मल की तुलना में 71 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में जून में 101.1 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार 46.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। बीते साल जून में 121.3 मिलीमीटर मेघ बरसे थे। जून में आज तक रिकॉर्ड 241 मिलीमीटर बारिश 2013 में हुई थी। मगर इस बार प्रदेश में मानसून एंट्री के साथ ही धीमा पड़ गया है। यहां देखे 2010 से 2024 तक कितनी MM बारिश हुई.. एक सप्ताह में ऑरेंज अलर्ट के बावजूद अच्छी बारिश नहीं 25 जून से 2 जुलाई तक बीते एक सप्ताह में निरंतर ऑरेंज अलर्ट के बावजूद अच्छी बारिश नहीं हुई। किन्नौर, कुल्लू और लाहौल स्पीति में तो 10 MM से भी कम बारिश हुई है। बीते 24 घंटे के दौरान भी केवल धर्मशाला में 40 मिलीमीटर (MM), नाहन में 16 MM और शिमला व सुंदरनगर में भी मात्र 0.2 MM बारिश हुई है, जबकि बीते कल भी पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट दिया गया था। जून महीने में 54% कम बरसात IMD के अनुसार, पूरे जून महीने में एक भी जिला ऐसा नहीं है जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। कांगड़ा और चंबा जिला में तो नॉर्मल से 67-67 प्रतिशत कम बादल बरसे है। बिलासपुर जिला में 57 प्रतिशत कम, हमीरपुर में 65 प्रतिशत, किन्नौर में 61, कुल्लू में 50, लाहौल स्पीति में 48, मंडी में 57, शिमला में 27, सिरमौर में 54, सोलन में 35 और ऊना जिला में नॉर्मल से 47 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 5 और 6 जुलाई को ज्यादा बारिश का पूर्वानुमान मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की माने तो प्रदेश में 8 जुलाई तक निरंतर मौसम खराब बना रहेगा। आज और कल कुछेक स्थानों पर ही बारिश का पूर्वानुमान है। मगर 5 और 6 जुलाई को ज्यादातर भागों में बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान नॉर्मल से 1.5 डिग्री नीचे लुढ़का राहत की बात यह है कि मानसून की एंट्री के बाद प्रदेशवासियों ने भीषण गर्मी से राहत की सांस ली है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान नॉर्मल से 1.5 डिग्री नीचे लुढ़क गया है। कुल्लू के भुंतर का सर्वाधिक 36.4 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। वहीं शिमला का अधिकतम तापमान 24.5 डिग्री, सुंदरनगर 32.5 डिग्री, कल्पा 24.9 डिग्री, धर्मशाला 28.5 डिग्री, ऊना 35.6 डिग्री, नाहन 27 डिग्री, हमीरपुर 32.5 डिग्री, बिलासपुर 33.9 डिग्री, मनाली 28.2 डिग्री, नारकंडा 19 और चंबा 36.3 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। तीन वजह से धीमा पड़ा मानसून: डॉ. पाल मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि मानसून धीमा पड़ गया है। हवा का दबाव नहीं बनने, पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय न होने और बीते मई में चक्रवाती तूफान रेमल के असर के कारण अच्छी बारिश नहीं हो पा रही। दो दिन बाद अच्छी बारिश की संभावना है।