जींद में युवक से 7 लाख की धोखाधड़ी:न्यूजीलैंड के टूरिस्ट वीजा को वर्क परमिट के नाम पर लिए रुपए, नहीं मिला परमिट

जींद में युवक से 7 लाख की धोखाधड़ी:न्यूजीलैंड के टूरिस्ट वीजा को वर्क परमिट के नाम पर लिए रुपए, नहीं मिला परमिट

हरियाणा के जींद जिले के सफीदों क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति के साथ सात लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में सिवाह निवासी मनोज, करनाल के बल्ला निवासी रूपेद्र व दिनेश मान के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों ने पीड़ित के भाई का टूरिस्ट वीजा को वर्क परमिट में बदलने के लिए रुपए लिए थे लेकिन वर्क परमिट में नहीं बदला और रुपए भी नहीं लौटाए। पुलिस को दी शिकायत में सफीदों के मलिकपुर गांव निवासी लखविंद्र ने बताया कि उसका भाई संदीप न्यूजीलैंड में टूरिस्ट वीजा पर गया हुआ था। सिवाह गांव निवासी मनोज, रूपेंद्र और करनाल के बल्ला निवासी दिनेश मान के साथ उसकी जान पहचान थी। एक दिन तीनों आरोपी उनके घर आए और बताया कि उनकी दूसरे देशों में अच्छी जान पहचान है, वह रुपए लेकर विदेश में वर्क परमिट लगवाने का काम करते हैं, आपके भाई संदीप का वर्क परमिट लगवा ले, 10 लाख रुपए लगेंगे। उसने विश्वास में आकर वर्क परमिट लगवाने के लिए 16 अगस्त 2023 को चार लाख रुपए एडवांस में नकद और दो लाख रुपए चेक के द्वारा तथा एक लाख रुपए आनलाइन गूगल पे कर दिए। सात लाख रुपए लेने के बाद आरोपियों ने कोई वर्क परमिट नहीं लगवाया। 29 फरवरी 2024 को आरोपियों के खिलाफ एक शिकायत दी गई, जिसके बाद पंचायती तौर पर समझौता हुआ और आरोपियों ने ब्याज समेत रुपए देने की हामी भरी। इसके बावजूद भी राशि नहीं दी गई। पुलिस ने मनोज, रूपेंद्र और दिनेश के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। हरियाणा के जींद जिले के सफीदों क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति के साथ सात लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में सिवाह निवासी मनोज, करनाल के बल्ला निवासी रूपेद्र व दिनेश मान के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों ने पीड़ित के भाई का टूरिस्ट वीजा को वर्क परमिट में बदलने के लिए रुपए लिए थे लेकिन वर्क परमिट में नहीं बदला और रुपए भी नहीं लौटाए। पुलिस को दी शिकायत में सफीदों के मलिकपुर गांव निवासी लखविंद्र ने बताया कि उसका भाई संदीप न्यूजीलैंड में टूरिस्ट वीजा पर गया हुआ था। सिवाह गांव निवासी मनोज, रूपेंद्र और करनाल के बल्ला निवासी दिनेश मान के साथ उसकी जान पहचान थी। एक दिन तीनों आरोपी उनके घर आए और बताया कि उनकी दूसरे देशों में अच्छी जान पहचान है, वह रुपए लेकर विदेश में वर्क परमिट लगवाने का काम करते हैं, आपके भाई संदीप का वर्क परमिट लगवा ले, 10 लाख रुपए लगेंगे। उसने विश्वास में आकर वर्क परमिट लगवाने के लिए 16 अगस्त 2023 को चार लाख रुपए एडवांस में नकद और दो लाख रुपए चेक के द्वारा तथा एक लाख रुपए आनलाइन गूगल पे कर दिए। सात लाख रुपए लेने के बाद आरोपियों ने कोई वर्क परमिट नहीं लगवाया। 29 फरवरी 2024 को आरोपियों के खिलाफ एक शिकायत दी गई, जिसके बाद पंचायती तौर पर समझौता हुआ और आरोपियों ने ब्याज समेत रुपए देने की हामी भरी। इसके बावजूद भी राशि नहीं दी गई। पुलिस ने मनोज, रूपेंद्र और दिनेश के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर