मंडी से सांसद कंगना रनोट पर हिमाचल के PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने बड़ा हमला बोला। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कंगना ज्यादा शिक्षित नहीं है। इसलिए वह बार बार ऐसे बयान देती रहती है। कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि कंगना ऐसी बात करती हैं जैसी कोई अनपढ़ भी नहीं कर सकता। प्रतिभा सिंह ने कहा, बिना तथ्य व आधार के इस तरह के आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी मानसिकता कैसी है। दरअसल, कंगना रनोट ने बीते रविवार को मनाली में कहा कि केंद्र से जो मदद आ रही है और कांग्रेस सरकार जो कर्जा ले रही है, वह सोनिया गांधी को दी जा रही है। कंगना के इस बयान पर बवाल मच गया है। सोनिया गांधी की छवि खराब करने पर करेंगे मानहानि का केस: विक्रमादित्य PWD मंत्री ने ओपन चैलेंज देते हुए कहा, कंगना इसे साबित करके दिखाए। कंगना ने इसके प्रमाण नहीं दिए तो सोनिया गांधी की छवि खराब करने के लिए मानहानि को तैयार रहें। उन्होंने कहा, कंगना का बयान उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है और इससे मूर्खतापूर्ण कोई बयान नहीं हो सकता। फिल्म बैन के गम मनाने आई हिमाचल विक्रमादित्य सिंह ने कहा kf कंगना वैसे तो हिमाचल आती नहीं। इन दिनों सेंसर बोर्ड ने इनकी फिल्म बैन की है। ऐसे में इसका गम मनाने वे यहां आई हुई हैं। वे अपने घर में बेतुकी बयानबाजी कर रही हैं। कंगना के बयान पर भाजपा हाईकमान को लेना चाहिए संज्ञान विक्रमादित्य ने कहा, भाजपा को भी कंगना के इस बयान का कड़ा संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये वही सांसद हैं, जिन्हें भारतीय जनता पार्टी का हाईकमान फटकार लगा चुका है कि संवेदनशील मुद्दों पर ऐसी बयानबाजी न करें। उन्होंने कहा कि केंद्र से जो बजट मिलता है, उसका खर्च NOC के आधार पर होता है। कम शिक्षित सांसद को इसकी जानकारी नहीं है। कौल सिंह बोले- अनपढ़ भी ऐसी बातें नहीं करते कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि वे कंगना की बातों को गंभीरता से नहीं लेते। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद से कंगना लापता है। आपदा के दौरान भी उन्होंने एक दिन दौरा किया है। उन्हें चुनाव में किए वादे पूरे करने चाहिए। मंडी से सांसद कंगना रनोट पर हिमाचल के PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने बड़ा हमला बोला। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कंगना ज्यादा शिक्षित नहीं है। इसलिए वह बार बार ऐसे बयान देती रहती है। कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि कंगना ऐसी बात करती हैं जैसी कोई अनपढ़ भी नहीं कर सकता। प्रतिभा सिंह ने कहा, बिना तथ्य व आधार के इस तरह के आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी मानसिकता कैसी है। दरअसल, कंगना रनोट ने बीते रविवार को मनाली में कहा कि केंद्र से जो मदद आ रही है और कांग्रेस सरकार जो कर्जा ले रही है, वह सोनिया गांधी को दी जा रही है। कंगना के इस बयान पर बवाल मच गया है। सोनिया गांधी की छवि खराब करने पर करेंगे मानहानि का केस: विक्रमादित्य PWD मंत्री ने ओपन चैलेंज देते हुए कहा, कंगना इसे साबित करके दिखाए। कंगना ने इसके प्रमाण नहीं दिए तो सोनिया गांधी की छवि खराब करने के लिए मानहानि को तैयार रहें। उन्होंने कहा, कंगना का बयान उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है और इससे मूर्खतापूर्ण कोई बयान नहीं हो सकता। फिल्म बैन के गम मनाने आई हिमाचल विक्रमादित्य सिंह ने कहा kf कंगना वैसे तो हिमाचल आती नहीं। इन दिनों सेंसर बोर्ड ने इनकी फिल्म बैन की है। ऐसे में इसका गम मनाने वे यहां आई हुई हैं। वे अपने घर में बेतुकी बयानबाजी कर रही हैं। कंगना के बयान पर भाजपा हाईकमान को लेना चाहिए संज्ञान विक्रमादित्य ने कहा, भाजपा को भी कंगना के इस बयान का कड़ा संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये वही सांसद हैं, जिन्हें भारतीय जनता पार्टी का हाईकमान फटकार लगा चुका है कि संवेदनशील मुद्दों पर ऐसी बयानबाजी न करें। उन्होंने कहा कि केंद्र से जो बजट मिलता है, उसका खर्च NOC के आधार पर होता है। कम शिक्षित सांसद को इसकी जानकारी नहीं है। कौल सिंह बोले- अनपढ़ भी ऐसी बातें नहीं करते कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि वे कंगना की बातों को गंभीरता से नहीं लेते। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद से कंगना लापता है। आपदा के दौरान भी उन्होंने एक दिन दौरा किया है। उन्हें चुनाव में किए वादे पूरे करने चाहिए। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में अनुराग के बयान पर बवाल:राठौर बोले; मंत्री न बनाए जाने से हताश, स्मृति ईरानी के बाद ठाकुर ने डर्टी टेक्टिस डिपार्टमेंट संभाला लोकसभा में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर के जाति पूछने वाले बयान पर घमासान छिड़ गया है। ठियोग से कांग्रेस विधायक एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के प्रवक्ता कुलदीप राठौर ने शिमला में प्रेस काँफ्रेंस में कहा कि, अनुराग ठाकुर को मंत्री नहीं बनने का मलाल है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी को खुश करने के लिए संसद में नेता प्रतिपक्ष के लिए असंसदीय भाषा का इस्तेमाल बोल रहे हैं। कुलदीप राठौर ने लोकतंत्र में नेता प्रतिपक्ष के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। वह भारतीय जनता पार्टी की राजनीति के केंद्र बिंदू में आना चाहते हैं। उन्होंने कहा, पूर्व में केंद्रीय मंत्री रही स्मृति ईरानी भी ठीक इसी तरह झूठ और अशोभनीय टिप्पणी करती थीं। सुबह उठकर वह गांधी परिवार पर इसी तरह के हमले बोलना शुरू करती थी। जनता ने इस बार के चुनाव में उन्हें सबक सिखा दिया और घर बैठा दिया। राठौर ने कहा, अब डर्टी टेक्टिस डिपार्टमेंट अनुराग ठाकुर के पास है। उन्होंने कहा, अपने विरोधियों के खिलाफ क्या कुछ बोलना है यह इस मंत्रालय के अधीन आता है। इस विभाग को कोई सरकारी मान्यता नहीं है। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री का भी इसमें पूरा सहयोग है। सांसद की असंसदीय भाषा की निंदा करने के बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीती शाम को अनुराग ठाकुर का पूरा भाषण ट्वीट कर पीठ थपथपाई। अनुराग ने लोकसभा में दिया था ये बयान आपको बता दें कि, अनुराग ठाकुर ने बीते मंगलवार को लोकसभा में कांग्रेस नेता एवं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की जाति पूछी। उन्होंने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर राहुल का नाम लिए बिना सवाल किया। इसे लेकर सदन में काफी ज्यादा हंगामा मच गया। नेता प्रतिपक्ष राहुल ने अनुराग के जाति पूछने को अपना अपमान बताया और कहा कि वह अपमान को सह लेंगे, लेकिन जातिगत जनगणना की मांग से पीछे नहीं हटेंगे। पूरे देश में अनुराग के बयान पर मचा बवाल अनुराग के इस बयान पर पूरे देश में कांग्रेस हमलावर है और बवाल मचा हुआ है। प्रधानमंत्री ने ठाकुर के बयान की तारीफ की है। वहीं विपक्ष के कई नेता ठाकुर पर निशाना साध रहे हैं और उनकी आलोचना कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी संसद में अनुराग ठाकुर के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा किस अधिकार से जाति पूछी जा रही है।
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शिमला में ओवर स्पीड चलना पड़ेगा महंगा:शहर में 4 जगहों पर कटेंगे ऑनलाइन चालान, 1 करोड़ की लागत से 5 जगह लगे ITMS सिस्टम हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में तेज रफ्तार वाहन चालकों पर शिकंजा के लिए स्मार्ट स्मार्ट सिटी प्रोजेस्ट के तहत ऑनलाइन चालान काटने के लिए लगाया इंटेलिजेंस ट्रांजिट मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) शुरू हो गया है। इसके तहत अब चालान किए जा रहे है। बीते 7-8 महीनों से ITMS सिस्टम शिमला की सड़कों पर दौड़ रही गाड़ियों की महज वीडियो शूट कर रहे थे। लेकिन इससे ऑनलाइन चालान नहीं हो रहे थे। प्रशासन इसके लिए कनेक्टिंग सर्वर (इंस्टॉलेशन) कर दिए है। ऐसे में शिमला तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने वाले वाहन चालकों को ओवर स्पीड पर सीधा ऑटोमैटिक सीधा चालान का मैसेज जाएगा। एसपी ने दी जानकारी पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी ने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ITMS सिस्टम लगाए गए है । इसके तहत ऑनलाइन चालान हो रहे है। उन्होंने कहा कि शहर में यह पांच जगह लगाए गए है, और चौड़ा मैदान को छोड़कर बाकी सभी जगह पर चालान हो रहे है। एसपी शिमला ने बताया कि चौड़ा मैदान में सर्वर इंस्टॉलेशन नहीं हो पाया है इसको दिवाली के बाद कर दिया जाएगा और वहां भी चालान होना शुरू हो जाएंगे। 1 करोड़ की लागत से 5 जगह लगे ITMS सिस्टम शिमला एक विश्व विख्यात पर्यटन स्थल है। यहां रोजाना लगभग 15 से 25 हजार वाहन आते और जाते है। ऐसे में सड़क हादसों को कम करने और तेज रफ्तार से चलने वाले वाहन चालकों को शिकंजा कसने के लिए स्मार्टसिटी प्रोजेक्ट के तहत करीब 1 करोड़ की लागत से 5 जगहों पर ITMS सिस्टम लगाए गए थे। जिसमें चौड़ा मैदान, नवबहार, मेहली, ढली और ओल्ड बैरियर शामिल थे। इन्ही सभी में से 4 जगह चालान होना शुरू हो गए है। लेकिन शिमला के चौड़ा मैदान में अभी भी नहीं हो रहे है।
शिमला में 100 दिवसीय निक्षय अभियान शुरू:शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने किया शुभारंभ, बोले- इलाज के लिए जागरूकता जरूरी
शिमला में 100 दिवसीय निक्षय अभियान शुरू:शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने किया शुभारंभ, बोले- इलाज के लिए जागरूकता जरूरी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के “जन जन का रखे ध्यान, टीबी मुक्त भारत अभियान” के तहत शिमला में निक्षय शिविर लगाई गई। टीबी मुक्त पंचायत प्रधान समारोह व 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान का शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने सोमवार को शुभारंभ किया। इस अभियान के तहत लोगों को जिला भर में जागरूक किया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने जिला के जन प्रतिनिधियों से निक्षय मित्र के तौर पर जिला में काम करने का आह्वान किया है। पंचायती राज में चुने हुए प्रतिनिधि लोगों को ग्रामीण क्षेत्रो में बीमारी के इलाज व बचाव के बारे में जागरूकता फैलाएं। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने 5 टीबी चैंपियनों को भी सम्मानित किया, जो टीबी से जंग जीत चुके हैं। हिमाचल प्रदेश में 2023 के लिए 133 पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की गई हैं। जिन्हें शनिवार को मंत्री ने स्मृति चिन्ह और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया है। टीबी से डरने की आवश्यकता नहीं:- रोहित
इस दौरान शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि टीबी जैसी बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है। बल्कि, सतर्कता और बेहतर समझ की जरूरत है। इस बीमारी का इलाज संभव है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयास से लोग टीबी को मात देकर नई जिंदगी जी रहे हैं। धीरे-धीरे टीबी के मरीजों की संख्या कम होने लगी है। लेकिन अभी भी बीमारी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान समाज को नई दिशा देगा। साथ ही, जनप्रतिनिधि निक्षय मित्र के रूप में समाज में काम करेंगे तो बहुत तेजी से सकारात्मक परिणाम आने लगेंगे। शिमला में 1800 टीबी मरीज
शिमला जिला में 1800 के करीब टीबी के मरीज है। इनमें से 90 फीसदी मरीज टीबी को हरा कर नई जिंदगी जी रहे है। टीबी चैंपियनों ने अपनी हिम्मत नहीं हारी, इस वजह से अंत में बीमारी को ही हारना पड़ा। इन्हीं में से कुछ ऐसे टीबी चैंपियन भी है जो कि अब समाज में टीबी के खिलाफ जागरूकता अभियान में अग्रणी भूमिका निभा रहे है।